Samsung के चिप कारोबार पर संकट! Apple, Xiaomi और TSMC से हारने के बाद अब क्या?
दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में शुमार Samsung आज जिस स्थिति में है, उसे देखकर कोई भी यह कह सकता है कि यह कंपनी बाजार में संघर्ष कर रही है। कभी स्मार्टफोन और चिप निर्माण में बादशाहत कायम रखने वाली यह दक्षिण कोरियाई दिग्गज अब TSMC, Apple और चीनी कंपनियों के बढ़ते दबदबे से जूझ रही है।
Samsung ने दशकों तक टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री में अपना दबदबा बनाए रखा, लेकिन हाल के वर्षों में इसके मार्केट शेयर में गिरावट आई है। खासतौर पर कॉन्ट्रैक्ट चिप मैन्युफैक्चरिंग (Foundry Business) और स्मार्टफोन मार्केट में यह कंपनी पिछड़ती जा रही है।
आइए, विस्तार से समझते हैं कि Samsung किन समस्याओं का सामना कर रही है और क्या यह दोबारा अपनी खोई हुई जगह हासिल कर सकती है।
1. Samsung का Chip Manufacturing बिजनेस TSMC से क्यों हार रहा है?
Samsung और TSMC (Taiwan Semiconductor Manufacturing Company) दोनों ही दुनिया की सबसे बड़ी कॉन्ट्रैक्ट चिप मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां हैं। कई सालों तक Samsung इस इंडस्ट्री में टॉप पर रहा, लेकिन अब TSMC इसकी जगह ले चुका है।
Samsung की हार के 4 बड़े कारण:
(1) तकनीकी चुनौतियाँ और खराब Yield Rate
Samsung की चिपमेकिंग टेक्नोलॉजी में यील्ड रेट (Yield Rate) यानी उत्पादन दर कम है। आसान भाषा में कहें तो, जो चिप्स बन रही हैं, उनमें बहुत से डिफेक्टिव होते हैं, जिससे ग्राहक नाखुश होते हैं।
वहीं, TSMC की 3nm और 5nm टेक्नोलॉजी ज्यादा भरोसेमंद साबित हो रही है, जिससे Apple, NVIDIA, Qualcomm जैसी कंपनियाँ अब TSMC से चिप बनवा रही हैं।
(2) Samsung का बिजनेस मॉडल TSMC से अलग है
TSMC सिर्फ चिप बनाने पर फोकस करता है, जबकि सैमसंग अपने खुद के ब्रांड के लिए भी चिप बनाता है। कई कंपनियों को लगता है कि अगर वे Samsung को ऑर्डर देंगी, तो वह अपनी जरूरतों को प्राथमिकता दे सकता है। इसीलिए वे TSMC को ज्यादा तरजीह दे रही हैं।
(3) TSMC का दमदार R&D और नई फैक्ट्रियाँ
TSMC ने हाल ही में अमेरिका, जापान और यूरोप में नए प्लांट लगाने का ऐलान किया है, जिससे वह और मजबूत हो गया है। दूसरी ओर, Samsung अभी भी दक्षिण कोरिया में ही केंद्रित है और अपने वैश्विक विस्तार को लेकर धीमा रहा है।
(4) अमेरिकी और चीनी कंपनियों की प्राथमिकता
अमेरिका की कई बड़ी टेक कंपनियाँ, जैसे कि Apple और NVIDIA, सैमसंग से ज्यादा TSMC पर भरोसा कर रही हैं। साथ ही, चीन की कंपनियाँ भी अब अपने घरेलू सप्लायर्स को तरजीह दे रही हैं।
नतीजा? सैमसंग का कॉन्ट्रैक्ट चिप बिजनेस गिरता जा रहा है और इसका मार्केट शेयर अब 10% से भी कम हो गया है, जबकि TSMC 60% से ज्यादा बाजार पर कब्जा किए हुए है।
2. स्मार्टफोन इंडस्ट्री में सैमसंग की स्थिति कमजोर क्यों हो रही है?
