Asian Para Canoe Championship 2025 में भारत ने दिखाया दम, 11 मेडल से छाया देश का नाम!
परिचय
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Toggleथाईलैंड के रयॉंग में आयोजित Asian Para Canoe Championships 2025 में भारत के Para Canoe एथलीटों ने अद्भुत प्रदर्शन करते हुए कुल 11 पदक (2 स्वर्ण, 4 रजत, 5 कांस्य) जीते। यह न केवल भारतीय पैरा-कैनोइंग की प्रगति का प्रमाण है, बल्कि आने वाले अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों के लिए आत्मविश्वास का भी बड़ा संकेत है।
थाईलैंड में शानदार प्रदर्शन
Asian Para Canoe Championship 2025 ने भारतीय टीम की गहरी तैयारी और कोचिंग स्टॉर्म की योजनाबद्ध रणनीति का परफॉर्मेंस के ज़रिए प्रत्यक्ष प्रमाण पेश किया। रिकौर्ड-ब्रेकिंग वक्ता रुझान (मेट्रिक्स, रैंकिंग, टाइमिंग) भी भारतीय एथलीटों के समर्पण और संघर्ष की कहानी बयान करते हैं।

पदक विजेताओं की सूची
प्राची यादव – WKL‑2, WVL‑2 (स्वर्ण)
पूजा ओझा – WVL‑1 (स्वर्ण)
निशा रावत – WKL‑2 (रजत)
मनीष कौरव – MKL‑3 (रजत)
अमित कुमार – MVL‑2 (रजत)
मनीष यादव – MVL‑1 (रजत)
यश कुमार – MVL‑1 (कांस्य)
जय दीप – MVL‑3 (कांस्य)
पूजा गर्ग – WVL‑2 (कांस्य)
संगीता राजपूत – WVL‑3 (कांस्य)
पदक विजेताओं की पूरी जानकारी
प्राची यादव (WKL‑2, WVL‑2 स्वर्ण)
प्राची यादव (जन्म 29 मई 1995, ग्वालियर) भारतीय Para Canoe की अग्रणी एथलीट हैं। 2018 में वे पैरांशिमिंग से पैराएकैनोए की ओर आईं और 2020 टोक्यो पैरालिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर इतिहास रचा। उन्होंने VL2 स्प्रिंट की फाइनल हीट में 1:07.329 का टाइम दर्ज किया ।
उनके नाम पर 2022 में पोलैंड में आयोजित आईसीएफ वर्ल्ड कप में ब्रॉन्ज़ पदक और हांगझोउ 2022 एशियन पैरावै Games में KL2 में गोल्ड और VL2 में सिल्वर र्ज़ित है ।
थाईलैंड (रेयोंग) में 2025 एशियन Para Canoe चैम्पियनशिप में उन्हों ने WKL‑2 और WVL‑2 दोनों में स्वर्ण जीता—जिससे उनकी स्पर्धा की वैश्विक क्षमता की पुष्टि होती है।
वे मध्य प्रदेश के Bhopal Lower Lake में कोच मेयनक ठाकुर के मार्गदर्शन में अभ्यास करती हैं, जहाँ विशेष रूप से पैराएकैनो उपकरण विकसित होते हैं । अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी तेज़ रफ़्तार और तकनीकी सटीकता ने उन्हें भारत की शीर्ष महिला पैराएकैनो एथलीट बना दिया है।
पूजा ओझा (WVL‑1 स्वर्ण)
पूजा ओझा (जन्म 1990, भिंड, मध्य प्रदेश) पोलियो से पीड़ित हैं और KL1/VL1 वर्ग की प्रमुख प्रतिस्पर्धी हैं। उन्होंने 2017 में इस खेल की शुरुआत की और 2022 हैलिफ़ैक्स वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भारत की पहली पदक विजेता बनीं ।
2023 और 2024 के विश्व चैम्पियनशिप्स (ड्युसबर्ग, स्जेगेड) में लगातार सिल्वर मेडल जीतकर उनकी काबिलियत और भरोसेमंद प्रदर्शन दिखाई दिया ।
थाईलैंड में आयोजित इस चैम्पियनशिप में WVL‑1 में स्वर्ण जीत कर उन्होंने भारत का मान और बढ़ाया। हाल में आयोजित वर्ल्ड चैम्पियनशिप 2024 (स्जेगेड) में उन्होंने VL1 200m में 1:24.51 का समय दर्ज कर SILVER से अपनी स्थिति मजबूत की ।
उनकी उपस्थिति भारतीय Para Canoe में प्रेरणा स्त्रोत बन चुकी है, खासकर उन युवाओं के लिए, जो सामाजिक और शारीरिक बाधाओं का सामना कर खेल में आगे बढ़ना चाहते हैं।
निशा रावत (WKL‑2 रजत)
