India Cruise Tourism: क्या आने वाला समय भारत का Cruise Revolution साबित होगा?
भारत: India Cruise Tourism में एक उभरती महाशक्ति
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!भारत की धरती, जहां इतिहास और संस्कृति की गहराइयों में अनगिनत कहानियाँ छिपी हैं, अब समुद्र की लहरों पर भी नई कहानी लिखने को तैयार है – India Cruise की। यह वो क्षेत्र है जिसमें भारत, आने वाले वर्षों में वैश्विक स्तर पर न सिर्फ अपनी मौजूदगी दर्ज करा सकता है बल्कि एक महाशक्ति के रूप में उभर सकता है।
क्यों जरूरी है क्रूज़ पर्यटन का विकास भारत के लिए?
भारत एक युवा देश है – न केवल जनसंख्या के हिसाब से, बल्कि संभावनाओं के स्तर पर भी। देश की 7516.6 किमी लंबी तटीय सीमा, 13 प्रमुख और 200 से अधिक छोटे बंदरगाह, गंगा-ब्रह्मपुत्र जैसी बड़ी नदियाँ –
ये सभी मिलकर एक ऐसा बुनियादी ढांचा प्रस्तुत करते हैं जिसे पर्यटन के क्षेत्र में एक नई ऊंचाई दी जा सकती है।
India Cruise सिर्फ समुद्री यात्रा नहीं है – यह एक अनुभव है। यह संस्कृति, भोजन, संगीत, मनोरंजन और विश्राम का ऐसा सम्मिलन है जो पर्यटक को न केवल एक स्थान से दूसरे तक ले जाता है, बल्कि उसके मन में भारत की छवि को स्थायी रूप से बसा देता है।
भारत सरकार की सक्रिय भूमिका: नीतियों और योजनाओं की झलक
भारत सरकार पिछले कुछ वर्षों में क्रूज़ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही है। प्रमुख पहलें इस प्रकार हैं:
क्रूज़ इंडिया मिशन (Cruise India Mission)
2024 में आरंभ हुआ यह मिशन भारत को 2047 तक क्रूज़ पर्यटन में वैश्विक केंद्र बनाने के लक्ष्य के साथ शुरू किया गया। इसके अंतर्गत:
नए अंतरराष्ट्रीय क्रूज़ टर्मिनलों का निर्माण
क्रूज़ शिप्स के लिए सब्सिडी और टैक्स राहत
सरल वीजा और बोर्डिंग प्रक्रिया
साझेदारी कार्यक्रम: UAE, श्रीलंका, मालदीव जैसे देशों के साथ कॉरिडोर निर्माण
समुद्री क्रूज़ का विशाल संभावनाशील नेटवर्क
भारत के पश्चिमी और पूर्वी तट क्रूज़ यात्रा के लिए उपयुक्त हैं। पश्चिम में मुंबई, गोवा, कोचीन और लक्षद्वीप जैसे गंतव्य हैं, वहीं पूर्व में चेन्नई, विशाखापत्तनम और अंडमान की ओर रुझान बढ़ रहा है।
मुंबई – भारत की समुद्री राजधानी
मुंबई इंटरनेशनल क्रूज़ टर्मिनल को हाल ही में अपग्रेड किया गया है। यह अब सालाना लाखों यात्रियों को सेवा देने में सक्षम है।
गोवा – मनोरंजन और विरासत का संगम
गोवा का समृद्ध पुर्तगाली विरासत, समुद्र तट और पार्टी कल्चर क्रूज़ पर्यटन का स्वाभाविक केंद्र बनता जा रहा है।
नदी क्रूज़ पर्यटन: भारत की आंतरिक जल परिवहन क्षमता का दोहन
गंगा विलास क्रूज़ – एक ऐतिहासिक शुरुआत
