प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी में किया हरित जल मार्ग पहल का उद्घाटन
Table of the Post Contents
Toggleउत्तर प्रदेश के वाराणसी में किया हरित जल मार्ग पहल का उद्घाटन, बीते दिनों भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी में पहले हरित जल मार्ग पहल का उद्घाटन किया है |
तथा तूतीकोरिन में 10,324 करोड रुपए की अलग-अलग योजनाओं का अनावरण करते हुए सीएसएल नामक कंपनी के द्वारा निर्मित भारत के पहले स्वदेशी हाइड्रोजन ईंधन सेल जहाज को हरी झंडी भी दिखाई. और जाने

• भारत हुआ अंतरराष्ट्रीय समुद्री संगठन परिषद के लिए फिर से निर्वाचित: बीते दिनों हुए चुनावो में भारत ने सबसे ज्यादा वोटो के साथ जीत दर्ज की और द्विवार्षिक 2024 – 25 के लिए फिर से अंतरराष्ट्रीय समुद्री संगठन परिषद के अंदर अपने पद की गरिमा को फिर से बरकरार रखा है.
• गुजरात में संपन्न हुई वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिति 2024: बीते दिनों गुजरात के गांधीनगर में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 का आयोजन किया गया था जिसके दौरान 30,000 करोड़ से ज्यादा धन के आवंटन को लेकर हुए समझौताे पर हस्ताक्षर हुए है.

भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच यूरोपीय आर्थिक गलियारे को लेकर समझौता
भारत और संयुक्त अरब अमीरात भारत मध्य यूरोपीय आर्थिक गलियारे के सशक्तिकरण को लेकर तथा उसके संचालन को लेकर महत्वपूर्ण समझौते पर सहमत हुए है.
दोनों राष्ट्रों के बीच यह एक अंतर सरकारी फ्रेमवर्क समझौता है जिसका मुख्य उद्देश्य बंदरगाह हो समुद्री और रसद क्षेत्र में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय समझौताे को आर्थिक रूप से मजबूत करना है.
बंदरगाह, जहाजरानी और जल मार्ग मंत्रालय के द्वारा जारी की गई मैरिटाइम इंडियन विजन 2030
मैरिटाइम इंडिया विजन 2030 और मेरे टाइम अमृत काल विज़न 2047 को व्यापक रूप से सूचीबद्ध करते हुए विभिन्न उद्देश्यों की निगरानी के साथ इस फ्रेमवर्क को प्रस्तुत किया गया है |
तथा इसके लिए कार्यान्वयन थीम को केंद्रीय करण का रूप देकर इस बात पर मुख्य रूप से जोर दिया गया है कि 20 से अधिक विकसित भारत संकल्प सेल और नील अर्थ विजन का गठन तथा कार्यान्वयन किया गया है.
• देश में बढ़ते क्रूज पर्यटन की जबरदस्त मांग: देश में बढ़ रही क्रूज पर्यटन की मांग को लेकर भी केंद्र सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं जिसके लिए केंद्र सरकार ने देश में क्रूज पर्यटन की जबर्दस्त क्षमता को बढ़ाने हेतु मुंबई पोर्ट अथॉरिटी से “क्रूज भारत मिशन “ को लांच किया है.
बंदरगाह, जहाजरानी और जल मार्ग मंत्रालय के लिए ब्रांड एंबेसडर
मंत्रालय ने एंबेसडर के रूप में पेरिस ओलंपिक में निशानेबाजी में दो ओलंपिक विजेता हरियाणा राज्य की मनु भाकर को एंबेसडर के रूप में नियुक्त किया है.

• दिसंबर 2024 में बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय के द्वारा पहली बार भारत समुद्री विरासत कांक्लेव 2024 का आयोजन: भारत के उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ के द्वारा दिसंबर 2024 में पहली बार भारत समुद्री विरासत कांक्लेव 2024 का सफल आयोजन किया गया.
Note : केंद्रीय मंत्रिमंडल ने साल 2020-21 से 2025 – 26 तक के लिए भारत के प्रमुख बंदरगाहो के व्यवस्थिति करण के लिए केंद्र सरकार ने पीएलआर योजना के प्रस्ताव को मंजूरी दी है.
• लोथल में राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर के विकास को लेकर मंजूरी : केंद्र सरकार के द्वारा गुजरात के लोथल में राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिषद के विकास को लेकर मंजूरी दी गई है जिसके द्वारा भारत के समृद्ध समुद्री इतिहास, विरासत और समुद्री शक्ति के रूप में एक नई रणनीति को पैदा करना तथा वैश्विक स्तर पर बन रहे संग्रहालय के रूप में भारत में एक नई विरासत को जन्म देना है.
• भारत के प्रमुख बंदरगाहों के आधुनिकीकरण के लिए परियोजनाएं के लिए आवंटित राशि : केंद्र सरकार के द्वारा भारत के 98 बंदरगाहों के आधुनिकीकरण के लिए चलाई गई कई परियोजनाएं अभी तक पूरी तरीके से संपन्न हो चुकी है जिसके लिए कुल लागत 32000 करोड रुपए से अधिक का बताया जा रहा है, जिससे भारत की वार्षिक बंदरगाह क्षमता 230 एमटीपीए से अधिक हो चुकी है.

