BES Expo 2025: मीडिया में AI का सृजन, सहयोग और कमाई में क्रांतिकारी प्रभाव
भूमिका: भारत का सबसे बड़ा ब्रॉडकास्ट टेक सम्मेलन
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!नई दिल्ली, 3 जुलाई 2025। जैसे ही सूरज प्रगति मैदान की छतों पर चमका, भारत के सूचना और प्रसारण मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने BES EXPO 2025 का उद्घाटन किया — एक ऐसा सम्मेलन जो न केवल तकनीकी विकास को दर्शाता है, बल्कि भारत के मीडिया भविष्य को भी आकार देता है। इस वर्ष का विषय था:
> “AI के माध्यम से मीडिया परिदृश्य में परिवर्तन: सृजन, सहयोग और मुद्रीकरण”
यह सिर्फ एक थीम नहीं थी — यह भारत के मीडिया इकोसिस्टम के लिए एक स्पष्ट दिशा थी।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: मीडिया के लिए नया युग
AI अब सिर्फ रोबोट या चैटबॉट तक सीमित नहीं है। मीडिया में इसका उपयोग आज ऑटोमेटिक वीडियो एडिटिंग, रियल-टाइम न्यूज़ जनरेशन, वॉयस टू टेक्स्ट कन्वर्ज़न, और ट्रेंड-आधारित कंटेंट प्लानिंग तक पहुँच चुका है।
BES EXPO 2025 ने दिखाया कि AI न केवल काम आसान करता है, बल्कि कंटेंट को तेज़, अधिक सटीक और दर्शकों के अनुकूल भी बनाता है।
सृजन (Create): एक नया कंटेंट ब्रह्मांड
कंटेंट क्रिएटर्स के लिए अब टेक्नोलॉजी सिर्फ टूल नहीं रही, बल्कि सह-कलाकार बन चुकी है।
उदाहरण:
AI-Generated न्यूज़ बुलेटिन: जहाँ आवाज़, वीडियो और स्क्रिप्ट AI द्वारा बनाए गए थे।
वॉयस-क्लोनिंग: पत्रकारों की आवाज़ों को रियल-टाइम में विभिन्न भाषाओं में बदलते देखा गया।
स्मार्ट कैमरा सिस्टम्स: जो खुद-ब-खुद एंगल्स और शॉट्स सेट करते हैं।
बीईएस एक्सपो में क्रिएट का मतलब था—कल्पना को तकनीक से जोड़ना।
सहयोग (Collaborate): क्रिएटिविटी को जोड़ने का प्लेटफॉर्म
मीडिया अब अकेले का खेल नहीं रहा। OTT प्लेटफॉर्म्स, न्यूज़ हाउसेज़, रेडियो ब्रॉडकास्टर्स और सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर्स ने BES EXPO में मिलकर ऐसी संभावनाएँ खोजीं, जो अब तक अकल्पनीय थीं।
हाइलाइट्स:
AI-सपोर्टेड Co-Creation Platforms: जिसमें एक साथ कई लेखक लाइव लिखते हैं।
इंटरनेशनल पार्टनरशिप्स: जापान, जर्मनी, अमेरिका से प्रतिनिधि उपस्थित थे।
वर्चुअल स्टूडियो: जो दूर-दराज़ के क्रिएटर्स को जोड़ते हैं।
मुद्रीकरण (Monetize): AI से कमाई का नया तरीका
AI केवल सृजन में मदद नहीं करता, वह कमाई भी बढ़ाता है।
BES EXPO में चर्चा में रहे मॉडेल:
AI-Based Ad Targeting: दर्शकों की पसंद को समझ कर विज्ञापन दिखाना।
कंटेंट सब्सक्रिप्शन ऑटोमेशन: दर्शकों के व्यवहार के आधार पर सब्सक्रिप्शन स्कीम बदलना।
डेटा-ड्रिवेन न्यूज़ लेबलिंग: जो SEO और SERP में फायदा देता है।

प्रदर्शनी: इनोवेशन का मंच
प्रदर्शनी हॉल में 100+ कंपनियाँ और स्टार्टअप्स ने अपने इनोवेशन प्रदर्शित किए:
प्रदर्शक नवाचार
SARVAM AI वॉयस‑टू‑टेक्स्ट सिस्टम
DeepSync AI रेडियो शो क्रिएटर
Panasonic Smart AI कैमरा
मंत्री अश्विनी वैष्णव का दृष्टिकोण
अपने भाषण में श्री अश्विनी वैष्णव ने कहा:
> “AI भारत की मीडिया शक्ति को वैश्विक बनाएगा। हमारे अपने मॉडल्स, हमारे अपने डेटा और हमारे अपने मूल्य होंगे।”
उनकी घोषणा के अनुसार:
भारत जल्द ही ओपन-सोर्स भारतीय AI मॉडल लाएगा।
नए GPU क्लस्टर स्थापित किए जाएँगे जो कंटेंट AI प्रोसेसिंग के लिए होंगे।
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिएटिव टेक्नोलॉजी (IICT) की शुरुआत होगी।
कार्यशालाएं और प्रशिक्षण
BES EXPO 2025 में युवा छात्रों और प्रोफेशनल्स के लिए 25 से ज़्यादा कार्यशालाएं रखी गईं:
AI स्क्रिप्ट राइटिंग वर्कशॉप
ऑडियो प्रोसेसिंग टूल्स सत्र
साइबर एथिक्स और फेक न्यूज़ कंट्रोल सेमिनार
चुनौतियाँ और समाधान
हर टेक्नोलॉजी के साथ चुनौतियाँ आती हैं:
चुनौती समाधान
फेक न्यूज़ फैलाव AI आधारित फैक्ट-चेकर्स
जॉब लॉस डर Re-skilling प्रोग्राम
प्राइवेसी मुद्दे डिजिटल नियमन और नागरिक शिक्षा
भविष्य की दिशा
AI और मीडिया का संगम भारत को कहाँ ले जाएगा?
