ग्रीनलैंड शार्क- दुनिया का सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाला जीव
प्रस्तावना: समुद्र की गहराईयों का रहस्यमय दीर्घायु जीव
पृथ्वी पर लाखों प्रकार के जीव मौजूद हैं — कुछ कुछ दिन ही जीते हैं, तो कुछ दशकों तक। लेकिन क्या तुम जानते हो कि एक ऐसा जीव भी है जो मनुष्य से 5 गुना ज्यादा उम्र तक जीवित रहता है?
यह कोई पेड़ या सूक्ष्मजीव नहीं, बल्कि एक विशाल शार्क है जो ठंडे समुद्रों में रहती है।
इसका नाम है — ग्रीनलैंड शार्क (Greenland Shark)।
यह शार्क पृथ्वी पर ज्ञात सबसे दीर्घायु कशेरुकी प्राणी है। वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार इसकी उम्र 400 से 500 वर्ष तक हो सकती है।
वैज्ञानिक नाम और वर्गीकरण
ग्रीनलैंड शार्क का वैज्ञानिक नाम है Somniosus microcephalus।
यह Somniosidae (स्लीपर शार्क परिवार) की सदस्य है।
इस परिवार की खासियत है — धीमी गति से चलने वाले, ठंडे गहरे पानी में रहने वाले विशाल शिकारी।
श्रेणी विवरण
साम्राज्य Animalia
संघ Chordata
वर्ग Chondrichthyes (Cartilaginous fish – उपास्थि मछलियाँ)
क्रम Squaliformes
परिवार Somniosidae
वंश Somniosus
प्रजाति S. microcephalus
ग्रीनलैंड शार्क का नाम उसके मुख्य निवास क्षेत्र “Greenland” से लिया गया है, लेकिन यह सिर्फ वहीं तक सीमित नहीं है। यह आर्कटिक (Arctic) और उत्तरी अटलांटिक महासागर के गहरे ठंडे पानी में पाई जाती है।

आकार, रूप और विशेषताएँ
🔹 आकार
ग्रीनलैंड शार्क एक विशालकाय जीव है।
औसतन इसकी लंबाई 4 से 5 मीटर होती है।
कुछ नमूने 6 मीटर (लगभग 20 फीट) तक लंबे पाए गए हैं।
वजन 800 से 1000 किलोग्राम तक हो सकता है।
🔹 रंग और रूप
इसका शरीर भूरे, धूसर या काले रंग का होता है।
कभी-कभी इसके शरीर पर सफेद या भूरे धब्बे भी होते हैं।
इसकी आँखें छोटी होती हैं और कई बार उस पर परजीवी जंतु (parasite) चिपके मिलते हैं।
सिर गोल और अपेक्षाकृत छोटा होता है — इसी कारण इसका वैज्ञानिक नाम microcephalus पड़ा, जिसका अर्थ है “छोटा सिर”।
🔹 गति और व्यवहार
ग्रीनलैंड शार्क को “स्लीपर शार्क” (Sleeper Shark) इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह बहुत धीमी गति से चलती है —
केवल 1 से 3 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से। लेकिन धीमी गति के बावजूद यह एक शानदार शिकारी है।
निवास स्थान (Habitat)
यह शार्क आर्कटिक सर्कल के ठंडे पानी में पाई जाती है।
यह सामान्यतः −2°C से +4°C तापमान वाले क्षेत्रों में रहती है।
ग्रीनलैंड, आइसलैंड, कनाडा, नॉर्वे और उत्तरी यूरोप के तटीय इलाकों में इसके होने की पुष्टि हुई है।
यह गहरे समुद्र की निवासी है —
अक्सर 200 से 2000 मीटर गहराई तक देखी गई है।
जहाँ रोशनी बहुत कम होती है और तापमान अत्यधिक ठंडा।
भोजन और शिकार करने का तरीका
ग्रीनलैंड शार्क एक मांसाहारी और अवसरवादी शिकारी (opportunistic predator) है।
यह जो भी शिकार पा जाए — मरा हुआ या जिंदा — खा लेती है।
इसका आहार शामिल करता है:
मछलियाँ (Cod, Halibut आदि)
स्क्विड, केकड़े, झींगे
मृत समुद्री स्तनधारी (जैसे सील, डॉल्फिन)
कभी-कभी समुद्री पक्षियों के शव
इसके कई पेटों की जांच में रेनडियर (barasingha) और घोड़े के अवशेष भी मिले — जो यह दर्शाते हैं कि यह मरे हुए जीवों को भी खा लेती है।
धीमी गति होने के कारण यह सक्रिय शिकार से ज्यादा scavenger की भूमिका निभाती है।
जीवनकाल का रहस्य
सबसे लंबी उम्र वाला कशेरुकी
वैज्ञानिकों ने 2016 में किए गए एक शोध में पाया कि ग्रीनलैंड शार्क की आयु कम से कम 272 वर्ष होती है, और अधिकतम 400 से 512 वर्ष तक भी पहुँच सकती है।
कैसे पता चला इसकी उम्र?
ग्रीनलैंड शार्क की हड्डियों या दाँतों से उम्र का अनुमान लगाना मुश्किल होता है। इसलिए वैज्ञानिकों ने इसकी आँखों के लेंस (lens nucleus) पर रेडियोकार्बन डेटिंग (Radiocarbon Dating) तकनीक का उपयोग किया।
आँखों की लेंस परतें जीवनभर बढ़ती रहती हैं, जिससे उम्र का सही अनुमान लगाया जा सकता है।
वैज्ञानिक निष्कर्ष
इस शोध में 28 शार्कों का अध्ययन किया गया।
सबसे बड़ी मादा शार्क लगभग 392 वर्ष की निकली।
अनुमान है कि यह शार्क 150 वर्ष की आयु में प्रजनन क्षमता प्राप्त करती है!
इस प्रकार यह पृथ्वी का सबसे लंबा जीवित रहने वाला कशेरुकी (vertebrate) माना जाता है।
क्यों जीती है इतनी लंबी उम्र?
ग्रीनलैंड शार्क की लंबी आयु के पीछे कई कारण माने जाते हैं —
1. अत्यधिक ठंडा वातावरण
ठंडे पानी में रहने से शरीर की चयापचय दर (metabolism rate) बहुत धीमी रहती है। धीमा मेटाबॉलिज़्म मतलब — कोशिकाएँ धीरे-धीरे वृद्ध होती हैं, जिससे जीव का जीवनकाल बढ़ जाता है।
2. धीमी वृद्धि
यह शार्क प्रति वर्ष केवल 1 से 1.5 सेंटीमीटर बढ़ती है। धीमी वृद्धि का सीधा संबंध लंबी आयु से होता है।
3. अनोखी आनुवंशिक बनावट
इस जीव के जीन (DNA) में ऐसे तत्त्व पाए गए हैं जो डीएनए मरम्मत (DNA repair) और कोशिकीय उम्र घटाने (anti-aging) में मदद करते हैं।
4. गहरे समुद्र का सुरक्षित जीवन
जहाँ यह रहती है वहाँ बहुत कम शिकारी या खतरे होते हैं। इसलिए यह कई शताब्दियों तक बिना किसी बड़े खतरे के जीवित रह सकती है।
प्रजनन और विकास
ग्रीनलैंड शार्क की प्रजनन प्रक्रिया बेहद धीमी होती है। यह ovoviviparous प्रजाति है — यानी अंडे शरीर के अंदर विकसित होते हैं और बच्चे वहीं से बाहर आते हैं।
एक मादा शार्क 10 से 20 बच्चों को जन्म दे सकती है।
लेकिन प्रजनन की उम्र बहुत देर से आती है — लगभग 150 वर्ष में!
इसलिए इस प्रजाति की वृद्धि दर बहुत धीमी है।
खतरे और संरक्षण
🔹 IUCN स्थिति
ग्रीनलैंड शार्क को IUCN (अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ) ने “Vulnerable” (असुरक्षित) श्रेणी में रखा है।
🔹 खतरे
1. बायकैच (By-catch): अन्य मछलियों के साथ गलती से जाल में फँस जाती है।
2. मछली तेल के लिए शिकार: इसके लिवर ऑयल से पहले “मशाल तेल” बनाया जाता था।
3. जलवायु परिवर्तन: गर्म पानी से इसके आवास का तापमान बढ़ रहा है।
4. प्रदूषण: समुद्री प्लास्टिक और जहरीले रसायन इसके शरीर में जमा हो सकते हैं।
🔹 संरक्षण उपाय
आर्कटिक क्षेत्र में मछली पकड़ने पर सख्त नियंत्रण।
ग्रीनलैंड शार्क के आवास क्षेत्रों को समुद्री संरक्षित क्षेत्र (Marine Protected Area) घोषित करना।
अनुसंधान और निगरानी कार्यक्रमों का विस्तार।
वैज्ञानिकों के अध्ययन
2016 में कोपेनहेगन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने इसकी आँखों पर रेडियोकार्बन विश्लेषण किया।
उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि कुछ शार्कें 500 वर्ष पुरानी भी हो सकती हैं।
शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि यह प्रजाति मानव सभ्यता से पहले से जीवित रही है —
कुछ शार्कें 1600 के दशक से जीवित हैं!
