Passport Seva 2.0 e‑Passport: ऑनलाइन आवेदन, पात्रता, फीस, सुविधाएँ और ट्रेंडिंग अपडेट्स
प्रस्तावना: क्यों है ‘Passport Seva 2.0’ अहम?
Table of the Post Contents
Toggleभारत ने 26 जून 2025 को 13वें Passport Seva Divas पर विदेश मंत्रालय के मंत्री डॉ. एस. जयशंकर की उपस्थिति में Passport Seva 2.0 और e‑Passport की आधिकारिक शुरुआत की।
Passport Seva 2.0 एक व्यापक डिजिटल अद्यतन (upgrade) है, जो सेवा केंद्रों (PSK/POPSK), मोबाइल वेन और बैक‑एंड सिस्टम में तकनीकी उन्नयन लाता है।
e‑Passport में मजबूत सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पासपोर्ट कवरेज़ में एक चिप और एंटीना होता है—ये बायोमेट्रिक डेटा को सुरक्षित रूप में संग्रहित करता है।
इस कदम से भारत डिजिटल इंडिया के मार्ग पर और तेज़ी से आगे बढ़ रहा है, जिससे नागरिकों को बेहतर, तेज़ और ग्लोबल‑स्टैंडर्ड वाली पासपोर्ट सेवा मिल सके।

Passport Seva 2.0 – क्या नया है?
तकनीकी ढांचे का उन्नयन
Cloud‑based architecture ने बैक‑एंड को लचीला और स्केलेबल बनाया है।
mPassport Police App की मदद से पुलिस सत्यापन अब सिर्फ 5–7 दिनों में पूरा हो रहा है (25 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों में)। यह पारंपरिक प्रक्रियाओं से कहीं तेज़ है।
मोबाइल पासपोर्ट वेन दूरदराज़ इलाकों में सेवा फैलाने की पहल है—लोगों को पासपोर्ट केन्द्र की यात्रा न करनी पड़े, सेवाएं घर पर ही मिलें।
सेवाओं का विस्तार हुआ
इस वर्ष 10 नए POPSK (Post Office Passport Seva Kendras) जोड़े गए, कुल की संख्या 450 हुई।
13 शहरों में प्रारंभिक चरण में e‑Passport जारी हो रहे हैं—जैसे नागपुर, भुवनेश्वर, जम्मू, गोवा, शिमला, रायपुर, अमृतसर, जयपुर, चेन्नई, हैदराबाद, सूरत, रांची और दिल्ली।
Global PSP 2.0 (दूतावासों/कांसुलेट में Passport Seva 2.0 की पायलट) परीक्षण में है। इसका लक्ष्य भारतीय नागरिकों को विदेशों में भी केंद्रित, तेज सेवा देना है।
e‑Passport – टेक्नोलॉजी, सुरक्षा और महत्त्व
e‑Passport क्या है?
ये सामान्य पासपोर्ट की तरह ही होते हैं, लेकिन इनकी अंदर की इनले (inlay) में RFID चिप और एंटीना लगा होता है। इसमें पोर्टेबल बायोमेट्रिक डेटा—जैसे फोटो, अंगुलियों के निशान, जन्मतिथि आदि—encrypted (एन्क्रिप्टेड) रूप में संग्रहित होते हैं।
विदेशों में मिलने वाली ICAO (International Civil Aviation Organization) मानकों के अनुसार ये पासपोर्ट fully compliant हैं—मतलबी border e‑gate में स्कैन हो सकते हैं।
तकनीकी सुरक्षा तत्व
सुरक्षा तत्व विवरण
RFID चिप संपर्क‑रहित (contactless) पढ़ाई, सुरक्षित डेटा ट्रांसमिशन
*Public Key Infrastructure (PKI)* डिजिटल डाटा को पहचान और प्रमाणित करता है
Basic / Extended Access Control अनाधिकृत एक्सेस रोकता है
डिजिटल हस्ताक्षर पासपोर्ट को सुरक्षित बनाएका है, एजेंट्स द्वारा देखे नहीं जा सकते
क्यों ज़रूरी हैं e‑Passports?
