Vistadome Train Jungle Safari: उत्तर प्रदेश की प्राकृतिक सुंदरता का अद्भुत सफर!
भूमिका: Vistadome Train in UP- जंगल की गोद में कांच से दिखेगा रोमांच
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Toggleभारत में पहली बार उत्तर प्रदेश सरकार ने पर्यटकों को एक ऐसा अनुभव देने की पहल की है, जो उन्हें जंगल की खूबसूरती को ट्रेन में बैठकर महसूस करने का मौका देगा।
इस रोमांचक और ऐतिहासिक पहल का नाम है — Vistadome Train जंगल सफारी। यह भारत में पहली ऐसी ट्रेन सेवा है, जिसमें विस्टाडोम कोच लगाए गए हैं और जो सीधे जंगलों के बीचोंबीच चलती है।
Jungle Safari Train in Uttar Pradesh: क्यों है ये सफर खास?
Vistadome Train का मतलब होता है — ऐसी ट्रेन जिसके डिब्बों में पारदर्शी कांच की छत और बड़ी खिड़कियाँ होती हैं। इसका उद्देश्य है कि यात्री बिना किसी रुकावट के प्रकृति के नज़ारों का आनंद ले सकें।
Vistadome Train बिचिया (बहराइच) से मेलानी (लखीमपुर खीरी) के बीच चलती है, और यह रास्ता जंगलों से होकर गुजरता है — जहाँ कतरनियाघाट और दुधवा जैसे वन्यजीव अभयारण्य हैं।
Dudhwa Tiger Reserve Train Booking: प्रकृति से सीधा नाता
इस सफर की सबसे बड़ी खासियत है कि यह ट्रेन दुधवा टाइगर रिजर्व जैसे संरक्षित क्षेत्रों से होकर गुजरती है। यह न सिर्फ पर्यटकों को टाइगर, हिरण, हाथी और कई दुर्लभ पक्षियों को देखने का मौका देती है, बल्कि इस क्षेत्र के प्राकृतिक वैभव को भी महसूस कराती है।
कैसे करें बुकिंग?
IRCTC या उत्तर प्रदेश इको टूरिज्म की आधिकारिक वेबसाइट से आप इस ट्रेन की टिकट ऑनलाइन बुक कर सकते हैं।
Vista Dome Coach Experience in UP: पूरी सुविधाएँ और रोमांच
विस्टाडोम कोच के अंदर आपको मिलती हैं:
180 डिग्री घूमने वाली आरामदायक सीटें
कांच की छत और बड़ी खिड़कियाँ
एयर कंडीशनिंग
GPS आधारित सूचना प्रणाली
बायो टॉयलेट्स
सेल्फी पॉइंट्स और इन्फोटेनमेंट सिस्टम
इस सफर में हर पल फोटो खींचने और यादें संजोने लायक होगा।
UP Jungle Safari Ticket Price: जेब पर भारी नहीं
इस सफारी ट्रेन का किराया मात्र ₹275 प्रति व्यक्ति रखा गया है, जिससे आम जनता भी इस रोमांच का हिस्सा बन सके। यह किफायती और पर्यावरण-अनुकूल पर्यटन को बढ़ावा देने का बेहतरीन उदाहरण है।
One Destination Three Forests Plan: सरकार की शानदार पहल
उत्तर प्रदेश सरकार ने ‘One Destination Three Forests’ की अवधारणा को लागू करते हुए दुधवा, कतरनियाघाट और किशनपुर तीनों रिजर्व को एकीकृत अनुभव के रूप में विकसित किया है।
इसके तहत पर्यटक एक ही यात्रा में तीन प्रमुख अभयारण्यों की सैर कर सकते हैं — और वो भी ट्रेन के माध्यम से!
पर्यटन के साथ रोजगार का अवसर
यह परियोजना केवल सफर तक सीमित नहीं है — इसके पीछे एक बड़ा सामाजिक और आर्थिक दृष्टिकोण है। विस्टाडोम ट्रेन के माध्यम से:
आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन हो रहा है
स्थानीय लोग गाइड, ट्रांसपोर्ट, भोजन और अन्य सुविधाओं से लाभ उठा रहे हैं
सरकार इको-टूरिज्म को बढ़ावा देकर पर्यावरण संरक्षण को साथ लेकर चल रही है
Route Map and Train Timings: बिचिया से मेलानी तक का रोमांच
ट्रेन मार्ग: बिचिया → मंजारा पूरब → खैराटिया बांध रोड → टिकुनिया → बेलरायन → दुधवा → पलिया कलां → भीरा खीरी → मेलानी
दूरी: लगभग 107 किमी
समय: कुल यात्रा समय 4 घंटे 25 मिनट
सेवा दिन: फिलहाल सप्ताहांत (शनिवार-रविवार) पर उपलब्ध
ट्रेन टाइमिंग:
मेलानी से प्रस्थान: सुबह 6:05 बजे
बिचिया से प्रस्थान: दोपहर 11:45 बजे
Latest Update 2025: ट्रेन में नया क्या है?