रोचक तथ्य
1. ग्रीनलैंड शार्क की आँखों पर Ommatokoita elongata नामक परजीवी पाया जाता है।
जो उसकी दृष्टि को लगभग खत्म कर देता है, फिर भी यह शार्क अपनी घ्राण शक्ति (smell) से शिकार कर लेती है।
2. इसका मांस कच्चा खाने पर विषैला होता है क्योंकि इसमें ट्राइमिथाइलएमाइन ऑक्साइड (TMAO) की मात्रा अधिक होती है।
लेकिन आइसलैंड में इसे किण्वित कर हाकरल (Hákarl) नाम से खाया जाता है।
3. वैज्ञानिकों का मानना है कि यह शार्क प्रति वर्ष 1 सेमी से भी कम बढ़ती है।
4. यह शार्क कई शताब्दियों तक समुद्र की गहराइयों में अकेली रहती है, जिससे यह एक “जीवित इतिहास” बन गई है।
मानवता के लिए संदेश
ग्रीनलैंड शार्क हमें यह सिखाती है कि धीमापन भी दीर्घायु का रहस्य हो सकता है।
जहाँ मानव तेज़ी से सब कुछ पाने की कोशिश में खुद को थका देता है,
वहीं यह शार्क सैकड़ों वर्षों से शांति से जी रही है।
यह प्रकृति का एक ऐसा चमत्कार है जो हमें संतुलन, सहनशीलता और समय के मूल्य की याद दिलाता है।

FAQs: ग्रीनलैंड शार्क के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. ग्रीनलैंड शार्क क्या है?
ग्रीनलैंड शार्क एक विशाल समुद्री मछली है जो आर्कटिक और उत्तरी अटलांटिक महासागर के अत्यंत ठंडे पानी में पाई जाती है।
यह पृथ्वी का सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाला कशेरुकी जीव (vertebrate) है।
2. ग्रीनलैंड शार्क कितने साल तक जीवित रह सकती है?
वैज्ञानिकों के अनुसार यह शार्क 400 से 500 वर्ष तक जीवित रह सकती है। कुछ अध्ययनों में इसकी उम्र 512 वर्ष तक अनुमानित की गई है — जो किसी भी कशेरुकी जीव की सबसे अधिक आयु है।
3. ग्रीनलैंड शार्क की उम्र कैसे पता लगाई गई?
वैज्ञानिकों ने इसकी आँखों के लेंस (lens nucleus) पर रेडियोकार्बन डेटिंग (Radiocarbon Dating) तकनीक का प्रयोग किया।
आँख की लेंस परतें जीवनभर बढ़ती रहती हैं, जिससे उसकी सही उम्र का अनुमान लगाया जा सका।
4. ग्रीनलैंड शार्क कहाँ पाई जाती है?
यह मुख्य रूप से आर्कटिक (Arctic) और उत्तरी अटलांटिक महासागर के ठंडे गहरे पानी में पाई जाती है। ग्रीनलैंड, आइसलैंड, नॉर्वे, कनाडा और उत्तरी यूरोप के आसपास के समुद्री क्षेत्रों में इसका प्रमुख आवास है।
5. ग्रीनलैंड शार्क का वजन और आकार कितना होता है?
औसतन इसकी लंबाई 4 से 5 मीटर होती है, और कुछ शार्कें 6 मीटर (लगभग 20 फीट) तक पहुँच जाती हैं। वजन लगभग 800 से 1000 किलोग्राम तक होता है।
6. ग्रीनलैंड शार्क क्या खाती है?
यह एक मांसाहारी और अवसरवादी शिकारी (Opportunistic Predator) है।
यह मछलियाँ, झींगे, सील, स्क्विड और मृत जानवरों के शव तक खा लेती है।
धीमी गति के कारण यह अक्सर Scavenger की तरह भोजन करती है।
7. क्या ग्रीनलैंड शार्क का मांस खाया जा सकता है?
