e‑Sanjeevani: भारत का सबसे बड़ा मुफ्त टेलीमेडिसिन प्लेटफॉर्म – जानिए पूरी जानकारी!
परिचय: स्वास्थ्य सेवा की डिजिटल यात्रा
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Toggleभारत जैसे विशाल और विविधता से भरे देश में स्वास्थ्य सेवाओं की समान पहुँच एक सदियों पुरानी चुनौती रही है। खासकर ग्रामीण, सुदूर और पिछड़े इलाकों में, एक योग्य डॉक्टर तक पहुँचना आज भी कई लोगों के लिए कठिन सपना है।
इसी चुनौती का समाधान बनकर उभरा है – e-Sanjeevani, भारत सरकार द्वारा विकसित और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा प्रबंधित टेलीमेडिसिन प्लेटफॉर्म।
यह न केवल भारत बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा आधारित टेलीमेडिसिन नेटवर्क बन चुका है। आज यह मंच 37 करोड़ से अधिक लोगों को उनके घर बैठे डॉक्टर से जोड़ चुका है — और यह संख्या हर दिन बढ़ रही है।
e-Sanjeevani क्या है? (What is e-Sanjeevani?)
e-Sanjeevani एक cloud-based, integrated telemedicine platform है जो दो प्रमुख मॉडल में काम करता है:
1. e-Sanjeevani AB-HWC (Doctor-to-Doctor Consultation)
यह मॉडल देश के Health and Wellness Centres (HWC) को बड़े अस्पतालों और विशेषज्ञ डॉक्टरों से जोड़ता है। इसमें डॉक्टर किसी अन्य डॉक्टर से सलाह लेकर मरीज की बेहतर देखभाल कर सकता है।
2. e-Sanjeevani OPD (Doctor-to-Patient Consultation)
इस मॉडल के अंतर्गत आम नागरिक अपने स्मार्टफोन, लैपटॉप या CSC (Common Service Centre) के माध्यम से सीधे डॉक्टर से वीडियो कंसल्टेशन ले सकता है।
2025 तक के आँकड़े और उपलब्धियाँ
37 करोड़+ वर्चुअल परामर्श
यह संख्या इस बात का प्रमाण है कि भारत में डिजिटल स्वास्थ्य प्रणाली को किस तरह तेजी से अपनाया जा रहा है। ये आंकड़े राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा नियमित रूप से साझा किए जाते हैं।
1.32 लाख से अधिक स्पोक क्लीनिक
हर राज्य, जिला और गाँव स्तर तक फैले ये Health & Wellness Centres (HWC) और Common Service Centres (CSC) इस टेलीमेडिसिन सिस्टम की रीढ़ हैं।
56% से अधिक महिलाएँ लाभार्थी
यह डेटा दर्शाता है कि महिलाएँ डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा को प्राथमिकता दे रही हैं, जिससे महिला स्वास्थ्य सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ी प्रगति हो रही है।
हर महीने औसतन 10-15 लाख कंसल्टेशन
कोविड के दौरान जहाँ यह संख्या प्रति दिन 1 लाख तक पहुँच गई थी, वहीं अब यह एक स्थायी रफ्तार पर स्थिर है।
e‑Sanjeevani: किन राज्यों में सबसे ज़्यादा प्रभाव?
तेलंगाना
2 करोड़ से अधिक लोग इससे लाभान्वित
4500+ हेल्थ सेंटर
ग्रामीण और जनजातीय जिलों में भी सेवा पहुँची
उत्तर प्रदेश
8,000+ CSC और PHC में सेवा उपलब्ध
5 करोड़ से अधिक लोग जुड़े
केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु
दक्षिणी राज्यों में इसके संचालन की दक्षता बेहद सराहनीय रही है
किस तरह बदल रही है यह सेवा आम जनता का जीवन?