2025 में कुछ नए अपडेट्स भी जोड़े गए हैं:
डिजिटल गाइड: अब विस्टाडोम कोच में ऑडियो गाइडिंग सिस्टम लगा है जो जंगल में दिखने वाले जानवरों और पौधों की जानकारी देता है।
Wi-Fi सुविधा: यात्रियों को हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्शन मिलेगा ताकि वे अपने सफर की लाइव स्ट्रीमिंग कर सकें।
सुरक्षा बढ़ाई गई: रात के समय में भी IR कैमरा मॉनिटरिंग होगी, ताकि किसी भी अनहोनी की संभावना को पहले ही रोका जा सके।
यात्रियों के अनुभव: रोमांच + सुकून
कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर अपने अनुभव साझा किए हैं, जिसमें उन्होंने बताया कि यह सफर:
बच्चों के लिए बहुत शिक्षाप्रद है
फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए स्वर्ग है
परिवार के साथ यादगार ट्रिप बन सकता है

उत्तर प्रदेश में विस्टाडोम ट्रेन से जंगल सफारी: विस्तृत अनुभव
उत्तर प्रदेश जैसे विकसित हो रहे राज्य में Vistadome Train का जंगल सफारी के लिए शुरुआत होना एक नया अध्याय है। यहाँ की प्रकृति और वन्यजीव संपदा को देश-विदेश के पर्यटकों तक पहुंचाने के लिए यह कदम बेहद खास माना जा रहा है।
Vistadome Train की डिजाइन और तकनीक
विस्टाडोम कोच को खास तौर पर इस तरह डिजाइन किया गया है कि यात्रियों को प्राकृतिक नजारों का 360 डिग्री अनुभव मिले। इसके कांच की छत और बड़ी खिड़कियाँ इस अनुभव को और भी जीवंत बना देती हैं।
ट्रेन के अंदर आरामदायक सीटें हैं जो घूम भी सकती हैं, जिससे हर दिशा का नजारा देखा जा सकता है।
ट्रेन की गति जंगलों के बीच इतनी धीमी रखी गई है कि यात्री बिना जल्दी के वन्यजीवों को आराम से देख सकें। साथ ही पर्यावरण के अनुकूल ईंधन और इंजनों का इस्तेमाल किया गया है ताकि जंगलों को कोई नुकसान न पहुंचे।
दुधवा, कतरनियाघाट और किशनपुर जंगलों की खूबसूरती
उत्तर प्रदेश के ये तीन बड़े नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व न केवल बाघ संरक्षण के लिए प्रसिद्ध हैं, बल्कि यहाँ दुर्लभ पक्षी, हिरण, हाथी और अन्य जीव-जंतुओं की बहुतायत है।
Vistadome Train की यात्रा के दौरान इन जीवों को प्राकृतिक माहौल में देखना पर्यटकों के लिए एक अनमोल अनुभव होता है।
पर्यावरण संरक्षण में ट्रेन की भूमिका
जैसे-जैसे पर्यटन बढ़ता है, पर्यावरण पर इसका प्रभाव भी बढ़ता है। विस्टाडोम ट्रेन इस चुनौती का हल निकालती है क्योंकि:
यह सड़क मार्ग की तुलना में कम प्रदूषण फैलाती है।
यात्री जंगल के भीतर पैदल घूमने या वाहन चलाने से बचते हैं, जिससे जानवर कम विचलित होते हैं।
ट्रेन के साथ पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को जंगल के महत्व का एहसास होता है।
UP Vistadome Jungle Safari से जुड़ी पर्यटन सुविधाएँ
आवास और रहना
ट्रेन यात्रा के अलावा आसपास कई रिसॉर्ट्स और जंगल के पास बने ईको-लॉज उपलब्ध हैं, जहाँ आप ठहर सकते हैं। कुछ प्रमुख होटल हैं:
दुधवा सफारी रिजॉर्ट
कतरनियाघाट वन रिजॉर्ट
किशनपुर एग्ज़ॉटिक लॉज
इन स्थानों पर स्थानीय संस्कृति, खान-पान, और जंगल की सैर का पूरा आनंद लिया जा सकता है।
स्थानीय पर्यटन स्थल
Vistadome Train यात्रा के साथ-साथ आप पास के कई दर्शनीय स्थलों का भी दौरा कर सकते हैं:
कतरनियाघाट टाइगर रिजर्व – जहां दुर्लभ बाघों को देखा जा सकता है।
दुधवा नेशनल पार्क – पक्षी प्रेमियों के लिए स्वर्ग।
महराजगंज का ऐतिहासिक मंदिर – सांस्कृतिक विरासत की झलक।
लखीमपुर खीरी के प्रसिद्ध बाजार – लोक कला और हस्तशिल्प की खरीदारी के लिए।
यात्रा के लिए सुझाव: Vistadome Train सफारी को और भी यादगार बनाने के लिए
सफारी के दौरान कैमरा जरूर साथ लें, लेकिन जानवरों को परेशान न करें।
सुबह के समय या शाम के आस-पास यात्रा करना बेहतर होता है, क्योंकि इस समय वन्यजीव अधिक सक्रिय होते हैं।
हल्के और आरामदायक कपड़े पहनें, साथ ही बारिश के मौसम में रेनकोट जरूर साथ रखें।
ट्रेन के बाहर पैदल घुमने या ट्रेन से उतरने की अनुमति नहीं है, इसलिए सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।
जल और स्नैक्स साथ रखें, लेकिन कूड़ा-कचरा जंगल में न फेंकें।
स्थानीय गाइड से संपर्क करें, वे वन्यजीवों और पेड़-पौधों की बेहतर जानकारी देंगे।
सामाजिक-आर्थिक प्रभाव: स्थानीय समुदायों को मिली नई दिशा
यह परियोजना स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार के नए द्वार खोल रही है। सफारी के दौरान स्थानीय लोग गाइड के तौर पर, होमस्टे चलाने में, या पर्यटन सेवा प्रदाता के रूप में काम कर रहे हैं।
इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है और वे अपने जंगलों के संरक्षण में अधिक सक्रिय हो रहे हैं।
सरकार ने कई प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चलाए हैं जिससे स्थानीय युवा इको-टूरिज्म में माहिर बन सकें।
Vistadome Train जंगल सफारी के दौरान देखने योग्य वन्यजीव और पक्षी
उत्तर प्रदेश के दुधवा, कतरनियाघाट, और किशनपुर जैसे टाइगर रिजर्व में यात्रा करते समय आपको विभिन्न प्रकार के जीव-जंतु देखने को मिलेंगे।
इस सफारी का सबसे बड़ा आकर्षण बाघ (Royal Bengal Tiger) होता है, लेकिन इसके अलावा भी कई दुर्लभ और आकर्षक जानवर, पक्षी और कीड़े-मकोड़े देखने को मिलते हैं।
टाइगर और अन्य बड़े मांसाहारी जानवर
बाघ: यह क्षेत्र बाघों के संरक्षण के लिए जाना जाता है। ट्रेन के माध्यम से बाघों को प्राकृतिक आवास में देखना संभव है।
चितल और सांभर हिरण: ये वन्यजीव काफी आम हैं और आमतौर पर झुंड में घूमते दिखाई देते हैं।
जंगल बिल्ली (जंगल कैट): अक्सर पेड़ों पर चढ़ते हुए या झाड़ियों के बीच छिपे हुए मिल जाते हैं।
नीलगाय: भारत का सबसे बड़ा हरण, जिसे जंगल में आसानी से देखा जा सकता है।
सांप और छोटे स्तनधारी: पर्यावरण के विविध होने से कई छोटे जीव भी यहाँ रहते हैं।
पक्षियों की विविधता
मोर: राज्य का राष्ट्रीय पक्षी, जो जंगलों में रंग-बिरंगे पंख फैलाए घूमता है।
राजहंस और बगुला: तालाबों और नदियों के किनारे।
ओरियल, कबूतर, और गौरैया: जंगल के विभिन्न भागों में।
दुधवा पार्क में दुर्लभ पक्षी प्रजातियाँ: जैसे कि सफेद सारस और काली बटेर।
सफारी के दौरान सुरक्षा और पर्यावरण नियम
वन्यजीवों के संरक्षण और पर्यटकों की सुरक्षा के लिए कुछ सख्त नियम लागू हैं:
ट्रेन के बाहर उतरना सख्त मना है।
जानवरों को परेशान करने के लिए तेज आवाज, लाइट या कैमरे का फ्लैश न करें।
कूड़ा-कचरा जंगल में फेंकना प्रतिबंधित है।
यात्रा के दौरान स्थानीय गाइड और वन विभाग के निर्देशों का पालन अनिवार्य है।
आग जलाना, धूम्रपान या किसी भी तरह की आग लगाने की अनुमति नहीं है।
शोर-शराबा न करें ताकि जानवर डरें नहीं और प्राकृतिक वातावरण बना रहे।

पर्यावरण जागरूकता और शिक्षा
Vistadome Train के साथ वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने वाले अभियान भी चलते हैं। यात्रा के दौरान यात्रियों को वन्यजीवों के बारे में जानकारी दी जाती है,
साथ ही जंगलों के महत्व, संरक्षण के उपाय, और स्थानीय जैव विविधता के बारे में शिक्षा दी जाती है। यह कदम स्थानीय लोगों और पर्यटकों दोनों के लिए सकारात्मक प्रभाव डाल रहा है।
स्थानीय संस्कृति और खान-पान
जंगल सफारी के आसपास के क्षेत्र उत्तर प्रदेश की लोक संस्कृति से भरे हैं। आप स्थानीय हस्तशिल्प, पारंपरिक खाना, और त्योहारों का अनुभव कर सकते हैं।
लोक कला और हस्तशिल्प
मिट्टी के बर्तन, लकड़ी के काम, और स्थानीय कढ़ाई के उत्पाद।
जंगल से जुड़े नैसर्गिक रंगों और सामग्रियों का इस्तेमाल।
स्थानीय बाजारों में खरीदारी से स्थानीय कारीगरों को समर्थन मिलता है।
खान-पान के अनुभव
यहां के पारंपरिक उत्तर प्रदेश के व्यंजन जैसे कचौड़ी, पूरी-भाजी, पकोड़े।
जंगल के पास बने ईको रिसॉर्ट में शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के स्थानीय व्यंजन उपलब्ध होते हैं।
प्राकृतिक और ऑर्गेनिक सामग्री का उपयोग कर तैयार किये गए भोजन पर्यटक पसंद करते हैं।
उत्तर प्रदेश Vistadome Train जंगल सफारी FAQ (Frequently Asked Questions)
1. Vistadome Train से जंगल सफारी क्या है?
उत्तर: Vistadome Train एक विशेष प्रकार की ट्रेन है जिसमें कांच की छत और बड़ी खिड़कियां होती हैं, जिससे जंगल और प्राकृतिक दृश्यों का आनंद पूरी तरह से लिया जा सकता है।
यह ट्रेन उत्तर प्रदेश के प्रमुख टाइगर रिजर्व जैसे दुधवा, कतरनियाघाट, किशनपुर में जंगल सफारी के लिए चलती है।
2. Vistadome Train की टिकट कैसे और कहाँ से बुक करें?
उत्तर: आप भारतीय रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट IRCTC या IRCTC ऐप से ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं। इसके अलावा नजदीकी रेलवे स्टेशन से भी टिकट खरीद सकते हैं। अग्रिम बुकिंग जरूरी होती है क्योंकि सीटें सीमित होती हैं।
3. जंगल सफारी के लिए सबसे अच्छा समय कब है?
उत्तर: अक्टूबर से फरवरी (शरद और सर्दी का मौसम) जंगल सफारी के लिए सबसे उपयुक्त समय होता है। इस दौरान मौसम ठंडा रहता है और जानवर अधिक सक्रिय दिखते हैं। मानसून के मौसम (जुलाई-अगस्त) में ट्रेन सेवा अस्थायी रूप से बंद हो सकती है।
4. क्या Vistadome Train सफारी के दौरान जानवरों को देखा जा सकता है?
उत्तर: हाँ, Vistadome Train से जंगल के प्राकृतिक वातावरण में शेर, बाघ, हिरण, नीलगाय, और कई प्रकार के पक्षी देखने को मिलते हैं, लेकिन जानवरों की उपस्थिति जंगल की परिस्थितियों पर निर्भर करती है।
5. क्या Vistadome Train की सफारी बच्चों के लिए सुरक्षित है?
उत्तर: हाँ, यह पूरी तरह सुरक्षित है। हालांकि बच्चों के लिए पर्यावरण और जंगल के नियमों को समझना जरूरी है ताकि वे शांत रहें और वन्यजीवों को परेशान न करें।
6. क्या सफारी के दौरान ट्रेनों से बाहर उतरना erlaubt है?
उत्तर: नहीं, ट्रेन के दौरान बाहर उतरना सख्त मना है। इससे सुरक्षा खतरे में पड़ सकते हैं और जानवरों को भी परेशानी होती है।
7. क्या Vistadome Train में भोजन की सुविधा उपलब्ध है?
उत्तर: Vistadome Train में सीमित स्नैक्स मिल सकते हैं, लेकिन आप अपनी पसंद के भोजन और पानी साथ ले जा सकते हैं।
8. क्या जंगल सफारी में फोटोग्राफी की अनुमति है?
उत्तर: हाँ, फोटोग्राफी की अनुमति है, लेकिन फ्लैश का उपयोग न करें और जानवरों को परेशान न करें।
9. क्या ट्रेन सफारी पूरे साल चलती है?
उत्तर: ट्रेन आमतौर पर मानसून के अलावा पूरे साल चलती है। मानसून में रास्ते और जंगल की सुरक्षा के कारण इसे बंद रखा जाता है।
10. जंगल सफारी के लिए क्या विशेष कपड़े और सामान लेकर जाना चाहिए?
उत्तर: हल्के और आरामदायक कपड़े, टोपी, सनस्क्रीन, कीट रोधी क्रीम, दूरबीन, कैमरा, और पानी की बोतल साथ रखना चाहिए। रंगदार कपड़े पहनने से बचें क्योंकि वे जानवरों को डराते हैं।
11. क्या सफारी के दौरान कोई गाइड या वन विभाग का स्टाफ साथ रहता है?
उत्तर: हाँ, ट्रेन के साथ वन विभाग के अधिकारी या प्रशिक्षित गाइड मौजूद रहते हैं जो वन्यजीवों और जंगल की जानकारी देते हैं।
12. टिकट कैंसिलेशन की प्रक्रिया क्या है?
उत्तर: IRCTC की सामान्य रेलवे टिकट कैंसिलेशन नियम लागू होते हैं। अग्रिम कैंसिलेशन पर कुछ राशि वापिस मिल सकती है, लेकिन नजदीकी दिन में कैंसिलेशन पर वापसी नहीं होती।
13. क्या जंगल सफारी के दौरान मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध रहता है?
उत्तर: अधिकांश जंगल क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क कमजोर या अनुपलब्ध हो सकता है, इसलिए इसके लिए तैयार रहना चाहिए।
14. क्या सफारी के दौरान कूड़ा-कचरा जंगल में फेंकना मना है?
उत्तर: बिल्कुल मना है। पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी पर्यटकों से आग्रह है कि वे अपना कूड़ा साथ लेकर वापस ले जाएं।
निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश में Vistadome Train से जंगल सफारी – एक अविस्मरणीय अनुभव
उत्तर प्रदेश में Vistadome Train के जरिए जंगल सफारी का अनुभव न केवल रोमांचक है, बल्कि यह प्रकृति और वन्यजीव संरक्षण की ओर एक जागरूक कदम भी है।
पारंपरिक सफारी की तुलना में यह ट्रेन यात्रियों को जंगल के दिल तक पहुंचने का एक सुरक्षित, आरामदायक और पर्यावरण के प्रति संवेदनशील तरीका प्रदान करती है।
विशाल कांच की खिड़कियों और छत से प्राकृतिक दृश्यों का आनंद लेते हुए आप वन्यजीवों और पक्षियों की विविधता को करीब से देख सकते हैं, जो एक अद्भुत रोमांच और सीखने का मौका होता है।
इस सफारी के माध्यम से पर्यटकों को न केवल जंगल की सुंदरता का अनुभव होता है, बल्कि वन संरक्षण के महत्व को भी समझने का अवसर मिलता है।
स्थानीय संस्कृति, खान-पान और जैव विविधता के साथ जुड़ाव इस यात्रा को और भी समृद्ध बनाता है। साथ ही, वन विभाग के कड़े नियम और सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित करते हैं कि यह अनुभव सभी के लिए सुरक्षित और यादगार रहे।
अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं, वन्यजीवों को देखना चाहते हैं या अपने परिवार के साथ कुछ नया और अनोखा अनुभव करना चाहते हैं, तो उत्तर प्रदेश की विस्टाडोम ट्रेन जंगल सफारी आपके लिए एक परफेक्ट विकल्प है।
यह सफारी न केवल मनोरंजन का स्रोत है, बल्कि हमारे प्राकृतिक विरासत की सुरक्षा और संरक्षण में भी योगदान देती है।
अंततः, यह यात्रा आपको प्रकृति के करीब ले जाती है, जहां आप शहरी जीवन की भागदौड़ से दूर, सुकून और संतोष के पल बिता सकते हैं।
Vistadome Train की यह अनूठी सेवा उत्तर प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र में नए आयाम जोड़ रही है और आने वाले समय में यह और भी लोकप्रिय होती जाएगी।
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