साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2024: 22 उत्कृष्ट पुस्तकों का हुआ चयन, जानिए कौन बने विजेता!
नई दिल्ली स्थित रवींद्र भवन में आज साहित्य अकादमी के कार्यकारी बोर्ड की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें अकादमी के अध्यक्ष श्री माधव कौशिक ने अध्यक्षता की। इस बैठक में साहित्य अकादमी द्वारा वर्ष 2024 के अनुवाद पुरस्कारों की घोषणा की गई।
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Toggleइस वर्ष कुल 22 पुस्तकों को इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए चुना गया, जिनका चयन तीन-तीन सदस्यीय चयन समितियों की सिफारिशों के आधार पर किया गया। चयन प्रक्रिया में अकादमी द्वारा निर्धारित नियमों और प्रक्रियाओं का पूरी तरह पालन किया गया।
साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2024 चयन की प्रक्रिया निष्पक्षता और गुणवत्ता का संयोजन
साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2024 के लिए उन्हीं पुस्तकों का चयन किया जाता है, जिनका प्रकाशन पुरस्कार वर्ष से ठीक पहले के पांच वर्षों (1 जनवरी 2018 से 31 दिसंबर 2022) के बीच पहली बार हुआ हो।
इस नियम का उद्देश्य उन अनुवादकों को सम्मानित करना है, जिन्होंने हालिया वर्षों में साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दिया है।
प्रत्येक भाषा के लिए एक तीन-सदस्यीय चयन समिति गठित की गई थी, जिसमें साहित्य जगत के जाने-माने विद्वानों और विशेषज्ञों को शामिल किया गया।
इन समितियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में गहन अध्ययन और समीक्षा के बाद योग्य पुस्तकों की सिफारिश की। कार्यकारी बोर्ड ने इन सिफारिशों की गहन समीक्षा करने के बाद पुरस्कारों को अंतिम रूप दिया।
हालांकि, इस वर्ष संस्कृत भाषा के लिए किसी भी साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2024 की घोषणा नहीं की गई है और उर्दू भाषा के लिए भी इस बार कोई अनुवाद पुरस्कार नहीं दिया गया है।
साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2024 अनुवाद का महत्व
अनुवाद न केवल साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2024 को नई भाषाई सीमाओं तक पहुँचाता है, बल्कि यह संस्कृतियों, परंपराओं और विचारधाराओं को जोड़ने का भी एक महत्वपूर्ण माध्यम है।
भारत जैसे बहुभाषी देश में अनुवाद साहित्यिक समृद्धि का एक प्रमुख स्तंभ है, जो विभिन्न क्षेत्रों और भाषाओं में रचित उत्कृष्ट कृतियों को एक बड़े पाठक वर्ग तक पहुँचाने का कार्य करता है।
यह पुरस्कार उन अनुवादकों को पहचान और सम्मान प्रदान करता है, जिन्होंने मूल रचना की भावना, संवेदनशीलता और सौंदर्यशास्त्र को बनाए रखते हुए उसे दूसरी भाषा में प्रस्तुत करने का कठिन कार्य किया है। अनुवाद केवल भाषा का रूपांतरण नहीं, बल्कि एक गहरे साहित्यिक और सांस्कृतिक सेतु के रूप में कार्य करता है।
साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2024 का स्वरूप और वितरण समारोह
साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार के अंतर्गत प्रत्येक विजेता को 50,000 रुपये की नकद राशि और एक प्रतिष्ठित ताम्र पट्टिका प्रदान की जाएगी। यह सम्मान वर्ष के अंत में आयोजित होने वाले एक विशेष समारोह में प्रदान किया जाएगा, जिसमें साहित्यिक जगत की कई प्रतिष्ठित हस्तियाँ, लेखक, कवि, अनुवादक और साहित्य प्रेमी उपस्थित रहेंगे।
यह समारोह न केवल विजेता अनुवादकों के लिए एक प्रेरणादायक क्षण होगा, बल्कि यह भारतीय साहित्य की विविधता और समृद्धि को भी उजागर करेगा। यहाँ उन कृतियों का परिचय दिया जाएगा, जिन्हें अनुवाद पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, ताकि अधिक से अधिक पाठक इन उत्कृष्ट रचनाओं से परिचित हो सकें।

साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2024 की भूमिका: भारतीय साहित्य को वैश्विक मंच तक पहुँचाना
आज के वैश्वीकृत युग में अनुवाद साहित्य की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। यह न केवल क्षेत्रीय साहित्य को देशव्यापी पहचान देता है, बल्कि इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रस्तुत करता है।
भारतीय भाषाओं का साहित्य केवल भारत तक सीमित नहीं, बल्कि यह विश्व साहित्य का भी एक अभिन्न हिस्सा बन रहा है, और इस प्रक्रिया में अनुवादकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।
साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2024 केवल एक सम्मान नहीं, बल्कि एक प्रेरणा स्रोत भी है, जो अनुवादकों को प्रोत्साहित करता है कि वे अपनी भाषा और संस्कृति की उत्कृष्ट कृतियों को अन्य भाषाओं में प्रस्तुत करें। यह पहल भारतीय साहित्य को और भी समृद्ध और व्यापक बनाने में सहायक सिद्ध होगी।
समापन: साहित्यिक संवाद की निरंतरता
इस वर्ष घोषित हुए अनुवाद पुरस्कारों ने भारतीय भाषाओं की विविधता और गहराई को एक बार फिर साबित किया है। जैसे-जैसे इन पुस्तकों को अधिक पाठक मिलेंगे, वैसे-वैसे अनुवाद साहित्य का प्रभाव भी बढ़ेगा।
साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2024 द्वारा उठाया गया यह कदम भारतीय साहित्यिक संवाद को और भी समृद्ध और व्यापक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
अब साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2024 प्रेमियों की निगाहें उस विशेष सम्मान समारोह पर टिकी हैं, जहाँ इन 22 उत्कृष्ट अनुवादकों को उनके अनमोल योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा।
यह न केवल अनुवादकों की मेहनत और समर्पण को पहचान देने का अवसर होगा, बल्कि यह भारतीय भाषाओं के आपसी संवाद और साहित्यिक सौहार्द का भी उत्सव होगा।
साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2024: भाषाओं की सुंदरता और अनुवादकों की मेहनत का सम्मान
साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2024 उन अनुवादकों को सम्मानित करता है, जिन्होंने विभिन्न भाषाओं में बेहतरीन कृतियों का अनुवाद करके साहित्य को और समृद्ध बनाया।
यह पुरस्कार न केवल साहित्यिक कृतियों के विस्तार को बढ़ावा देता है, बल्कि भाषाई और सांस्कृतिक विविधता का भी उत्सव मनाता है। आइए जानते हैं इस वर्ष के पुरस्कार विजेताओं के बारे में—
असमिया भाषा
अनुवादित पुस्तक: प्राचीन कामरूपर इतिहास
अनुवादक: अंजन शर्मा
मूल पुस्तक: अर्ली हिस्ट्री ऑफ कामरूप
शैली और लेखक: उपन्यास, अंग्रेज़ी, कनक लाल बरूआ
