PM Modi को दुनिया भर से मिले 22 अंतरराष्ट्रीय सम्मान | पूरी लिस्ट और वजहें!
भूमिका: एक नए भारत की पहचान
21वीं सदी का भारत अब सिर्फ एक उभरती हुई अर्थव्यवस्था नहीं है, बल्कि वैश्विक राजनीति, कूटनीति और सांस्कृतिक प्रभाव में एक निर्णायक शक्ति बन चुका है। इस परिवर्तनशील परिदृश्य के केंद्र में खड़े हैं PM Modi — जिनकी नेतृत्व क्षमता, स्पष्ट विजन और वैश्विक सोच ने भारत को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया है।
इसका प्रमाण है वो सम्मान, जो उन्हें विश्व के 22 से अधिक देशों ने अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मानों के रूप में दिया है। ये सम्मान केवल एक व्यक्ति को नहीं, बल्कि भारत की छवि को, उसकी संस्कृति को और उसकी विश्वसनीयता को दर्शाते हैं।
भारत की कूटनीतिक सफलता की मिसाल
भारत सदैव से एक शांतिप्रिय और सर्वधर्म समभाव की नीति का पक्षधर रहा है, लेकिन हाल के वर्षों में उसकी विदेश नीति में जो दृढ़ता, स्पष्टता और निरंतरता आई है, वह अभूतपूर्व है।
PM Modi ने जिस प्रकार व्यक्तिगत संबंधों के माध्यम से देशों के साथ जुड़ाव बढ़ाया, उसने वैश्विक मंचों पर भारत की उपस्थिति को और भी मजबूत किया। संयुक्त राष्ट्र हो, ब्रिक्स सम्मेलन हो, या फिर G-20 बैठक — हर मंच पर भारत की आवाज को सुना और सराहा जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय सम्मानों की परंपरा और महत्त्व
जब कोई देश किसी विदेशी नेता को अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान देता है, तो यह केवल औपचारिकता नहीं होती, बल्कि यह उस व्यक्ति और देश के प्रति गहरी कृतज्ञता, सम्मान और रणनीतिक साझेदारी का संकेत होता है। PM Modi को इन सम्मानों से नवाजा जाना न केवल उनके प्रयासों की सराहना है, बल्कि यह भारत के साथ मजबूत होती साझेदारी का भी परिचायक है।
– PM Modi को मिले सभी 22 अंतरराष्ट्रीय सम्मानों की पूरी सूची, हर सम्मान का परिचय, क्यों दिया गया, और उसका वैश्विक महत्व, पूरी और परीक्षा उपयोगी explanation के साथ। यह जानकारी UPSC, PCS, SSC, या किसी भी General Awareness सेक्शन के लिए बेमिसाल है।
सऊदी अरब – किंग अब्दुलअज़ीज़ सैश (2016)
परिचय: सऊदी अरब का सर्वोच्च नागरिक सम्मान।
क्यों मिला: सऊदी अरब और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मज़बूत करने के लिए, विशेष रूप से ऊर्जा, निवेश और प्रवासी भारतीयों के हितों की रक्षा में प्रधानमंत्री मोदी की भूमिका को सम्मानित किया गया।
महत्व: यह सम्मान केवल चुनिंदा वैश्विक नेताओं को दिया जाता है – ओबामा और शी जिनपिंग को भी मिला है। यह बताता है कि भारत को अब खाड़ी देशों में एक वैश्विक शक्ति के रूप में देखा जा रहा है।
अफगानिस्तान – स्टेट ऑर्डर ऑफ़ ग़ाज़ी आमिर अमानुल्लाह खान (2016)
परिचय: अफगानिस्तान का सर्वोच्च सम्मान।
क्यों मिला: भारत ने अफगानिस्तान में प्रमुख विकास परियोजनाएं कीं, जैसे कि सलमा डैम और अफगान संसद भवन का निर्माण। इन परियोजनाओं ने भारत-अफगानिस्तान संबंधों को नई ऊंचाई दी।
