MONDIACULT 2025: नवाचार और समृद्धि के साथ विश्व संस्कृति का स्वर्णिम भविष्य!
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Toggleसंस्कृति केवल हमारे अतीत की धरोहर नहीं है, बल्कि भविष्य की दिशा तय करने वाली शक्ति भी है। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए, यूनेस्को (UNESCO) ने एक बार फिर विश्व संस्कृति के क्षितिज पर एक ऐतिहासिक पहल की है — MONDIACULT Culture Summit 2025।
यह शिखर सम्मेलन संस्कृति के विविध पहलुओं, उसके संरक्षण, प्रसार और वैश्विक नीतियों में उसकी भूमिका को लेकर विश्व समुदाय को एक साझा मंच प्रदान करेगा।
इस आर्टिकल में हम MONDIACULT 2025 की पूरी पृष्ठभूमि, उद्देश्य, कार्यक्रम, भागीदारी देशों, चर्चा के मुख्य विषयों, और इसकी वैश्विक महत्वता पर गहराई से जानकारी प्रदान कर रहे हैं।

MONDIACULT क्या है?
MONDIACULT का अर्थ
“MONDIACULT” का शाब्दिक अर्थ है — “Mondial (World) + Culture”। इसका मतलब है, एक ऐसा वैश्विक मंच जहाँ दुनिया भर के देश, संगठन और सांस्कृतिक विशेषज्ञ एकत्रित होकर संस्कृति से जुड़े वैश्विक मुद्दों पर विचार विमर्श करें।
MONDIACULT की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
1982: पहली बार मेक्सिको सिटी में यूनेस्को द्वारा MONDIACULT सम्मेलन आयोजित हुआ था। इसका मकसद था संस्कृति की परिभाषा और उसकी भूमिका को वैश्विक विकास में पुनर्परिभाषित करना।
1998: स्टॉकहोम में दूसरा प्रमुख सम्मेलन हुआ, जिसमें सांस्कृतिक नीतियों के अधिकार और सांस्कृतिक विविधता के संरक्षण पर बल दिया गया।
2022: MONDIACULT का तीसरा संस्करण फिर से मेक्सिको सिटी में हुआ, जिसमें डिजिटल युग में संस्कृति की चुनौतियों और अवसरों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
अब, 2025 में, MONDIACULT एक नई ऊर्जा और समृद्धि के साथ वापस आ रहा है।
MONDIACULT 2025: कब और कहाँ?
UNESCO MONDIACULT Culture Summit 2025 का आयोजन 29 सितंबर से 1 अक्टूबर 2025 के बीच किया जाएगा। इसका आयोजन स्पेन के बर्सेंलोना में किया जाएगा।
यूनेस्को ने संकेत दिए हैं कि इस बार आयोजन में ‘Hybrid Mode’ (Offline + Online) को भी अपनाया जाएगा ताकि विश्वभर से अधिकतम प्रतिनिधि इसमें भाग ले सकें।
MONDIACULT 2025 के उद्देश्य
MONDIACULT 2025 केवल एक सम्मेलन नहीं, बल्कि एक वैश्विक सांस्कृतिक आंदोलन है। इसके प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
1. संस्कृति को सतत विकास के केंद्र में लाना: यह समझाना कि संस्कृति केवल मनोरंजन नहीं बल्कि आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय विकास का मूल स्तंभ है।
2. नवाचार और डिजिटल तकनीक में संस्कृति की भूमिका: डिजिटल युग में संस्कृति का संरक्षण और उसे तकनीक के साथ जोड़ना।
3. सांस्कृतिक विविधता का संरक्षण: स्थानीय भाषाओं, परंपराओं और मूलनिवासी संस्कृतियों की रक्षा करना।
4. शांति और मानवाधिकारों के लिए संस्कृति: सांस्कृतिक आदान-प्रदान से सहिष्णुता और विश्व शांति को बढ़ावा देना।
5. नई वैश्विक सांस्कृतिक नीतियों का निर्माण: ऐसा नीति ढांचा तैयार करना जो समावेशी, सतत और भविष्य केंद्रित हो।
मुख्य विषय-वस्तु और चर्चा बिंदु
MONDIACULT 2025 में अनेक ज्वलंत सांस्कृतिक मुद्दों पर विस्तृत चर्चा होगी। अनुमानित प्रमुख विषय इस प्रकार हैं:
1. संस्कृति और जलवायु परिवर्तन
कैसे सांस्कृतिक प्रथाएँ पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा दे सकती हैं? पारंपरिक ज्ञान और सतत जीवनशैली का महत्व क्या है?
