Whatsapp image 2025 03 04 at 2.16.48 pm (1)

वनतारा (VANTARA): भारत का सबसे बड़ा वन्यजीव बचाव और पुनर्वास केंद्र

Facebook
WhatsApp
LinkedIn
Reddit
X

वनतारा (VANTARA): यहां कैसे बदली जा रही है वन्यजीवों की तकदीर!

भारत में वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 मार्च 2025 को गुजरात के जामनगर में स्थित ‘वनतारा’ (VANTARA) वन्यजीव बचाव और पुनर्वास केंद्र का उद्घाटन किया।

यह केंद्र रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और रिलायंस फाउंडेशन के द्वारा शुरू की गयी एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका मुख्य उद्देश्य संकटग्रस्त, घायल और शोषित जानवरों का बचाव, उपचार और पुनर्वास करना है।

वनतारा को दुनिया के सबसे बड़े और अत्याधुनिक वन्यजीव पुनर्वास केंद्रों में से एक माना जा रहा है। इसकी स्थापना का श्रेय रिलायंस इंडस्ट्रीज के निदेशक मंडल के सदस्य अनंत अंबानी को जाता है, जो पशु कल्याण के प्रति अपनी गहरी प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते हैं।

वनतारा (VANTARA): यहां कैसे बदली जा रही है वन्यजीवों की तकदीर!
वनतारा (VANTARA): यहां कैसे बदली जा रही है वन्यजीवों की तकदीर!

वनतारा का अर्थ और उद्देश्य

‘वनतारा’ शब्द का अर्थ होता है ‘जंगल का सितारा’। इस परियोजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया से संकटग्रस्त और दुर्व्यवहार झेल चुके वन्यजीवों को बचाना और उन्हें एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करना है।

वर्तमान में, तेजी से बढ़ते शहरीकरण, अवैध शिकार, जंगलों की कटाई और जलवायु परिवर्तन के कारण कई वन्यजीव संकट में हैं। ऐसे में, वनतारा एक अत्याधुनिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाकर इन जानवरों के पुनर्वास का कार्य कर रहा है।

अनंत अंबानी ने अपने एक बयान में कहा कि यह परियोजना उनके लिए केवल एक सामाजिक कार्य नहीं बल्कि एक व्यक्तिगत मिशन है।

वे मानते हैं कि पशु सेवा ईश्वर की सेवा के समान है और हर जानवर को जीने का अधिकार मिलना चाहिए। वनतारा इस विचारधारा पर काम करते हुए वन्यजीवों के लिए एक आदर्श स्थान तैयार कर रहा है, जहां वे प्राकृतिक वातावरण में स्वतंत्र रूप से रह सकें। Read more….

वनतारा (VANTARA) का भौगोलिक विस्तार और संरचना

वनतारा केंद्र गुजरात के जामनगर में रिलायंस रिफाइनरी कॉम्प्लेक्स के ग्रीन बेल्ट के भीतर स्थित है। यह केंद्र लगभग 3000 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें से 650 एकड़ क्षेत्र को बचाए गए जानवरों के पुनर्वास और संरक्षण के लिए समर्पित किया गया है।

इस विशाल क्षेत्र को प्राकृतिक जंगल के रूप में विकसित किया गया है, जहां जानवर स्वतंत्र रूप से घूम सकते हैं और अपने प्राकृतिक व्यवहार को बनाए रख सकते हैं।

इस केंद्र में विभिन्न प्रकार के वन्यजीवों के लिए अलग-अलग सेक्शन बनाए गए हैं, जिनमें हाथी पुनर्वास क्षेत्र, शेर और बाघ पुनर्वास क्षेत्र, पक्षी संरक्षण क्षेत्र, सरीसृप पुनर्वास केंद्र और जलीय जीवों के लिए विशेष क्षेत्र शामिल हैं।

प्रत्येक सेक्शन को जानवरों की जरूरतों के अनुसार डिजाइन किया गया है, ताकि वे एक सुरक्षित और अनुकूल माहौल में रह सकें।

वनतारा (VANTARA) में उपलब्ध सुविधाएं

वनतारा में अत्याधुनिक चिकित्सा और पुनर्वास सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो इसे दुनिया के सबसे विकसित वन्यजीव पुनर्वास केंद्रों में से एक बनाती हैं।

यहां एक विशेष पशु चिकित्सा अस्पताल स्थापित किया गया है, जिसमें एमआरआई, सीटी स्कैन, एंडोस्कोपिक रोबोटिक सर्जरी, डिजिटल एक्स-रे मशीन, अल्ट्रासोनोग्राफी, ब्लड टेस्टिंग लैब और विशेष आईसीयू यूनिट जैसी आधुनिक तकनीकें उपलब्ध हैं।

इसके अलावा, यहां छह सर्जिकल सेंटर भी बनाए गए हैं, जहां घायल जानवरों का इलाज किया जाता है। सर्जरी के बाद जानवरों की तेजी से रिकवरी के लिए विशेष देखभाल केंद्र भी स्थापित किए गए हैं, जहां उन्हें पोषणयुक्त आहार और नियमित स्वास्थ्य जांच प्रदान की जाती है।

हाथियों के लिए विशेष सुविधाएं

वनतारा में हाथियों के लिए विशेष देखभाल की व्यवस्था की गई है। यहां 600 एकड़ में फैला हाथी पुनर्वास क्षेत्र बनाया गया है, जहां हाथियों को प्राकृतिक जंगल जैसा वातावरण दिया गया है। इस क्षेत्र में बड़े जलाशय, हाइड्रोथेरेपी पूल, मिट्टी के तालाब और छायादार वृक्षों की भरमार है, जो हाथियों के लिए एक आदर्श स्थान प्रदान करता है।

इसके अलावा, हाथियों के इलाज और पुनर्वास के लिए एक 25,000 वर्ग फुट में फैला आधुनिक हाथी अस्पताल भी बनाया गया है। इस अस्पताल में विशेष एक्स-रे मशीन, लेजर थैरेपी उपकरण और उन्नत ऑर्थोपेडिक सुविधाएं मौजूद हैं, जो हाथियों के इलाज को आसान और प्रभावी बनाती हैं।

वनतारा (VANTARA) की उपलब्धियां

वनतारा ने अपनी स्थापना के बाद से अब तक 200 से अधिक हाथियों और हजारों अन्य वन्यजीवों को असुरक्षित स्थितियों से बचाया है। इनमें गैंडा, तेंदुआ, मगरमच्छ, शेर, बाघ और दुर्लभ पक्षी प्रजातियां शामिल हैं।

इसके अलावा, वनतारा ने मैक्सिको, वेनेजुएला, दक्षिण अफ्रीका और दक्षिण एशियाई देशों में भी वन्यजीव बचाव अभियानों में हिस्सा लिया है और वहां के संकटग्रस्त जानवरों को पुनर्वासित किया है।

वनतारा (VANTARA): यहां कैसे बदली जा रही है वन्यजीवों की तकदीर!
वनतारा (VANTARA): यहां कैसे बदली जा रही है वन्यजीवों की तकदीर!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वनतारा केंद्र का दौरा किया और यहां की सुविधाओं को नजदीक से देखा। उन्होंने एमआरआई रूम का निरीक्षण किया, जहां एक घायल एशियाई शेर का परीक्षण किया जा रहा था। इसके अलावा, उन्होंने ऑपरेशन थिएटर में एक तेंदुए की सर्जरी होते हुए भी देखा, जो एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था।

प्रधानमंत्री ने शेर के बच्चों को दूध पिलाया, जिराफ को खाना खिलाया और विभिन्न वन्यजीवों के साथ समय बिताया। उन्होंने इस केंद्र की प्रशंसा करते हुए कहा कि वनतारा भारत को वैश्विक स्तर पर वन्यजीव संरक्षण में अग्रणी बनाएगा और यह परियोजना आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मिसाल बनेगी।

वनतारा (VANTARA) का वैश्विक महत्व

वनतारा केवल भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका लक्ष्य वैश्विक स्तर पर वन्यजीव संरक्षण में योगदान देना है। यह केंद्र IUCN (International Union for Conservation of Nature) और WWF (World Wildlife Fund for Nature) जैसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर काम कर रहा है।

इसके अलावा, वनतारा भारत के 150 से अधिक चिड़ियाघरों और वन्यजीव अभयारण्यों के साथ मिलकर पशु चिकित्सा सेवाओं, प्रशिक्षण और संरक्षण प्रयासों में सहायता कर रहा है। इसका उद्देश्य वन्यजीवों की आबादी को स्थिर करना, लुप्तप्राय प्रजातियों की रक्षा करना और मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करना है। Click here

अनंत अंबानी का दृष्टिकोण

अनंत अंबानी, जो रिलायंस इंडस्ट्रीज के निदेशक मंडल के सदस्य हैं, ने वनतारा को अपनी “जिंदगी का मिशन” बताया है। उन्होंने कहा कि यह परियोजना केवल एक पुनर्वास केंद्र नहीं है, बल्कि यह करुणा, वैज्ञानिक सोच और आधुनिक तकनीक का संगम है।

उनका कहना है कि हर जानवर को स्वतंत्र रूप से जीने का अधिकार है और वनतारा इस दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। वे इस परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए अन्य वैश्विक संरक्षण संगठनों के साथ मिलकर काम करने की योजना बना रहे हैं।

निष्कर्ष

वनतारा (VANTARA) भारत की वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है। यह न केवल संकटग्रस्त और घायल जानवरों को नया जीवन देने का कार्य कर रहा है, बल्कि वैश्विक स्तर पर संरक्षण प्रयासों को मजबूत करने में भी योगदान दे रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस केंद्र का उद्घाटन वन्यजीव संरक्षण के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। वनतारा आने वाले वर्षों में दुनिया के सबसे प्रभावशाली वन्यजीव पुनर्वास केंद्रों में से एक बनेगा और यह भारत को वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में एक नई ऊंचाई तक ले जाएगा।

Leave a Comment

Trending now

Index