(1) Apple का प्रीमियम सेगमेंट में दबदबा
सैमसंग और Apple हमेशा से ही प्रीमियम स्मार्टफोन मार्केट में टक्कर देते रहे हैं। लेकिन हाल के वर्षों में Apple ने अपनी iPhone सीरीज़ के जरिए इस बाजार पर कब्जा कर लिया है।
सैमसंग Galaxy S और Fold सीरीज़ भले ही दमदार फीचर्स के साथ आती हैं, लेकिन Apple के iPhone का ब्रांड वैल्यू और iOS का एक्सपीरियंस लोगों को ज्यादा पसंद आ रहा है।
(2) चीनी स्मार्टफोन कंपनियों की आक्रामक रणनीति
सैमसंग की सबसे बड़ी परेशानी सिर्फ Apple नहीं है, बल्कि चीनी स्मार्टफोन ब्रांड्स हैं।
Xiaomi, Oppo, Vivo, और Realme जैसी कंपनियाँ कम कीमत में बेहतर फीचर्स दे रही हैं।
Huawei ने अपना खुद का ऑपरेटिंग सिस्टम HarmonyOS लाकर सैमसंग और Android को चुनौती दी है।
OnePlus और iQOO जैसी कंपनियाँ फ्लैगशिप फीचर्स को सस्ते दामों में दे रही हैं, जिससे लोग Samsung की प्रीमियम सीरीज़ की बजाय इन्हें पसंद कर रहे हैं।
(3) Samsung की इनोवेशन स्पीड धीमी हो गई है
सैमसंग पहले डिस्प्ले, कैमरा, और प्रोसेसर में नई-नई टेक्नोलॉजी लाने के लिए जाना जाता था। लेकिन अब चीनी कंपनियाँ तेजी से इनोवेशन कर रही हैं।
उदाहरण के लिए:
Xiaomi ने सबसे पहले 200MP कैमरा वाला फोन लॉन्च किया।
Huawei ने सैटेलाइट कम्युनिकेशन और अपने खुद के Kirin प्रोसेसर बनाए।
Vivo और Oppo ने ग्लोबल कैमरा टेक्नोलॉजी में लीड ले ली है।
नतीजा? लोग अब सैमसंग की बजाय सस्ते और इनोवेटिव चीनी ब्रांड्स को तरजीह देने लगे हैं।
3. क्या Samsung वापसी कर सकता है?
सैमसंग एक तकनीकी दिग्गज है और इसे अभी भी पूरी तरह खत्म नहीं माना जा सकता। लेकिन वापसी करने के लिए इसे कुछ बड़े कदम उठाने होंगे।
(1) चिपमेकिंग में सुधार और TSMC को टक्कर देना
सैमसंग को यील्ड रेट सुधारने की जरूरत है, ताकि उसके चिप्स ज्यादा भरोसेमंद बनें।
कंपनी को नए फैब प्लांट्स लगाने होंगे, ताकि बड़े ऑर्डर पूरे कर सके।
अमेरिका और चीन दोनों ही बाजारों में बिजनेस संबंध मजबूत करने होंगे।
(2) स्मार्टफोन में चीनी कंपनियों को मात देने की रणनीति
सैमसंग को अपने मिड-रेंज स्मार्टफोन को ज्यादा किफायती और फीचर-रिच बनाना होगा।
Galaxy S और Fold सीरीज़ में iPhone को टक्कर देने के लिए ज्यादा इनोवेशन करने होंगे।
कैमरा, बैटरी और AI बेस्ड सॉफ्टवेयर को और ज्यादा उन्नत बनाना होगा।

(3) भारत जैसे उभरते बाजारों पर फोकस करना
भारत, ब्राजील और अफ्रीका जैसे देशों में स्मार्टफोन की मांग तेजी से बढ़ रही है। अगर सैमसंग यहां आक्रामक रणनीति अपनाए, तो वह Xiaomi, Realme और अन्य कंपनियों को कड़ी टक्कर दे सकता है।
सैमसंग को लेकर यूज़र्स सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा क्या सर्च कर रहे हैं उन्ही में से Top 10 ऐसे सवाल और उनके विस्तृत जवाब जो यूज़र्स के द्वारा सर्च किये जा रहे हैं
सैमसंग को लेकर लोग कई तरह के सवाल सोशल मीडिया पर सर्च कर रहें हैं, खासकर जब यह कंपनी बाजार में प्रतिस्पर्धा से जूझ रही है। यहां हमने उन टॉप 10 सवालों को चुना है, जिनके जवाब लोग सबसे ज्यादा जानना चाहते हैं।
1. क्या Samsung Apple से हार रहा है?