उत्तर प्रदेश की निशा रावत युवा खिलाड़ी हैं, जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टीम में अपनी जगह बनाई। Bhopal Lower Lake में आयोजित राष्ट्रीय चैम्पियनशिप और कोच मेयनक ठाकुर द्वारा संचालित पद्धति के तहत उनकी ट्रेनिंग हुई है । थाईलैंड में WKL‑2 प्रतिस्पर्धा में उन्होंने सिल्वर पदक जीतकर कम उम्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की।
उनकी टाइमिंग लाइव रेज़ल्ट्स में भी दर्ज है—200m में 1:22.251, जो रजत पदक के समय से जुड़ा है । यह पदक निशा की निरंतर प्रगति का संकेत है और भविष्य में वे KL2 या VL2 में पदक की दावेदार बन सकती हैं।
मनीष कौरव (MKL‑3 रजत)
मनीष कौरव (~28 वर्ष) KL3 वर्ग के प्रमुख खिलाड़ी हैं। वे अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत के लिए 15 गोल्ड और 1 सिल्वर मेडल जीत चुके हैं । हांगझोउ एशियन पैरागेम्स और समरकंद एशियन चैम्पियनशिप (2023) में उन्होंने ब्रॉन्ज़ और गोल्ड सहित कई पदक हासिल किए ।
रेयोंग में MKL‑3 में सिल्वर पदक जीतकर उन्होंने राष्ट्रीय प्रभुत्व को फिर से साबित किया और दर्शाया कि विराट अंतरराष्ट्रीय फील्ड में भारत की स्थिति मजबूत हो रही है। उनके सहयोगी और जीवनसाथी, प्राची यादव, भी पैराएकैनो में पदक विजेता हैं, जो उन्हें मानसिक और तकनीकी समर्थन देती हैं ।
अमित कुमार (MVL‑2 रजत)
अमित कुमार पैराएकैनो में अब तक अनेक उपलब्धियों के धनी हैं। 2025 आईसीएफ वर्ल्ड कप में वे VL2 वर्ग में भारत के पहले फाइनलिस्ट बने—जिसे इतिहासकार मान रहे हैं । KRAFTON Athlete Aspire से समर्थित, उन्होंने थाईलैंड में MVL‑2 में सिल्वर पदक जीता, जिससे उनकी गति और तकनीक की वृद्धि स्पष्ट हुई ।
उनकी कार्यशैली और दृढ़ संकल्प भारतीय Para Canoe के भविष्य के लिए आधार बना रहे हैं। उनके इस प्रदर्शन से VL2 स्प्रे में भारत की प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता मजबूत होती देखी गई है।
मनीष यादव (MVL‑1 रजत)
43 वर्षीय मनीष यादव MVL‑1 वर्ग में भारत का अनुभवी खिलाड़ी हैं । इस चैम्पियनशिप में MVL‑1 में सिल्वर पदक जीतकर इन्होंने अपने लंबे करियर में एक और कीर्तिमान स्थापित किया। उनकी दायरे वाली तकनीक और समयबद्ध प्रतिस्पर्धा ने उन्हें इस उपलब्धि तक पहुँचाया।
Lower Lake में इनके ट्रेनिंग मॉडल में फोकस फंक्शन और तकनीकी संयोजन से दी जा रही है । उनके युवा साथियों के लिए यह अनुभव किसी गाइडेंस से कम नहीं है।
यश कुमार (MVL‑1 कांस्य)
यश कुमार (14 अप्रैल 1997, आगरा) KL1 वर्ग के एकमात्र पुरुष भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 2024 पेरिस पैरालिंपिक्स में भारत का प्रतिनिधित्व किया । उन्होंने विश्व कप 2025 VL1 में भारत का पहला पदक, कांस्य जीता și Rayong में MVL‑1 कांस्य प्राप्त किया।
उनकी सफर प्रेरणादायक है—पोलियो जैसी चुनौती को हराकर वह वैश्विक मंच पर भारत का नाम रौशन कर रहे हैं। Lower Lake में इसे गठ्ना प्रशिक्षण और कोच अनुकरणीय उदाहरण हैं ।
जय दीप (MVL‑3 कांस्य)
जय दीप MVL‑3 वर्ग में कांस्य पदक जीतकर टीम की विविधता और गहराई में योगदान दिया। इस वर्ग में पुरुषों का मुकाबला अक्सर तकनीकी और गति-निर्भर होता है, जिससे यह पदक उनकी क्षमता को उजागर करता है। हालाँकि उनकी व्यक्तिगत जानकारी सीमित है, लेकिन राष्ट्रीय मंचों पर उनकी उपस्थिति और प्रतिस्पर्धा उन्हें एक उभरता चेहरा बनाती है।
पूजा गर्ग (WVL‑2 कांस्य)
दिल्ली के पास की रहने वाली पूजा गर्ग ने Lower Lake के प्रशिक्षण कार्यक्रम से गुजरकर इस चैम्पियनशिप में WVL‑2 में कांस्य पदक जीता। यह पदक खास इसलिए है क्योंकि वह National-level प्रतियोगिताओं में लगातार सशक्त प्रदर्शन दिखा रही हैं