महत्व: यह सम्मान भारत के अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता हेतु योगदान को मान्यता देता है।
फिलिस्तीन – ग्रैंड कॉलर ऑफ़ द स्टेट ऑफ़ फिलिस्तीन (2018)
परिचय: फिलिस्तीन द्वारा किसी विदेशी नेता को दिया गया सर्वोच्च पुरस्कार।
क्यों मिला: भारत ने हमेशा फिलिस्तीन के मुद्दे पर स्वतंत्र विदेश नीति रखी और समर्थन किया, भले ही उसके इसराइल से भी अच्छे संबंध हों।
महत्व: इससे भारत की संतुलित और वैश्विक स्तर की कूटनीति की पुष्टि होती है।
यूएई – ऑर्डर ऑफ़ ज़ायेद (2019)
परिचय: संयुक्त अरब अमीरात का सर्वोच्च नागरिक सम्मान।
क्यों मिला: खाड़ी देशों में भारत की भूमिका, भारतीय प्रवासियों के अधिकारों की रक्षा, और रणनीतिक साझेदारी को मजबूती प्रदान करने के लिए।
महत्व: यह भारत को इस्लामिक दुनिया में एक स्थिर भागीदार के रूप में स्वीकार करने का संकेत है।
रूस – ऑर्डर ऑफ़ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल (घोषणा 2019, प्रदान 2024)
परिचय: रूस का सबसे प्रतिष्ठित और ऐतिहासिक राजकीय सम्मान।
क्यों मिला: भारत-रूस रणनीतिक संबंधों को गहराई देने, रक्षा सौदों और ब्रिक्स जैसे मंचों पर नेतृत्व को लेकर।
महत्व: यह भारत की सैन्य और कूटनीतिक महत्ता को विश्वस्तर पर पहचान दिलाता है।
मालदीव – निशान इज़्ज़ुद्दीन (2019)
परिचय: मालदीव द्वारा विदेशी नेताओं को दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार।
क्यों मिला: मालदीव में लोकतंत्र की बहाली और भारत की ‘Neighbourhood First Policy’ के तहत सहायता।
महत्व: यह भारत की क्षेत्रीय भूमिका को मजबूती से स्थापित करता है।

बहरीन – किंग हमाद ऑर्डर ऑफ़ द रेनेसां (2019)
परिचय: बहरीन का उच्च नागरिक सम्मान।
क्यों मिला: भारत-बहरीन संबंधों की मजबूती, आर्थिक साझेदारी और भारतीय समुदाय के कल्याण हेतु योगदान।
महत्व: खाड़ी देशों में भारत की मजबूत छवि को दर्शाता है।
अमेरिका – लीजन ऑफ़ मेरिट (2020)
परिचय: अमेरिकी सैन्य सम्मान, जो सहयोगी राष्ट्रों के शीर्ष नेताओं को दिया जाता है।
क्यों मिला: अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए।
महत्व: अमेरिका की ओर से भारत को एक विश्वसनीय वैश्विक भागीदार के रूप में मान्यता।
भूटान – ऑर्डर ऑफ़ द ड्रुक ग्यालपो (घोषणा 2021, प्रदान 2024)
परिचय: भूटान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान।
क्यों मिला: भारत-भूटान पारंपरिक मित्रता, आर्थिक सहयोग और सुरक्षा साझेदारी के लिए।
महत्व: यह दर्शाता है कि भारत अपने पड़ोसियों में सबसे भरोसेमंद साथी बना हुआ है।
फिजी – ऑर्डर ऑफ़ फिजी (2023)
परिचय: फिजी सरकार का प्रतिष्ठित सम्मान।
क्यों मिला: भारत की Act East Policy और फिजी समेत प्रशांत द्वीपीय देशों के साथ सहयोग के लिए।
महत्व: यह भारत की इंडो-पैसिफिक रणनीति में भूमिका को दर्शाता है।
पापुआ न्यू गिनी – ऑर्डर ऑफ़ लोगोहू (2023)
परिचय: देश का सर्वोच्च पुरस्कार।
