Life Certificate Update 2025: पेंशनभोगियों के लिए ज़रूरी खबर
🔹 परिचय
भारत में लाखों पेंशनभोगी हर वर्ष अपनी पेंशन जारी रखने के लिए “जीवन प्रमाण पत्र” जमा करते हैं। यह एक आधिकारिक दस्तावेज होता है जो यह प्रमाणित करता है कि पेंशन प्राप्त करने वाला व्यक्ति जीवित है।
पहले यह प्रक्रिया पूरी तरह मैनुअल थी — पेंशनभोगी को स्वयं बैंक या कार्यालय जाकर प्रमाण देना पड़ता था। लेकिन अब तकनीक ने इस कार्य को बेहद सरल बना दिया है।
भारत सरकार ने 2014 में “डिजिटल जीवन प्रमाण (Jeevan Pramaan)” नाम से एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म लॉन्च किया, जिसके ज़रिए पेंशनभोगी घर बैठे ऑनलाइन माध्यम से प्रमाणपत्र जमा कर सकते हैं।
🔹 Life Certificate की आवश्यकता क्यों होती है?
हर साल, बैंक या पेंशन वितरण एजेंसियों को यह पुष्टि करनी होती है कि पेंशन पाने वाला व्यक्ति जीवित है।
यदि यह प्रमाणपत्र समय पर जमा नहीं होता —
पेंशन भुगतान रोक दिया जाता है
पेंशन में देरी होती है
कई बार खाता निष्क्रिय भी हो सकता है
इसलिए, जीवन प्रमाण पत्र हर पेंशनभोगी के लिए उतना ही आवश्यक है जितना पेंशन आदेश (PPO Number)।

🔹 Life Certificate के प्रकार
1. पारंपरिक (ऑफलाइन) जीवन प्रमाण पत्र
यह वह तरीका है जिसमें पेंशनभोगी खुद बैंक या कार्यालय जाकर प्रमाणपत्र जमा करता है।
बैंक अधिकारी उसकी उपस्थिति सत्यापित करते हैं
एक लिखित प्रमाणपत्र तैयार किया जाता है
बैंक अपने रिकॉर्ड में इसे दर्ज कर पेंशन जारी रखता है
2. डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (Jeevan Pramaan)
Life Certificate एक आधुनिक तरीका है जिसमें पेंशनभोगी अपने आधार, मोबाइल नंबर और बायोमेट्रिक पहचान के ज़रिए घर बैठे प्रमाणपत्र बना सकता है।
इसका मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को बैंक या कार्यालय जाने की परेशानी से बचाना है।
🔹 डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (Jeevan Pramaan) क्या है?
भारत सरकार ने “Digital India Mission” के तहत एक ऐप और पोर्टल लॉन्च किया — इस प्लेटफ़ॉर्म पर पेंशनभोगी अपना बायोमेट्रिक सत्यापन कराकर ऑनलाइन प्रमाणपत्र जमा कर सकते हैं। सिस्टम स्वतः उस प्रमाणपत्र को बैंक या पेंशन वितरण एजेंसी तक पहुंचा देता है।
इसके मुख्य घटक
1. Aadhaar आधारित प्रमाणीकरण
2. Pramaan ID — हर प्रमाणपत्र के लिए यूनिक आईडी
3. बायोमेट्रिक डिवाइस / फेस ऑथेंटिकेशन
4. ऑनलाइन रिपॉजिटरी — जहां बैंक या एजेंसी सीधे प्रमाणपत्र देख सकती है
🔹 Life Certificate जमा करने की समय सीमा
हर वर्ष पेंशनभोगियों को 1 नवम्बर से 30 नवम्बर के बीच Life Certificate जमा करना होता है।
हालांकि,
80 वर्ष या उससे अधिक आयु वाले पेंशनभोगी 1 अक्टूबर से ही प्रमाणपत्र जमा कर सकते हैं।