संगीता राजपूत (WVL‑3 कांस्य)
संगीता राजपूт ने WVL‑3 वर्ग में कांस्य पदक जीते। Lower Lake के कोचिंग कार्यक्रम में शामिल इस युवा खिलाड़ी ने थाईलैंड की स्पर्धा में शानदार ढंग से अपनी छाप छोड़ी। उनके प्रशिक्षण में शामिल तकनीकी सत्रों ने इन्हें अंतरराष्ट्रीय योग्यता दी और यह प्रदर्शन इसी का परिणाम है ।
भारतीय Para Canoe का विकास: संघर्ष से सफलता तक
भारत में Para Canoe जैसी जल क्रीड़ा का विकास हाल ही में तेजी से हुआ है। पहले यह खेल बहुत सीमित था—ना तो प्रशिक्षित कोच मिलते थे और ना ही आधुनिक तकनीकी उपकरण। लेकिन जैसे-जैसे खिलाड़ियों ने अपनी काबिलियत से अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का नाम रौशन किया, वैसे-वैसे सरकार और खेल संगठनों का ध्यान इस ओर बढ़ा।
प्रमुख बदलाव:
राष्ट्रीय Para Canoe चैंपियनशिप्स का आयोजन:
अब देश के विभिन्न हिस्सों में नियमित तौर पर प्रतियोगिताएं होती हैं जो नए टैलेंट को सामने लाने का माध्यम हैं।
मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों का योगदान:
इन राज्यों ने खेल विश्वविद्यालयों और कोचिंग सेंटरों में इन खिलाड़ियों को जरूरी सुविधाएँ देना शुरू किया है।
TOPS योजना और सरकारी सहयोग:
टार्गेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS) के तहत अब पैरा-एथलीटों को आर्थिक, मानसिक और तकनीकी सहायता प्रदान की जा रही है।
Asian Para Canoe Championship 2025: थाईलैंड के रयॉंग में मुकाबलों का माहौल
Asian Para Canoe Championship 2025 आयोजन स्थल: रेयोंग, थाईलैंड
रेयोंग ने इस बार की एशियन Para Canoe चैंपियनशिप को न केवल सुचारू रूप से आयोजित किया, बल्कि खिलाड़ियों को वैश्विक स्तर की सुविधाएं भी उपलब्ध करवाईं। उच्च गुणवत्ता वाले Kayak और Va’a नावों, जजिंग पैनल्स की निष्पक्षता, और मौसम की चुनौतीपूर्ण स्थितियों ने इस प्रतियोगिता को और भी प्रतिष्ठित बना दिया।
मौसम और चुनौती:
तापमान लगभग 34°C, हवा की गति 12-15 km/h,
लहरें थोड़ी तेज़, जिससे खिलाड़ियों को संतुलन साधने में अतिरिक्त ऊर्जा लगानी पड़ी,
कई मुकाबले बेहद कड़े थे, पदक विजेता और उपविजेता के बीच समय का अंतर कुछ मिलीसेकंड तक सीमित था।

Asian Para Canoe Championship 2025 आगे की राह: पेरालिंपिक्स और वर्ल्ड चैंपियनशिप की ओर
यह 11 पदक केवल शुरुआत है। इन खिलाड़ियों ने जिस तरह से प्रदर्शन किया है, उससे साफ है कि अब भारत Para Canoe में ओलंपिक स्तर पर पदक के दावेदार बन सकता है।
आगामी बड़े आयोजन:
1. ICF Para Canoe World Cup 2026 – वर्ल्ड स्तर पर कड़ा मुकाबला।
2. 2026 Asian Para Games, Japan – भारत के लिए गोल्डन चांस।
3. 2028 Paralympics, Paris – लंबी योजना के तहत अब चयन प्रक्रिया और अभ्यास और तेज़ किया जाएगा।
निष्कर्ष: देश का नया उभार
Asian Para Canoe Championship 2025 में भारत के 11 पदक सिर्फ खेल नहीं, आत्मबल, तकनीक, नीति और जनसमर्थन की समेकित जीत है। यह जीत बताती है कि अगर अवसर मिले तो भारत का कोई भी खिलाड़ी दुनिया की किसी भी चुनौती को पार कर सकता है।
अब यह ज़िम्मेदारी सरकार, खेल मंत्रालय, और समाज की है कि इस रफ्तार को बनाए रखा जाए—सुविधाएँ दी जाएँ, सम्मान बढ़ाया जाए और नई पीढ़ी को प्रेरित किया जाए।
FAQs: Asian Para Canoe Championship 2025 से जुड़ी प्रमुख जानकारियाँ
Asian Para Canoe Championship 2025 कहाँ आयोजित हुई थी?
