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नाजी सलाम’ विवाद : एलन मस्क का 21 जनवरी 2025 का बड़ा बयान – ‘हर कोई हिटलर नहीं’

नाजी सलाम’ विवाद : एलन मस्क का “नाजी सेल्यूट” विवाद : जाने घटनाएं, प्रतिक्रिया और सरकारी दृष्टिकोण

परिचय

एलन मस्क, यह अपनी प्रौद्योगिकी ओर सार्वजनिक टिप्पणी के कारण हमेशा चर्चा में बने रहते हैं | यह एक बार फिर एक विवाद का हिस्सा बन गए हाल ही में आयोजित किए गए |

एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान एलन मस्क के एक हाथ के इशारे को नाजी सेल्यूट के रूप मे देखा गया इसे राजनीतिक गलियारों तथा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हंगामा मच गया

मक्स की इस घटना ने यह सवाल उठाया की सार्वजनिक हस्तियां के कार्यों को किस हद तक जांचना और प्रखना चाहिए | Read more… नाजी सलाम' विवाद

नाजी सलाम’ विवाद

इस घटना का विवरण

जनवरी 2025 मे अमेरिका के वॉशिंगटन डी.सी. के कैपिटल वन एरिना में डोनाल्ड ट्रंप के शपथ उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया, इस शपथ समारोह में एलन मस्क ने मंच पर अपना भाषण दिया |

तथा इस भाषण के दौरान मस्त में अपने दाहिने हाथ से अपने हृदय को छुआ और उसको ऊपर उठाया कुछ लोगों को यह इशारा नाजी जर्मनी तानाशाह एडोल्फ हिटलर के नाजी सेल्यूट के जैसा लगा

एलन मस्क के इस इशारे की एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गई कई लोगों ने इसे फासीवादी प्रतीक करार दिया जबकि अन्य ने इसे केवल एक सामान्य अभिवादन माना है |

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया

मास की इस घटना ने सोशल मीडिया पर एक तूफान पर खड़ा कर दिया है |

1. आलोचक

मस्क के इशारों को नाजी सेल्यूट की तरह मानने वालो ने बहुत ही प्रक्रिया दी और मस्क को फासीवादी विचारधारा का समर्थन करने का प्रतीक बताया है |

• डेमोक्रेटिक के नेता अलेक्जेंड्रिया ओकासियो कोटेज ने कहा मक्स द्वारा मंच पर किया गया यह इशारा स्पष्ट रूप से एक हिटलर शैली कभी सलूट है तथा इसे नज़र अंदाज नहीं किया जा सकता है |

नाजी सलाम’ विवाद

2. समर्थक

मस्त के समर्थकों ने इसे एक सामान्य धन्यवाद यह हार्दिक अभिवादन कहां है.

• कुछ लोगों ने भी उनके खिलाफ षड्यंत्र करार दिया और कहा के इस मामले को बेवजह ही बड़ा बनाया जा रहा है.

• फ्लावर्स मस्क की छवि को बचाते हुए कहा यह इशारा केवल एक विचारों के अभिव्यक्ति का हिस्सा था |

एलन मस्क की प्रतिक्रिया

इस विवाद पर मास्क ने सीधे प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा अगर मैं सच कहूं तो उन्हें बेहतरीन गंदे ट्रिक की भी जरूरत है हर कोई हिटलर है यह वाला हमला भी थक हो चुका है |

यह बयान उनके आलोचकों को ध्यान में रखते हुए का दिया तथा मास्क ने कहा कि उनके हर कार्य को एक गलत तरीके से पेश किया जा रहा है |

मीडिया की भूमिका

मास के इस विवाद में मीडिया की भूमिका भी बहुत महत्वपूर्ण रही है सभी समाचार पत्र और सभी चैनलों, सभी पोर्टल मैं इस घटना को बहुत अच्छे तरीके से कवर किया है |

1. समर्थक और विरोधी पत्रकारिता :

• कुछ समाचार पोर्टल और चैनलों ने मास्क के इस इशारे को नाजी सेल्यूट करार दिया है |

• ओर सभी ने इसे अनावश्यक विवाद के रूप में देखा और कहां की मीडिया मक्स के हर कदम को बढ़ा चढ़ा कर पेश करती है |

2. वायरल वीडियो का प्रभाव :

मस्क इस घटना का वीडियो बहुत तेजी से वायरल हुआ तथा कुछ भी घंटे में इसे लाखों लोगों ने भी देखा इससे यह विवाद ओर भी गहरा हो गया |

इतिहास का संदर्भ

नाजी सेल्यूट को सींग हाइल भी कहा जाता है यह नाजी जर्मनी का प्रतीक 20वीं सदी के मध्य में था | यह सेल्यूट फासीवादी विचारधारा और हिटलर के प्रति निष्ठा व्यक्त करता है और आज इसी कारण से एक विवादस्पद ओर संवेदनशील के प्रतिरूप में देखा |

इस इशारे की तुलना एलन मस्क के सेल्यूट किए जाने यह कारण यह मामला और भी गंभीर हो गया |

सरकारी दृष्टिकोण

मस्त के इस विवाद पर सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है, हालांकि इस विवाद पर कुछ सरकारी अधिकारियों ने नाम ने बताने की शर्त पर कहा की सार्वजनिक हस्तियों को अपने कार्यों के प्रति अधिक सतर्क रहना चाहिए |

क्योंकि उनके इशारे समझ पर कुछ व्यापक प्रभाव डाल सकते हैं |

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सार्वजनिक हस्तियों की जिम्मेदारियां

मक्स की इस घटना ने एक बार फिर प्रश्न उठाया की सार्वजनिक हस्तियां अपने शब्दों और कार्यों को लेकर कितनी सतर्क होनी चाहिए |

1. अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बनाम सामाजिक जिम्मेदारी :

• सभी सार्वजनिक हस्तियों के पास एक अपनी अभिव्यक्ति के स्वतंत्रता होती है लेकिन उनके कार्यों का समाज पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है | Click here…

• तथा ऐसे में उनके जिम्मेदारी है कि वे किसी भी विवादास्पद कार्य के बयान से बचे |

2. गलत फहमी का खतरा

इस घटना में मस्क का यह इशारा चाहे अनजाने में हुआ हो कुछ वर्गों में समाज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है लेकिन यह घटना बताती है कि सार्वजनिक मंच पर यह इशारा कार्य या शब्द कितने बड़े विवाद का कारण बन सकते हैं |

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