1. चिकित्सा सेवाओं तक आसान पहुँच
अब मरीजों को डॉक्टर से मिलने के लिए घंटों का सफर तय नहीं करना पड़ता। कुछ ही क्लिक में वे विशेषज्ञ डॉक्टर से बात कर सकते हैं।
2. समय और धन की बचत
आम आदमी को न केवल यात्रा के खर्च से राहत मिली है, बल्कि समय भी बचा है। खासकर दैनिक मज़दूरी करने वाले लोगों के लिए यह वरदान है।
3. चिकित्सा सलाह का डिजिटल रिकॉर्ड
हर परामर्श का रिकॉर्ड मरीज के खाते में सुरक्षित रहता है, जिससे डॉक्टरों को इलाज में निरंतरता और सटीकता मिलती है।
4. ग्रामीण भारत में जागरूकता
e-Sanjeevani ने ग्रामीण भारत में डिजिटल स्वास्थ्य सेवा को लोकप्रिय बनाया है। अब गाँवों में भी लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर अधिक सजग हैं।
तकनीकी विशेषताएँ
वीडियो कॉलिंग
डिजिटल प्रिस्क्रिप्शन
OTP आधारित लॉगिन और यूजर फ्रेंडली इंटरफेस
बहुभाषीय सपोर्ट (हिंदी, अंग्रेजी सहित अन्य क्षेत्रीय भाषाएँ)
डेटा एन्क्रिप्शन और गोपनीयता की पूरी गारंटी

चुनौतियाँ जो अब भी हैं:
1. इंटरनेट की पहुंच
ग्रामीण भारत में अब भी इंटरनेट की स्थिरता एक बड़ी बाधा है।
2. डिजिटल साक्षरता
अब भी कई लोग स्मार्टफोन या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म चलाने में सहज नहीं हैं, जिससे उन्हें सेवा का लाभ लेने में कठिनाई होती है।
3. डॉक्टरों की उपलब्धता
कुछ क्षेत्रों में अभी भी विशेषज्ञ डॉक्टरों की संख्या सीमित है।
4. तकनीकी गड़बड़ी
कभी-कभी सर्वर डाउन या कॉल ड्रॉप जैसी तकनीकी समस्याएँ अनुभव की जाती हैं।
e‑Sanjeevani: सरकार की नई योजनाएँ और भविष्य की दिशा
1. AI आधारित डायग्नोस्टिक्स टूल का विकास
जिससे आम लक्षणों के आधार पर रोग की पहचान और मार्गदर्शन पहले ही स्तर पर मिल सके।
2. 24×7 ऑनलाइन OPD
कुछ राज्यों ने इसे शुरू कर दिया है, आने वाले समय में इसे पूरे देश में फैलाया जाएगा।
3. मेडिकल कॉलेजों और विशेषज्ञों की भागीदारी बढ़ाना
ताकि इलाज की गुणवत्ता और विशेषज्ञता दोनों बढ़े।
4. ऑनलाइन मेडिकल स्टोर से जोड़ना
ताकि मरीज दवा सीधे ऐप से मंगवा सकें।
5. स्थानीय भाषा और कम नेटवर्क क्षेत्रों में SMS आधारित सेवा
जिससे 2G नेटवर्क वाले क्षेत्रों तक भी सेवा पहुँचे।
e-Sanjeevani से जुड़ने का तरीका (How to Use)
e‑Sanjeevani: स्टेप बाय स्टेप गाइड:
- https://esanjeevani.in पर जाएँ
‘Patient Registration’ पर क्लिक करें
मोबाइल नंबर दर्ज करके OTP से लॉगिन करें
अपना प्रोफाइल बनाएं और समय चुनें
तय समय पर डॉक्टर से वीडियो कॉल पर बात करें
प्रिस्क्रिप्शन डाउनलोड करें या SMS के माध्यम से प्राप्त करें
उपयोगकर्ता अनुभव: भारत के अलग-अलग कोनों से
अनीता देवी (बिहार): “पहले हर बार शहर जाकर 500 रुपए खर्च होते थे, अब मुफ्त में डॉक्टर से घर बैठे बात हो जाती है।”
रामस्वरूप (मध्य प्रदेश): “मेरे गाँव में कोई डॉक्टर नहीं है, लेकिन e‑Sanjeevani ने मुझे जिंदगी दी।”
सविता (राजस्थान): “महिलाओं के लिए यह सबसे बड़ा सहारा है, हमें अब डर नहीं लगता डॉक्टर से बात करने में।”
e‑Sanjeevani का भविष्य: स्वास्थ्य सेवाओं की नई परिभाषा
भारत सरकार National Digital Health Mission (NDHM) के अंतर्गत e‑Sanjeevani को भविष्य की कई योजनाओं से जोड़ने जा रही है, जिससे यह प्लेटफॉर्म केवल एक कंसल्टेशन टूल नहीं बल्कि एक संपूर्ण डिजिटल स्वास्थ्य इकोसिस्टम बन सके।
e‑Sanjeevani: क्या बदलाव आने वाले हैं?
