रियान पराग ने किया कमाल: ईडन गार्डन्स में 6 छक्कों से मचाया तहलका!
भूमिका: एक ऐतिहासिक शाम
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Toggle4 मई 2025 को ईडन गार्डन्स कोलकाता में हुए कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) और राजस्थान रॉयल्स (RR) के बीच मुकाबला भारतीय प्रीमियर लीग के इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो गया। मैच रोमांच से भरपूर रहा, लेकिन जिस क्षण ने सबका ध्यान खींचा, वह था – रियान पराग द्वारा छह लगातार वैध गेंदों पर छह छक्के।
यह कोई सामान्य क्रिकेटिंग घटना नहीं थी, बल्कि एक ऐतिहासिक कीर्तिमान था जिसने IPL को एक नया क्षण दिया।

मैच की पृष्ठभूमि
राजस्थान रॉयल्स को 207 रन का बड़ा लक्ष्य मिला। KKR के लिए सुनील नारायण ने 49 गेंदों में धमाकेदार 104 रन ठोक कर टीम को मज़बूत स्कोर तक पहुँचाया।
राजस्थान के शुरुआती बल्लेबाज जल्द ही पवेलियन लौट गए और टीम 60 रन पर 4 विकेट गंवा चुकी थी। उस समय उम्मीदें टूटती नजर आ रही थीं।
लेकिन तभी मैदान पर आते हैं रियान पराग – वो खिलाड़ी जो हमेशा विवाद और उम्मीदों के बीच फंसा रहा है।
रियान पराग की पारी: आँधियों में तूफान
रियान पराग ने मैदान पर कदम रखा और शुरू में परिस्थितियों को परखा। लेकिन जैसे ही 12वां ओवर पूरा हुआ, उन्होंने गियर बदला और 13वें ओवर की पहली पांच गेंदों पर लगातार पांच छक्के जड़ दिए। गेंदबाज थे बाएं हाथ के स्पिनर – जो साफ तौर पर दबाव में आ गए।
14वें ओवर की पहली गेंद पर फिर से एक शानदार छक्का उड़ाकर पराग ने इतिहास रच दिया – आईपीएल में छह लगातार वैध गेंदों पर छह छक्के।
यह कारनामा पहले केवल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में देखा गया था, जैसे युवराज सिंह द्वारा स्टुअर्ट ब्रॉड के खिलाफ। लेकिन आईपीएल में ऐसा पहली बार हुआ।
पारी का पूरा विश्लेषण
रन: 95 रन
गेंदें: 45
छक्के: 8
चौके: 5
स्ट्राइक रेट: 211+
मैच सिचुएशन: 71/5 से टीम को 200+ के करीब पहुँचाया
रियान ने न सिर्फ छक्के मारे, बल्कि बीच के ओवरों में मैच को जिंदा भी रखा। उन्होंने रन गति को बनाए रखा और राजस्थान को उस स्थिति में ला दिया जहाँ मैच दोनों टीमों के लिए खुला था।
मैच का अंतिम रोमांच
अंतिम ओवर में राजस्थान को चाहिए थे 10 रन। सामने थे ट्रेंट बोल्ट और स्ट्राइक पर थे ध्रुव जुरेल। पर अंतिम दो गेंदों पर दो विकेट गिरने और एक रन की कमी के कारण राजस्थान 205/8 पर रुक गई और KKR ने मात्र 1 रन से मैच जीत लिया।
सोशल मीडिया पर हंगामा
मैच के बाद सोशल मीडिया पर रियान पराग ट्रेंड करने लगे। फैंस ने उन्हें ‘असली टी-20 शोमैन’ कहा। राजस्थान रॉयल्स ने उनका पुराना ट्वीट शेयर किया जिसमें उन्होंने कहा था – “2023 में मैंने 4 छक्के मारे थे, 2025 में 6 चाहिए थे।” और उन्होंने कर दिखाया।
क्रिकेट विशेषज्ञों की राय
गौतम गंभीर: “ये पराग का करियर-टर्निंग मोमेंट है।”
केविन पीटरसन: “आईपीएल को ऐसे ही रोमांचक बनाया जाता है।”
हरभजन सिंह: “रियान ने आज अपने आलोचकों को जवाब दे दिया।”
रियान पराग की इस पारी का भारतीय क्रिकेट पर प्रभाव
1. यंगस्टर्स के लिए प्रेरणा