• भारत की कार्गो प्रबंधन क्षमता : केंद्र सरकार के अनुसार भारत के प्रमुख बंदरगाहों पर कार्गो प्रबंधन क्षमता पिछले दशक की तुलना में दोगुनी होकर मार्च 2024 तक 1,630 एमटीपीए तक पहुंच गई है जबकि पिछले दशक की बात करें तो 2014 में यह क्षमता 800.5 एमटीपीए ही थी.
•वधावन बंदरगाह का शिलान्यास
भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा गुजरात के वधावन में वधावन बंदरगाह की आधारशिला रखी, जिसके शिलान्यास से भारत के समुद्री और बंदरगाह बुनियादी ढांचे को आर्थिक रूप से मजबूती मिली.
यह बंदरगाह बुनियादी ढांचे में सुधार हेतु रसद क्षमता को बढ़ाने में और मुख्य रूप से पश्चिम क्षेत्र में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान देगा.

विश्व बैंक की रिपोर्ट में भारत के बंदरगाहों की स्थिति
2023 में जारी की गई विश्व बैंक की सीपीपीआई रिपोर्ट के अनुसार भारत के 10 बंदरगाहों ने वैश्विक तौर पर विश्व के शीर्ष 100 बंदरगाहों में जगह बनाई है.

शाहिद बेहिस्ती पोर्टल टर्मिनल चाबहार के विकास को लेकर समझौता
भारत की सार्वजनिक कंपनी इंडिया पार्ट ग्लोबल लिमिटेड (आईपीजीएल ) और ईरान के बंदरगाह और समुद्र संगठन के बीच शाहिद बेहिस्ती पोर्टल टर्मिनल के विकास को लेकर दीर्घकालिक अनुबंध पर हस्ताक्षर हुए हैं.

भारत और श्रीलंका के बीच शुरू हुई अंतरराष्ट्रीय यात्री फेरी सेवा
दोनों राष्ट्रों के बीच क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए और पर्यटन को सुचारू रूप से बढ़ावा देने के लिए भारत और श्रीलंका के बीच नागपट्टनम ( भारत ) और कांकेसंथुराई (श्रीलंका ) 40 सालों के बाद फिर से अंतरराष्ट्रीय यात्री फेरी सेवा शुरू हुई है.

भारत मालदीव शिपिंग सेवा का उद्घाटन
माननीय बंदरगाह, जहाजरानी और जल मार्ग राज्य मंत्री ने वीओसी पोर्ट, तूतीकोरिन से भारत और मालदीव के बीच एमवी एमएसएस गैलेना को हरी झंडी दिखाई. जो अपनी तरह की पहली अंतर्राष्ट्रीय शिपिंग सेवा होगी.
क्या है सागर मंथन ?
नवंबर 2023 में बंदरगाह, जहाजरानी और जल मार्ग मंत्रालय ने ऑब्जर्वर्स रिसर्च फाउंडेशन के सहयोग से सागर मंथन के नाम से ” सागर मंथन द ग्रेट ओशियन डायलॉग ” का आयोजन किया, इस आयोजन में दुनिया भर के 60 से अधिक देशों के 1700 से ज्यादा प्रतिभागी शामिल हुए.
• क्या है गंगेज क्वीन ?
भारत के कोलकाता राज्य में पहली बार अंतर्देशीय जल मार्ग विकास परिषद की बैठक को एक जहाज गंगेज क्वीन पर आयोजित किया गया जिसको उद्देश्य अंतर्देशीय जलमार्ग की क्षमता और व्यवहार्ता को बढ़ावा देना |
तथा देश के आर्थिक विकास और वाणिज्यिक माध्यम को मजबूरी देते हुए को मजबूती देते हुए अंतर्देशीय जलमार्ग को सक्षम और रिवर क्रूज पर्यटन को विकसित करना है जिसके लिए करीब 45,000 करोड रुपए की राशि आवंटित की गई है.
Note : क्या है कार्गो प्रमोशन योजना ?
माननीय बंदरगाह, जहाजरानी और जल मार्ग राज्य मंत्री जी के द्वारा कार्गो मालिकों के द्वारा अंतर्देशीय जलमार्ग परिवहन के क्षेत्र को बढ़ावा देते हुए कार्गो की आवाजाही को निर्धारित करने के लिए बांग्लादेश के माध्यम से एनडब्लू -1 और एनडब्लू -2 और एनडब्लू -16 को प्रोत्साहित करने के लिए 35% राशि का आवंटन किया गया है.
Note : अंतर्देशीय जलमार्ग आधारित माल ढुलाई वर्तमान दृश्य:
पिछले दशक के मुकाबले वित्त वर्ष 2024 में अंतर्देशीय जलमार्ग आधारित ढुलाई का कारोबार बढ़कर 133.03 एमएमटी हो गया है जो कि वित्त वर्ष 2014 से 7 गुना ज्यादा है जबकि यह कारोबार 2014 में 18.1एमएमटी था. Click Here
