Daily Current Affairs with Positive Impact! Smart बनो, Updated रहो |
प्रश्न 1: जीवामृत का प्रमुख लाभ क्या है?
A. फसलों की वृद्धि को रोकता है
B. मृदा की उर्वरता को बढ़ाता है
C. केवल पानी की बचत करता है
D. कीटनाशक का कार्य करता है
उत्तर: B. मृदा की उर्वरता को बढ़ाता है
विस्तृत उत्तर: जीवामृत एक जैविक उर्वरक है जो मिट्टी में सूक्ष्मजीवों की संख्या बढ़ाता है और प्राकृतिक तरीके से मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाता है, जिससे भूमि की उत्पादकता में सुधार होता है।
प्रश्न 2: जीवामृत के नियमित उपयोग से कौन-सी भूमि उपजाऊ बन सकती है?
A. दलदली भूमि
B. रेतीली भूमि
C. बंजर भूमि
D. पथरीली भूमि
उत्तर: C. बंजर भूमि
विस्तृत उत्तर: जीवामृत में मौजूद लाभकारी जीवाणु और पोषक तत्व बंजर भूमि की जैविक गतिविधियों को पुनर्जीवित कर उसे उपजाऊ बनाने में सहायता करते हैं।
प्रश्न 3: जीवामृत पौधों को कौन-से तत्व प्रदान करता है?
A. केवल जल
B. कीटनाशक रसायन
C. आवश्यक पोषक तत्व और ऊर्जा
D. हार्मोन
उत्तर: C. आवश्यक पोषक तत्व और ऊर्जा
विस्तृत उत्तर: जीवामृत में गोबर, गोमूत्र, गुड़ और बेसन जैसे घटक मिलाकर तैयार किया जाता है, जो पौधों को आवश्यक पोषक तत्व और ऊर्जा प्रदान करते हैं जिससे उनकी वृद्धि तेज होती है।
प्रश्न 4: जीवामृत का उपयोग किस मंत्रालय के अंतर्गत प्रोत्साहित किया जा रहा है?
A. स्वास्थ्य मंत्रालय
B. गृह मंत्रालय
C. कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय
D. पर्यावरण मंत्रालय
उत्तर: C. कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय
विस्तृत उत्तर: यह योजना भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत किसानों को जैविक खेती की ओर प्रेरित करने के लिए चलाई जा रही है।
प्रश्न 5: निम्न में से कौन-सा जीवामृत के लाभों में नहीं आता?
A. फसलों की गुणवत्ता में सुधार
B. कीट नियंत्रण
C. भूमि की उत्पादकता में वृद्धि
D. मिट्टी को क्षारीय बनाना
उत्तर: D. मिट्टी को क्षारीय बनाना
विस्तृत उत्तर: जीवामृत का उद्देश्य मिट्टी की उर्वरता बढ़ाना है, न कि उसे क्षारीय या अम्लीय बनाना। यह मिट्टी के जैविक गुणों को संतुलित करता है, जिससे उपज बेहतर होती है।

प्रश्न 6: “कृषि-क्लिनिक और कृषि-व्यवसाय केंद्र (एसी एंड एबीसी) योजना” का मुख्य उद्देश्य क्या है?
A) किसानों को मुफ्त खाद देना
B) कृषि संबंधित सेवाओं का निजीकरण करना
C) कृषि विस्तार सेवाओं को सुदृढ़ करना और प्रशिक्षित युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना
D) किसानों को नौकरी प्रदान करना
उत्तर: C
विस्तृत उत्तर: इस योजना का उद्देश्य है कि निजी स्तर पर कृषि विस्तार सेवाओं को बढ़ावा दिया जाए और कृषि एवं उससे संबंधित विषयों में प्रशिक्षित युवाओं को लाभकारी स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएं। यह योजना किसानों को वैज्ञानिक सलाह और सेवाएं देने में मदद करती है।
प्रश्न 7: एसी एंड एबीसी योजना के अंतर्गत कितने दिनों का उद्यमिता प्रशिक्षण दिया जाता है?
