C-17 ग्लोबमास्टर: दुनिया का शक्तिशाली सैन्य परिवहन विमान, क्यों बना सुर्खियों में? जानिए इसकी अद्भुत क्षमताएँ, हालिया मिशन और वैश्विक स्तर पर इसकी बढ़ती भूमिका!”
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Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!C-17 ग्लोबमास्टर III एक विशाल सैन्य परिवहन विमान है, जिसे बोइंग कंपनी द्वारा विकसित किया गया है। यह विमान अपनी उच्च वहन क्षमता, लंबी दूरी तक उड़ान भरने की क्षमता और विविध परिचालन क्षमताओं के लिए जाना जाता है।
हाल ही में, इस विमान कई महत्वपूर्ण कारणों से चर्चा में बना हुआ है, इसके चर्चा में रहने के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण बताये जा रहे हैं |
जिसमें कारणों में मुख्य रूप से अफगानिस्तान से लोगों की निकासी, मानवीय सहायता मिशन, और सैन्य अभियानों में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका शामिल है.

C-17 का संक्षिप्त परिचय
C-17 ग्लोबमास्टर III एक चार-इंजन वाला सैन्य जेट विमान है, जिसे मुख्यतः सैन्य परिवहन के लिए उपयोग किया जाता है। इस विमान की अधिकतम वहन क्षमता लगभग 77,519 किलोग्राम है,
जो इसको भारी उपकरण, वाहनों, और सैनिकों को लंबी दूरी तक तेजी से ले जाने में सक्षम बनाती है। इस ग्लोबमास्टर III का डिज़ाइन और इसकी परफेक्ट संरचना इसे कठिन और सीमित रनवे पर भी संचालन करने में सक्षम बनाती है, इसकी यह कुशलता एवं सुदृढ़ता इसे सैन्य अभियानों के लिए अत्यंत मूल्यवान बनाती है. Read more…
अफगानिस्तान से निकासी में भूमिका
अगस्त 2021 में, ज़ब तालिबान के द्वारा अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा कर लिया गया था. तालिबान के द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा किये जाने के बाद,
अमेरिकी वायु सैन्य विमान ने बड़े पैमाने पर लोगों की निकासी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अमेरिकी वायु सेना के एक विमान ने एक ही उड़ान में 823 अफगान नागरिकों को सुरक्षित रूप से काबुल से बाहर निकाला, जिनमें 183 बच्चे भी शामिल थे।
इस विमान के लिए एक रिकॉर्ड था और यह रिकॉर्ड इसकी विशाल वहन क्षमता और विश्वसनीयता को दर्शाता है।
ऐसे समय में भारत ने भी अपने वायु सैन्य इस विमानों का उपयोग अफगानिस्तान में फसे अपने नागरिकों और अन्य लोगों को निकालने के लिए किया।
भारतीय वायु सेना के C-17 विमान ने काबुल हवाई अड्डे से 168 लोगों को लेकर दिल्ली के निकट गाजियाबाद स्तिथ हिंडन एयरबेस पर उतारा, जिसमें 24 अफगान हिंदू और सिख भी शामिल थे।
मानवीय सहायता मिशनों में योगदान
C-17 विमान ने विभिन्न मानवीय सहायता मिशनों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। फरवरी 2023 में, भारत ने तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप के बाद वहाँ चिकित्सा आपूर्ति और कर्मियों को भेजने के लिए भी भारत सरकार ने इन विमानों का उपयोग किया।
चौथे इस विमान ने भारतीय सेना की चिकित्सा टीम के 54 सदस्यों के साथ मिलकर एक चिकित्सा उपकरण और अन्य आवश्यक सामग्री तुर्की पहुंचाई, जिससे तुर्की में आये विनाशकारी भूकंप से वहां के प्रभावित लोगों को तत्काल चिकित्सा सहायता मिल सकी।

सैन्य अभियानों में C-17 की भूमिका
C-17 विमान ने विभिन्न सैन्य अभियानों में भी अपनी उपयोगिता देश के लिए साबित करके दिखाया है।
मार्च 2024 में भी, भारतीय वायु सेना के एक C-17 विमान ने अरब सागर में एक महत्वपूर्ण अभियान के दौरान भारतीय नौसेना के मार्कोस कमांडो और दो ‘कॉम्बैट रबराइज्ड रेडिंग क्राफ्ट’ (CRRC) नौकाओं को सटीक स्थान पर उतारने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।
यह अभियान सोमालियाई समुद्री डाकुओं द्वारा अपहृत एक मालवाहक जहाज को मुक्त कराने के लिए चलाया गया था, जिसमें C-17 की भूमिका बहुत निर्णायक रही। Click here…
निष्कर्ष
C-17 ग्लोबमास्टर III एक ऐसा वायु सैन्य विमान हैं जो अपनी उच्च वहन क्षमता, लंबी दूरी तक उड़ान भरने की क्षमता, और विविध परिचालन क्षमताओं के कारण सैन्य और मानवीय मिशनों में एक महत्वपूर्ण साधन बन गया है।
चाहे वह युद्धक्षेत्र में सैनिकों और उपकरणों का परिवहन हो, या आपदाग्रस्त क्षेत्रों में मानवीय सहायता पहुंचाना हो, हर परिस्थिति में C-17 ने अपनी बहुमुखी प्रतिभा और विश्वसनीयता को बार-बार साबित करके दिखाया है।
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