मोनी अमावस्या का रहस्य: जानें इस दिन का पौराणिक महत्व और उपाय!

मोनी अमावस्या का अपना पौराणिक महत्व हैं मोनी अमावस्या को 'मौन अमावस्या' भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है इस दिन मौन व्रत धारण करना  आत्मशुद्धि और आध्यात्मिक उन्नति के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है

मोनी अमावस्या के दिन भगवान सूर्य की पूजा करने से सुख-समृद्धि और आरोग्य की प्राप्ति होती है।

मोनी अमावस्या के दिन तिल, अन्न, वस्त्र की दक्षिणा का दान करने से कई जन्मों के पाप कट जाते हैं और पितरों की तृप्ति होती है।

मोनी अमावस्या के दिन मौन रहने से मन की शुद्धि होती है और आत्मचिंतन का अवसर मिलता है, जिससे मानसिक शांति प्राप्त होती है

मोनी अमावस्या को पितरों के निमित्त तर्पण और पिंडदान करने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है

मोनी अमावस्या के दिन गुप्त रूप से दान करने को विशेष पुण्यकारी माना जाता है, जिससे मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं

मोनी अमावस्या के दिन ग्रहों दोषों की नकारात्मक ऊर्जा को शांत करने के लिए हवन, मंत्र जाप और साधना करना शुभ होता है

मोनी अमावस्या के दिन काले तिल, गुड़ और उड़द दान करने से आर्थिक संकट दूर होते हैं और घर में समृद्धि आती है