कच्चे रूप में इसका मांस विषैला (toxic) होता है क्योंकि इसमें TMAO (Trimethylamine oxide) नामक जहरीला यौगिक होता है।
लेकिन आइसलैंड में इसे किण्वित (fermented) करके “Hákarl (हाकरल)” नाम से पारंपरिक व्यंजन के रूप में खाया जाता है।—
8. ग्रीनलैंड शार्क कितनी उम्र में बच्चे देती है?
यह शार्क लगभग 150 वर्ष की आयु में प्रजनन (maturity) तक पहुँचती है।
यह Ovoviviparous होती है — यानी अंडे शरीर के अंदर फूटते हैं और बच्चे वहीं से बाहर आते हैं।
9. ग्रीनलैंड शार्क इतनी लंबी उम्र तक कैसे जीती है?
ठंडे पानी में रहने से इसका metabolism बहुत धीमा होता है।
यह बहुत धीमी गति से बढ़ती है — साल में केवल 1 सेमी।
इसकी कोशिकाओं में DNA मरम्मत तंत्र (DNA repair system) बहुत मजबूत होता है।
इसके ऊपर शिकारियों का खतरा लगभग नहीं होता, जिससे यह सुरक्षित रहती है।
10. ग्रीनलैंड शार्क को कौन-कौन से खतरे हैं?
1. मछली पकड़ने में अनजाने में फँसना (By-catch)
2. लिवर ऑयल के लिए शिकार
3. समुद्री प्रदूषण
4. जलवायु परिवर्तन से समुद्री तापमान में वृद्धि
11. क्या ग्रीनलैंड शार्क विलुप्त होने के खतरे में है?
हाँ, अंतरराष्ट्रीय संगठन IUCN ने इसे “Vulnerable” (असुरक्षित) श्रेणी में रखा है। धीमी प्रजनन दर और मानवीय गतिविधियों के कारण इसकी संख्या घटने का खतरा है।
12. क्या ग्रीनलैंड शार्क देख सकती है?
इसकी आँखों पर अक्सर Ommatokoita elongata नामक परजीवी चिपके रहते हैं, जिससे इसकी दृष्टि कमजोर हो जाती है। लेकिन यह अपनी घ्राण शक्ति (Smell Sense) से शिकार पहचान लेती है।
13. क्या यह शार्क आज भी जीवित हैं जो 1600 के दशक में पैदा हुई हों?
हाँ! वैज्ञानिकों का मानना है कि कुछ ग्रीनलैंड शार्कें 1600 के दशक से आज तक जीवित हैं। इसका मतलब यह हुआ कि ये जीव मनुष्य की कई पीढ़ियाँ देख चुके हैं।
14. क्या ग्रीनलैंड शार्क इंसानों के लिए खतरनाक है?
नहीं, यह शार्क बहुत गहरे पानी में रहती है और बहुत धीमी गति से चलती है। इसलिए यह मनुष्य के लिए खतरा नहीं मानी जाती।
15. क्या ग्रीनलैंड शार्क पर वैज्ञानिक शोध जारी हैं?
हाँ, वैज्ञानिक अभी भी इसके DNA, लंबी आयु के कारण, और ठंडे पानी में जीवित रहने के तंत्र पर रिसर्च कर रहे हैं।
यह शोध मानव उम्र बढ़ाने के विज्ञान में भी मदद कर सकते हैं।
16. ग्रीनलैंड शार्क हमें क्या सिखाती है?
यह जीव सिखाता है कि धीमापन भी दीर्घायु का रहस्य है। प्रकृति में जो जीव संतुलन और अनुकूलन के साथ चलता है, वह सबसे लंबे समय तक जीवित रहता है।
निष्कर्ष
ग्रीनलैंड शार्क सिर्फ एक समुद्री जीव नहीं, बल्कि प्रकृति की दीर्घायु का प्रतीक है। यह हमें दिखाती है कि जीवन की गति धीमी हो सकती है, लेकिन उसका प्रभाव सदियों तक रह सकता है।
जब तक हम समुद्र और इसके रहस्यमय जीवों की रक्षा करते रहेंगे, तब तक ग्रीनलैंड शार्क जैसी प्रजातियाँ हमें यह याद दिलाती रहेंगी कि, प्रकृति का समय हमसे कहीं अधिक गहरा और शांत है।