Forgery & Identity theft को रोकना
Immigration प्रक्रिया में समय की बचत
बायोमेट्रिक e‑gates से तेज सीमा पार
डेटा की सुरक्षा और Privacy सुनिश्चित करना
Digital India मिशन के अनुरूप
आवेदन प्रक्रिया – step-by-step
आरंभिक तैयारी
1. паспोर्ट सेवा पोर्टल (services1.passportindia.gov.in/psp) पर जाएँ।
2. नए उपयोगकर्ताओं के लिए रजिस्ट्रेशन, पुराने के लिए Login करें।
3. यदि आपने पहले पासपोर्ट लिया है तो Re-issue / Renewal विकल्प चुनें।
फॉर्म भरना
व्यक्तिगत जानकारी: नाम, DOB, जन्मक्तिथि, नौकरी, सम्पर्क आदि।
e‑Passport विकल्प चुनें, यदि PSK/POPSK उस सुविधा से जुड़ा है।
आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें:
पता प्रमाण (आधार, वोटर, utility)**
जन्म प्रमाण (जन्म प्रमाण पत्र / स्कूल प्रमाण पत्र)**
मौजूदा पासपोर्ट की कॉपी (यदि applicable)**
भुगतान और अपॉइंटमेंट
शुल्क ऑनलाइन (Net banking / Debit / Credit) से भुगतान
Appointment बुक करें: Centre + Time slot
PSK / POPSK जाने की प्रक्रिया
निर्धारित दिन पर biometrics (photo + fingerprints + iris) कॅप्चर
दस्तावेज़ सत्यापन
Policing Verification प्रक्रिया (mPassport App से 5–7 दिन)
अंततः पासपोर्ट भेजा (India Post के माध्यम से)
फीस संरचना (Normal / Tatkaal)
भारत सरकार की फीस का ढांचा स्थिर है:
Normal Service:
36 पेज – ₹1,500
60 पेज – ₹2,000
Tatkaal Service:
36 पेज – ₹3,500
60 पेज – ₹4,000
किशोर (<18 वर्ष) पासपोर्ट (36 पेज): ₹1,000 (Normal) / ₹3,000 (Tatkaal)
विशेष छूट: 60+ वर्ष और 8 साल से कम आयु वाले नागरिकों को 10% छूट।
पात्रता और बदलाव
कौन आवेदन कर सकता है?—वर्तमान / नया पासपोर्ट लेने वाले सभी व्यक्ति। शर्तों में कोई अतिरिक्त उपाधि नहीं है।
बदलना ज़रूरी है क्या?—नहीं, पहले जारी पासपोर्ट तक वैध रहेगा। हालाँकि, e‑Passport सक्षम केन्द्र में नया आवेदन होने पर ही नवीन पासपोर्ट e‑Passport के रूप में मिलेगा।
किस शहर में उपलब्ध है e‑Passport?
प्रारंभिक 13 शहरों में शुरू –
गोवा, रांची, नागपुर, भुवनेश्वर, जम्मू, शिमला, रायपुर, अमृतसर, जयपुर, चेन्नई, हैदराबाद, सूरत, दिल्ली दलित क्षेत्र में विस्तार की योजना है—मजबूती से पूरे भारत में सेवा उपलब्ध कराने की तैयारी।
तुलनात्मक तालिका: Passport Seva 1.0 बनाम 2.0
विशेषता Passport Seva 1.0 Passport Seva 2.0
बैक‑एंड पारंपरिक सर्वर Cloud-based
पुलिस सत्यापन 15–20 दिन 5–7 दिन (mPassport App)
Passport Centres केवल PSK PSK + POPSK + मोबाइल वैन
पासपोर्ट प्रकार केवल कागज़ आधारित e‑Passport (Chip-based)
वैश्विक पहुँच Embassy में सीमित Global PSP 2.0 पायलट
सुरक्षा सीमित
RFID + PKI + डिजिटल हस्ताक्षर
e‑Passport के प्रमुख लाभ
1. सुरक्षा और बेसिक/Extended Access Control
2. Teza Immigration – कंटैक्ट‑लेस e‑gate से hot arrival
3. वैश्विक मान्यता – ICAO compliant होने से world‑wide acceptance
4. Forgery रोकथाम – cloning, tampering नहीं हो सकता
5. डीजिटल इंडिया का मजबूत संदेश
