विशाखापत्तनम

SLINEX 2024: भारत के विशाखापत्तनम में श्रीलंका का नौसेना अभ्यास SLINEX 2024

Facebook
Twitter
Telegram
WhatsApp

SLINEX 2024: श्रीलंका – भारत नौसेना अभ्यास ( SLINEX ) 2024 

भारत के विशाखापत्तनम में श्रीलंका का नौसेना अभ्यास SLINEX 2024  बीते 17 से 20 दिसंबर तक तमिलनाडु के विशाखापट्टनम में पूर्वी सेना के तत्वाधान में भारत और श्रीलंका के बीच द्विपक्षीय अभ्यास ( SLINEX ) 2024 का आयोजन किया गया |

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

विशाखापत्तनम में हुआ यह अभ्यास दो चरणों में हुआ इसका पहला चरण जो की बंदरगाह चरण था जो 17 से 18 दिसंबर तक आयोजित किया गया तो इसका दूसरा चरण जो समुद्री चरण था जो की 19 से 20 दिसंबर तक आयोजित किया गया | और जाने

 विशाखापत्तनम
विशाखापत्तनम

अभ्यास का उद्घाटन समारोह 

SLINEX 2024 का उद्घाटन समारोह 17 दिसंबर को हुआ अब उसके बाद दोनों राष्ट्रों की नौसैनिक टुकड़ियों ने अपने सामाजिक आदान प्रदान किया |

इस अभ्यास का दूसरा चरण जो की 19 दिसंबर को समुद्री चरण में हुआ इस चरण में विशेष रूप से नौसैनिक विशेष बलों द्वारा संयुक्त अभ्यास, संचार प्रक्रियाएं, नाविक कौशल के साथ गन फायरिंग और नेविगेशन डेवलपमेंट को लेकर इसके अंतर्गत हेलीकॉप्टरो का संचालन भी शामिल था |

इस अभ्यास में भारत की ओर से INS सुमित्रा ने विशेष बल टीम के साथ इसमें भागीदारी निभाई जबकि श्रीलंका की ओर से उनके अपतटीय गश्ती पोत SLNS सयुरा ने विशेष बल टीम के साथ इसमें अपने राष्ट्र की ओर से भागीदारी निभाई

क्या है आईएनस सुमित्रा

INS सुमित्रा भारतीय नौसेना का एक युद्ध पोत है इसे भारतीय राष्ट्रपति की नौका भी कहा जाता है यह युद्धपोत सरयू श्रेणी का चौथा और आखिरी गस्ती युद्धपोत है | इस युद्ध पोत को गोवा शिपयार्ड लिमिटेड नई डिजाइन किया और बनाया है |

 विशाखापत्तनम
विशाखापत्तनम
INS सुमित्रा से जुड़ी कुछ खास बातें

* यह युद्धपोत वर्ष 2014 से लगातार भारतीय नौसेना की सेवा कर रहा है |

• यही वह युद्धपोत है जब 2015 में यमन में फंसे ₹350 से ज्यादा भारतीय नागरिकों को बचाने के लिए भारत सरकार की ओर से इसका इस्तेमाल किया गया था और एक ऑपरेशन चला गया था जिसका नाम था ऑपरेशन राहत क्योंकि यह राहट सामग्री को लेकर भी बनाया गया था |
इस युद्धपोत का वजन 2200 टन है |
इस युद्धपोत ने भारत सरकार के लिए कई कारनामें में ऐसे किए हैं की वें सराहनीय है जनवरी 2024 में इंस सुमित्रा ने अरब सागर में सोमाली समुद्री डाकूओ से मछुआरों को बचाया था |

SLINEX नौसैनिक अभ्यास की शुरुआत कब से हुई?

भारत और श्रीलंका के बीच हो रहे द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास की शुरुआत सबसे पहले 2005 में हुई तब से यह अभ्यास नियमित अंतराल के साथ चला रहा है.

यह अभ्यास वर्तमान में दो समुद्री पड़ोसियों के बीच संबंधों को मजबूत करना और आर्थिक सहायता को मजबूती देते हुए चीजों का आदान-प्रदान करना जिससे कि दोनों देशों की रक्षा क्षमता और मजबूत हो सके |

SLINEX 2024 का उद्देश्य 

भारत श्रीलंका नौसेना के बीच हो रहे SLINEX 2024 का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच समुद्री सुरक्षा को मजबूती देना और समुद्री मार्ग को और सुगम बनाना है जिससे कि आने वाले समय में दोनों राष्ट्र एक दूसरे को रक्षा क्षेत्र में सहायता कर सके |

यह वार्षिक तौर पर होने वाला नौसेना का अभ्यास है SLINEX -2024 का यह अभ्यास 11 संस्करण था जोगी तमिलनाडु के विशाखापट्टनम में संपन्न हुआ इसका आयोजन विशाखापट्टनम और बंगाल की खाड़ी में किया गया |  Click Here

SLINEX – 2023 अभ्यास का दसवां संस्करण जो की तीन से 8 अप्रैल 2023 तक श्रीलंका के कोलंबो में आयोजित किया गया था |

भारत श्रीलंका नौसेना अभ्यास SLINEX से संबंधित सामान्य प्रश्न उत्तर 

1. SLINEX – 2024 क्या है?

उत्तर : यह वार्षिक तौर पर होने वाला भारत – श्रीलंका के बीच नौ सैनिक अभ्यास है |

2. SLINEX – 2024 का संस्करण कौन सा था?

उत्तर : 11 संस्करण

3. SLINEX – 2024 नौसैनिक अभ्यास का आयोजन कहां किया गया?

उत्तर : इस अभ्यास का आयोजन तमिलनाडु के विशाखापट्टनम में हुआ |

4. भारत श्रीलंका नौसेना अभ्यास कितने चरणों में संपन्न हुआ |

उत्तर :  इस अभ्यास का आयोजन दो चरणों में हुआ |

5. सेलेनेक्स 2024 नौसेना विकास कब से कब तक चला |

उत्तर : 17 दिसंबर से 20 दिसंबर 2024 तक

6. सेलेनेक्स 2024 में भारत की ओर से किस युद्धपोत को शामिल किया गया |

उत्तर : INS सुमित्रा


Discover more from Aajvani

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Facebook
Twitter
Telegram
WhatsApp
Picture of Sanjeev

Sanjeev

Hello! Welcome To About me My name is Sanjeev Kumar Sanya. I have completed my BCA and MCA degrees in education. My keen interest in technology and the digital world inspired me to start this website, “Aajvani.com.”

Leave a Comment

Top Stories

Index

Discover more from Aajvani

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading