National Security Day 2025: राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस (National Security Day) भारत में प्रतिवर्ष 4 मार्च को मनाया जाता है। इस दिन को मनाये जाने का मुख्य उद्देश्य सुरक्षा बलों, विशेष रूप से राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG), पुलिस बलों, अर्धसैनिक बलों (Paramilitary Forces), अग्निशमन विभाग (Fire Safety Forces), नागरिक सुरक्षा (Civil Defence) तथा अन्य सुरक्षा एजेंसियों के योगदान को सम्मान देना है।
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ToggleNational Security Day 2025: भारत की सुरक्षा से जुड़े सबसे बड़े रहस्य!
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का आयोजन पूरे देश बड़े उत्साह के साथ में किया जाता है ताकि नागरिकों में सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाई जा सके और उन्हें सुरक्षा नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया जा सके। इस दिन को राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह (National Security Week) के रूप में भी मनाया जाता है, जो 4 मार्च से शुरू होकर पूरे सप्ताह 10 मार्च तक चलता है।
National Security Day का इतिहास
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस की शुरुआत 4 मार्च 1972 को हुई थी। इस दिवस को मनाये जाने की नींव नेशनल सेफ्टी काउंसिल (NSC) ऑफ इंडिया द्वारा रखी गई थी। इस दिवस को मनाये जाने का मुख्य उद्देश्य औद्योगिक सुरक्षा, सड़क सुरक्षा, पर्यावरण सुरक्षा और कार्यस्थल की सुरक्षा को बढ़ावा देना था।
भारत में औद्योगीकरण के बढ़ते प्रभाव के कारण श्रमिकों और नागरिकों की सुरक्षा को लेकर दिन पर दिन चिंता बढ़ती जा रही थी। इसके परिणामस्वरूप, 1966 में भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC) की स्थापना की। इस संगठन ने भारत में सुरक्षा जागरूकता अभियान शुरू किया और 4 मार्च 1972 को पहला राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया गया। Read more…

राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (National Safety Council – NSC)
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC) एक गैर-सरकारी, गैर-लाभकारी संगठन है, जिसकी स्थापना 4 मार्च 1966 को भारत सरकार द्वारा की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य कार्यस्थल, सड़क और पर्यावरण की सुरक्षा को बढ़ावा देना है।
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रमुख कार्य:
1. सुरक्षा नीतियों का निर्माण और कार्यान्वयन – औद्योगिक और नागरिक सुरक्षा के लिए नियम एवं दिशा-निर्देश तैयार करना।
2. सुरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना – कार्यस्थलों, कारखानों और निर्माण स्थलों में श्रमिकों के लिए सुरक्षा प्रशिक्षण प्रदान करना |
3. सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाना – राष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा से संबंधित जागरूकता अभियान चलाना।
4. औद्योगिक दुर्घटनाओं को रोकना – उद्योगों और फैक्ट्रियों में सुरक्षा मानकों को लागू करना।
National Security Day 2025 का महत्व
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस केवल सुरक्षा बलों के सम्मान के लिए ही नहीं, बल्कि सामान्य नागरिकों में भी सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के प्रमुख उद्देश्यों में शामिल हैं:
1. सुरक्षा बलों के प्रति सम्मान व्यक्त करना – भारतीय सेना, पुलिस, अर्धसैनिक बलों और नागरिक सुरक्षा सेवाओं को श्रद्धांजलि देना।
2. सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना – सड़क सुरक्षा, अग्नि सुरक्षा, औद्योगिक सुरक्षा और आपदा प्रबंधन की जानकारी देना।
3. समाज में सुरक्षा संस्कृति को बढ़ावा देना – लोगों को सुरक्षा नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करना।
4. राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र को मजबूत बनाना – भारत की सुरक्षा रणनीतियों को अधिक प्रभावी बनाना।
भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियां
राष्ट्रीय सुरक्षा भारत की कई महत्वपूर्ण सुरक्षा एजेंसियों के द्वारा संचालित की जाती है। इन एजेंसियों का कार्य देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
1. भारतीय सशस्त्र बल (Indian Armed Forces)
