BIMARU ये शब्द भारत के चार प्रमुख राज्यों सी मिलकर बना है ,ये बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश—के लिए प्रयुक्त होता है। इस शब्द का उपयोग पहली बार 1980 के दशक में अर्थशास्त्री अशोक लाहिड़ी और राज कृष्ण ने किया था। BIMARU राज्यों में गरीबी की दर राष्ट्रीय औसत से अधिक रही है। यहाँ के लोगों की प्रति व्यक्ति आय अन्य विकसित राज्यों (जैसे महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु) की तुलना में बहुत ही कम है।
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ToggleBIMARU राज्यों की समस्या: विकास में पिछड़ापन क्यों?
BIMARU ये शब्द भारत के चार प्रमुख राज्यों सी मिलकर बना है ,ये बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश—के लिए प्रयुक्त होता है। इस शब्द का उपयोग पहली बार 1980 के दशक में अर्थशास्त्री अशोक लाहिड़ी और राज कृष्ण ने किया था।
इन राज्यों को BIMARU (बीमारू) इसलिए कहा जाता है क्योंकि इनका आर्थिक तथा सामाजिक और मानव विकास अन्य राज्यों की तुलना में काफी कमजोर था।
हालाँकि, हाल ही मे वर्षों में कुछ राज्यों ने सुधार किया है, और फिर भी यह बहस का विषय बना हुआ है कि क्या ये राज्य पूरी तरह से विकसित हो पाए हैं या नहीं।
1. BIMARU राज्यों की प्रमुख समस्याएँ
इन राज्यों की सबसे बड़ी समस्याएँ निम्नलिखित हैं:
1.1. गरीबी और बेरोजगारी
BIMARU राज्यों में गरीबी की दर राष्ट्रीय औसत से अधिक रही है। यहाँ के लोगों की प्रति व्यक्ति आय अन्य विकसित राज्यों (जैसे महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु) की तुलना में बहुत ही कम है। और इसी के साथ उद्योगों की कमी है और शिक्षा का अभाव और कृषि पर अत्यधिक निर्भरता के कारण यहाँ पर रोजगार के अवसर सीमित हैं। Read more…

1.2. शिक्षा की कमी
* इन सभी राज्यों में शिक्षा की स्थिति भी चिंताजनक रही है।
* उत्तर प्रदेश और बिहार की साक्षरता दर राष्ट्रीय औसत से कम रही है।
* इन राज्यों के सरकारी स्कूलों में अध्यापकों की कमी और खराब बुनियादी ढांचा और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अभाव है।
* तकनीकी और उच्च शिक्षा के संस्थानों की कमी के कारण यहाँ के युवा अन्य राज्यों में पलायन करने को मजबूर होते हैं।
1.3. स्वास्थ्य सेवाओं की खराब स्थिति
BIMARU राज्यों में स्वास्थ्य सेवाओं की हालत बेहद खराब रही है।
* यहां पर बच्चों और माताओं की मृत्यु दर अन्य राज्यों से अधिक है।
* इन राज्यों मे सरकारी अस्पतालों की संख्या कम है और उनकी हालत भी बहुत खराब है।
* इन राज्यों मे डॉक्टरों और चिकित्सा सुविधाओं की भारी कमी है।
* इन सभी राज्यों मे स्वच्छता और पोषण की स्थिति भी चिंताजनक है, जिससे कुपोषण और बीमारियों का स्तर अधिक है।
1.4. अत्यधिक जनसंख्या वृद्धि
* BIMARU राज्यों की जनसंख्या वृद्धि दर अन्य विकसित राज्यों की तुलना में काफी ज्यादा रही है।
* उत्तर प्रदेश और बिहार राज्य की आबादी कई देशों की कुल जनसंख्या से अधिक है।
* इन राज्यों मे बढ़ती जनसंख्या संसाधनों पर भी अत्यधिक दबाव डालती है, जिससे शिक्षा तथा स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं की कमी बढ़ जाती है।
* पारिवारिक नियोजन कार्यक्रमों की असफलता और महिलाओं की अशिक्षा इसकी मुख्य वजह बनते है।
1.5. कृषि पर अत्यधिक निर्भरता
* इन राज्यों की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर निर्भर रहती है।
* आधुनिक कृषि तकनीकों की कमी के कारण इनमे कृषि उत्पादन कम रहता है।
* इनमे बाढ़ और सूखे जैसी प्राकृतिक आपदाएँ किसानों को बुरी तरह प्रभावित करती हैं।
* किसानों को फसल का उचित मूल्य नहीं मिल पाता, जिससे वे कर्ज और आत्महत्या की ओर धकेले जाते हैं।
1.6. औद्योगिकीकरण की कमी
* औद्योगिकीकरण की धीमी गति BIMARU राज्यों की पिछड़ेपन की बड़ी वजहों में से एक है।
* बिहार और उत्तर प्रदेश राज्य में बड़े उद्योगों की संख्या बहुत कम है।
* इन राज्यों मे निवेश की कमी और सरकारी नीतियों में अनिश्चितता के कारण उद्योगपतियों की रुचि कम रहती है।
* बेरोजगारी अधिक होने के कारण यहाँ से युवाओं का पलायन होता है, जिससे औद्योगिक विकास प्रभावित होता है।