1. राष्ट्रीय स्वास्थ्य ID से एकीकरण
हर व्यक्ति को एक यूनिक स्वास्थ्य ID मिलेगी, जिसमें उसकी सभी मेडिकल रिपोर्ट, दवाइयाँ, उपचार इतिहास आदि रिकॉर्ड होंगे — और डॉक्टर इन्हें e‑Sanjeevani पर देख सकेंगे।
2. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित सलाह प्रणाली
सॉफ्टवेयर खुद लक्षणों को पहचानकर सुझाव देगा कि किस डॉक्टर से मिलना चाहिए, या किस स्तर की चिकित्सा जरूरी है।
3. मल्टी‑स्पेशलिटी डिजिटल OPD
कैंसर, हृदय, किडनी जैसी जटिल बीमारियों के लिए अलग‑अलग OPD चालू की जा रही है। इससे मरीजों को विशेषज्ञता आधारित सुविधा मिलेगी।
4. e‑Pharmacy का एकीकरण
डिजिटल प्रिस्क्रिप्शन के ज़रिए दवाएं सीधे घर पहुंचाने की योजना भी इस प्लेटफॉर्म से जोड़ी जा रही है।
समाज में e‑Sanjeevani का गहरा प्रभाव
ग्रामीण भारत का सशक्तीकरण
जहाँ पहले गांवों में चिकित्सक की अनुपलब्धता बड़ी समस्या थी, अब वहाँ आंगनवाड़ी, HWC या CSC सेंटर पर जाकर लोग डॉक्टर से जुड़ सकते हैं। इससे ना केवल इलाज बल्कि स्वास्थ्य शिक्षा भी ग्रामीण भारत तक पहुँची है।
महिलाओं के लिए विशेष वरदान
गर्भावस्था, मासिक धर्म, स्तनपान, बच्चों की सेहत जैसे मुद्दों पर अब महिलाएं खुलकर डॉक्टर से बात कर पा रही हैं, जो पहले संभव नहीं था।
वरिष्ठ नागरिकों को सम्मान
बुज़ुर्ग जो अस्पताल नहीं जा सकते थे, अब घर बैठे डॉक्टर से बात कर पाते हैं। इससे आत्मसम्मान, समय और ऊर्जा तीनों की बचत होती है।
e‑Sanjeevani: गरीब और निम्न आय वर्ग को राहत
जहाँ किसी अच्छे डॉक्टर से मिलना कभी “महंगा सपना” था, अब वही सेवा मुफ्त में उपलब्ध है।
e‑Sanjeevani: वैश्विक मंच पर भारत का नेतृत्व
e‑Sanjeevani को अब WHO, United Nations और अन्य देशों द्वारा सराहा गया है। इसे एक “Global Model of Affordable Telehealth” माना जा रहा है।
अफ्रीकी देशों में इसे लागू करने का प्रस्ताव दिया गया है।
WHO की रिपोर्ट (2024) में इसे दुनिया का सबसे तेज़ी से बढ़ता टेलीहेल्थ प्लेटफॉर्म बताया गया है।
भारत ने एक बार फिर तकनीक और सेवा को मिलाकर पूरी दुनिया को दिखा दिया कि जब इच्छाशक्ति हो, तो बड़ी से बड़ी समस्याओं का हल संभव है।

e-Sanjeevani: Frequently Asked Questions (FAQs)
1. e-Sanjeevani क्या है?
