नमो भारत ट्रेन: भारत में परिवहन के क्षेत्र में एक नई क्रांति का आगमन हो रहा है। मेरठ के मोदीपुरम से दिल्ली के सराय काले खां तक अब मात्र 50 मिनट में 82 किलोमीटर की दूरी तय की जा सकेगी, लेकिन अब यह संभव होगा “नमो भारत ट्रेन” के माध्यम से। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) इस परियोजना को तेजी से पूरा करने में जुटा है, ताकि जून 2025 तक यह सेवा आम जनता के लिए उपलब्ध हो सके।
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Toggleपरियोजना का विवरण
रैपिड रेल कॉरिडोर
दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर ये एक 82 किलोमीटर लंबा मार्ग है, ये दिल्ली के सराय काले खां से शुरू होकर मेरठ के मोदीपुरम तक जाएगा।
इस परियोजना का उद्देश्य दिल्ली और मेरठ के बीच यात्रा समय को कम करना है, और यात्रियों को एक तेज़, सुरक्षित और आरामदायक परिवहन की सुविधा प्रदान करना है।
चरणबद्ध संचालन
NCRTC ने इस परियोजना को तीन चरणों में पूरा करने की योजना बनाई है:
1. पहला चरण: इसे मेरठ साउथ से शताब्दीनगर तक, इसको मार्च 2025 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य है।
2. दूसरा चरण: इसे शताब्दीनगर से बेगमपुल तक, जो अप्रैल-मई 2025 तक पूरा होगा।
3. तीसरा चरण: इसको बेगमपुल से मोदीपुरम तक, जिसे जून 2025 के अंत तक संचालित करने की योजना है।
मेरठ में 6 एलिवेटेड और 7 भूमिगत स्टेशन होंगे। बेगमपुल, मेरठ सेंट्रल और भैंसाली स्टेशन पूरी तरह से भूमिगत होंगे। इन तीनो चरणों को पूरा होने के बाद, मेरठ से दिल्ली तक की यात्रा मात्र 50 मिनट में संभव हो सकेगी। Read more…

मेरठ में स्टेशन और सुविधाएँ
* स्टेशन विवरण
मेरठ में इस रैपिड रेल कॉरिडोर के तहत कुल 13 स्टेशन बनाए जा रहे हैं, जिनमें से ये कुछ प्रमुख स्टेशन हैं:
मेरठ साउथ: ये lस्टेशन एलिवेटेड होगा और यहाँ से नमो भारत ट्रेन की सेवाएँ उपलब्ध होंगी।
शताब्दीनगर: यह भी एक एलिवेटेड स्टेशन होगा, जो पहले चरण में शामिल है।
बेगमपुल: यह अंडरग्राउंड स्टेशन होगा, जहाँ से मेरठ मेट्रो की सेवाएँ मिलेंगी।
मेरठ सेंट्रल और भैंसाली: ये दोनों अंडरग्राउंड स्टेशन होंगे, जहाँ केवल मेरठ मेट्रो की सुविधा उपलब्ध होगी।
मोदीपुरम: यह अंतिम स्टेशन होगा, जहाँ से दिल्ली के लिए सीधी ट्रेन सेवाएँ मिलेंगी।
* सुविधाएँ
इन स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधा के लिए अत्याधुनिक सुविधाएँ प्रदान की जाएँगी, जैसे कि स्वचालित टिकटिंग सिस्टम और उच्च गति वाले एस्केलेटर तथा साफ-सुथरे व प्रतीक्षालय, और सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे। इसके अलावा, विशेष रूप से दिव्यांग जनों के लिए भी सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएँगी।
* ट्रेन की खासियतें
नमो भारत ट्रेन एक अत्याधुनिक रैपिड रेल सेवा है, जिसे NCRTC (नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन) द्वारा इसको विकसित किया जा रहा है। इसकी प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:
उच्च गति: यह ट्रेन 160 किमी/घंटा की अधिकतम गति से चलेगी, जिससे यात्रा का समय काफी कम होगा।
मॉडर्न सुविधाएँ: इस मेट्रो ट्रेन में ऑटोमेटिक डोर और वाई-फाई, आरामदायक सीटें तथा सीसीटीवी कैमरे और महिलाओं के लिए विशेष कोच जैसी सुविधाएँ होंगी।
पर्यावरण के अनुकूल: ये पूरी तरह से इलेक्ट्रिक ट्रेन होगी, जिससे प्रदूषण कम होगा और कार्बन उत्सर्जन में भारी कमी आएगी।