उत्तर प्रदेश से असम तक चलने वाला यह लग्ज़री नदी India Cruise के आंतरिक पर्यटन को नया आयाम दे रहा है। यह पर्यटकों को गंगा की सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ता है।
ब्रह्मपुत्र पर रोमांच
असम में ब्रह्मपुत्र नदी पर चलने वाले क्रूज़ जहाज पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था दोनों को गति दे रहे हैं। यहां वन्यजीव, जनजातीय संस्कृति और नदी घाटियाँ पर्यटकों को आकर्षित करती हैं।
इन्फ्रास्ट्रक्चर: नई बंदरगाह, तकनीकी उन्नयन और निवेश
टर्मिनल विकास और डिजिटलीकरण
नए टर्मिनल डिजाइनों में आधुनिक सुरक्षा, ई-विजा सुविधा, बोर्डिंग पास प्रिंटिंग, और इंटेलिजेंट स्कैनिंग टेक्नोलॉजी को शामिल किया जा रहा है।
₹45,000 करोड़ का निवेश
सरकार ने क्रूज़ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 2030 तक ₹45,000 करोड़ के निवेश की योजना बनाई है, जिसमें पोर्ट, जहाज, सड़कों और यात्री सेवाओं पर विशेष ध्यान है।
निजी क्षेत्र की भूमिका: भारत का कॉर्डेलिया मॉडल
कॉर्डेलिया क्रूज़ – भारत की अपनी क्रूज़ सेवा
यह भारत की पहली घरेलू क्रूज़ सेवा है जिसने घरेलू यात्रियों को समुद्री क्रूज़ अनुभव से परिचित कराया। मुंबई से गोवा, लक्षद्वीप, श्रीलंका जैसे रूट्स पर इसका संचालन हो रहा है।
विदेशी क्रूज़ कंपनियों की दिलचस्पी
नॉर्वेजियन, कोस्टा, MSC जैसी विदेशी कंपनियाँ भी भारत में निवेश की इच्छा जता रही हैं, जो भविष्य में नए विकल्पों और रोजगार के अवसरों का सृजन करेगा।
रोजगार और स्थानीय विकास
क्रूज़ पर्यटन न केवल बड़े शहरों को लाभ देता है बल्कि छोटे बंदरगाह शहरों और गांवों तक आर्थिक गतिविधियों को पहुंचाता है। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार, व्यवसाय, हस्तशिल्प और सांस्कृतिक प्रदर्शन जैसे क्षेत्रों में सीधा लाभ होता है।
पर्यटन और संस्कृति का मिलन: भारत की विविधता का उत्सव
क्रूज़ यात्रियों के लिए भारत का हर तटीय राज्य कुछ अनोखा प्रस्तुत करता है:
केरल: आयुर्वेद, हाउसबोट और बैकवॉटर
गुजरात: द्वारका और गिर के शेर
तमिलनाडु: मंदिरों की वास्तुकला और भरतनाट्यम
ओडिशा: चिल्का झील और कोणार्क मंदिर
पश्चिम बंगाल: सुंदरबन और कोलकाता का औपनिवेशिक इतिहास
पर्यावरणीय संतुलन: हरित पर्यटन की ओर
इलेक्ट्रिक क्रूज़ और हरित टर्मिनल
सरकार इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड क्रूज़ की दिशा में बढ़ रही है ताकि प्रदूषण कम हो और जल जीवन संरक्षित रह सके।
नदी डॉल्फिन संरक्षण
गंगा और ब्रह्मपुत्र की डॉल्फिन पर पड़ने वाले प्रभाव को न्यूनतम करने हेतु विशेष गाइडलाइन जारी की गई हैं।

भविष्य की रूपरेखा: भारत 2047 में क्रूज़ पर्यटन में कहां होगा?