2. BIMARU राज्यों के विकास में बाधक कारक
2.1. भ्रष्टाचार और कमजोर प्रशासनिक व्यवस्था
* BIMARU राज्यों में भ्रष्टाचार एक बड़ी समस्या रही है।
* सरकारी योजनाओं का लाभ जनता तक सही तरीके से नहीं पहुँच पाता।
* भ्रष्ट अधिकारियों और नेताओं के कारण विकास कार्य धीमे होते हैं।
* गरीबों को मिलने वाली सुविधाएँ जैसे राशन तथा स्वास्थ्य सेवाएँ और पेंशन योजनाएँ भ्रष्टाचार के कारण भी प्रभावित होती हैं।
2.2. अपराध और कानून व्यवस्था की खराब स्थिति
* अपराध और कानून व्यवस्था की स्थिति BIMARU राज्यों में अन्य विकसित राज्यों की तुलना में कमजोर रही है।
* बिहार और उत्तर प्रदेश में संगठित अपराध तथा राजनीतिक हिंसा और जातीय संघर्ष अधिक देखे गए हैं।
* इन राज्यों मे महिलाओं की सुरक्षा एक प्रमुख चिंता बनी हुई है।
* इनमे औद्योगिक विकास प्रभावित होता है क्योंकि निवेशक असुरक्षा के कारण निवेश करने से कतराते हैं।
2.3. बुनियादी ढाँचे की कमी
* इन राज्यों में सड़कें तथा बिजली, पानी और परिवहन सुविधाएँ विकसित राज्यों की तुलना में काफी कमजोर हैं।
* इन राज्यों के ग्रामीण इलाकों में सड़कें खराब या अनुपलब्ध हैं, जिससे विकास की गति धीमी रहती है।
* इन राज्यों मे बिजली की कमी उद्योगों और व्यापारियों के लिए एक बड़ी समस्या बनी हुई है।
* शहरों की अनियोजित वृद्धि और यातायात की समस्या भी विकास में बाधा डालती है।
3. क्या BIMARU राज्य अब भी पिछड़े हुए हैं?
हाल के वर्षों में कुछ BIMARU राज्यों ने तेजी से विकास किया है।
* मध्य प्रदेश ने कृषि उत्पादन में काफी सुधार किया है और इंदौर जैसे शहर स्मार्ट सिटी परियोजना का हिस्सा बने हैं।
* राजस्थान में पर्यटन और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।
* उत्तर प्रदेश में बुनियादी ढाँचे और एक्सप्रेसवे का तेजी से विकास हुआ है।
* बिहार में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार के प्रयास किए गए हैं।
हालाँकि, कुछ क्षेत्रों में अभी भी सुधार की आवश्यकता है। बिहार और उत्तर प्रदेश की गरीबी तथा शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति अब भी चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। Click here

4. BIMARU राज्यों के विकास के लिए संभावित समाधान
4.1. शिक्षा और कौशल विकास में सुधार
* उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में सुधार आवश्यक है।
* तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देकर सभी रोजगार के अवसरों को बढ़ाया जा सकता है।
4.2. औद्योगिकीकरण को बढ़ावा देना
* इन राज्यों मे बड़े उद्योगों और स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए निवेश अनुकूल नीतियाँ बनाई जानी चाहिए।
* एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग) को बढ़ावा देने से स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
4.3. कृषि क्षेत्र में सुधार
* आधुनिक तकनीकों, जैविक खेती और नवाचारों को अपनाने से कृषि उत्पादन बढ़ सकता है।
* किसानों को सीधी सहायता देकर बिचौलियों को खत्म करना आवश्यक है।
4.4. पर्यटन और सेवा क्षेत्र का विकास
* राजस्थान और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में पर्यटन की अपार संभावनाएँ हैं।
* इन राज्यों के स्वास्थ्य और आईटी क्षेत्र में निवेश बढ़ाकर रोजगार के नए अवसर बनाए जा सकते हैं।
4.5. भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था में सुधार
* डिजिटलीकरण और पारदर्शिता लाकर सरकारी योजनाओं को सही लाभार्थियों तक पहुँचाया जा सकता है।
* पुलिस और न्यायिक व्यवस्था को मजबूत करके अपराध दर को कम किया जा सकता है।
5. निष्कर्ष
हालाँकि BIMARU राज्यों में पिछले कुछ दशकों में काफी सुधार हुए हैं, लेकिन अभी भी इन राज्यों मे चुनौतियाँ बनी हुई हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, कानून व्यवस्था और बुनियादी ढाँचे में सुधार की ज़रूरत है।
यदि इन राज्यों में सही योजनाओं और नीतियों के साथ विकास किया जाए, तो ये भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।