बोडो भाषा
अनुवादित पुस्तक: कंचन
अनुवादक: उत्तर बिस्वमूथिअरी
मूल पुस्तक: कंचन
शैली और लेखक: उपन्यास, असमिया, अनुराधा शर्मा पुजारी
डोगरी भाषा
अनुवादित पुस्तक: तमस
अनुवादक: अर्चना केसर
मूल पुस्तक: तमस
शैली और लेखक: उपन्यास, हिंदी, भीष्म साहनी
अंग्रेज़ी भाषा
अनुवादित पुस्तक: हज़ारों ख्वाहिशें ऐसी (ऊर्दू गज़लों की अद्भुत दुनिया)
अनुवादक: अनिसुर रहमान
मूल पुस्तक: हज़ारों ख्वाहिशें ऐसी
शैली और लेखक: कविता संग्रह, ऊर्दू, विभिन्न कवियों का संकलन
गुजराती भाषा
अनुवादित पुस्तक: कुमारजीव
अनुवादक: रमनीक अग्रवात
मूल पुस्तक: कुमार जियु
शैली और लेखक: कविताएं, हिंदी, कुंवर नारायण
कन्नड़ भाषा
अनुवादित पुस्तक: विदिशा प्रहासन
अनुवादक: सिद्धलिंग पट्टणशेट्टी
मूल पुस्तक: मालविकाग्निमित्रम
शैली और लेखक: नाटक, संस्कृत, कालिदास
कोंकणी भाषा
अनुवादित पुस्तक: भारतीय तत्वागिनाची रूपरेखा
अनुवादक: मिलिंद हमल
मूल पुस्तक: आउटलाइन ऑफ इंडियन फिलॉसॉफी
शैली और लेखक: दर्शन, अंग्रेज़ी, एम. हिरियान्ना
मैथिली भाषा
अनुवादित पुस्तक: अरण्यक
अनुवादक: केशकर ठाकुर
मूल पुस्तक: अरण्यक
शैली और लेखक: उपन्यास, बंगाली, बिभूतिभूषण बंद्योपाध्याय
मलयालम भाषा
अनुवादित पुस्तक: यानम
अनुवादक: के. वी. कुमारन
मूल पुस्तक: याना
शैली और लेखक: उपन्यास, कन्नड़, एस. एल. भैरप्पा
मणिपुरी भाषा
अनुवादित पुस्तक: युरंगबी
अनुवादक: सोइबामचा इंद्रकुमार
मूल पुस्तक: मधुबाला
शैली और लेखक: कविता, हिंदी, हरिवंश राय बच्चन
ओडिया भाषा
अनुवादित पुस्तक: रस्किन बॉन्ड कोकिशियालिरा एकाका नृत्य मो आत्मजीबनी
अनुवादक: सुवश सत्पति
मूल पुस्तक: लोन फॉक्स डांसिंग
शैली और लेखक: आत्मकथा, अंग्रेज़ी, रस्किन बॉन्ड
पंजाबी भाषा
अनुवादित पुस्तक: तेरे लए
अनुवादक: चंदन नेगी
मूल पुस्तक: तुम्हारे लिए
शैली और लेखक: उपन्यास, हिंदी, हिमांशु जोशी
संथाली भाषा
अनुवादित पुस्तक: हेंदे सादोम
अनुवादक: नज़ीर हेंब्राम
मूल पुस्तक: काला घोड़ा
शैली और लेखक: उपन्यास, हिंदी, निलोत्पल मृणाल
सिंधी भाषा
अनुवादित पुस्तक: डॉलर नुहान
अनुवादक: (स्वर्गीय) शोभा लालचंदानी
मूल पुस्तक: डॉलर बहु
शैली और लेखक: उपन्यास, हिंदी, सुधा मूर्ति
तेलुगु भाषा
अनुवादित पुस्तक: इथाचेट्टू देवुडु
अनुवादक: तुरलापति राजेश्वरी
मूल पुस्तक: दादी बुढ़ा
शैली और लेखक: उपन्यास, ओडिया, गोपीनाथ मोहंती
ऊर्दू भाषा
इस वर्ष ऊर्दू भाषा में कोई पुरस्कार प्रदान नहीं किया गया।
साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2024 के लिए निर्णायक मंडल के सदस्य
असमिया
- डॉ. बंदिता गोस्वामी सैकिया
- प्रो. बिभाश चौधरी
- श्री पार्थ प्रतिम हजारिका
बंगाली
- श्री अरुण सोम
- श्री रंजन बंधोपाध्याय
- श्री अमिताभ गुप्ता
बोडो
- श्री बाबू राम बोरो
- श्री गोबिंद नर्ज़री
- श्री ऋतुराज बासुमतारी
डोगरी
- श्री जगदीप दुबे
- श्री पूरन चंद्र शर्मा
- डॉ. रत्तन बसोत्रा (रत्तन लाल शर्मा)
अंग्रेज़ी
- डॉ. (श्रीमती) अरुणा चक्रवर्ती
- श्री असीम सिद्दीकी
- डॉ. सचिन केतकर
गुजराती
- श्रीमती अरुणा जडेजा
- डॉ. मनोज छाया
- डॉ. नरेश शुक्ला
हिंदी
- डॉ. दामोदर खडसे
- श्री गिरधर राठी
- डॉ. जे.एल. रेड्डी
कन्नड़
- डॉ. धरणेन्द्र कुरकुरी
- सुश्री पुष्पा एच.एल.