टियर-2 शहरों में लोकल मीडिया AI से सशक्त होगा
छोटे यूट्यूबर्स को बड़ा प्लेटफॉर्म मिलेगा
AI-ड्रिवन न्यूज चैनल आने की संभावना
सम्मान और पुरस्कार: नवाचार को सलामी
BES Expo 2025 के अंत में “AI Media Excellence Awards” का आयोजन हुआ जिसमें उन मीडिया हाउसेज़ और स्टार्टअप्स को सम्मानित किया गया जिन्होंने:
AI को लोकतांत्रिक रूप से उपयोग किया।
कम संसाधनों में उच्च गुणवत्ता का कंटेंट तैयार किया।
मीडिया में डेटा-संचालित पारदर्शिता लाने का प्रयास किया।
कुछ प्रमुख विजेता:
बेस्ट स्टार्टअप इन इनोवेटिव AI-बेस्ड कंटेंट क्रिएशन: NeuroCast India
बेस्ट ब्रॉडकास्ट इंटीग्रेशन ऑफ AI: DD News
यूथ इनोवेशन अवार्ड: आकाशवाणी के युवा रेडियो आर्टिस्ट्स टीम
इन पुरस्कारों ने AI की शक्ति को रचनात्मकता और सामाजिक जिम्मेदारी से जोड़ने वाले प्रयासों को मान्यता दी।
सामाजिक प्रभाव और जनभागीदारी
BES EXPO 2025 केवल एक तकनीकी इवेंट नहीं था, बल्कि एक जन-संचार जनांदोलन की शुरुआत भी था। ग्रामीण भारत से आए युवाओं, सामुदायिक रेडियो स्टेशनों, महिला मीडिया उद्यमियों और दृष्टिबाधित AI स्टार्टअप्स को भी मंच मिला।
विशेष उदाहरण:
दृष्टिबाधित युवक ने AI की मदद से पॉडकास्ट चैनल शुरू किया।
एक ग्रामीण महिला पत्रकार ने voice-to-text सिस्टम के ज़रिए डिजिटल समाचार पत्र निकाला।
इससे यह संदेश स्पष्ट हुआ कि AI केवल मेट्रो शहरों का उपक्रम नहीं, बल्कि भारत के हर कोने का सपना है।
प्रदर्शनी हाइलाइट्स: तकनीक का रंगमंच
BES EXPO 2025 के Tech Halls में जो चीज़ें सबसे ज्यादा चर्चा में रहीं:
स्टॉल इनोवेशन
SmartStream AI लाइव प्रसारण में real-time subtitle जेनरेशन
Indigenous GPU Cluster (IIT Collaboration) इंडिया में बने GPU सिस्टम
AI Anchor Platform न्यूज़ रूम में ह्यूमन जैसी AI एंकर
इन सबका सीधा मकसद था: मीडिया को तेज, लागत-कुशल और अधिक समावेशी बनाना।
युवाओं के लिए अवसर
छात्र सम्मेलन (Student Conclave):
AI और मीडिया को लेकर छात्रों में बहुत उत्साह देखा गया। BES ने स्कॉलरशिप स्कीम, इंटर्नशिप प्रोग्राम और लाइव प्रोजेक्ट्स की शुरुआत की।
प्रेरणादायक सत्र:
AI में करियर कैसे शुरू करें?
AI मीडिया में नैतिकता की भूमिका
फ्री ओपन-सोर्स टूल्स का इस्तेमाल
छात्रों ने कहा, “ये इवेंट हमारे लिए सिर्फ ज्ञान नहीं, आत्मविश्वास भी लेकर आया।”
नीति और नियमन: सरकार की भूमिका
BES EXPO 2025 में सरकार ने यह स्पष्ट किया कि AI और मीडिया में भारत को केवल उपयोगकर्ता नहीं, निर्माता बनना है।
नीति घोषणाएँ:
AI Content Moderation Board की स्थापना।
MediaGPT जैसी इंडियन भाषा AI मॉडलों को समर्थन।
GPU इंडस्ट्री के लिए विशेष प्रोत्साहन योजना।
श्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि भारत सिर्फ उपभोग नहीं करेगा, बल्कि AI से विश्व को दिशा देगा।

वैश्विक साझेदारियाँ और निवेश की उम्मीद
BES EXPO 2025 ने यह स्पष्ट कर दिया कि अंतरराष्ट्रीय कंपनियाँ भारत को AI मीडिया हब के रूप में देख रही हैं। सम्मेलन के दौरान:
14 से अधिक MoU पर हस्ताक्षर किए गए।
विदेशी कंपनियों ने भारत में AI R&D सेंटर खोलने की घोषणा की।
संयुक्त AI ट्रांजलेशन प्रोजेक्ट्स पर चर्चा हुई।
FAQs:
BES Expo 2025 क्या है?
उत्तर: BES Expo 2025 भारत का प्रमुख ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग सम्मेलन है, जहाँ मीडिया, टेक्नोलॉजी और AI से जुड़े विशेषज्ञ एक साथ आकर नए विचार साझा करते हैं। इसका आयोजन Broadcast Engineering Society द्वारा किया जाता है।
इस वर्ष का विषय क्या था और इसका क्या महत्व है?
उत्तर: इस वर्ष का विषय था – “AI के माध्यम से मीडिया परिदृश्य में परिवर्तन: सृजन, सहयोग और मुद्रीकरण।” इसका मकसद AI के ज़रिए कंटेंट निर्माण, टीमवर्क और कमाई के नए रास्तों को समझना है।
BES Expo 2025 का उद्घाटन किसने किया?
उत्तर: इसका उद्घाटन भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने किया। उन्होंने मीडिया और AI की संभावनाओं पर जोर दिया।
इस सम्मेलन में कौन-कौन सी तकनीकें प्रदर्शित की गईं?
उत्तर: सम्मेलन में AI‑जनरेटेड न्यूज़, वॉयस‑टू‑टेक्स्ट टूल्स, स्मार्ट कैमरा सिस्टम, वर्चुअल एंकर, GPU क्लस्टर्स और मीडिया मॉनिटरींग सॉल्यूशन्स शामिल थे।
क्या यह इवेंट छात्रों और स्टार्टअप्स के लिए फायदेमंद था?
उत्तर: हाँ, इसमें युवाओं के लिए वर्कशॉप, स्कॉलरशिप की घोषणाएँ, इंटर्नशिप ऑफर्स और स्टार्टअप्स को फंडिंग पार्टनर से जोड़ने के मौके भी शामिल थे।
AI मीडिया इंडस्ट्री को कैसे बदल रहा है?
उत्तर: AI कंटेंट क्रिएशन को तेज़, अनुकूल और कम लागत वाला बना रहा है। साथ ही, यह ऑटोमेटेड एडिटिंग, ट्रांसक्रिप्शन और यूज़र-फोकस्ड विज्ञापन को भी संभव बना रहा है।
क्या इसमें कोई पुरस्कार वितरण भी हुआ?
उत्तर: जी हाँ, AI Media Excellence Awards के तहत स्टार्टअप्स, ब्रॉडकास्टर्स और इनोवेटर्स को उनके AI-आधारित कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।
BES Expo में भाग लेने के लिए कैसे पंजीकरण किया जा सकता है?
उत्तर: BES India की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण किया जा सकता है।
BES Expo 2025 से मीडिया का भविष्य क्या प्रतीत होता है?
उत्तर: यह स्पष्ट हुआ कि भारत AI के ज़रिए मीडिया का लोकतंत्रीकरण कर रहा है और छोटे रचनाकारों को वैश्विक मंच पर लाने में सक्षम हो रहा है।
निष्कर्ष (Conclusion)
BES Expo 2025 ने यह सिद्ध कर दिया कि भारत मीडिया और टेक्नोलॉजी के संगम पर एक नए युग में प्रवेश कर चुका है — जहाँ AI सिर्फ एक तकनीक नहीं, बल्कि परिवर्तन का माध्यम बन गया है।
“सृजन, सहयोग और मुद्रीकरण” की थीम के माध्यम से यह सम्मेलन न केवल ब्रॉडकास्ट इंडस्ट्री के लिए बल्कि छात्रों, स्टार्टअप्स और आम नागरिकों के लिए भी नई दिशा प्रदान करता है।
श्री अश्विनी वैष्णव की दूरदर्शी सोच और सरकारी सहयोग से स्पष्ट है कि भारत अब AI से संचालित वैश्विक मीडिया शक्ति बनने की ओर अग्रसर है।
इस एक्सपो ने न केवल संभावनाओं के द्वार खोले, बल्कि यह भी दिखाया कि यदि सही नीति, तकनीक और मानव स्पर्श को जोड़ा जाए — तो मीडिया न केवल तेज़ और स्मार्ट बनेगा, बल्कि लोकतांत्रिक, सुलभ और विश्वसनीय भी।
यह सम्मेलन एक समाप्ति नहीं, बल्कि AI युग के भारतीय संस्करण की शुरुआत है।
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