A) 30 दिन
B) 60 दिन
C) 45 दिन
D) 90 दिन
उत्तर: C
विस्तृत उत्तर: इस योजना के तहत 45 दिनों का उद्यमिता (Entrepreneurship) प्रशिक्षण दिया जाता है, जिसमें युवाओं को व्यवसाय शुरू करने, वित्तीय प्रबंधन, तकनीकी जानकारी आदि की जानकारी दी जाती है।
प्रश्न 8: इस योजना में सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए कितने प्रतिशत बैंक क्रेडिट गारंटी और सब्सिडी दी जाती है?
A) 20%
B) 36%
C) 44%
D) 50%
उत्तर: B
विस्तृत उत्तर: एसी एंड एबीसी योजना के तहत सामान्य वर्ग के लिए कुल लागत का 36% तक बैंक ऋण सहायता एवं सब्सिडी दी जाती है।
प्रश्न 9: महिला/अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/पूर्वोत्तर राज्यों के लिए कितनी प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की जाती है?
A) 36%
B) 40%
C) 44%
D) 50%
उत्तर: C
विस्तृत उत्तर: योजना के तहत महिला, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पूर्वोत्तर राज्यों के युवाओं को 44% तक की सब्सिडी एवं बैंक सहायता दी जाती है, ताकि उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद मिल सके।
प्रश्न 10: राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन (NMNF) का मुख्य उद्देश्य क्या है?
A) रासायनिक उर्वरकों का अधिकतम उपयोग
B) कृषि निर्यात को बढ़ाना
C) सतत और रसायन-मुक्त खेती को बढ़ावा देना
D) सिर्फ जैविक खेती को बढ़ावा देना
उत्तर: C) सतत और रसायन-मुक्त खेती को बढ़ावा देना
विस्तृत उत्तर: NMNF का उद्देश्य पारंपरिक कृषि को प्राकृतिक संसाधनों के आधार पर पुनर्जीवित करना है, जिसमें रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का न्यूनतम उपयोग होता है। यह खेती की लागत को कम करके किसानों की आय बढ़ाने का प्रयास करता है।
प्रश्न 11: प्राकृतिक खेती से किस प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं?
A) मृदा की उर्वरता में ह्रास
B) जल की अधिक खपत
C) फसल की गुणवत्ता में सुधार और लागत में कमी
D) फसल उत्पादन में गिरावट
उत्तर: C) फसल की गुणवत्ता में सुधार और लागत में कमी
विस्तृत उत्तर: प्राकृतिक संसाधनों जैसे जीवामृत, गोबर, गोमूत्र आदि के उपयोग से मृदा स्वास्थ्य सुधरता है और उर्वरता बढ़ती है जिससे फसलों की गुणवत्ता बेहतर होती है। साथ ही रासायनिक इनपुट की जगह देसी साधनों का प्रयोग लागत घटाता है।
प्रश्न 12: निम्नलिखित में से कौन-सा राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन का एक प्रमुख लाभ है?
A) उच्च मात्रा में रासायनिक खादों का उपयोग
B) जलवायु परिवर्तन को बढ़ावा देना
C) पर्यावरणीय स्थिरता में वृद्धि
D) कीटनाशकों की मांग बढ़ाना
उत्तर: C) पर्यावरणीय स्थिरता में वृद्धि
विस्तृत उत्तर: प्राकृतिक खेती रासायनिक तत्वों से मुक्त होती है, जिससे न केवल जल, वायु और मृदा प्रदूषण घटता है, बल्कि जैव विविधता भी संरक्षित रहती है। यह पर्यावरण के अनुकूल एक टिकाऊ कृषि पद्धति है।
प्रश्न 13: NMNF मिशन के अंतर्गत किन गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है?
A) केवल फसल उत्पादन
B) केवल पशुपालन
C) कृषि और पशुपालन दोनों का समन्वय
D) केवल निर्यात आधारित उत्पादन
उत्तर: C) कृषि और पशुपालन दोनों का समन्वय
विस्तृत उत्तर: NMNF कृषि के साथ-साथ पशुपालन को भी बढ़ावा देता है क्योंकि गायों से प्राप्त गोबर और मूत्र प्राकृतिक खेती में उपयोगी होते हैं। इससे किसान की आय के अनेक स्रोत विकसित होते हैं।
प्रश्न 14: प्राकृतिक खेती के अंतर्गत कौन से रसायनों का उपयोग किया जाता है?