- डॉ. ना. दामोदर शेट्टी
कश्मीरी
- श्री अब्दुल गनी बेग़ अथर
- श्री फारुख फयाज़
- श्री माखन लाल पंडित
कोंकणी
- श्री अशोक एस. कामत
- डॉ. किरन बुडकुले
- प्रो. (डॉ.) ज़िटा लोबो
मैथिली
- डॉ. खुशी लाल झा2. श्री महेंद्र मलंगिया
- प्रो. (डॉ.) रंजीत कुमार सिंह
मलयालम
- डॉ. चंद्रबोस आर
- डॉ. जोबिन जोस चमक्कला
- श्री सुनील नलियाथ
मणिपुरी
- प्रो. चुंगयखम यशवंत सिंह
- डॉ. आर.के. मोबी सिंह
- डॉ. सैखोम रोबिंद्रो सिंह

मराठी
- श्री निशिकांत ठाकर
- सुश्री प्राची गुजरपध्ये
- सुश्री निशा सजय डांगे
नेपाली
- श्री छबिलाल उपाध्याय
- श्री युवराज काफले
- श्री चुनीलाल घिमरे
ओडिया
- सुश्री मोनालिसा जेना
- श्रीमती प्रवासनी महाकुद
- श्री अमरेश पटनायक
पंजाबी
- श्री बलबीर मधोपुरी
- श्री पवन हरचंदनपुरी
- डॉ. तरविंदर कौर
राजस्थानी
- श्री भंवर लाल सुथार
- डॉ. महिपाल सिंह राव
- श्री मुकुट मणिराज
संथाली
- डॉ. (श्रीमती) दमयंती बेश्रा
- श्री महेश्वर सोरेन
- सुश्री सारो हंसदेह
सिंधी
- श्री खिमान यू. मुलानी
- श्री विक्रम शाहनी
- श्रीमती इंदिरा पूनावाला
तमिल
- श्री इंद्रन
- डॉ. जी. सुंदर
- डॉ. एस. भक्तवत्सला भारती
तेलुगु
- श्री अमरेंद्र दसारी
- श्री गुडीपति वेंकटेश्वरलु
- श्री ए. कृष्णा राव (कृष्णुंदु)
उर्दू
- डॉ. जावेद अनवर
- डॉ. शम्स इकबाल
- सुश्री ज़ाकिया मशहदी
साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2024 के बारे में जानने योग्य महत्वपूर्ण बिंदु :
1. पुरस्कार का उद्देश्य
यह पुरस्कार भारतीय भाषाओं में उत्कृष्ट साहित्यिक अनुवाद को प्रोत्साहित करने के लिए दिया जाता है।
इसका उद्देश्य भारतीय साहित्य की समृद्धि को बढ़ावा देना और विभिन्न भाषाओं के बीच साहित्यिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है।
2. पुरस्कार राशि और सम्मान
प्रत्येक विजेता को ₹50,000 की पुरस्कार राशि और सम्मान पत्र प्रदान किया जाता है।
पुरस्कार विजेताओं की घोषणा साहित्य अकादमी द्वारा की जाती है और सम्मान समारोह वर्ष के अंत में आयोजित होता है।
3. चयन प्रक्रिया
अकादमी की 24 मान्यता प्राप्त भाषाओं में अनुवाद पुरस्कार दिया जाता है।
चयन प्रक्रिया के तहत तीन-सदस्यीय समिति विभिन्न अनुवादित पुस्तकों की समीक्षा करती है।
चयनित पुस्तकें वे होती हैं जो पिछले 5 वर्षों में प्रकाशित हुई होती हैं और जिन्होंने साहित्यिक गुणवत्ता के उच्च मानकों को बनाए रखा हो।
4. साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2024 के लिए चयनित विधाएं
उपन्यास, कहानी संग्रह, कविता संग्रह, नाटक, जीवनी, संस्मरण, आत्मकथा, और साहित्यिक निबंध।
अनुवाद मूल पुस्तक की भावना और शिल्प को बनाए रखते हुए उत्कृष्ट भाषा-शैली में होना चाहिए।
5. साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2024 के विजेता
इस वर्ष विभिन्न भारतीय भाषाओं में कुल 22 अनुवादकों को यह पुरस्कार प्रदान किया गया।
विजेताओं में कई प्रसिद्ध साहित्यकार शामिल हैं जिन्होंने प्रतिष्ठित पुस्तकों का उत्कृष्ट अनुवाद किया है।
हिंदी भाषा के लिए मदन सोनी को उनके अनुवाद ‘सैयद हैदर रज़ा: एक अप्रतिम कलाकार की यात्रा’ के लिए सम्मानित किया गया।
6. साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2024 का महत्व
यह पुरस्कार साहित्यिक अनुवादकों को पहचान और सम्मान दिलाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है।
यह भारत की बहुभाषी संस्कृति को मजबूत करने और साहित्यिक समृद्धि को बढ़ावा देने में योगदान करता है।
अनुवादकों के लिए यह पुरस्कार उनके कार्यों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का एक अवसर होता है।
इस पुरस्कार के माध्यम से भारतीय साहित्य को नए पाठकों तक पहुंचाने और भाषाई विविधता को संरक्षित करने की कोशिश की जाती है।
7. साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2024 से जुड़ी प्रमुख चुनौतियाँ
मूल कृति की भावना बनाए रखना: अनुवाद के दौरान यह सुनिश्चित करना कि मूल लेखक की शैली, विचारधारा और संदर्भ बरकरार रहें।
भाषागत जटिलता: कई भाषाओं में विशेष मुहावरे, सांस्कृतिक संदर्भ और शब्दावली होती हैं, जिनका सटीक अनुवाद करना चुनौतीपूर्ण होता है।
अनुवादकों की पहचान और सम्मान: मूल लेखकों को जितनी पहचान मिलती है, उतनी अनुवादकों को नहीं मिलती। हालांकि, यह पुरस्कार इस असमानता को दूर करने का प्रयास करता है।
सभी भाषाओं को समान अवसर: भारत में 24 से अधिक भाषाओं में साहित्यिक कार्य किए जाते हैं, लेकिन सभी भाषाओं को समान रूप से मान्यता देना कठिन होता है।
8. साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2024 और अन्य अनुवाद पुरस्कारों की तुलना
ज्ञानपीठ पुरस्कार: यह केवल भारतीय भाषाओं के लेखकों के लिए है, जबकि साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार अनुवादकों के लिए है।
विलियम जोंस पुरस्कार: भारतीय साहित्य के अंग्रेज़ी अनुवाद के लिए दिया जाता है, जबकि साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 24 भारतीय भाषाओं में दिया जाता है।
सरस्वती सम्मान: यह किसी एक भाषा के श्रेष्ठ साहित्यिक कार्य को दिया जाता है, जबकि साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार विभिन्न भाषाओं में दिया जाता है।
9. इस पुरस्कार का भारतीय साहित्य पर प्रभाव
भाषाओं के बीच संवाद को बढ़ावा: यह पुरस्कार क्षेत्रीय भाषाओं के साहित्य को अन्य भाषाओं के पाठकों तक पहुंचाने में मदद करता है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय साहित्य की पहचान: कई अनुवादित कृतियां बाद में अंग्रेज़ी और अन्य विदेशी भाषाओं में भी अनुवादित होकर वैश्विक स्तर पर प्रसिद्ध होती हैं।
नई पीढ़ी के अनुवादकों को प्रेरणा: यह पुरस्कार नई पीढ़ी के साहित्यकारों को अनुवाद के क्षेत्र में आगे आने के लिए प्रोत्साहित करता है।
छोटी भाषाओं को बढ़ावा: भारत की कई भाषाएं जो मुख्यधारा से बाहर मानी जाती हैं, उन्हें इस पुरस्कार के माध्यम से पहचान मिलती है।
10. भविष्य में अनुवाद पुरस्कार के संभावित सुधार
डिजिटल अनुवाद को मान्यता: तकनीक के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए साहित्य अकादमी को डिजिटल अनुवादकों को भी मान्यता देने पर विचार करना चाहिए।
अंतरराष्ट्रीय सहयोग: अन्य देशों के साहित्य को भारतीय भाषाओं में अनुवाद करने वाले अनुवादकों को भी इसमें शामिल किया जा सकता है।
अधिक पुरस्कार राशि और अनुदान: अनुवादकों को प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कार राशि को बढ़ाया जा सकता है और अनुवाद कार्यों के लिए विशेष अनुदान दिए जा सकते हैं।
ऑनलाइन साहित्यिक मंच: अनुवादित कृतियों को डिजिटल माध्यम से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए साहित्य अकादमी को एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म विकसित करना चाहिए।
निष्कर्ष: साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2024
साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2024 भारतीय भाषाओं में अनुवाद कार्य को बढ़ावा देने और साहित्यिक समृद्धि को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। यह पुरस्कार न केवल अनुवादकों को सम्मानित करता है बल्कि भारतीय साहित्य को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में भी सहायक सिद्ध होता है।
भविष्य में इसके और अधिक प्रभावी बनने की संभावनाएं हैं, जिससे भारतीय साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2024 का वैश्विक स्तर पर अधिक प्रचार-प्रसार हो सकेगा।
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