क्यों मिला: Global South देशों की आवाज़ उठाने और विकास में सहयोग करने के लिए।
महत्व: यह भारत की वैश्विक दक्षिण के नेता के रूप में पहचान को मजबूत करता है।
पलाऊ – एबाकल पुरस्कार (2023)
परिचय: पारंपरिक रूप से सर्वोच्च सम्मान।
क्यों मिला: प्रशांत देशों में भारत की आर्थिक और सांस्कृतिक पहल को सराहना।
महत्व: भारत की soft power की जीत।
मिस्र – ऑर्डर ऑफ़ नाइल (2023)
परिचय: मिस्र का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार।
क्यों मिला: भारत-मिस्र के ऐतिहासिक संबंधों और रणनीतिक साझेदारी को नया आयाम देने के लिए।
महत्व: भारत की अरब दुनिया में बढ़ती पकड़।
फ्रांस – लीजन ऑफ़ ऑनर (2023)
परिचय: फ्रांस का सर्वोच्च सैन्य और नागरिक पुरस्कार।
क्यों मिला: भारत-फ्रांस रक्षा सहयोग, स्पेस और इंडो-पैसिफिक नीति को समर्थन देने के लिए।
महत्व: भारत की रक्षा शक्ति और रणनीतिक साझेदारी को अंतरराष्ट्रीय सम्मान।

ग्रीस – ऑर्डर ऑफ़ ऑनर (2023)
परिचय: ग्रीस का प्रमुख नागरिक सम्मान।
क्यों मिला: ग्रीस और भारत के बीच सांस्कृतिक और कूटनीतिक संबंधों को प्रोत्साहित करने के लिए।
महत्व: भारत की soft diplomacy को बल मिलता है।
नाइजीरिया – ऑर्डर ऑफ़ नाइजर (2024)
परिचय: नाइजीरिया का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार।
क्यों मिला: अफ्रीका के साथ भारत की व्यापार, निवेश और शिक्षा संबंधी पहल को मान्यता।
महत्व: अफ्रीकी महाद्वीप में भारत की मज़बूत होती भूमिका।
गयाना – ऑर्डर ऑफ़ एक्सीलेंस (2024)
परिचय: गयाना का सर्वोच्च पुरस्कार।
क्यों मिला: भारतीय मूल के लोगों की सुरक्षा, सम्मान और संबंध सुधार के लिए।
महत्व: भारतवंशियों की वैश्विक भूमिका को पहचान।
डोमिनिका – अवार्ड ऑफ़ ऑनर (2024)
परिचय: डोमिनिका का सर्वोच्च सम्मान।
क्यों मिला: छोटे देशों के साथ भारत की समानुभूति और सहयोगात्मक दृष्टिकोण के लिए।
महत्व: भारत का वैश्विक दक्षिण नीति में बढ़ता प्रभाव।
बारबाडोस – ऑर्डर ऑफ़ फ्रीडम ऑफ़ बारबाडोस (2024)
परिचय: बारबाडोस का उच्चतम सम्मान।
क्यों मिला: Caribbean देशों में विकास हेतु भारत की सहायता के लिए।
महत्व: छोटे द्वीपीय देशों में भारत की भूमिका को सशक्त करना।
कुवैत – ऑर्डर ऑफ़ मुबारक अल-कबीर (2024)
परिचय: कुवैत का प्रमुख नागरिक सम्मान।
क्यों मिला: भारत-कुवैत संबंधों में मजबूती और भारतीय कामगारों की स्थिति सुधारने के लिए।
महत्व: खाड़ी देशों में भारत की रणनीतिक पकड़।
मॉरीशस – ऑर्डर ऑफ़ द स्टार एंड की ऑफ़ द इंडियन ओशन (2025)
परिचय: मॉरीशस का सर्वोच्च सम्मान।
क्यों मिला: भारतवंशियों की विरासत, भारत-मॉरीशस सांस्कृतिक संबंधों और विकास सहायता के लिए।
महत्व: भारत की soft diplomacy और प्रवासी नीति का सम्मान।
श्रीलंका – श्रीलंका मित्र विभूषण (2025)
परिचय: श्रीलंका का सर्वोच्च पुरस्कार किसी विदेशी को।
क्यों मिला: भारत-श्रीलंका के ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक संबंधों को प्रोत्साहन देने हेतु।
महत्व: श्रीलंका में भारत की रणनीतिक और भावनात्मक उपस्थिति।