Deprem चर्चा में क्यों है जानिए इसका कारण
Table of the Post Contents
ToggleDeprem क्या है ?
परिचय
भूकंप (Deprem) एक प्राकृतिक आपदा है जो पृथ्वी की सतह पर अचानक हलचल और कंपन होने के कारण पैदा होता है यह हलचल पैदा होने का कारण आमतौर पर या माना जाता है.
कि यह टेक्टोनिक प्लेटों में हुई हलचलों के कारण और उनमें उत्पन्न कंपनो से होता है. यह भयानक कंपन ज्वालामुखी विस्फोट के कारण भी उत्पन्न होता है जो पृथ्वी की आंतरिक स्थिति को हिला कर रख देता है.

भूकंप (Deprem) के चर्चा में रहने का कारण लगातार बढ़ रहे भूकंप के मामलों के कारण यह चर्चा बना हुआ है इसको लेकर विश्व के भू वैज्ञानिकों ने अपना ध्यान इसकी ओर आकर्षित किया है.
जाने भूकंप आने के कारण
भूकंप के बढ़ते मामलों के कुछ मुख्य कारण
• प्राकृतिक कारण- भूकंप आने का सामान्य कारण टेक्टोनिक प्लेटों में हुई हलचल और कंपन होने का होता है जिससे पृथ्वी की समस्त आंतरिक और बाहरी संरचना पूरी तरह से प्रभावित होती है.
इसमें प्लेटे जब एक दूसरे की ओर की खिसकती है जिसके कारण पृथ्वी की आंतरिक संरचना में हलचल पैदा होती है जो भूकंप का कारण बनती है जब कहीं भी भूकंप आता है तो उस समय पृथ्वी की सतह पर भारी मात्रा में ऊर्जा निकलती है.
जिसे भूकंप कह सकते हैं विश्व में कुछ ऐसे ही जगह है जहां पर भूकंप की स्थिति ज्यादा बनी रहती हैं ऐसे ही कुछ क्षेत्र जैसे प्रशांत महासागर में पेसिफिक रिंग ऑफ फायर के नाम से जाना जाने वाला एक ऐसा क्षेत्र है.
जहां पर पूरी दुनिया के 65 से 75% भूकंप आते हैं यह पूरी दुनिया में एक ऐसी जगह है जहां पर सबसे ज्यादा भूकंप देखने को मिलते हैं.

• मानव जनित कारण- भूकंप आने के योगदान में मानव प्रतिक्रियाओं ने काफी अच्छा खासा योगदान दिया है जैसे बड़े-बड़े बांधों का निर्माण करना, खनन की गतिविधियां, हाइड्रोलिक फै्रक्चरिंग कुछ ऐसी मानवीय गतिविधियां है जो प्राकृतिक स्थिति को aस्थिर बनती है जिसके कारण भविष्य में भूकंप आने की संभावना बनी रहती है. Read more…
भूकंप से पड़ने वाले प्रभाव
* सामाजिक प्रभाव- जब भूकंप आता है तो काफी अच्छी खासी जान-माल की हानि होती है तथा इसमें काफी लोग घर से बेघर हो जाते हैं जो मानवीय संकट को पैदा करता है.
* आर्थिक प्रभाव- जिस क्षेत्र में भूकंप आता है तो वहां की आर्थिक स्थिति बहुत ज्यादा प्रभावित होती है जिससे इस क्षेत्र का इंफ्रास्ट्रक्चर पूरी तरीके से प्रभावित हो जाता है जैसे सड़के, इमारतें आदि.
इन सबको पुनर्निर्माण करने के लिए काफी अच्छा खासा खर्च होता है इसका सीधा असर उसे क्षेत्र की आर्थिक स्थिति को प्रभावित करता है.

* पर्यावरणीय प्रभाव- पर्यावरण पर भी भूकंप का भयानक प्रभाव पड़ता है जिस क्षेत्र में भूकंप आता है उस क्षेत्र का पर्यावरण पूरी तरीके से तहस-नहस हो जाता है
जैसे कि वहां का इंफ्रास्ट्रक्चर, पेड़- पौधे, जंगल, नदियां सब चीज को प्रभावित करता है. क्योंकि भूकंप आने के कारण वहां की स्थलाकृति भी प्रभावित होती है.
भूकंप आने के पीछे वैज्ञानिक अनुसंधानो की प्रवृति
आज आधुनिक प्रौद्योगियों का दौर है जिसमें वैज्ञानिक भूकंप आने से पहले उनकी चेतावनी देते हैं जिसके लिए वें नई-नई तकनीको का उपयोग कर रहे हैं. इसके और ज्यादा अध्ययन के लिए सीस्मोलॉजी काफी ज्यादा सुधार किया है
जिससे भूकंप की पूर्व चेतावनी दी जाती है. जैसे आजकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अर्थात Ai का दौर है जिसकी सहायता से भी भूकंप की पूर्व चेतावनी दी जाती है जिससे भूकंप की प्रवृत्ति को समझने में मदद मिलती है. Click here
भूकंप की प्रवृत्ति को कम करने के कुछ प्रयास
भूकंप की प्रवृत्ति को कम करने के लिए कुछ आधुनिक तौर पर प्रयास किया जा रहे हैं जिसे भूकंप प्रतिरोधी इमारतो का निर्माण करना और आपदा निवारण संगठन की स्थापना करना जिससे कि भविष्य में आने वाली आपदाओं के लिए सक्रिय रहे.
सरकार और अंतरराष्ट्रीय संगठनों की महत्वपूर्ण भूमिका
भूकंप से पड़ने वाले प्रभाव को कम करने के लिए सरकार और अंतरराष्ट्रीय संगठन लगातार प्रयास में लगे हुए हैं सरकार और अंतरराष्ट्रीय संगठन भूकंप को कम करने के लिए भूकंप अलर्ट और भूकंप प्रभावित क्षेत्र निवारण संगठन की स्थापना कर रहा है.
यह सब प्रक्रियाएं करने से जलवायु परिवर्तन से पड़ने वाले खतरनाक प्रभाव को भी कम किया जा सकता है.

निष्कर्ष
लगातार बढ़ रही भूकंप की प्रवृत्ति को रोकने के लिए बहुत से महत्वपूर्ण प्रयास किया जा रहे हैं जिनमें से कुछ प्रयास सरकार और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के द्वारा किए जा रहे हैं
इसी प्रकार कुछ दीर्घकालिक उपायों को अपनाकर हम भूकंप की प्रवृत्ति को कम कर सकते हैं जैसे भूकंप विरोधी पुनर्निर्माण की व्यवस्था करना सुव्यवस्तिथ बांध निर्माण करना जिससे भूकंप की प्रवृत्ति को कम किया जा सकता है
1 thought on “Deprem: Deprem क्या है ? जिससे बढ़ रही भूकंपीय गतिविधियां और जाने भूकंप आने के कारण 1”