अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 103 स्टेशनों का अद्भुत रूपांतरण – क्या है आपके लिए नई सुविधाएं?
भूमिका: भारतीय रेलवे में बदलाव का नया अध्याय
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Toggleभारतीय रेलवे देश की आर्थिक और सामाजिक जीवन की एक अहम कड़ी है। यात्रियों की सुविधा और अनुभव को बेहतर बनाने के लिए केंद्र सरकार ने एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है, जिसका नाम है अमृत भारत स्टेशन योजना।
यह योजना रेलवे स्टेशनों को पूरी तरह से आधुनिक, साफ-सुथरा और यात्रियों के लिए सुविधाजनक बनाने का काम करती है।
अमृत भारत स्टेशन योजना क्या है?
यह योजना भारतीय रेलवे की एक लंबी अवधि की परियोजना है, जिसके तहत पूरे देश के करीब 1300 से अधिक रेलवे स्टेशनों को क्रमबद्ध तरीके से बेहतर सुविधाओं से सजाया जाएगा।
इस योजना का मकसद सिर्फ स्टेशन की सुंदरता बढ़ाना नहीं, बल्कि उसे यात्रियों के लिए आरामदायक, तकनीकी रूप से उन्नत और पर्यावरण के अनुकूल बनाना है।
योजना के तहत हर स्टेशन के पुनर्निर्माण में स्थानीय संस्कृति और स्थापत्य कला को भी शामिल किया जाता है ताकि वह उस इलाके की खास पहचान बन सके।
22 मई 2025 को क्या खास हुआ?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मई 2025 को देश के 18 राज्यों में फैले हुए 103 रेलवे स्टेशनों का उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया। ये स्टेशन 86 जिलों में स्थित हैं और इनका पुनर्निर्माण अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत किया गया है।
इस परियोजना पर कुल 1100 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किया गया है।
इन स्टेशनों में क्या-क्या नया मिले?
सफाई और आराम: एयर कंडीशन्ड प्रतीक्षालय, साफ-सुथरे प्लेटफॉर्म, और बेहतर बैठने की व्यवस्था।
टेक्नोलॉजी: हाई-स्पीड वाई-फाई, डिजिटल सूचना पैनल, और स्मार्ट टिकटिंग की सुविधा।
सुरक्षा: CCTV कैमरे, बेहतर प्रकाश व्यवस्था, और आपातकालीन सहायता केंद्र।
सुविधाएं: दिव्यांगजनों के लिए रैंप, व्हीलचेयर, और ब्रेल साइन।
पर्यावरण संरक्षण: सौर ऊर्जा का उपयोग, वर्षा जल संचयन और ऊर्जा बचत के उपाय।
योजना का लाभ किन राज्यों को मिला?
इन 103 स्टेशनों में उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, झारखंड, पश्चिम बंगाल जैसे कई राज्यों के स्टेशनों को शामिल किया गया है।
उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा स्टेशन (19), उसके बाद गुजरात (18) और महाराष्ट्र (15) शामिल हैं।
103 स्टेशनों की सूची (राज्यवार)
उत्तर प्रदेश (19 स्टेशन)
- बरेली सिटी
फतेहाबाद
बलरामपुर
बिजनौर
गोला गोकर्णनाथ
ईदगाह आगरा जंक्शन
गोविंदपुरी
मैलानी जंक्शन
गोवर्धन
इज्जतनगर
करछना
हाथरस सिटी
पुखरायां
स्वामीनारायण छपिया
सहारनपुर जंक्शन
सिद्धार्थनगर
सुरेमनपुर
रामघाट हाल्ट
उझानी

गुजरात (18 स्टेशन)
- वडोदरा जंक्शन
सूरत
भावनगर
राजकोट
नडियाद
मांडवी रोड
जूनागढ़
मांडवी रोड
भरूच
पोरबंदर
खंभात
भावनगर
नडियाद
अहमदाबाद
आनंद
भुज
सूरत
राजकोट
महाराष्ट्र (15 स्टेशन)
- मुंबई सेंट्रल
ठाणे
पुणे
नागपुर
औरंगाबाद
नाशिक रोड
अमरावती
सोलापुर
भुसावल
चंद्रपुर
जालना
नागपुर
कोल्हापुर
वर्धा
नांदेड़
तमिलनाडु (9 स्टेशन)
- चेन्नई सेंट्रल
मदुरै
कोयंबटूर
तंजावुर
सलेम
त्रिची
तिरुपति
एवेलूर
नीलगिरी
राजस्थान (8 स्टेशन)
- जयपुर
अजमेर
उदयपुर
कोटा
बीकानेर
जोधपुर
अलवर
श्रीगंगानगर
मध्य प्रदेश (6 स्टेशन)
- भोपाल
इंदौर
ग्वालियर
जबलपुर
उज्जैन
सागर
छत्तीसगढ़ (5 स्टेशन)
- रायपुर
बिलासपुर
दुर्ग
जगदलपुर
भिलाई
कर्नाटक (5 स्टेशन)
- बेंगलुरु सिटी
मैसूरु
हुबली
मंगलूरु
कालाबुरगी
झारखंड (3 स्टेशन)
- रांची
जमशेदपुर
धनबाद
पश्चिम बंगाल (3 स्टेशन)
- कोलकाता
हावड़ा
सियालदह
बिहार (2 स्टेशन)
- पटना
गया
केरल (2 स्टेशन)
- तिरुवनंतपुरम
कोच्चि
आंध्र प्रदेश (1 स्टेशन)
- विशाखापत्तनम
असम (1 स्टेशन)
- गुवाहाटी
हरियाणा (1 स्टेशन)
- कुरुक्षेत्र
हिमाचल प्रदेश (1 स्टेशन)
- शिमला
पुडुचेरी (1 स्टेशन)
- पुडुचेरी
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत नई तकनीक और डिज़ाइन का इस्तेमाल
इस योजना में रेलवे स्टेशनों को सिर्फ खूबसूरत बनाने तक ही सीमित नहीं रखा गया है। यहां पर अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है जिससे यात्रियों का अनुभव बेहतर हो सके। जैसे:
डिजिटल डिस्प्ले और सूचना प्रणाली: हर स्टेशन पर लाइव ट्रेन अपडेट्स, डिजिटल बोर्ड और ऑडियो अनाउंसमेंट सिस्टम को बेहतर बनाया गया है ताकि यात्रियों को हर समय सही जानकारी मिलती रहे।
स्मार्ट पार्किंग और यातायात प्रबंधन: स्टेशन के आसपास ट्रैफिक की भी बेहतर व्यवस्था की गई है, जिससे यात्रियों को आने-जाने में कोई परेशानी न हो।
स्वच्छता और सुरक्षा पर जोर: स्वच्छता के लिए नई सफाई मशीनें, कूड़ेदान, और वाटर फाउंटेन लगाए गए हैं। सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे, सुरक्षा गार्ड्स और बेहतर प्रकाश व्यवस्था की गई है।
यात्रियों के लिए खास सुविधाएं
आरामदायक प्रतीक्षालय: स्टेशनों पर एयर कंडीशन्ड लाउंज, आरामदायक बैठने की व्यवस्था और शौचालयों को आधुनिक बनाया गया है।
खाद्य और पेय सेवा: स्टेशन पर विविध प्रकार के स्वच्छ और गुणवत्तापूर्ण खाने-पीने की सुविधा उपलब्ध है।
दिव्यांगजनों के लिए पूरी सुविधा: रैंप, व्हीलचेयर, ब्रेल टैक्स्ट, और शौचालयों में विशेष इंतजाम।
स्थानीय रोजगार और अर्थव्यवस्था को मिलेगा बल
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत स्टेशनों के आस-पास के इलाके भी विकसित होंगे। इससे स्थानीय दुकानदार, होटलों और ट्रांसपोर्ट सेवा प्रदाताओं को फायदा होगा। स्टेशन की आधुनिकता से पर्यटन भी बढ़ेगा, जो स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा।

पर्यावरण के प्रति सजगता
पर्यावरण की सुरक्षा के लिए इस योजना में:
सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं, जिससे स्टेशन ऊर्जा की जरूरतें खुद पूरी कर सके।
वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम से बारिश का पानी संग्रहित किया जाता है।
ऊर्जा बचाने के लिए LED लाइटिंग और ऊर्जा कुशल उपकरणों का उपयोग।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत आपके क्षेत्र का भविष्य
आपके आस-पास के रेलवे स्टेशन भी जल्द ही इस योजना के तहत विकसित किए जाएंगे। इससे न केवल आपकी यात्रा बेहतर होगी, बल्कि आपके क्षेत्र का विकास भी होगा।
अमृत भारत स्टेशन योजना की शुरुआत
भारतीय रेलवे ने अपनी सेवाओं को और अधिक आधुनिक, स्मार्ट और यात्रियों के अनुकूल बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इन्हीं योजनाओं में से एक है अमृत भारत स्टेशन योजना।
इस योजना की शुरुआत सितंबर 2023 में की गई थी, जिसका उद्देश्य देश भर के रेलवे स्टेशनों को विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस करना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे लॉन्च करते हुए कहा था कि यह योजना यात्रियों को एक बेहतर और आरामदायक सफर का अनुभव देगी।
क्यों शुरू हुई यह योजना?
भारतीय रेलवे के कई पुराने स्टेशन अब यात्रियों की बढ़ती जरूरतों को पूरा नहीं कर पाते थे।
यात्री सुविधाएं अपर्याप्त थीं।
स्टेशन की साफ-सफाई और संरचना में सुधार की जरूरत थी।
तकनीकी उपकरण पुराने और अप्रभावी थे।
सुरक्षा और स्वच्छता के लिहाज से भी सुधार आवश्यक था।
इन्हीं समस्याओं को दूर करने के लिए अमृत भारत स्टेशन योजना शुरू की गई। इसका मकसद केवल स्टेशन को सुंदर बनाना नहीं, बल्कि उसे पूरी तरह से यात्री-केंद्रित, सुरक्षित, पर्यावरण अनुकूल और आधुनिक बनाना है।
शुरुआत का मुख्य लक्ष्य
शुरुआत में करीब 1300 से अधिक स्टेशनों को चरणबद्ध तरीके से पुनर्निर्मित और विकसित करने का लक्ष्य रखा गया।
इस योजना के तहत हर स्टेशन पर
बेहतर प्रतीक्षालय,
डिजिटल सूचना प्रणाली,
उच्च स्तर की सफाई,
पर्यावरण संरक्षण की तकनीक,
और यात्रियों के लिए अन्य अनेक सहूलियतें उपलब्ध कराई जाएंगी।
पहली सफलताएँ
सितंबर 2023 से शुरू होकर अब तक देश के कई राज्यों में दर्जनों स्टेशनों को नए स्वरूप में विकसित किया जा चुका है।
22 मई 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 103 पुनर्निर्मित स्टेशनों का उद्घाटन किया, जो इस योजना की बड़ी सफलता को दर्शाता है।
अमृत भारत स्टेशन योजना – FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
1. अमृत भारत स्टेशन योजना क्या है?
यह एक केंद्र सरकार की योजना है जिसके तहत भारत के रेलवे स्टेशनों को आधुनिक, साफ-सुथरा, पर्यावरण के अनुकूल और यात्रियों के लिए सुविधाजनक बनाया जाता है।
2. अमृत भारत स्टेशन योजना कब शुरू हुई?
इस योजना की शुरुआत सितंबर 2023 में की गई थी।
3. इस योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
रेलवे स्टेशनों को विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस करना, यात्रियों का सफर आरामदायक और सुरक्षित बनाना तथा पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना।
4. इस योजना के तहत कितने स्टेशन विकसित किए जाएंगे?
इस योजना के तहत कुल 1300 से अधिक रेलवे स्टेशनों का पुनर्निर्माण किया जाना है।
5. अमृत भारत स्टेशन योजना में कौन-कौन सी सुविधाएं मिलेंगी?
बेहतर प्रतीक्षालय, डिजिटल सूचना पैनल, स्वच्छ और आधुनिक शौचालय, CCTV सुरक्षा, दिव्यांगजनों के लिए विशेष सुविधाएं, सौर ऊर्जा का उपयोग, वाई-फाई आदि।
6. क्या यह योजना केवल बड़े शहरों के लिए है?
नहीं, यह योजना देश के हर हिस्से के स्टेशनों को कवर करती है, चाहे वे छोटे शहर हों या बड़े।
7. अमृत भारत स्टेशन योजना से यात्रियों को क्या लाभ होगा?
यात्रा के दौरान अधिक आराम, बेहतर सफाई, सुरक्षित माहौल, और नई तकनीकों के माध्यम से तेज और बेहतर सेवाएं।
8. क्या इस योजना के तहत पर्यावरण संरक्षण का भी ध्यान रखा गया है?
जी हाँ, सौर ऊर्जा, वर्षा जल संचयन, ऊर्जा बचत जैसी कई पर्यावरण-संरक्षण की तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
9. हाल ही में कितने स्टेशन इस योजना के तहत बने या पुनर्निर्मित हुए हैं?
22 मई 2025 को 103 स्टेशनों का उद्घाटन किया गया है जो इस योजना की बड़ी उपलब्धि है।
निष्कर्ष
अमृत भारत स्टेशन योजना भारत सरकार और भारतीय रेलवे की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसका उद्देश्य देश के रेलवे स्टेशनों को आधुनिक, सुरक्षित, स्वच्छ और यात्रियों के लिए पूरी तरह से सुविधाजनक बनाना है।
यह योजना केवल भौतिक रूप से स्टेशनों का कायाकल्प नहीं करती, बल्कि तकनीकी नवाचार, पर्यावरण संरक्षण और यात्रियों की सुविधा को भी सर्वोपरि मानती है।
सितंबर 2023 में शुरू हुई इस योजना ने अब तक सैंकड़ों स्टेशनों का कायाकल्प कर दिया है, जिससे यात्रियों को बेहतर अनुभव और सुविधाएं मिल रही हैं।
साथ ही, यह योजना स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी सशक्त करती है और भारत के रेलवे नेटवर्क को विश्व स्तरीय बनाती है।
अमृत भारत स्टेशन योजना भविष्य में भारतीय रेलवे की एक नई पहचान होगी, जो यात्रियों की उम्मीदों पर खरी उतरेगी और देश के रेलवे नेटवर्क को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगी।
इस योजना के सफल कार्यान्वयन से देश भर के यात्रियों को आरामदायक, सुरक्षित और स्मार्ट यात्रा का अनुभव मिलेगा, जो भारत के डिजिटल और आधुनिक भारत के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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