रियान पराग की पारी उन सभी युवा खिलाड़ियों के लिए मिसाल बन गई है जिन्हें अक्सर सोशल मीडिया ट्रोलिंग और आलोचना का सामना करना पड़ता है। उन्होंने दिखाया कि लगातार अभ्यास, आत्मविश्वास और मौके मिलने पर कोई भी खिलाड़ी बड़ा इतिहास रच सकता है।
2. चयनकर्ताओं के लिए संदेश
यह पारी भारत की सीमित ओवरों की टीम के चयनकर्ताओं के लिए एक स्पष्ट संदेश है। IPL एक ऐसा मंच है जहां खिलाड़ी सिर्फ घरेलू स्तर का नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर का आत्मविश्वास लेकर आते हैं। रियान पराग ने इस पारी के जरिए खुद को T20 टीम के लिए विकल्प के तौर पर पेश किया है।
3. फ्रेंचाइज़ी क्रिकेट में आत्मविश्वास की ताकत
अक्सर फ्रेंचाइज़ी खिलाड़ी अपने प्रदर्शन से ही टीम में टिके रहते हैं। लेकिन पराग जैसे खिलाड़ियों के लिए आत्मविश्वास सबसे बड़ी पूंजी होती है। उन्हें लगातार खेलने का मौका मिला और उन्होंने उसे भुनाया।
ऐतिहासिक आंकड़े और तुलना: रियान पराग की छह लगातार छक्कों की पारी
रियान पराग का यह कारनामा इंडियन प्रीमियर लीग के इतिहास में एक अभूतपूर्व क्षण है। इससे पहले आईपीएल में किसी भी बल्लेबाज़ ने एक ही ओवर में या लगातार छह गेंदों में छह छक्के नहीं मारे थे। यह पहली बार हुआ जब किसी भारतीय युवा खिलाड़ी ने इतनी आक्रामकता और सटीकता के साथ यह उपलब्धि हासिल की।
1. आईपीएल इतिहास में पहली बार छह लगातार छक्के:
आईपीएल जैसे उच्चस्तरीय टूर्नामेंट में अब तक क्रिस गेल, कीरोन पोलार्ड, एबी डिविलियर्स जैसे दिग्गज खिलाड़ी भी यह उपलब्धि नहीं हासिल कर पाए थे।
यूसुफ पठान और रविंद्र जडेजा जैसे खिलाड़ियों ने एक ओवर में चार या पाँच छक्के मारे हैं, लेकिन छह लगातार गेंदों पर छक्के लगाना किसी के बस की बात नहीं थी — और पराग ने यह कर दिखाया।
2. युवाओं के लिए प्रेरणादायक मिसाल:
रियान पराग की उम्र मात्र 22 वर्ष है। इतनी कम उम्र में इस प्रकार की मानसिक दृढ़ता और खेल पर नियंत्रण दिखाना बेहद दुर्लभ है। यह भारतीय अंडर-23 खिलाड़ियों के लिए एक नई उम्मीद की किरण है, कि वे भी ग्लैमर और दबाव से भरे इस मंच पर छा सकते हैं।
3. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तुलना:
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में युवराज सिंह (2007, टी20 वर्ल्ड कप) और हर्षल गिब्स (2007, वनडे वर्ल्ड कप) जैसे खिलाड़ियों ने छह गेंदों में छह छक्के लगाए हैं, लेकिन आईपीएल जैसे लगातार दबाव वाले टूर्नामेंट में यह पहला उदाहरण है। पराग अब उन महान खिलाड़ियों की सूची में शामिल हो गए हैं जिनका नाम क्रिकेट इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज है।
4. मानसिक मजबूती और मैच का परिप्रेक्ष्य:
यह बात भी महत्वपूर्ण है कि पराग की यह पारी तब आई जब टीम पर अत्यधिक दबाव था। एक ओर लक्ष्य बड़ा था, दूसरी ओर विकेट गिर चुके थे। लेकिन पराग ने जिस तरह से एक के बाद एक गेंदों को सीमा रेखा के पार भेजा, वह उनकी मानसिक मजबूती और खेल समझ का प्रमाण है।
5. भविष्य के लिहाज से बदलाव लाने वाला क्षण:
यह पारी सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि इससे आईपीएल में खेलने वाले युवा भारतीय खिलाड़ियों के आत्मविश्वास में बड़ा उछाल आएगा। अब चयनकर्ता भी घरेलू खिलाड़ियों को केवल नाम नहीं, प्रदर्शन के आधार पर देखेंगे। और यही खेल की असली लोकतांत्रिक ताकत है।
6. कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ ऐतिहासिक दबाव में खेल:
ईडन गार्डन्स का मैदान, तेज़ी से बदलती पिच, और KKR की अनुभवी गेंदबाज़ी — इन सभी को ध्यान में रखते हुए यह पारी और भी असाधारण हो जाती है। इतने बड़े स्टेडियम में जब विपक्षी दर्शक भी तालियाँ बजाने लगें, तो समझिए कि आपने क्रिकेट का जादू बिखेर दिया है।
7. आईपीएल में भारतीय बल्लेबाजों की स्थिति और पराग की एंट्री:
जहाँ कई भारतीय बल्लेबाज़ IPL में विदेशी खिलाड़ियों की छाया में रह जाते हैं, वहाँ पराग की यह पारी एक नई धारा की शुरुआत है। वह अब न सिर्फ राजस्थान रॉयल्स के भरोसेमंद खिलाड़ी बन चुके हैं, बल्कि एक फिनिशर और क्लीन हिटर के रूप में पूरे लीग में चर्चा का विषय भी।
मैच के बाद कप्तानों की प्रतिक्रिया
संजू सैमसन (RR कप्तान):
“हम जीत नहीं पाए, लेकिन रियान ने आज जो किया वो अविश्वसनीय है। उसे देखकर गर्व होता है। टीम के अंदर आत्मविश्वास बढ़ा है।”
श्रेयस अय्यर (KKR कप्तान):
“हम लगभग हार ही गए थे। रियान की पारी ने हमें डरा दिया था। हम लकी रहे कि आखिरी ओवर में चीजें हमारे पक्ष में गईं।”
ईडन गार्डन्स का माहौल
कोलकाता का ईडन गार्डन्स अपने क्राउड के लिए जाना जाता है, लेकिन जब रियान लगातार छक्के मार रहे थे, तो पूरा स्टेडियम तालियों से गूंज रहा था – भले ही वह विपक्षी खिलाड़ी था। क्रिकेट का यही सौंदर्य है – प्रतिभा की सराहना, भले ही वह अपनी टीम के खिलाफ हो।

राजस्थान रॉयल्स का प्लेऑफ सफर और पराग की भूमिका
राजस्थान रॉयल्स को इस सीज़न प्लेऑफ की दौड़ में बने रहने के लिए जीत की जरूरत थी, और रियान ने उन्हें जीत के बेहद करीब पहुंचाया। आने वाले मैचों में उनकी यह फॉर्म निर्णायक साबित हो सकती है।
निष्कर्ष (Conclusion): रियान पराग
रियान पराग की छह लगातार छक्कों की ऐतिहासिक उपलब्धि न केवल उनके क्रिकेटिंग करियर में एक मील का पत्थर है, बल्कि यह भारतीय टी20 क्रिकेट के इतिहास में भी एक यादगार पल बन गया है।
इस प्रदर्शन ने यह सिद्ध कर दिया कि युवा खिलाड़ी भी बड़े मंचों पर असाधारण प्रदर्शन कर सकते हैं—बस उन्हें आत्मविश्वास और अवसर की आवश्यकता होती है। वहीं, कोलकाता नाइट राइडर्स की अंतिम ओवर में मिली एक रन की जीत यह दर्शाती है कि क्रिकेट में आखिरी गेंद तक कुछ भी संभव है।
इस मैच ने कई संदेश दिए:
क्रिकेट सिर्फ आंकड़ों का खेल नहीं, भावना और धैर्य का भी खेल है।
एक खिलाड़ी की पारी पूरे मैच का रुख बदल सकती है।
दबाव में धैर्य रखना और रणनीति अपनाना किसी भी टीम की जीत की कुंजी बन सकता है।
ईडन गार्डन्स का यह मुकाबला आने वाले वर्षों तक याद किया जाएगा, न केवल रियान पराग के छक्कों के लिए, बल्कि इसलिए भी कि यह मैच खेल की आत्मा और रोमांच दोनों को दर्शाता है। यह खेल का वह स्वरूप था जहाँ हार और जीत से कहीं ज़्यादा बड़ी थी क्रिकेट की खूबसूरती और खेल भावना।
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