उत्तर: हाँ, Samsung प्रीमियम स्मार्टफोन सेगमेंट में Apple से हार रहा है। Apple का iPhone ब्रांड वैल्यू, iOS का एक्सपीरियंस, और लंबा सॉफ्टवेयर सपोर्ट लोगों को ज्यादा आकर्षित कर रहा है। जबकि सैमसंग के Galaxy S और Fold सीरीज़ दमदार फीचर्स के साथ आती हैं, लेकिन iPhone की यूजर लॉयल्टी और एकीकृत इकोसिस्टम ज्यादा मजबूत है।
सैमसंग की हार के मुख्य कारण:
iPhone की ब्रांड वैल्यू ज्यादा मजबूत है।
Apple के पास iOS का एडवांटेज है, जबकि सैमसंग को Android पर निर्भर रहना पड़ता है।
Apple का कैमरा, बैटरी लाइफ और अपडेट पॉलिसी ज्यादा बेहतर है।
2. क्या Samsung का चिपमेकिंग बिजनेस TSMC से कमजोर हो गया है?
उत्तर: हाँ, Samsung का Foundry Business (कॉन्ट्रैक्ट चिप निर्माण) TSMC के मुकाबले कमजोर हो चुका है।
TSMC के आगे Samsung की हार के कारण:
TSMC की चिप टेक्नोलॉजी ज्यादा उन्नत और भरोसेमंद है।
Samsung की चिप प्रोडक्शन में Yield Rate कम है, यानी अधिक डिफेक्टिव चिप्स बन रहे हैं।
Apple, Qualcomm और NVIDIA जैसी कंपनियाँ अब Samsung की बजाय TSMC से चिप बनवा रही हैं।
TSMC ने अमेरिका, जापान और यूरोप में नए प्लांट खोले हैं, जबकि Samsung अभी भी दक्षिण कोरिया पर ज्यादा निर्भर है।
3. क्या Samsung स्मार्टफोन मार्केट में Xiaomi और अन्य चीनी ब्रांड्स से हार रहा है?
उत्तर: मिड-रेंज और बजट स्मार्टफोन सेगमेंट में Samsung को Xiaomi, Realme, Vivo और Oppo जैसी चीनी कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है।
कारण:
Xiaomi और Realme कम कीमत में हाई-एंड फीचर्स दे रहे हैं।
चीनी कंपनियाँ ज्यादा कैमरा, बैटरी और चार्जिंग टेक्नोलॉजी पर फोकस कर रही हैं।
Huawei ने अपने खुद के प्रोसेसर और OS (HarmonyOS) बना लिए हैं, जिससे Samsung को और नुकसान हो रहा है।
Samsung के मिड-रेंज फोन (Galaxy A & M सीरीज़) में कई बार स्पेसिफिकेशन कमज़ोर होते हैं।
4. क्या Samsung के फोन की बैटरी जल्दी खत्म हो जाती है?
उत्तर: Samsung की बैटरी परफॉर्मेंस अच्छी है, लेकिन Apple और कुछ चीनी ब्रांड्स के मुकाबले थोड़ी कमजोर मानी जाती है।
Samsung के Exynos प्रोसेसर ज्यादा बैटरी खाते हैं, जबकि Apple के A-Series चिप्स ज्यादा पावर एफिशिएंट हैं।
OnePlus, Xiaomi और Vivo जैसी कंपनियाँ फास्ट चार्जिंग में आगे निकल चुकी हैं।
Samsung का One UI सॉफ़्टवेयर कुछ ज्यादा बैटरी खपत कर सकता है।
बेहतर बैटरी के लिए:
Samsung के Snapdragon वर्ज़न वाले फोन खरीदें (Exynos की बजाय)।
बैटरी सेविंग मोड का उपयोग करें।
हमेशा फोन को अपडेट रखें, जिससे बैटरी परफॉर्मेंस में सुधार हो।
5. क्या सैमसंग Fold और Flip सीरीज़ फेल हो रही हैं?
उत्तर: नहीं, Samsung की Fold और Flip सीरीज़ फेल नहीं हो रही, लेकिन यह मेनस्ट्रीम नहीं बन पाई है।
Samsung ही फोल्डेबल फोन मार्केट में लीड कर रहा है।
लेकिन महंगी कीमत और टिकाऊपन (Durability) को लेकर सवाल बने हुए हैं।
कई लोग स्क्रीन पर Crease (गFold का निशान) और टूटने की समस्या को लेकर चिंतित हैं।
Motorola और Huawei जैसी कंपनियाँ भी अब फोल्डेबल फोन बना रही हैं, जिससे Samsung के लिए चुनौती बढ़ गई है।
6. क्या Samsung का कैमरा iPhone से बेहतर है?
