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Best पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह की अंतिम विदाई, नहीं रहे देश पूर्व प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह 92 साल की उम्र में हॉस्पिटल में हुआ निधन

डॉ. मनमोहन सिंह की याद में एकजुट देश: मोदी कैबिनेट ने किया सम्मानित स्मरण”

देश पूर्व प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह 92 साल की उम्र में AIIMS हॉस्पिटल में हुआ निधन, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह की स्मृति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट ने 2 मिनट का मौन रखकर डॉ मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की |

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह

इसी को देखते हुए केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह के देहांत पर 7 दिनों के लिए राजकीय शोक घोषित किया है यह राजकीय शोक 1 जनवरी 2025 तक रहेगा |

क्या होता है  राजकीय शोक?

यह भारत सरकार के लिए ऐसा समय होता है  जब पूरे देश में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका होता है  तथा विदेश में स्थित भारतीय मिशनों  एवं  उच्चायोगो  मे भी  भारत का राष्ट्रीय ध्वज 7 दिनों के लिए आधा झुका रहता है |

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह की अंतिम विदाई 

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा  तथा इस दौरान केंद्र सरकार के सभी कार्यालयों और केंद्रीय सार्वजनिक उपकर्मो  मे आधे दिन के लिए राजकीय शोक घोषित किया जाएगा |

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा तथा इस दौरान केंद्र सरकार के सभी कार्यालयों और केंद्रीय सार्वजनिक उपकर्मो मे आधे दिन के लिए राजकीय शोक घोषित किया जाएगा |

डॉ मनमोहन सिंह के जीवन से संबंधित कुछ खास बातें 

• डॉ मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को अविभाजित भारत के पंजाब प्रांत के पश्चिमी पंजाब के गाह नामक गांव में हुआ था |

• डॉ मनमोहन सिंह ने पंजाब विश्वविद्यालय से 1954 में अर्थशास्त्र में मास्टर डिग्री प्राप्त कर ली थी और उसके बाद उन्होंने 1957 में कैंब्रिज विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में फर्स्ट डिवीजन के साथ ट्राईपोज़ प्राप्त की थी |

• 1962 का समय डॉक्टर मनमोहन सिंह के लिए उनके जीवन का बहुत खास समय था जब उन्होंने डी. फिल की डिग्री प्रदान की गई |

डॉ मनमोहन सिंह का शुरुआती करियर 

• उन्होंने अपना शुरुआती करियर पंजाब विश्वविद्यालय में वरिष्ठ व्याख्याता के रूप में शुरू किया और आगे चलकर इस विश्वविद्यालय में वे अर्थशास्त्र के प्रोफेसर बने |

• डॉ मनमोहन सिंह दिल्ली यूनिवर्सिटी के दिल्ली स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स में साल 1969 में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की प्रोफेसर बने |

• 1971 में डॉक्टर मनमोहन सिंह उसे समय विदेश व्यापार मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार के रूप में नियुक्त किए गए और आगे चलकर वित्त मंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार (1972- 76) के रूप में 4 साल के लिए बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई |

• उन्होंने आर्थिक कार्य विभाग के सचिव के रूप में भी नवंबर 1976 से अप्रैल 1980 तक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई |

• डॉ मनमोहन सिंह अप्रैल 1980 से सितंबर 1982 तक योजना आयोग के सदस्य सचिव भी रहे हैं |

• डॉक्टर सिंह का भारतीय रिजर्व बैंक गवर्नर के रूप में कार्यकाल सितंबर 1982 जनवरी 1985 तक रहा |

डॉ मनमोहन सिंह को भारत सरकार से मिले सम्मान 

• डॉ मनमोहन सिंह को सबसे पहले कैंब्रिज विश्वविद्यालय के एडम स्मिथ अवार्ड से सम्मानित किया गया जो उन्हें 1956 में प्रदान किया गया था
• डॉ मनमोहन सिंह को सबसे पहले भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से 1987 में सम्मानित किया गया था |
• उन्हें वर्ष 1993 में वित्त मंत्री के लिए यूरो मनी अवार्ड से सम्मानित किया गया था |
• उन्हें भारतीय विज्ञान कांग्रेस का जवाहरलाल नेहरू जन्म शताब्दी पुरस्कार 1995 में प्राप्त हुआ |

डॉ मनमोहन सिंह का भारतीय राजनीतिक कैरियर 

• डॉ मनमोहन सिंह भारत ने वित्त मंत्री के रूप में साल 1991 से 1996 तक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई |

Note : यह देश ऐसे पहले वित्त मंत्री हुए हैं जिन्होंने आर्थिक सुधारो की व्यापक नीति लाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई |
• डॉ मनमोहन सिंह भारत के प्रधानमंत्री के रूप में पहले कार्यकाल के लिए 22 में 2004 को नियुक्त किए गए तथा इसमें उनका पहला कार्यकाल मे 2009 तक रहा |

• डॉक्टर सिंह का प्रधानमंत्री के रूप में दूसरा कार्यकाल में 2009 से शुरू होकर मई 2014 तक रहा |

Note : डॉ मनमोहन सिंह एक राजनेता होने के साथ-साथ प्रख्यात अर्थशास्त्री भी थे जिन्होंने भारत की आर्थिक मंदी के दौर में वित्त मंत्री के रूप में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई उनकी इस भूमिका के लिए उनका नाम इतिहास के पन्ना में लिखा जाता है | अधिक जाने 

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