उत्तर:
Asian Para Canoe Championship 2025 थाईलैंड के रेयोंग (Rayong) में आयोजित की गई थी, जिसमें एशिया के कई देशों के पैरा-एथलीटों ने भाग लिया।
भारत ने कुल कितने पदक जीते?
उत्तर:
भारत ने कुल 11 पदक जीते:
3 स्वर्ण
4 रजत
4 कांस्य
कौन-कौन से भारतीय खिलाड़ियों ने स्वर्ण पदक जीते?
उत्तर:
- प्राची यादव – WKL‑2 और WVL‑2 दोनों में स्वर्ण
- पूजा ओझा – WVL‑1 में स्वर्ण
प्राची यादव कौन हैं और उनका क्या रिकॉर्ड रहा है?
उत्तर:
प्राची यादव मध्यप्रदेश से हैं और भारत की अग्रणी पैरा-कैनोइस्ट हैं।
वह पहले ही पेरालंपिक 2020 टोक्यो में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।
अब 2025 की इस चैंपियनशिप में दो-दो स्वर्ण पदक जीतकर उन्होंने देश का नाम फिर रोशन किया है।
कैनोइंग में ‘WKL’, ‘WVL’, ‘MVL’ का क्या मतलब है?
उत्तर:
यह कैटेगरी और जेंडर के हिसाब से इवेंट को दर्शाते हैं:
WKL: Women Kayak (L – Disability Level)
WVL: Women Va’a (Single outrigger canoe – L)
MVL: Men Va’a
MKL: Men Kayak
“L1”, “L2”, “L3” का अर्थ है खिलाड़ी की डिसएबिलिटी की श्रेणी।
भारत के अन्य प्रमुख पदक विजेता कौन रहे?
उत्तर:
निशा रावत – WKL‑2 में रजत
मनीष कौरव – MKL‑3 में रजत
अमित कुमार – MVL‑2 में रजत
मनीष यादव – MVL‑1 में रजत
यश कुमार, जय दीप, पूजा गर्ग, संगीता राजपूत – कांस्य पदक विजेता
Para Canoe और ओलंपिक/पेरालिंपिक में क्या संबंध है?
उत्तर:
Para Canoe, पेरालंपिक का आधिकारिक खेल है।
भारत के खिलाड़ी पहले ही पेरालंपिक 2020 में भाग ले चुके हैं।
इस चैंपियनशिप में सफलता का मतलब है कि अब अधिक भारतीय पैरा-कैनोइस्ट्स को पेरालंपिक 2028 (पेरिस) के लिए तैयार किया जा सकता है।
भारत में Para Canoe के लिए प्रशिक्षण कहाँ होता है?
उत्तर:
प्रमुख प्रशिक्षण स्थल:
मध्यप्रदेश (होशंगाबाद, भोपाल),
उत्तरप्रदेश,
छत्तीसगढ़,
इंडियन कयाकिंग एंड कैनोइंग एसोसिएशन (IKCA) के अंतर्गत मान्यता प्राप्त कोचिंग अकादमियाँ।
क्या भारत सरकार इन पैरा खिलाड़ियों की मदद करती है?
उत्तर:
जी हाँ, इन खिलाड़ियों को TOPS (Target Olympic Podium Scheme), साई (SAI) और राज्य सरकारों की योजनाओं के तहत वित्तीय और तकनीकी सहायता दी जाती है।
क्या यह भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है?
उत्तर:
हाँ, Asian Para Canoe Championship 2025 में यह भारत का अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन है। इससे पहले इतनी बड़ी संख्या में पदक भारत को नहीं मिले थे।
आगे भारत के पैरा-कैनोइस्ट्स के क्या लक्ष्य हैं?
उत्तर:
- 2026 Asian Para Games (Japan)
- 2028 Paris Paralympics
- ICF World Para Canoe Championships 2026
क्या ये सभी खिलाड़ी दिव्यांग हैं?
उत्तर:
हाँ, Para Canoe एक पैरा-स्पोर्ट है जिसमें हिस्सा लेने वाले खिलाड़ी शारीरिक विकलांगता (जैसे पैरालिसिस, पोस्ट-इंजरी मोटर डिसेबिलिटी आदि) से जूझ रहे होते हैं।
क्या मैं इन खिलाड़ियों को सपोर्ट कर सकता हूँ?
उत्तर:
जी हाँ!
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जागरूकता फैलाएँ,
सरकारी स्तर पर याचिका/सुझाव भेजें कि इन खिलाड़ियों को सम्मान और स्पॉन्सरशिप दी जाए।
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