6. दूरस्थ क्षेत्रों में पहुँच – मोबाइल वैन और POPSK

सिंगल विंडो अनुभव: यूज़र फ्रेंडली डिज़ाइन
1. Complete ऑनलाइन वर्कफ़्लो
रजिस्ट्रेशन → फॉर्म → दस्तावेज़ अपलोड → भुगतान → अपॉइंटमेंट, पूरा डिजिटल।
उपयोगकर्ता-अनुभव बेहतर हुआ है—मोबाइल और डेस्कटॉप दोनों में सहज।
2. Track & Notify सिस्टम
आवेदन स्टेटस ट्रैकिंग, SMS/ईमेल अलर्ट, अपडेटेड टेलीग्राफी।
पारदर्शिता बढ़ी है—अब आपको पता रहेगा कि आपका स्टेटस कहाँ तक पहुँचा है।
3. Chatbot / हेल्पलाइन
AI‑आधारित चैटबोट और हेल्पलाइन केंद्रित सवालों-जवाबों के लिए उपलब्ध; थोड़ी मदद सचमुच तुरंत मिलती है।
ग्लोबल PSP 2.0: विदेश में भारतियों का भविष्य
पायलट संयुक्त मिशन में शुरु – विदेशों में भारतीयों को तेज़, डिजिटल पासपोर्ट सेवा मिलेगी।
भूतपूर्व प्रयोगों में Emergency Passport, Walk-in Services जैसे विकल्प देखे गए हैं।
चिप-आधारित पेपर संकेतक पासपोर्ट कवर पर अंकित होगा — ICAO मान्यता के हिसाब से डिजाइन।
आगे की टाइमलाइन और रोलआउट योजना
1–3 महीने: सभी PSK, POPSK और मोबाइल वैन /PSP‑सक्षम होंगे।
मध्य‑2025 तक: पूरे भारत में e‑Passport उपलब्ध; विदेशों में शुरूआती रोलआउट।
2025–2029: अतिरिक्त ₹1,000 करोड़ के निवेश से, 400 नए केंद्र + 600 अपग्रेड होने हैं।
Passport Seva 2.0: मुख्य लाभ और प्रभाव
क्षेत्र लाभ
सुरक्षा RFID, डिजिटल सिग्नेचर, PKI, ड्रैगन उपयोग रोकने में मदद
प्रक्रिया mPassport App से Police Verification केवल 5–7 दिन
ग्लोबल कम्पैटीबिलिटी ICAO मानक – Border e‑gate से तेज़ पासपोर्ट स्कैनिंग
डिजिटल अनुभव ऑनलाइन फॉर्म, पैसे, अपॉइंटमेंट और स्टेटस ट्रैकिंग
उभरते राज्य और क्षेत्र मोबाइल वैन + POPSK द्वारा दूरस्थ पहुंच
गवर्नेंस उद्देश्य “Seva, Sushasan, Garib Kalyan” – सेवा, पारदर्शिता, समावेशिता
Passport Seva 2.0: चुनौतियाँ और निवारण
1. तकनीकी निर्भरता
नेट डाउन हो जाए तो पूरा सिस्टम प्रभावित; बैकअप तैयार होना चाहिए।
2. लैगइन स्थिति
पुराने पासपोर्ट वाले लोग भ्रमित हो सकते हैं—क्योंकि कुछ लोगों को PSK पर वर्चुअल सहायता चाहिए।
3. प्रिवेसी चिंता
बायो‑डेटा संग्रह में निजता की चिंता; सरकार PKI और एन्क्रिप्शन उपयोग कर समाधान कर रही है।
4. डिजिटल साक्षरता
ग्रामीण क्षेत्रों में अपॉइंटमेंट बुकिंग, e‑रजिस्ट्रेशन सीखना मुश्किल हो सकता है।
Passport Seva 2.0 भविष्य की राह: डिजिटल पथ पर एक कदम
1. Fully paperless पासपोर्ट सेवा — चरणबद्ध प्रणाली में पूर्ण डिजिटलाइजेशन
2. AI‑संवर्धित फ्रॉड डिटेक्शन — मशीन लर्निंग से irregular pattern पता लगेगा
3. इमरजेंसी डॉक्यूमेंट डिजिटलाइजेशन — विदेशों में डिजिटल पासपोर्ट एप विकल्प
4. सार्वभौमिक डिजिटल ID लिंकेज — DigiLocker, Citizen Portal और Passport Integration
5. प्रौद्योगिकी सहयोग — Blockchain प्रयोग से डेटा integrity सुनिश्चित
6. World‑class Passport Infrastructure — Passport Seva 3.0: तेज, सुरक्षित, एकीकृत
FAQs: Passport Seva 2.0 और e-Passport से जुड़े महत्वपूर्ण सवाल-जवाब
Q1. क्या पुराने पासपोर्ट भी e-Passport में बदलेंगे?
