6 जनवरी 2025 को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है
जस्टिन ट्रुडो का पद से इस्तीफा देने का निर्णय कनाडा की राजनीतिक परिदृश्य मैं महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत देता है.
जस्टिन ट्रूडो का राजनीतिक सफर
1.जस्टिन ट्रूडो कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री पियरे ट्रूडो के पुत्र हैं, जिन्होंने 2015 में कनाडा के 23 वे प्रधानमंत्री के रूप में पदभार संभाला था. Read more…

2. उन्होंने अपने कार्यकाल में काफी प्रगतिशील नीतियों को बढ़ावा दिया जिनमें मुख्य रूप से लैंगिक समानता और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए मुख्य प्रयास थे इसी के साथ उनका एक मुख्य प्रयास शरणार्थियों के प्रति उदारता की भावना था.
3. उनकी अच्छी नीतियों के कारण लिबरल पार्टी को 2015, 2019 और 2021 के चुनाव में जीत मिली, लिबरल पार्टी की इन जीत का पूरा क्रेडिट जस्टिन ट्रूडो को मिला था. Click here…
इस्तीफा के मुख्य कारण
1. आर्थिक संकट से बढ़ने वाली चुनौतियां- कनाडा में दिनों दिन बढ़ती महंगाई, आवासीय संकट और जीवन यापन के लिए मुख्य चीजों का संकट बढ़ गया जिससे जनता में असंतोष फैल गया. इस आर्थिक अस्थिरता के बढ़ने से जस्टिन ट्रूडो के लोकप्रियता में कमी आई जो उनके इस्तीफे का कारण बना.
2. अमेरिका के साथ बढ़ते संबंधों से तनाव- अभी हाल में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव संपन्न हुए हैं जिसमें पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फिर से राष्ट्रपति के रूप में चुने गए हैं
ट्रंप के राष्ट्रपति बनते ही उन्होंने कनाडाई उत्पादों पर शुल्क बढ़ाने की धमकी दी उनकी इस धमकी से कनाडा और अमेरिका के बीच तनाव की स्थिति बन गई जिससे जस्टिन ट्रूडो एवं उनकी सरकार को दो राष्ट्रों के बीच हुए तनाव का सामना करना पड़ रहा है.
3.आंतरिक कलह का होना- पिछले कुछ समय से लिबरल पार्टी के अंदर बढ़ रहे असंतोष और वहां की वित्त मंत्री क्रिस्टीया फ्रीलैंड इस्तीफा के बाद से जस्टिन ट्रूडो आंतरिक तनाव का सामना कर रहे है.
कनाडा की वित्त मंत्री क्रिस्टीया फ्रीलेंड ने दिसंबर 2024 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था
उनकी इस्तीफे के बाद से ही वहां की आर्थिक स्थिति और बिगड़ गई जिसके कारण वहां की राजनीतिक स्थिति पर गहरा असर पड़ा. Read more..
भविष्य की क्या संभावनाएं हो सकती है ?
* कनाडा के संविधान के अनुसार यह मानता है कि ट्रूडो अपना पद जब तक नहीं छोड़ सकते जब तक की लिबरल पार्टी के द्वारा कोई नया सदस्य प्रधानमंत्री के रूप में नहीं चुन लिया जाता.
* नया नेता चुनने की इस प्रक्रिया को संसद के द्वारा मार्च तक निलंबित रखा जाएगा. इस प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने के लिए अक्टूबर 2025 में होने वाले आगामी चुनाव में लिबरल पार्टी की संभावनाएं नए नेतृत्व पर निर्भर करेगी.
इस पार्टी का नेतृत्व ज्यादा होगा वह पार्टी सत्ता में अपना स्थान पाएगी वर्तमान माहौल से पता चल रहा है कि कंजरवेटिव पार्टी के नेता पियरे पोइलिवरे की लोकप्रियता बढ़ रही है.
भारत -कनाडा संबंधों पर पड़ता प्रभाव
जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के बाद भारत और कनाडा के बीच संबंधों पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ सकता है बीते हाल के कुछ वर्षों में
के बढ़ते और भारत विरोधी रुख़ के कारण दोनों राष्ट्रों के बीच तनाव बढ़ा है.
जस्टिन ट्रूडो के बहुत प्रयास के बाद भी दोनों राष्ट्रों के बीच किसी तनाव का कोई समाधान नहीं निकल सका दोनों राष्ट्र एक दूसरे की आलोचना में खूब आलोचना हुई है.
निष्कर्ष: जब से जस्टिन ट्रूडो ने अपने इस्तीफा की घोषणा की है तब से कनाडा की राजनीतिक स्थिति में महत्वपूर्ण मोड़ नजर आ रहा है. जस्टिन ट्रूडो ने हमेशा अपनी अच्छी नीतियों से देश को एक नई दिशा दी तथा उनकी प्रगतिशील नीतियां बहुत सराहनीय हैं.
लेकिन राजनीति में हालिया मोड से उनके ऊपर पड़ता राजनीतिक तनाव, जिससे परिस्थितियों बहुत प्रतिकूल हो गई और वे इस्तीफा देने पर विवश हो गए.