हाई स्पीड बुलेट ट्रेन : बुलेट ट्रेन की ADIT सुरंग का निरीक्षण : मुंबई में भारत की पहली अंडरसी रेल सुरंग
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Toggleपरिचय- बुलेट ट्रेन मुंबई- अहमदाबाद हाई स्पीड रेल (MAHSR) परियोजना के अंतर्गत भारत की पहली अंडरसी (Under Sea) रेल सुरंग ( टनल ) का निर्माण किया जा रहा है जो भविष्य में देश के बुनियादी ढांचे के विकास में मिल का पत्थर साबित होगा.
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मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल (MAHSR) परियोजना का विवरण
* लंबाई और समय- बुलेट ट्रेन यह सुरंग लगभग 21 किलोमीटर लंबी होगी जिसमें से 7 किलोमीटर का हिस्सा समुद्र का होगा जो महाराष्ट्र के थाणे व क्रीक से होकर गुजरेगा. Click here…
* इसमें उपयोग होने वाली टेक्नोलॉजी- इस सुरंग में लगभग 6.5 किलोमीटर व्यास की एक ट्यूब होगी जिस पर रेलवे ट्रैक को बिछाया जाएगा.
निर्माण तकनीक
* टनल बोरिंग मशीन (TBM)- इस सुरंग के निर्माण के लिए एक अत्याधुनिक टनल बोरिंग मशीन (TBM) तकनीक का उपयोग किया जा रहा है |
जो उच्च दक्षता और सुरक्षा को सुनिश्चित करती है इस तकनीक के द्वारा किसी भी सुरंग को बनाने के लिए निर्माण कार्य में लगे कर्मचारियों की सुरक्षा को भी ध्यान में रखा जाता है.
* न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड (NATM): इस परियोजना की कुछ हिस्से में न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड (NATM) का उपयोग किया जाएगा |
जो भूगर्भीय परिस्थितियों के अनुसार लचीली और आर्थिक है क्योंकि यह तकनीक हर भूगर्भीय परिस्थिति में उपयोग की जा सकती है.
MAHSR परियोजना की प्रगति
•ADIT (Additionally Driven Intermediate Tunnel ) निरीक्षण: हाल में रेल मंत्री श्री अश्वनी वैष्णव ने घंसौली, मुंबई में ADIT का निरीक्षण किया
और वहां पर काम करने वाले सभी कर्मचारियों का आत्मविश्वास बढ़ाया और ADIT के प्रति संतुष्टि जाहिर की.
• माउंटेन टनल का निर्माण: गुजरात के वलसाड में पहलi पर्वतीय सुरंग का निर्माण पूरा हो चुका है जो भारत के बुनियादी ढांचे के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है जिससे भारत को एक नई दिशा मिलेगी.
परियोजना के लाभ
* कनेक्टिविटी में सुधार: इस परियोजना से मुंबई और अहमदाबाद के बीच की यात्रा में उल्लेखनीय कमी आएगी जिससे यात्रियों के समय की बचत होगी. इसके द्वारा आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा मिलेगा. Read more…
* तकनीकी उन्नति: इस परियोजना के द्वारा भारत में एक उच्च गति रेल प्रौद्योगिकी अर्थात हाई स्पीड रेल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक नई दिशा स्थापित होगी.

चुनौतियां और समाधान
• भूमि अधिग्रहण: इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण हेतु भूमि का अधिग्रहण महाराष्ट्र, गुजरात, दादरा नगर हवेली में सफलतापूर्वक पूरा किया है जो परियोजना की सुचारू प्रगति को सुनिश्चित करता है.
* पर्यावरणीय चिंताएं: परियोजना के निर्माण कार्य के दौरान सभी पर्यावरणीय मानकों को ध्यान में रखकर कार्य पूरा किया गया जो पर्यावरणीय सुरक्षा की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण कदम होगा.
अंडरसी रेल सुरंग का विशेष महत्व
1. भारत की पहली अंडरसी रेल सुरंग: MAHSR एक महत्वपूर्ण परियोजना है इस परियोजना के द्वारा भारत में पहली बार समुद्र के नीचे रेल सुरंग बनाने का प्रयास है यह एक उन्नत तकनीकी और इंजीनियरिंग कौशल का अद्वित्य उदाहरण है.
2. सुरक्षा मानक: अंडर सी सुरंग के निर्माण में विशेष सुरंग के मानकों का पालन किया जा रहा है इसमें पानी के दबाव को झेलने की क्षमता आपातकालीन परिस्थिति के लिए निकासी मार्ग शामिल है.
3. पर्यावरणीय प्रभाव: इसके द्वारा समुद्री जीवों और परिस्थितिकी तंत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इस पर गहन अध्ययन किया गया है. इसके लिए नवीन तकनीकों का भी उपयोग किया जा रहा है ताकि पर्यावरण पर काम से कम प्रभाव पड़े.
मुंबई – अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना के प्रमुख बिंदु
1. परियोजना की कुल लंबाई- इस हाई स्पीड रेल परियोजना की कुल लंबाई 508.17 किलोमीटर है जो मुंबई (महाराष्ट्र) और अहमदाबाद (गुजरात) के बीच है.
2. गति और समय- इसमें चलने वाली बुलेट ट्रेन की अधिकतम गति 320 किलोमीटर प्रति घंटा होगी जिसे यात्रा का समय दो से तीन घंटे का होगा वर्तमान में यह यात्रा 7 घंटे में पूरी होती है.
3. स्टेशनों की संख्या: इस रूट पर कुल 12 स्टेशन होंगे जिनमें प्रमुख स्टेशन मुंबई, ठाणे, वलसाड सूरत और अहमदाबाद होंगे.
4. परियोजना की कुल लागत: इस परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 1.1 लाख करोड रुपए की बताई जा रही है जिसमें एक बड़ा हिस्सा जापान सरकार के द्वारा वित्त पोषित है.
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