वर्ष 2024 के लिए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी आर पाटिल ने देश की वार्षिक भूजल गुणवत्ता रिपोर्ट जारी की.
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Toggleकेंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने वर्ष 2024 के लिए वार्षिक भूजल गुणवत्ता रिपोर्ट जारी की, बीते 31 दिसंबर 2024 को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी आर पाटील ने 2024 के लिए पूरे देश के लिए वार्षिक भूजल गुणवत्ता रिपोर्ट को जारी किया है.
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!* वर्ष 2024 के लिए वार्षिक भूजल गुणवत्ता रिपोर्ट को भूजल गुणवत्ता मूल्यांकन केंद्रीय भूजल बोर्ड (सीजीडब्लूबी ) नामक संस्थान के द्वारा जारी किया गया है. और जाने

भूजल गुणवत्ता मूल्यांकन केंद्रीय भूजल बोर्ड के मुख्य कार्य
भूजल गुणवत्ता मूल्यांकन केंद्रीय भूजल बोर्ड के द्वारा जारी की गई वार्षिक भूजल गुणवत्ता रिपोर्ट का उपयोग मुख्य रूप से हितधारको द्वारा उपयुक्त उपचारात्मक उपाय करने और आगे की योजना बनाने के लिए किया जा सकता है.
Note : वार्षिक तौर पर जारी की जाने वाली यह रिपोर्ट भूजल गुणवत्ता के निगरानी के लिए मानक संचालन प्रक्रिया को अपनाने वाली पहली रिपोर्ट है जो मुख्य रूप से डाटा को संग्रहित करना, विश्लेषण करना और व्याख्यात्मक रूप से सुनिश्चित करती है.
वैश्विक प्रतिक्रिया : यह रिपोर्ट अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त तरीकों का उपयोग करके सभी निष्कर्ष की विश्वसनीयता को देखते हुए आने वाले समय में तकनीकी कठोरता को और मजबूती के साथ आगे बढ़ाया जाने की संभावना को दर्शाती है.

वार्षिक भूजल गुणवत्ता रिपोर्ट की मुख्य पृष्ठभूमि
इस रिपोर्ट में मुख्य रूप से डेटासेट की प्रवृत्ति का विश्लेषण करके और हॉटस्पॉट पहचान के माध्यम से पूरे भारत के भूजल की गुणवत्ता का व्यापक तौर पर विश्लेषण किया गया है |
तथा इस रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट तौर पर प्रदर्शित किया गया है कि 15,200 से अधिक निगरानी स्थानों और 4,982 प्रवृत्ति स्टेशनों के माध्यम से डाटा सेट को मजबूती के साथ बनाए रखना और बड़े पैमाने के साथ भूजल गुणवत्ता की जानकारी देना है.
वार्षिक भूजल गुणवत्ता रिपोर्ट को जारी करने का मुख्य उद्देश्य
इस रिपोर्ट में मुख्य रूप से भूजल प्रबंधन में लगे नीति निर्माता शोधकर्ताओं और हितधारकों के लिए एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म तैयार करते हुए महत्वपूर्ण आधार रेखा के रूप में कार्य करते हैं.
जिनका उद्देश्य डाटा सेट को संचालित करते हुए शुद्ध तरीके से साक्ष्य आधारित निष्कर्ष के साथ भूजल स्थिरता को आगे बढ़ना और भूजल में हो रहे प्रदूषण को कम करना तथा उपयोग हेतु अनुकूल जल उपयोग को आगे बढ़ावा देना.
इसी प्रकार के मुख्य आधार रेखा के रूप में डाटा सेट व्यवस्थित किए गए हैं.

भूजल गुणवत्ता रिपोर्ट से जुड़ी कुछ मुख्य बातें
• इसके द्वारा कुछ क्षेत्रों में नाइट्रेट फ्लोराइड और आर्सेनिक का संदूषण होता है जिससे कि आने वाले समय में जल प्रदूषण की समस्या का सामना करना पड़ सकता है इसी को समस्या को दूर करने के लिए वार्षिक तौर पर भूजल गुणवत्ता रिपोर्ट को जारी किया जाता है.
• यह रिपोर्ट कृषि की दृष्टिकोण से भी काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है जैसे कि सोडियम एडसरप्शन रेशियों ( SAR ) और फैल रहे अवशिष्ट सोडियम कार्बोनेट ( Na2 Co3 ) का विश्लेषण करके सिंचाई के लिए भूजल की आमतौर पर अनुकूल उपयुक्त का कोई स्पष्ट करता है.
तथा इसके अंदर 81% से अधिक नमूने को सुरक्षित सीमा तक पहुंचाना होता है. जिससे कि उच्च सोडियम सामग्री के साथ मूल्य के स्थानीयकृत मुद्दे दीर्घकालिक मिट्टी मे हो रहे क्षरण को रोकने के लिए भी इस रिपोर्ट का मुख्य कार्य होता है.
* Note: यह रिपोर्ट उत्तर पूर्वी राज्यों में भूजल के 100% नमूने सिंचाई के लिए उत्कृष्ट श्रेणी में आते हैं जो भूजल गुणवत्ता रिपोर्ट को और ज्यादा सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रोत्साहित करती है.
* यह रिपोर्ट रासायनिक क्षेत्र में भी काफी योगदान देती है इसमें धनायन रसायन के रूप में कैल्शियम आयन सामग्री पर काफी हावी हो जाता है |
उसके बाद सोडियम और पोटेशियम आयनो के लिए बाई कार्बोनेट सबसे ज्यादा प्रचलित मात्रा में पाए जाने वाला रासायनिक उर्वरक होता है जो क्लोराइड और सल्फेट का मिश्रण होता है जिसका मुख्य रूप से देश में कुल मिलाकर कैल्शियम बाइकार्बोनेट का ही प्रकार है. Click Here
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