सेफ्टी सिस्टम: इन ट्रेनों में उन्नत ब्रेकिंग सिस्टम और फायर प्रोटेक्शन तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
दिल्ली से मेरठ: यात्रा का नया अनुभव
* यात्रा समय में कमी
वर्तमान में, दिल्ली से मेरठ की यात्रा सड़क मार्ग से करने पर लगभग 2 से 3 घंटे का समय लगता है, जो ट्रैफिक और अन्य बाधाओं पर निर्भर करता है।
नमो भारत ट्रेन के शुरू होने से यह यात्रा समय घटकर मात्र 50 मिनट रह जाएगा, जिससे यात्रियों को इस नमो भारत ट्रेन से समय की बड़ी बचत होगी।
* पर्यावरणीय लाभ
यह रैपिड रेल परियोजना न केवल समय की बचत करेगी, बल्कि ये ट्रेन पर्यावरण के लिए भी बहुत लाभदायक होगी। इलेक्ट्रिक ट्रेनों के उपयोग से कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी, इससे वायु प्रदूषण कम होगा और इससे पर्यावरण बहुत संरक्षित रहेगा।
* निर्माण की वर्तमान स्थिति
NCRTC के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स के अनुसार, “एनसीआरटीसी की पूरी तैयारी है कि जून 2025 तक हर हाल में नमो भारत और मेरठ मेट्रो की सेवाएँ संचालित हो जाएँ।
वर्तमान में, मेरठ साउथ से मोदीपुरम तक 23 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर पर तेजी से कार्य चल रहा है, जिसमें सिविल कंस्ट्रक्शन, सिग्नलिंग, ट्रैक बिछाने, और स्टेशन फिनिशिंग का काम शामिल है। Click here
यात्रियों के लिए लाभ
* समय और धन की बचत
नमो भारत ट्रेन के माध्यम से दिल्ली और मेरठ के बीच यात्रा करने वाले दैनिक यात्रियों को समय की बचत भी होगी और साथ ही धन की भी बचत होगी। तेज़ गति और कम यात्रा समय के कारण, लोग अपने कार्यस्थल और घर के बीच संतुलन बेहतर तरीके से बना सकेंगे।

* पर्यटन को बढ़ावा
इसकी तेज़ गति और सुविधाजनक परिवहन सुविधा के कारण ये मेरठ और दिल्ली के बीच पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। यहां के सभी पर्यटक को आसानी से दोनों शहरों के प्रमुख आकर्षणों का आनंद ले सकेंगे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा।
* वर्तमान स्थिति और निर्माण कार्य
NCRTC के अनुसार, मेरठ में 23 किमी लंबी पटरियाँ बिछाने का काम अब पूरा हो चुका है और यहां का स्टेशन निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। सिग्नलिंग और ट्रायल रन जून 2025 से पहले पूरा कर लिया जाएगा।
भविष्य की योजनाएँ
* दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल के बाद सरकार इसी तरह से नमो भारत ट्रेन नेटवर्क को पूरे देश में फैलाने की योजना भी बना रही है।
* दिल्ली-अलवर और दिल्ली-पानीपत रूट पर भी रैपिड रेल कॉरिडोर को विकसित किया जाएगा।
* भविष्य में ये परियोजना दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो और अन्य परिवहन सेवाओं से भी जुड़ सकती है।
निष्कर्ष
नमो भारत ट्रेन परियोजना भारत के परिवहन क्षेत्र में ये एक ऐतिहासिक बदलाव लाने वाली है। इससे न केवल दिल्ली और मेरठ के बीच की दूरी कम होगी, बल्कि यात्रियों को एक तेज़ गति तथा सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा।
पर्यावरणीय लाभ और आर्थिक विकास के दृष्टिकोण से भी यह परियोजना अत्यंत महत्वपूर्ण है। जून 2025 में इसके पूर्ण संचालन के साथ, यह उम्मीद की जा रही है कि यह परियोजना क्षेत्र के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
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