नहीं, पुराने पासपोर्ट वैध बने रहेंगे। e-Passport केवल नए या नवीनीकरण वाले आवेदनों पर जारी होगा।
Q2. e-Passport में क्या अलग है?
इसमें RFID चिप और डिजिटल सिग्नेचर जैसे सुरक्षा फीचर्स होते हैं, जिससे नकली पासपोर्ट बनाना लगभग असंभव हो जाता है।
Q3. पुलिस वेरिफिकेशन में अब कितना समय लगेगा?
mPassport Police App से प्रक्रिया तेज हुई है — अब औसतन 5–7 दिन में पूरा हो रहा है।
Q4. e-Passport के लिए फीस अलग है क्या?
नहीं, e-Passport के लिए कोई अलग शुल्क नहीं है। सामान्य पासपोर्ट फीस संरचना ही लागू होती है।
Q5. किन शहरों में e-Passport जारी हो रहा है?
फिलहाल 13 शहरों में शुरू — जैसे दिल्ली, चेन्नई, हैदराबाद, नागपुर, रांची, सूरत, शिमला आदि। आने वाले महीनों में देशभर में लागू होगा।
Q6. e-Passport सुरक्षित क्यों है?
RFID चिप, डिजिटल सिग्नेचर, PKI जैसे तंत्र डाटा को एन्क्रिप्टेड और सुरक्षित रखते हैं।
Q7. e-Passport पाने के लिए क्या दस्तावेज़ चाहिए?
सामान्य पासपोर्ट आवेदन जैसे ही: पता प्रमाण, जन्म प्रमाण, पुराने पासपोर्ट (यदि रिन्यूअल हो), आदि।
Q8. क्या विदेश में रहते हुए e-Passport बनवा सकते हैं?
हाँ, Global Passport Seva 2.0 के तहत विदेशों में भारतीय मिशनों में यह सुविधा जल्द शुरू होगी।
Q9. e-Passport से सीमा पार प्रक्रिया कैसे आसान होगी?
यह ICAO मानकों के अनुरूप है — विदेशी एयरपोर्ट पर e-gate से ऑटोमैटिक स्कैन हो सकेगा, जिससे समय बचेगा।
Q10. क्या e-Passport लेना जरूरी है?
नहीं, यह विकल्प है। पुराने पासपोर्ट जब तक वैध हैं, वे मान्य रहेंगे।
निष्कर्ष: Passport Seva 2.0
Passport Seva 2.0 और e-Passport पहल भारत को डिजिटल युग में तेज़, सुरक्षित और विश्वस्तरीय पहचान सेवा प्रदान करने की दिशा में बड़ा कदम है।
Passport Seva 2.0 से न केवल प्रक्रिया पारदर्शी और सुगम हुई है, बल्कि नागरिकों को बेहतर सुरक्षा, तेज़ सत्यापन और वैश्विक मान्यता भी मिल रही है। यह ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘विश्व में अग्रणी भारत’ के सपनों को साकार करने की दिशा में मजबूत पहल है।
Related
Discover more from Aajvani
Subscribe to get the latest posts sent to your email.