A) यूरिया और डीएपी
B) फफूंदनाशक और कीटनाशक
C) कोई रसायन नहीं
D) रासायनिक हार्मोन
उत्तर: C) कोई रसायन नहीं
विस्तृत उत्तर: प्राकृतिक खेती में किसी भी प्रकार के रसायनों का उपयोग नहीं किया जाता। इसमें जीवामृत, बीजामृत, घनजीवामृत, वर्मी कम्पोस्ट आदि जैविक विधियों से उत्पादन किया जाता है।
प्रश्न 15. पेमबर्थी गाँव किस राज्य में स्थित है जहाँ की पीतल शिल्पकला प्रसिद्ध है?
A. कर्नाटक
B. आंध्र प्रदेश
C. तेलंगाना
D. तमिलनाडु
उत्तर: C. तेलंगाना
विस्तृत उत्तर: पेमबर्थी गाँव तेलंगाना राज्य के जनगांव ज़िले में स्थित है। यह स्थान पीतल की नक्काशीदार मूर्तियों और हस्तशिल्प के लिए पूरे देश और विदेशों में प्रसिद्ध है।

प्रश्न 16. पेमबर्थी की पीतल शिल्पकला की प्रमुख विशेषता क्या है?
A. सिर्फ धार्मिक मूर्तियाँ बनाना
B. बिना किसी डिजाइन के धातु का उपयोग
C. बारीक नक्काशी और हस्तनिर्मित कलाकृतियाँ
D. केवल औद्योगिक उपयोग के लिए बर्तन बनाना
उत्तर: C. बारीक नक्काशी और हस्तनिर्मित कलाकृतियाँ
विस्तृत उत्तर: यहाँ के कारीगर पीतल पर बारीक नक्काशी करके धार्मिक मूर्तियाँ, सजावटी कलाकृतियाँ और बर्तन बनाते हैं। यह कला पीढ़ियों से पारंपरिक रूप से चली आ रही है।
प्रश्न 17. पेमबर्थी गाँव की पीतल शिल्पकला किस राजवंश की समृद्ध विरासत से जुड़ी हुई मानी जाती है?
A. चालुक्य
B. काकतीय
C. विजयनगर
D. होयसला
उत्तर: B. काकतीय
विस्तृत उत्तर: पेमबर्थी की शिल्पकला को काकतीय राजवंश की विरासत से जोड़ा जाता है। काकतीय शासनकाल में कला और संस्कृति को बहुत बढ़ावा मिला था।
प्रश्न 18. पेमबर्थी की पीतल की कलाकृतियों की आज सबसे बड़ी विशेषता क्या है?
A. केवल घरेलू बाजार में सीमित हैं
B. केवल धार्मिक प्रयोगों तक सीमित हैं
C. अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में निर्यात होती हैं
D. मशीनों से बनाई जाती हैं
उत्तर: C. अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में निर्यात होती हैं
विस्तृत उत्तर: आज पेमबर्थी की कलाकृतियाँ सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी निर्यात होती हैं और वहाँ के घरों और कला दीर्घाओं की शोभा बढ़ाती हैं।
प्रश्न 19. पेमबर्थी की पीतल शिल्पकला स्थानीय ग्रामीणों के लिए क्या महत्व रखती है?
A. केवल सांस्कृतिक महत्व
B. धार्मिक पहचान
C. रोज़गार और जीवनयापन का साधन
D. पर्यटन को बढ़ावा देने का साधन
उत्तर: C. रोज़गार और जीवनयापन का साधन
विस्तृत उत्तर: पीतल शिल्पकला पेमबर्थी गाँव के ग्रामीणों की आजीविका का प्रमुख साधन रही है। यह कला पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है और गाँव के आर्थिक जीवन का आधार है।
प्रश्न 20: NSAP योजना के संक्षेपाक्षर में “S” का क्या अर्थ है?