2. सांस्कृतिक अधिकार और मानवाधिकार
सभी व्यक्तियों को अपनी सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखने और बढ़ाने का अधिकार कैसे सुनिश्चित किया जाए?
3. संस्कृति और अर्थव्यवस्था
रचनात्मक उद्योगों (Creative Industries) — जैसे फिल्म, संगीत, डिजाइन — में संस्कृति का आर्थिक योगदान कैसे बढ़ाया जाए?
4. संस्कृति और डिजिटल परिवर्तन
AI, VR और Metaverse के युग में सांस्कृतिक विरासतों को कैसे संरक्षित किया जाए?
5. संघर्ष क्षेत्रों में संस्कृति की भूमिका
युद्ध और आपदाओं के समय सांस्कृतिक विरासत की रक्षा कैसे सुनिश्चित करें?
6. मूलनिवासी समुदायों का सशक्तिकरण
मूलनिवासी भाषाओं और सांस्कृतिक परंपराओं का पुनरुद्धार कैसे किया जाए?
भागीदार देश और संगठन
MONDIACULT 2025 में दुनिया भर के लगभग 193 देशों के प्रतिनिधियों के शामिल होने की संभावना है। इसके अलावा, प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठन भी भाग लेंगे, जैसे:
संयुक्त राष्ट्र (United Nations)
विश्व बैंक (World Bank)
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)
इंटरनेशनल काउंसिल ऑन मॉन्यूमेंट्स एंड साइट्स (ICOMOS)
वर्ल्ड हेरिटेज सेंटर (WHC)
अंतरराष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन (INGOs)
सांस्कृतिक और रचनात्मक उद्योगों के प्रतिनिधि
इसके अलावा, स्वतंत्र कलाकार, इतिहासकार, सांस्कृतिक नीति निर्माता और युवा प्रतिनिधि भी आमंत्रित किए जाएंगे।
MONDIACULT 2025: खास पहल
यूनेस्को ने MONDIACULT 2025 को विशेष बनाने के लिए कई नई पहलों की योजना बनाई है:
1. संस्कृति और AI पर विशेष सत्र
कैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस संस्कृति को संरक्षित कर सकता है और कैसे इसके दुरुपयोग से संस्कृति को खतरा हो सकता है?
2. युवाओं के लिए प्लेटफॉर्म
18 से 30 वर्ष के युवाओं के लिए ‘Youth Cultural Leaders Program’ शुरू किया जाएगा, जिससे युवा अपनी सांस्कृतिक परियोजनाओं को वैश्विक मंच पर पेश कर सकें।
3. डिजिटल सांस्कृतिक एक्सपो
ऑनलाइन डिजिटल प्लेटफॉर्म पर विश्वभर की सांस्कृतिक विरासतों को प्रदर्शित करने के लिए एक इंटरैक्टिव एक्सपो आयोजित किया जाएगा।
4. ग्लोबल सांस्कृतिक नीति रिपोर्ट
सम्मेलन के अंत में एक ‘Global Report on Cultural Policies’ जारी की जाएगी, जो आने वाले दशक के लिए वैश्विक सांस्कृतिक दिशा को परिभाषित करेगी।
भारत की भूमिका
भारत, जो विविधता में एकता का प्रतीक है, MONDIACULT 2025 में एक प्रमुख भागीदार होगा। भारत की ओर से निम्नलिखित क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा:
भारतीय भाषाओं और आदिवासी संस्कृति का संरक्षण
योग, आयुर्वेद और भारतीय दर्शन का वैश्विक प्रसार
भारतीय शास्त्रीय संगीत, नृत्य और कला का प्रदर्शन
डिजिटल इंडिया अभियान के तहत संस्कृति का डिजिटलीकरण
भारत की ओर से विभिन्न सांस्कृतिक राजदूत, विद्वान, युवा प्रतिनिधि और नीति निर्माता इस सम्मेलन में भाग लेंगे।
MONDIACULT 2025: संभावित प्रभाव
MONDIACULT 2025 के दूरगामी प्रभाव निम्नलिखित हो सकते हैं:
1. वैश्विक सांस्कृतिक नीतियों का पुनर्गठन
इस सम्मेलन के बाद, संस्कृति को वैश्विक नीतियों के केंद्र में लाने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास होंगे।
2. सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) में संस्कृति का समावेश
संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों में संस्कृति को एक मुख्य घटक के रूप में शामिल किया जा सकता है।
3. युवाओं और रचनात्मक उद्योगों को बढ़ावा
विश्वभर के युवाओं को सांस्कृतिक उद्यमिता में अवसर मिलेंगे, जिससे आर्थिक विकास को नया आयाम मिलेगा।
4. संस्कृति के संरक्षण के लिए नई फंडिंग योजनाएँ
अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और सरकारों द्वारा संस्कृति के संरक्षण के लिए नए फंड और योजनाएँ बनाई जाएँगी.