सरकार और उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार 2047 तक भारत:
50 लाख से अधिक क्रूज़ पर्यटकों को आकर्षित करेगा
1,000 से अधिक क्रूज़ शिप सालाना भारत आएंगे
कम से कम 50 अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रूज़ मार्ग स्थापित होंगे
500 से अधिक छोटे-बड़े टर्मिनल विकसित होंगे
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की स्थिति और प्रतिस्पर्धा
दक्षिण-पूर्व एशिया और भारत: एक तुलनात्मक दृष्टिकोण
सिंगापुर, मलेशिया और थाईलैंड जैसे देश पहले से ही क्रूज़ पर्यटन के क्षेत्र में अग्रणी हैं। सिंगापुर के पास Marina Bay Cruise Centre जैसा विशाल टर्मिनल है, जो लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है। भारत ने भले ही देर से शुरुआत की हो, लेकिन अब देश की रणनीति इन देशों से सीखकर, उनसे भी आगे निकलने की है।
रणनीतिक स्थान का लाभ
भारत का स्थान विश्व व्यापारिक मार्गों के ठीक बीच में है – पश्चिम में मध्य पूर्व, पूर्व में ASEAN, और उत्तर में यूरोप और रूस से जुड़ा समुद्री रास्ता। यह रणनीतिक स्थिति भारत को एक वैश्विक क्रूज़ हब बनाने के लिए उपयुक्त बनाती है।
भारतीय क्रूज़ पर्यटन में चुनौतियाँ
उच्च टैक्स और लॉजिस्टिक्स कॉस्ट
कई क्रूज़ कंपनियाँ भारत से दूरी बनाए रखती थीं क्योंकि यहां ईंधन, डॉकिंग चार्ज और समुद्री लेवी अधिक थे। हालांकि अब इन पर छूट दी जा रही है।
समुद्री सुरक्षा और मौसम
अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में चक्रवातों की संभावना से ऑपरेशंस प्रभावित हो सकते हैं। इसके लिए अत्याधुनिक मौसम पूर्वानुमान और डिजास्टर मैनेजमेंट की आवश्यकता है।
योग्य मानव संसाधन की कमी
क्रूज़ उद्योग में काम करने के लिए विशेष स्किल्स की जरूरत होती है – हॉस्पिटैलिटी, नेविगेशन, इंजीनियरिंग और कस्टमर सर्विस। भारत में यह स्किल गैप अब ‘क्रूज़ ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स’ के ज़रिए भरने की कोशिश की जा रही है।
तकनीकी नवाचार: स्मार्ट क्रूज़ अनुभव की ओर
डिजिटल बोर्डिंग और e-Visa
अब यात्रियों को ऑनलाइन वीजा, मोबाइल ऐप से बोर्डिंग पास, रियल-टाइम ट्रैकिंग और डिजिटल गाइड्स की सुविधा दी जा रही है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और IoT का उपयोग
AI आधारित कस्टमर सर्विस चैटबॉट, IoT आधारित सेफ्टी अलार्म्स और स्मार्ट कमरे यात्रियों के अनुभव को बेहतर बना रहे हैं।
पर्यटकों की मानसिकता में बदलाव
भारत में अब “समुद्र तटों पर आराम करना” ही नहीं बल्कि “समुद्र के बीच एक लग्जरी अनुभव लेना” भी तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। युवा वर्ग, नवविवाहित, वरिष्ठ नागरिक और विदेशी सैलानी – सभी में क्रूज़ पर्यटन को लेकर उत्साह देखा जा रहा है।
भारत के विशेष क्रूज़ रूट्स: एक झलक
रूट प्रमुख आकर्षण
मुंबई – गोवा – लक्षद्वीप तटीय खूबसूरती, समुद्री गतिविधियाँ
कोचीन – श्रीलंका सांस्कृतिक धरोहर, बुद्धिस्ट साइट्स
कोलकाता – सुंदरबन मैंग्रोव, बंगाली संस्कृति
वाराणसी – पटना (गंगा) आध्यात्मिकता और इतिहास
गुवाहाटी – माजुली असमिया संस्कृति, नदी द्वीप
पर्यावरणीय समाधान: सस्टेनेबल क्रूज़िंग की दिशा में
‘ब्लू इकोनॉमी’ को बढ़ावा
सरकार ब्लू इकोनॉमी के तहत समुद्री संसाधनों के टिकाऊ उपयोग पर बल दे रही है। क्रूज़ पर्यटन इसमें एक महत्वपूर्ण स्तंभ बन रहा है।
अपशिष्ट प्रबंधन तकनीक
क्रूज़ शिप्स पर अब विशेष कचरा प्रबंधन प्रणाली लगाई जा रही है ताकि समुद्री प्रदूषण रोका जा सके।
भारत में क्रूज़ पर्यटन का संभावित आर्थिक प्रभाव
100,000+ नए रोजगार
2025 तक ₹35,000 करोड़ का उद्योग
स्थानीय कारीगरों, पर्यटन गाइड्स और SMEs को लाभ
राष्ट्रीय GDP में पर्यटन का योगदान 5% तक बढ़ सकता है
सामुदायिक भागीदारी और सांस्कृतिक संरक्षण
क्रूज़ पर्यटकों को स्थानीय जीवनशैली, कला, संगीत, खानपान से जोड़ना भारत की ताकत है। इसमें लोक नृत्य, पारंपरिक हस्तशिल्प, क्षेत्रीय भोजन आदि को प्रमुखता दी जा रही है।
अंतरराष्ट्रीय सहयोग और डिप्लोमेसी
भारत-श्रीलंका क्रूज़ कॉरिडोर
दोनों देशों के बीच एक क्रूज़ कॉरिडोर विकसित हो रहा है जो व्यापार, संस्कृति और पर्यटन को एक साथ बढ़ाएगा।
BIMSTEC और IORA देशों के साथ समुद्री संपर्क
भारत इन संगठनों के माध्यम से समुद्री क्रूज़ नेटवर्क को ASEAN और अफ्रीका तक विस्तारित करना चाहता है।
FAQ – India Cruise Tourism पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1: India Cruise Tourism क्या है?