उत्तर: यह इस बात पर निर्भर करता है कि कौन सा मॉडल आप उपयोग कर रहे हैं।
सैमसंग के Galaxy S Ultra मॉडल्स (S23 Ultra, S24 Ultra) का कैमरा iPhone से बेहतर हो सकता है।
Samsung 200MP जैसे हाई-मेगापिक्सल सेंसर इस्तेमाल करता है, जबकि Apple 48MP कैमरा पर भी शानदार फोटो क्वालिटी देता है।
iPhone की वीडियो क्वालिटी और स्टेबलाइजेशन ज्यादा बेहतर होती है।
Samsung में ज्यादा कैमरा कस्टमाइज़ेशन और प्रो मोड मिलता है।
7. क्या Samsung के फोन को लंबा सॉफ़्टवेयर सपोर्ट मिलता है?
उत्तर: हाँ, सैमसंग ने अब Apple की तरह लंबा सॉफ़्टवेयर सपोर्ट देना शुरू कर दिया है।
सैमसंग अब फ्लैगशिप फोन के लिए 4 साल तक Android अपडेट और 5 साल तक सिक्योरिटी अपडेट देता है।
मिड-रेंज फोन (Galaxy A & M सीरीज़) को 3 साल तक Android अपडेट मिलते हैं।
सस्ता फोन (Galaxy F सीरीज़) को 2-3 साल तक अपडेट मिलता है।
यानी, सैमसंग अब Apple के बाद सबसे अच्छा सॉफ़्टवेयर अपडेट देने वाली कंपनी बन गई है।
8. क्या Samsung Exynos प्रोसेसर Qualcomm Snapdragon से कमजोर होता है?
उत्तर: हाँ, ज्यादातर मामलों में Exynos प्रोसेसर, Snapdragon के मुकाबले कमजोर साबित हुआ है।
Exynos प्रोसेसर हीटिंग और बैटरी ड्रेन की समस्या से जूझता है।
गेमिंग और परफॉर्मेंस के मामले में Snapdragon ज्यादा बेहतर रहता है।
इसी वजह से Samsung अपने फ्लैगशिप फोन के लिए Snapdragon वर्जन भी निकालता है, खासकर अमेरिका और चीन में।
2024 में Samsung ने Exynos 2400 प्रोसेसर के साथ सुधार किया है, लेकिन Snapdragon 8 Gen 3 अभी भी ज्यादा पावरफुल है।
9. क्या Samsung के फोन ज्यादा महंगे हैं?
उत्तर: हाँ, Samsung के कुछ फोन Apple और चीनी ब्रांड्स की तुलना में ज्यादा महंगे लग सकते हैं।
Samsung के प्रीमियम फोन (Galaxy S Ultra, Fold, Flip) की कीमतें iPhone से कम नहीं हैं।
लेकिन Samsung अपने मिड-रेंज (Galaxy A, M) और एंट्री-लेवल फोन (Galaxy F) के लिए ज्यादा डिस्काउंट देता है।
Xiaomi और Realme जैसे ब्रांड कम कीमत में अच्छे फीचर्स दे रहे हैं, जिससे Samsung को चुनौती मिल रही है।
10. क्या सैमसंग का भविष्य सुरक्षित है या यह कंपनी गिरावट की ओर जा रही है?
उत्तर: सैमसंग फिलहाल मुश्किल दौर से गुजर रहा है, लेकिन यह अभी भी टेक इंडस्ट्री की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है।
चिपमेकिंग बिजनेस में सुधार के लिए यह नई टेक्नोलॉजी पर काम कर रहा है।
स्मार्टफोन मार्केट में Fold और Ultra सीरीज़ को आगे बढ़ा रहा है।
सैमसंग ने बैटरी, कैमरा और AI पर ज्यादा ध्यान देना शुरू कर दिया है।
अगर कंपनी सही रणनीति अपनाती है, तो यह दोबारा Apple और TSMC को टक्कर दे सकता है।
निष्कर्ष: सैमसंग के लिए आगे का रास्ता क्या है?
सैमसंग भले ही TSMC, Apple और चीनी कंपनियों से पीछे हो रहा हो, लेकिन यह अभी भी एक ग्लोबल टेक लीडर है। अगर कंपनी अपनी रणनीति में बदलाव करती है और इनोवेशन, प्राइसिंग और मार्केटिंग पर फोकस करती है, तो यह दोबारा मजबूती से वापसी कर सकती है।
Samsung के लिए सबसे जरूरी चीज है—
चिप बिजनेस में सुधार करना
स्मार्टफोन मार्केट में इनोवेशन लाना
एशिया और उभरते बाजारों पर ध्यान देना
अगर यह सब सही दिशा में किया गया, तो Samsung आने वाले सालों में फिर से एक बार दुनिया की नंबर 1 टेक कंपनी बन सकता है!