चुनौतियाँ और सुझाव
हालाँकि MONDIACULT 2025 एक महान अवसर है, फिर भी इसके सामने कुछ बड़ी चुनौतियाँ भी हैं:
प्रमुख चुनौतियाँ
वैश्विक राजनैतिक तनावों का प्रभाव
सांस्कृतिक उपनिवेशवाद का खतरा
डिजिटल असमानता और तकनीकी पहुंच में अंतर
आर्थिक असमानताओं के चलते संस्कृति का वाणिज्यीकरण
समाधान और सुझाव
स्थानीय समुदायों को निर्णय प्रक्रिया में शामिल करना
सांस्कृतिक विविधता को मूल भावना के रूप में अपनाना
डिजिटल साक्षरता कार्यक्रमों का विस्तार
सरकारी और निजी क्षेत्र के बीच सहयोग को बढ़ाना

MONDIACULT 2025: कुछ महत्वपूर्ण FAQs
1. MONDIACULT सम्मेलन का आयोजन कितने वर्षों के अंतराल पर होता है?
MONDIACULT का आयोजन कोई नियमित अंतराल पर नहीं होता। यह तब आयोजित किया जाता है जब वैश्विक सांस्कृतिक परिदृश्य में बड़े परिवर्तन या नई चुनौतियाँ सामने आती हैं। अब तक 1982, 1998, 2022 और अब 2025 में सम्मेलन हो रहे हैं।
2. क्या MONDIACULT 2025 में आम जनता भाग ले सकती है?
जी हाँ, हालांकि मुख्य रूप से यह सम्मेलन सरकारी प्रतिनिधियों, विशेषज्ञों और संगठनों के लिए होता है, लेकिन कुछ सत्र ‘Public Access’ और ‘Online Participation’ के लिए खोले जाएंगे।
3. सम्मेलन के अंत में क्या कोई दस्तावेज या घोषणा होगी?
हाँ, सम्मेलन के अंत में एक “MONDIACULT 2025 Global Cultural Declaration” जारी की जाएगी जो संस्कृति को वैश्विक नीतियों में एक केंद्रीय भूमिका प्रदान करने का वादा करेगी।
4. क्या MONDIACULT 2025 में नई सांस्कृतिक परियोजनाओं की शुरुआत होगी?
संभावना है कि सम्मेलन में कई वैश्विक और क्षेत्रीय सांस्कृतिक संरक्षण और नवाचार परियोजनाओं का शुभारंभ किया जाएगा।
संभावित घोषणाएँ (Likely Announcements)
MONDIACULT 2025 के दौरान या उसके अंत में निम्नलिखित घोषणाएँ होने की संभावना है:
1. Global Cultural Fund की स्थापना
संस्कृति के संरक्षण और विकास के लिए एक वैश्विक फंड बनाया जा सकता है जो विशेष रूप से विकासशील देशों को सहायता देगा।
2. UNESCO Culture 2035 Agenda
संयुक्त राष्ट्र की तर्ज पर एक नया ‘Culture 2035’ एजेंडा प्रस्तावित किया जा सकता है, जिसमें अगले 10 वर्षों के लिए सांस्कृतिक नीतियों और लक्ष्यों को निर्धारित किया जाएगा।
3. Cultural Resilience Index की शुरुआत
देशों को उनकी सांस्कृतिक विविधता, संरक्षण प्रयासों और सांस्कृतिक नवाचार के आधार पर एक वैश्विक रैंकिंग दी जा सकती है।
4. World Indigenous Cultures Initiative
विश्व के मूलनिवासी समुदायों के लिए एक विशेष कार्यक्रम शुरू किया जा सकता है ताकि उनकी भाषाओं, कला और परंपराओं को संरक्षित किया जा सके।
सम्मेलन के बाद का संभावित रोडमैप (Post-Summit Roadmap)
MONDIACULT 2025 के बाद दुनिया भर में निम्नलिखित गतिविधियाँ और परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं:
1. राष्ट्रीय सांस्कृतिक नीति सुधार
अधिकतर देश अपनी सांस्कृतिक नीतियों को अपग्रेड करेंगे, संस्कृति को शिक्षा, पर्यावरण और आर्थिक विकास के केंद्र में रखकर।
2. स्थानीय संस्कृति के लिए फंडिंग में वृद्धि
राष्ट्रीय सरकारें और वैश्विक संस्थाएँ संस्कृति के लिए वित्तीय सहायता बढ़ाएँगी।
3. डिजिटल सांस्कृतिक हब्स का विकास
हर देश में डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार किए जाएंगे, जहाँ स्थानीय विरासत को वैश्विक दर्शकों तक पहुँचाया जाएगा।
4. सांस्कृतिक शिक्षा में सुधार
स्कूलों और विश्वविद्यालयों में संस्कृति, इतिहास और कला को ज्यादा महत्व मिलेगा।