उत्तर: e-Sanjeevani भारत सरकार का एक निःशुल्क टेलीमेडिसिन प्लेटफॉर्म है, जिससे नागरिक घर बैठे डॉक्टर से वीडियो कॉल के माध्यम से परामर्श ले सकते हैं। यह Health & Wellness Centres और अस्पतालों को डिजिटल माध्यम से जोड़ता है।
2. क्या e-Sanjeevani का इस्तेमाल आम नागरिक भी कर सकता है?
उत्तर: हाँ, e-Sanjeevani OPD मॉडल के माध्यम से कोई भी आम नागरिक अपने मोबाइल, लैपटॉप या कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) से सीधे डॉक्टर से परामर्श ले सकता है।
3. e-Sanjeevani पर रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
उत्तर: आप https://esanjeevani.in पर जाकर “Patient Registration” विकल्प पर क्लिक करें। मोबाइल नंबर दर्ज करें, OTP से वेरिफाई करें और अपनी जानकारी भरें। फिर आप डॉक्टर से अपॉइंटमेंट ले सकते हैं।
4. क्या इस सेवा के लिए कोई शुल्क लिया जाता है?
उत्तर: नहीं, e-Sanjeevani पूरी तरह निःशुल्क (free of cost) है। भारत सरकार द्वारा यह सेवा आम जनता के लिए मुफ्त प्रदान की जाती है।
5. e-Sanjeevani किन भाषाओं में उपलब्ध है?
उत्तर: यह सेवा हिंदी, अंग्रेजी, और कई अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध है। उपयोगकर्ता अपनी सुविधा के अनुसार भाषा चुन सकते हैं।
6. क्या e-Sanjeevani से मिले डॉक्टर की सलाह पर दवा खरीदी जा सकती है?
उत्तर: हाँ, डॉक्टर परामर्श के बाद एक डिजिटल प्रिस्क्रिप्शन (prescription) देते हैं, जिसे PDF या SMS के माध्यम से डाउनलोड किया जा सकता है और किसी भी मेडिकल स्टोर में दिखाकर दवा ली जा सकती है।
7. एक परामर्श की औसत अवधि कितनी होती है?
उत्तर: एक सामान्य परामर्श की अवधि 5 से 15 मिनट के बीच होती है। जटिल मामलों में यह समय थोड़ा अधिक हो सकता है।
8. क्या मुझे अपने मेडिकल रिकॉर्ड अपलोड करने होते हैं?
उत्तर: यह आवश्यक नहीं है, लेकिन यदि आप पुरानी रिपोर्ट, डायग्नोसिस या प्रिस्क्रिप्शन शेयर करते हैं, तो डॉक्टर को आपके रोग का बेहतर आकलन करने में मदद मिलती है।
9. क्या यह सेवा 24×7 उपलब्ध है?
उत्तर: e-Sanjeevani OPD सेवा प्रत्येक राज्य की समय सारणी पर आधारित होती है। कुछ राज्य 24×7 OPD सेवा उपलब्ध कराते हैं, जबकि अन्य राज्यों में सेवा सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक रहती है।
10. किन-किन बीमारियों के लिए यह सेवा उपयोगी है?