उत्तर: क्रूज़ पर्यटन एक प्रकार का समुद्री यात्रा अनुभव होता है जिसमें यात्री एक बड़े और सुविधाजनक जहाज पर समुद्र के रास्ते विभिन्न स्थलों की यात्रा करते हैं। इसमें लग्ज़री सुविधाएं, मनोरंजन, भोजन और पर्यटन सब शामिल होता है।
Q2: India Cruise Tourism की शुरुआत कब हुई?
उत्तर: भारत में India Cruise Tourism की शुरुआत 2000 के दशक में हुई, लेकिन इसे असली गति 2018 के बाद मिली जब सरकार ने इसे ‘ब्लू इकॉनॉमी’ और ‘सागरमाला’ परियोजना के तहत बढ़ावा देना शुरू किया।
Q3: भारत में प्रमुख क्रूज़ पोर्ट्स कौन-कौन से हैं?
उत्तर: भारत के प्रमुख क्रूज़ पोर्ट्स में मुंबई, कोचीन, गोवा (मॉर्मुगाओ), चेन्नई, विशाखापट्टनम और कोलकाता शामिल हैं। इनमें सबसे बड़ा टर्मिनल मुंबई में स्थित है।
Q4: भारत सरकार India Cruise Tourism को बढ़ावा देने के लिए क्या कदम उठा रही है?
उत्तर: सरकार ने निम्नलिखित कदम उठाए हैं:
सागरमाला प्रोजेक्ट के तहत पोर्ट्स का आधुनिकीकरण
क्रूज़ टर्मिनल्स का निर्माण
ई-वीज़ा और ऑनलाइन परमिशन
करों और शुल्कों में कटौती
‘Dekho Apna Desh’ जैसे अभियानों के माध्यम से प्रचार

Q5: भारत के किन क्षेत्रों में रिवर क्रूज़ की सुविधा है?
उत्तर:
गंगा नदी पर (वाराणसी से पटना)
ब्रह्मपुत्र नदी पर (गुवाहाटी से माजुली)
गोदावरी और कृष्णा नदियों पर कुछ हिस्सों में
इन क्रूज़ में धार्मिक, सांस्कृतिक और पारिस्थितिक पर्यटन को जोड़ा गया है।
Q6: भारत में सबसे प्रसिद्ध क्रूज़ कंपनियाँ कौन सी हैं?
उत्तर:
Cordelia Cruises – भारत की पहली घरेलू क्रूज़ कंपनी
Antara Cruises – गंगा और ब्रह्मपुत्र पर रिवर क्रूज़
Jalesh Cruises (अब बंद हो चुकी है, पर पहले अग्रणी थी)
इसके अलावा कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियाँ जैसे MSC और Costa भी भारत में आती हैं।
Q7: क्या India Cruise Tourism में वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकता है?
उत्तर: हां, भारत के पास विशाल तटीय क्षेत्र, सांस्कृतिक विविधता, ऐतिहासिक बंदरगाह और रणनीतिक भौगोलिक स्थिति है जो उसे दक्षिण-पूर्व एशिया जैसे क्षेत्रों से टक्कर देने लायक बनाता है। सरकार के सहयोग से यह पूरी तरह संभव है।
Q8: क्रूज़ पर्यटन से भारत की अर्थव्यवस्था को क्या लाभ होगा?
उत्तर:
लाखों लोगों के लिए रोजगार
टूरिज़्म से होने वाली आय में बढ़ोतरी
तटीय इलाकों में विकास
कारीगरों, गाइड्स और लोक कलाकारों को मंच
भारत की ‘सॉफ्ट पावर’ में वृद्धि
Q9: India Cruise Tourism की क्या प्रमुख चुनौतियाँ हैं?