A) Security
B) Social
C) Scheme
D) Support
उत्तर:
B) Social
विस्तृत उत्तर: NSAP (National Social Assistance Programme) भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण सामाजिक सुरक्षा योजना है, जो गरीबों और कमजोर वर्गों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है। इसका उद्देश्य बुजुर्गों, विधवाओं और दिव्यांगों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
इस योजना का पूरा नाम है:
National Social Assistance Programme
National – राष्ट्रीय
Social – सामाजिक
Assistance – सहायता
Programme – कार्यक्रम
यह योजना Ministry of Rural Development द्वारा चलाई जाती है और 1995 में शुरू की गई थी।
“S” का अर्थ है “Social”, क्योंकि यह योजना समाज के कमजोर वर्गों को सहायता देने के लिए है। यह सामाजिक न्याय और समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्रश्न 21. ई-सरस पोर्टल किस मंत्रालय के अंतर्गत आता है?
A. सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय
B. ग्रामीण विकास मंत्रालय
C. महिला एवं बाल विकास मंत्रालय
D. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय
उत्तर: B. ग्रामीण विकास मंत्रालय
विस्तृत उत्तर: ई-सरस पोर्टल ग्रामीण विकास मंत्रालय के तहत कार्य करता है। इसे ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा देने और SHG महिलाओं के उत्पादों को ऑनलाइन बाज़ार तक पहुँचाने के लिए लॉन्च किया गया था।
प्रश्न 22. ई-सरस पोर्टल की शुरुआत किस वर्ष में की गई थी?
A. 2019
B. 2020
C. 2021
D. 2022
उत्तर: D. 2022
विस्तृत उत्तर: ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को डिजिटल बाज़ार में लाने के लिए वर्ष 2022 में ई-सरस पोर्टल की शुरुआत की गई थी।
प्रश्न 23. ई-सरस पोर्टल किस योजना के अंतर्गत कार्य करता है?
A. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना
B. मनरेगा
C. दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन
D. प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना
उत्तर: C. दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन
विस्तृत उत्तर: यह योजना SHG महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई थी और ई-सरस पोर्टल इसके अंतर्गत बनाया गया है।
प्रश्न 24. ई-सरस पोर्टल के माध्यम से अब तक कितने उत्पादों की बिक्री हो चुकी है?
A. 10 लाख
B. 20 लाख
C. 34 लाख
D. 50 लाख
उत्तर: C. 34 लाख
विस्तृत उत्तर: पोस्टर के अनुसार अब तक 34 लाख से अधिक उत्पादों की बिक्री हो चुकी है, जो इसकी लोकप्रियता और प्रभाव को दर्शाता है।
प्रश्न 25. ई-सरस पोर्टल से कितने राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों को जोड़ा गया है?
A. 20
B. 25
C. 28
D. 30
उत्तर: D. 30
विस्तृत उत्तर: भारत के 30 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इस पोर्टल से जोड़ा गया है ताकि अधिक से अधिक SHGs को लाभ मिल सके।
प्रश्न 26. SHG द्वारा बनाए गए उत्पादों में क्या-क्या शामिल होते हैं?
A. केवल कृषि उत्पाद
B. केवल हस्तशिल्प
C. हस्तशिल्प, गृह सज्जा, परिधान आदि
D. केवल कपड़े
उत्तर: C. हस्तशिल्प, गृह सज्जा, परिधान आदि
विस्तृत उत्तर: SHGs द्वारा बनाए गए उत्पादों में कई प्रकार की वस्तुएँ होती हैं जैसे – हस्तशिल्प, घरेलू सज्जा, कपड़े, खाने-पीने की वस्तुएँ आदि।
प्रश्न 27. Patgaon गाँव को किस क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए पहचान मिली है?