उत्तर:
e-Sanjeevani में निम्नलिखित प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएँ दी जाती हैं:
सामान्य बुखार, सर्दी-खाँसी
हृदय रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप
त्वचा रोग
महिलाओं से जुड़े स्वास्थ्य परामर्श
बच्चों के रोग
मानसिक स्वास्थ्य परामर्श
बुजुर्गों से जुड़ी समस्याएँ
11. क्या इसमें विशेषज्ञ डॉक्टर भी होते हैं?
उत्तर:
जी हाँ, कई राज्यों में e-Sanjeevani प्लेटफॉर्म पर विशेषज्ञ डॉक्टर (Specialists) जैसे कि बाल रोग विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, हृदय रोग विशेषज्ञ, त्वचा रोग विशेषज्ञ आदि भी उपलब्ध हैं।
12. अगर नेटवर्क समस्या हो जाए तो क्या होगा?
उत्तर: अगर नेटवर्क खराब होता है और वीडियो कॉल बीच में कट जाती है, तो आप उसी समय स्लॉट में दोबारा लॉगिन कर सकते हैं या अगला अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं।
13. क्या मैं बार-बार इस सेवा का उपयोग कर सकता हूँ?
उत्तर: हाँ, आप ज़रूरत के अनुसार बार-बार डॉक्टर से परामर्श ले सकते हैं। यदि कोई फॉलो-अप की आवश्यकता हो, तो डॉक्टर आपको समय भी बता सकते हैं।
14. क्या इसमें दवाओं की होम डिलीवरी भी होती है?
उत्तर: फिलहाल e‑Sanjeevani प्लेटफॉर्म से सीधे दवा नहीं मंगाई जा सकती, लेकिन सरकार भविष्य में इसे e‑Pharmacy से जोड़ने की योजना बना रही है।
15. e-Sanjeevani और ABHA Health ID क्या आपस में जुड़े हैं?
उत्तर:
जी हाँ, अब e‑Sanjeevani को ABHA (Ayushman Bharat Health Account) से जोड़ा जा रहा है, जिससे मरीज का पूरा हेल्थ रिकॉर्ड डिजिटल रूप से एक जगह सुरक्षित रहेगा।
निष्कर्ष: e‑Sanjeevani — डिजिटल भारत के स्वस्थ भविष्य की नींव
e‑Sanjeevani केवल एक टेलीमेडिसिन प्लेटफॉर्म नहीं, बल्कि भारत की डिजिटल क्रांति और सामाजिक समावेशन का प्रतीक बन चुका है। इस पहल ने यह सिद्ध कर दिया है कि जब तकनीक, नीति और सेवा एक साथ मिलती हैं, तो स्वास्थ्य सेवाएं गांव-गांव, गली-गली तक पहुंच सकती हैं — वो भी मुफ्त, सरल और प्रभावी तरीके से।
आज जहां दुनिया स्वास्थ्य सेवाओं को महंगी और कठिन मानती है, वहीं भारत ने e‑Sanjeevani के माध्यम से दिखा दिया है कि सस्ती, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवा हर नागरिक का अधिकार है — चाहे वो शहर में हो या सुदूर पहाड़ों में।
e‑Sanjeevani: इस पहल के माध्यम से:
करोड़ों लोगों को समय पर उपचार मिला।
महिलाओं, बच्चों और बुज़ुर्गों को सम्मानपूर्वक स्वास्थ्य सेवा मिली।
डॉक्टर और मरीज के बीच डिजिटल भरोसा बना।
और भारत ने दुनिया को एक ग्लोबल मॉडल दिया, जिसमें सेवा सर्वोपरि है।
आने वाले समय में जब यह प्लेटफॉर्म आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड्स और e‑Pharmacy से जुड़ेगा, तब भारत स्वास्थ्य के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व की भूमिका निभाएगा।
इसलिए आज जरूरत है कि हम सब — आम नागरिक, डॉक्टर, शिक्षक, पंचायतें और संस्थाएं — मिलकर इस क्रांति को और मजबूत करें।
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