उत्तर:
इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी
उच्च टैक्स और चार्जेज
मौसमी आपदाओं से प्रभावित क्षेत्र
प्रशिक्षित मैनपावर की कमी
पर्यावरणीय संतुलन की चिंता
Q10: India Cruise Tourism की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाती है?
उत्तर:
पोर्ट्स पर आधुनिक सुरक्षा व्यवस्था
नेवी और कोस्ट गार्ड की निगरानी
डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान
मौसम की रियल टाइम मॉनिटरिंग
Q11: भारत का कौन सा क्रूज़ रूट सबसे लोकप्रिय है?
उत्तर: मुंबई से गोवा तक का रूट सबसे लोकप्रिय है। इसमें समुद्री सौंदर्य के साथ-साथ गोवा की सांस्कृतिक झलक और बीच पर्यटन का अनुभव मिलता है।
Q12: क्या सामान्य भारतीय परिवार क्रूज़ यात्रा कर सकते हैं?
उत्तर: हां, अब घरेलू क्रूज़ कंपनियाँ किफायती पैकेज भी प्रदान कर रही हैं। ₹6,000 – ₹10,000 में दो दिन की यात्रा उपलब्ध है, जो मिडिल क्लास परिवारों के लिए भी उपयुक्त है।
Q13: India Cruise Tourism में क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं?
उत्तर:
लग्ज़री कमरे (केबिन)
रेस्टोरेंट और बार
स्वीमिंग पूल और गेम ज़ोन
लाइव म्यूज़िक, DJ, सिनेमा
ऑनबोर्ड गाइडेड टूर और शॉपिंग
Q14: India Cruise Tourism का भविष्य क्या है?
उत्तर: भारत का लक्ष्य 2047 तक विश्व के शीर्ष क्रूज़ पर्यटन स्थलों में आना है। इसके लिए 10 नए टर्मिनल, 500+ क्रूज़ कॉल्स, और 10 लाख से अधिक पर्यटकों की योजना बनाई गई है।
Q15: क्या पर्यावरण को नुकसान पहुँचाए बिना India Cruise Tourism संभव है?
उत्तर: हां, सस्टेनेबल क्रूज़िंग के ज़रिए। सरकार और कंपनियाँ अब ग्रीन टेक्नोलॉजी, सौर ऊर्जा, कचरा प्रबंधन, और प्रदूषण रहित ईंधन की दिशा में काम कर रही हैं।
निष्कर्ष –India Cruise Tourism: एक उभरती शक्ति की कहानी
India Cruise Tourism: भारत, जिसकी तटरेखा लगभग 7,516 किलोमीटर लंबी है, सांस्कृतिक विविधता, ऐतिहासिक बंदरगाहों और समृद्ध प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है, वह विश्व क्रूज़ पर्यटन मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त करने की दिशा में तेजी से अग्रसर है।
सरकार की ‘सागरमाला परियोजना’, ‘ब्लू इकोनॉमी’ और ‘ईज ऑफ डूइंग बिज़नेस’ जैसे प्रयासों ने क्रूज़ पर्यटन के क्षेत्र में ठोस नींव रखी है।
जहाँ एक ओर घरेलू कंपनियाँ जैसे Cordelia Cruises भारतीय यात्रियों को विश्वस्तरीय अनुभव दे रही हैं, वहीं दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय क्रूज़ कंपनियाँ भी भारत को एक संभावनाशील गंतव्य मानने लगी हैं।
आने वाले वर्षों में देश के कई बंदरगाह स्मार्ट और ग्रीन पोर्ट्स में बदलेंगे, जो पर्यावरण-संवेदनशील और तकनीकी रूप से उन्नत होंगे।
हालाँकि, इस यात्रा में चुनौतियाँ भी कम नहीं हैं—जैसे बंदरगाह अधोसंरचना की कमी, नियामकीय बाधाएँ और पर्यावरणीय दबाव। लेकिन यदि सरकार,
निजी क्षेत्र और स्थानीय समुदाय मिलकर रणनीतिक योजना, टिकाऊ विकास और निवेश की दिशा में कार्य करते हैं, तो भारत न केवल एशिया में, बल्कि पूरे विश्व में क्रूज़ पर्यटन का नेतृत्व कर सकता है।
अतः, भारत के पास यह अनोखा अवसर है कि वह अपने समृद्ध समुद्री इतिहास को आधुनिक क्रूज़ पर्यटन के माध्यम से पुनः जीवंत करे और ‘विकसित भारत @2047’ की ओर एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाए।
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