भारत की सेना को तीन भागों में विभाजित किया गया है:
भारतीय थल सेना (Indian Army)
भारतीय नौसेना (Indian Navy)
भारतीय वायु सेना (Indian Air Force)
ये तीनों सेनाएं राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
2. राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG – National Security Guard)
NSG को ब्लैक कैट कमांडो के रूप में भी जाना जाता है। इसका गठन 1984 में किया गया था। यह संगठन आतंकवाद विरोधी अभियानों और वीआईपी सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
3. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF)
CRPF भारत का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल है। इसका मुख्य कार्य आंतरिक सुरक्षा बनाए रखना और कानून व्यवस्था को बनाए रखना है।
4. सीमा सुरक्षा बल (BSF – Border Security Force)
BSF का गठन 1965 में किया गया था। इसका मुख्य कार्य भारत की पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ लगने वाली सीमाओं की रक्षा करना है।
5. खुफिया एजेंसियां
रॉ (RAW – Research and Analysis Wing): बाहरी खुफिया जानकारी एकत्र करने वाली एजेंसी हैं जो भारत के लिए खुफ़िया जानकारी एकत्र करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं |
आईबी (IB – Intelligence Bureau): आंतरिक खुफिया एजेंसी जो आतंकवाद और जासूसी गतिविधियों की निगरानी करती है।

राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े प्रमुख मुद्दे
1. आतंकवाद और उग्रवाद
भारत को हमेशा से आतंकवाद और उग्रवाद से गंभीर चुनौती मिलती रही है। भारत के कश्मीर, उत्तर-पूर्वी राज्य, और नक्सल प्रभावित क्षेत्र आतंकवाद और उग्रवाद से प्रभावित रहे हैं।
2. साइबर सुरक्षा (Cyber Security)
आधुनिक युग में साइबर हमले राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बना हुआ हैं। भारत सरकार ने साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए ‘CERT-In’ (Computer Emergency Response Team – India) का गठन किया है।
3. सीमा विवाद
भारत की चीन और पाकिस्तान के साथ सीमा को लेकर विवाद बना हुआ है। लद्दाख में गलवान घाटी संघर्ष (2020) और पाकिस्तान के साथ लगातार सीमा संघर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण विषय हैं।
4. जैविक और रासायनिक सुरक्षा
रासायनिक और जैविक हथियारों का खतरा बढ़ रहा है, जिससे भारत की सुरक्षा को गंभीर चुनौतियां मिल रही हैं। Click here
राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए उठाए गए कदम
1. आधुनिक रक्षा उपकरणों की खरीद – सरकार रक्षा बलों को नई तकनीक से लैस कर रही है।
2. ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के तहत स्वदेशी रक्षा उत्पादन – भारत अपनी रक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए स्वदेशी तकनीक पर जोर दे रहा है।
3. सशस्त्र बलों की क्षमता वृद्धि – नई युद्ध रणनीतियों और रक्षा तंत्र को विकसित किया जा रहा है।
4. डिजिटल सुरक्षा उपाय – भारत में साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए डिजिटल सुरक्षा उपाय लागू किए जा रहे हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस कैसे मनाया जाता है?
1. सुरक्षा बलों को सम्मानित किया जाता है
इस दिन विभिन्न सुरक्षा बलों और अधिकारियों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया जाता है।
2. जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं
औद्योगिक सुरक्षा, अग्नि सुरक्षा और सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक किया जाता है।
3. कार्यस्थलों पर सुरक्षा प्रशिक्षण दिए जाते हैं
बड़े उद्योगों, सरकारी कार्यालयों और अन्य स्थानों पर सुरक्षा से जुड़े प्रशिक्षण और सेमिनार आयोजित किए जाते हैं।
निष्कर्ष
National Security Day केवल सुरक्षा बलों को सम्मान देने का दिन नहीं है, बल्कि यह आम जनता को भी सुरक्षा नियमों का पालन करने और देश की सुरक्षा में योगदान देने के लिए प्रेरित करता है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि एक मजबूत और सुरक्षित राष्ट्र बनाने के लिए सभी नागरिकों की भागीदारी आवश्यक है।
इस अवसर पर हमें सुरक्षा बलों की कड़ी मेहनत और बलिदानों को सम्मान देने के साथ-साथ अपने स्वयं के सुरक्षा मानकों का पालन करने का संकल्प लेना चाहिए ताकि हमारा देश और अधिक सुरक्षित और समृद्ध बन सके।