वैश्विक मीडिया कवरेज
MONDIACULT 2025 को वैश्विक मीडिया बड़े स्तर पर कवर करेगा। कुछ मुख्य आकर्षण होंगे:
CNN, BBC, Al Jazeera, जैसे अंतरराष्ट्रीय चैनल इसकी मुख्य घटनाओं का सीधा प्रसारण करेंगे।
National Geographic, Discovery, और अन्य प्रमुख मीडिया हाउस संस्कृति पर आधारित विशेष कार्यक्रम बनाएंगे।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर #MONDIACULT2025 ट्रेंड करेगा, जिससे युवा पीढ़ी की सहभागिता बढ़ेगी।
संस्कृति और वैश्विक शांति में MONDIACULT 2025 का योगदान
संस्कृति का मूल उद्देश्य हमेशा से रहा है — समाज को जोड़ना, मतभेदों को पाटना और विश्व शांति का निर्माण करना।
MONDIACULT 2025 इस दिशा में इन बिंदुओं पर कार्य करेगा:
1. अंतरसांस्कृतिक संवाद (Intercultural Dialogue)
राष्ट्रों और सभ्यताओं के बीच संवाद को बढ़ावा दिया जाएगा, ताकि पूर्वाग्रह और घृणा के स्थान पर सहिष्णुता और समझ पैदा हो।
2. सांस्कृतिक कूटनीति (Cultural Diplomacy)
राजनैतिक संबंधों के अलावा सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया जाएगा ताकि देशों के बीच संबंध मजबूत हो सकें।
3. शरणार्थी संकट में संस्कृति की भूमिका
युद्ध और आपदाओं से विस्थापित लोगों के लिए सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखने पर विशेष बल दिया जाएगा।
निष्कर्ष
MONDIACULT Culture Summit 2025 एक ऐतिहासिक अवसर है, जो हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि आज के जटिल और तेजी से बदलते विश्व में संस्कृति की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है।
यह सम्मेलन केवल विचारों का आदान-प्रदान भर नहीं, बल्कि एक वैश्विक आह्वान है — एक ऐसा आह्वान जो मानवता को अपनी विविधताओं में एकता खोजने के लिए प्रेरित करता है।
MONDIACULT 2025 हमें याद दिलाता है कि संस्कृति महज भूतकाल की विरासत नहीं है, बल्कि वह आधुनिक विकास की धुरी भी है। चाहे शिक्षा हो, पर्यावरण संरक्षण हो, शांति स्थापना हो या सतत विकास — हर पहलू में संस्कृति की गहरी भूमिका है।
यह शिखर सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब दुनिया को टूटते संबंधों, बढ़ते संघर्षों, और वैश्वीकरण के दुष्प्रभावों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में, संस्कृति एक सेतु का कार्य कर सकती है — एक ऐसा पुल जो देशों, समाजों और व्यक्तियों को जोड़ता है।
MONDIACULT 2025 के माध्यम से:
वैश्विक सांस्कृतिक नीतियों को नया आकार मिलेगा,
संस्कृति को विकास के केंद्र में लाने के प्रयास होंगे,
और सांस्कृतिक विविधता को एक ताकत के रूप में स्वीकारने की भावना मजबूत होगी।
यह सम्मेलन हम सभी के लिए एक अवसर है — भूतकाल से प्रेरणा लेकर भविष्य का निर्माण करने का अवसर। हमें यह समझना होगा कि संस्कृति केवल उत्सवों और त्योहारों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारी सोच, व्यवहार और अस्तित्व की आधारशिला है।
अंततः, MONDIACULT 2025 का सबसे बड़ा संदेश यही है:
> “संस्कृति में ही मानवता की आत्मा बसती है। यदि हम संस्कृति की रक्षा करते हैं, तो हम अपने भविष्य की रक्षा करते हैं।”
अब समय आ गया है कि हम संस्कृति को केवल संरक्षण का विषय न मानें, बल्कि उसे विकास, नवाचार और वैश्विक समृद्धि के लिए एक प्रेरक शक्ति के रूप में देखें।
MONDIACULT 2025 इस बदलाव की शुरुआत है — और इस यात्रा में हर राष्ट्र, हर समुदाय और हर नागरिक की सहभागिता अनिवार्य है।
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