A. जैविक खेती
B. शहद उत्पादन और सतत मधुमक्खी पालन
C. जल संरक्षण
D. हस्तशिल्प निर्माण
उत्तर: B. शहद उत्पादन और सतत मधुमक्खी पालन
विस्तृत उत्तर: Patgaon गाँव को “Honey Village” के रूप में जाना जाता है। यह गाँव शहद उत्पादन में उत्कृष्ट है और यहाँ सतत (sustainable) मधुमक्खी पालन (beekeeping) की परंपरागत तकनीकों का उपयोग होता है।
इन तकनीकों ने न केवल पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखा है, बल्कि स्थानीय आजीविका के साधन को भी मजबूत किया है।
प्रश्न 28. Patgaon को हाल ही में किस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है?
A. स्वच्छ भारत अवार्ड
B. बेस्ट इको-टूरिज्म स्पॉट
C. बेस्ट रूरल टूरिज्म विलेज (ब्रॉन्ज अवार्ड)
D. ग्राम उदय पुरस्कार
उत्तर: C. बेस्ट रूरल टूरिज्म विलेज (ब्रॉन्ज अवार्ड)
विस्तृत उत्तर: Patgaon ने अपनी ग्रामीण पर्यटन, पारंपरिक जीवनशैली और टिकाऊ आर्थिक मॉडल के कारण “बेस्ट रूरल टूरिज्म विलेज” श्रेणी में ब्रॉन्ज पुरस्कार जीता है।
यह सम्मान उन गाँवों को दिया जाता है जो पर्यटन के माध्यम से आर्थिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देते हैं।
प्रश्न 29. Patgaon को “मॉडल विलेज” क्यों कहा जाता है?
A. वहां के उच्च तकनीकी खेती के कारण
B. ग्रामीण पर्यटन और पारंपरिक जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए
C. शिक्षा में उत्कृष्टता के कारण
D. उद्योगों की अधिकता के कारण
उत्तर: B. ग्रामीण पर्यटन और पारंपरिक जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए
विस्तृत उत्तर: Patgaon को एक मॉडल विलेज माना जाता है क्योंकि यह ग्रामीण पर्यटन (rural tourism) और पारंपरिक आजीविका जैसे मधुमक्खी पालन को एकीकृत कर एक संतुलित और सतत विकास मॉडल प्रस्तुत करता है।
यहाँ स्थानीय समुदाय पर्यटकों को अपने जीवन से जोड़कर संस्कृति और आय दोनों को बढ़ावा देते हैं।
प्रश्न 30. Patgaon गाँव का विकास किन दो प्रमुख क्षेत्रों के सम्मिलन पर आधारित है?
A. कृषि और उद्योग
B. शिक्षा और स्वास्थ्य
C. पर्यटन और पारंपरिक आजीविका
D. जल संरक्षण और हरित ऊर्जा
उत्तर: C. पर्यटन और पारंपरिक आजीविका
विस्तृत उत्तर: Patgaon में पर्यटन और पारंपरिक मधुमक्खी पालन एक साथ चल रहे हैं। यह मॉडल दर्शाता है कि कैसे पर्यटकों को ग्रामीण जीवन का अनुभव कराते हुए स्थानीय समुदाय की आर्थिक स्थिति भी मजबूत की जा सकती है।
प्रश्न 31. Patgaon मॉडल किस प्रकार की स्थिरता को बढ़ावा देता है?
A. केवल आर्थिक स्थिरता
B. केवल सांस्कृतिक स्थिरता
C. आर्थिक और सांस्कृतिक स्थिरता
D. केवल सामाजिक स्थिरता
उत्तर: C. आर्थिक और सांस्कृतिक स्थिरता
विस्तृत उत्तर: Patgaon में पारंपरिक मधुमक्खी पालन, शहद उत्पादन और पर्यटन के माध्यम से आर्थिक आय हो रही है, वहीं ग्रामीण जीवनशैली, संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित कर सांस्कृतिक स्थिरता भी सुनिश्चित की जा रही है। इस तरह यह गाँव आर्थिक और सांस्कृतिक स्थिरता का एक उदाहरण बन गया है।
Related
Discover more from News & Current Affairs ,Technology
Subscribe to get the latest posts sent to your email.