यदि यह कार्य समय पर नहीं किया जाता, तो पेंशन अस्थायी रूप से रोक दी जाती है।
🔹 जीवन प्रमाण पत्र के लिए आवश्यक दस्तावेज़
1. आधार कार्ड (Aadhaar Card)
2. पेंशन भुगतान आदेश (PPO Number)
3. बैंक पासबुक / खाता विवरण
4. रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर
5. ईमेल आईडी (वैकल्पिक)
6. बायोमेट्रिक डिवाइस / फेस ऑथेंटिकेशन कैमरा (यदि ऑनलाइन)
🔹 Life Certificate जमा करने की प्रक्रिया
1. ऑफलाइन प्रक्रिया
1. बैंक शाखा या पेंशन कार्यालय जाएँ।
2. PPO Number और पहचान पत्र प्रस्तुत करें।
3. अधिकारी आपकी उपस्थिति सत्यापित करेगा।
4. जीवन प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर या मोहर लगेगी।
5. यह दस्तावेज बैंक के रिकॉर्ड में जमा होगा।
फायदा: सरल प्रक्रिया, सभी के लिए उपलब्ध।
नुकसान: बुजुर्ग या विकलांग व्यक्ति के लिए कठिन।
2. ऑनलाइन प्रक्रिया (Jeevan Pramaan App से)
Step-by-step प्रक्रिया:
1. Jeevan Pramaan App डाउनलोड करें (Google Play Store पर उपलब्ध)।
2. “New Registration” पर क्लिक करें।
3. अपना Aadhaar नंबर, PPO नंबर, बैंक नाम और मोबाइल नंबर दर्ज करें।
4. OTP के माध्यम से सत्यापन करें।
5. अब बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण करें (फिंगरप्रिंट, आईरिस या फेस)।
6. सफल प्रमाणीकरण के बाद Pramaan ID जेनरेट होगी।
7. SMS के माध्यम से इसकी सूचना प्राप्त होगी।
यहLife Certificate स्वतः संबंधित बैंक या एजेंसी के सिस्टम में अपडेट हो जाता है।
🔹 Life Certificate की सुविधाएँ
1. घर बैठे सुविधा: बैंक जाने की जरूरत नहीं।
2. 24×7 उपलब्धता: कभी भी जमा कर सकते हैं।
3. डिजिटल रिकॉर्ड: कोई कागज़ नहीं, सब ऑनलाइन।
4. SMS अलर्ट: सबमिशन और स्टेटस की जानकारी मोबाइल पर।
5. फेस ऑथेंटिकेशन सपोर्ट: 2023 से यह सुविधा भी जोड़ी गई है।
6. सुरक्षा: Aadhaar और बायोमेट्रिक आधारित सिस्टम होने से फर्जीवाड़ा असंभव।
🔹Life Certificate के उपयोग के अन्य माध्यम
1. Common Service Centre (CSC): ग्रामीण क्षेत्रों में मौजूद ये केंद्र प्रमाणपत्र बनाने में मदद करते हैं।
2. डाकघर (Post Office): IPPB ऐप से भी Digital Life Certificate जमा किया जा सकता है।
3. बैंक शाखा: SBI, PNB, HDFC आदि सभी प्रमुख बैंकों में डिजिटल सुविधा उपलब्ध है।
4. डोरस्टेप सर्विस: वरिष्ठ नागरिकों के लिए बैंक कर्मचारी घर आकर प्रमाणपत्र बनाते हैं।
🔹 Life Certificate न जमा करने के परिणाम
यदि कोई पेंशनभोगी निर्धारित तिथि तक प्रमाणपत्र जमा नहीं करता —
उसकी पेंशन रोक दी जाती है
बैंक खाता अस्थायी रूप से फ्रीज़ हो सकता है
प्रक्रिया पुनः चालू करने के लिए सत्यापन दोबारा कराना पड़ता है
इसलिए, हर साल समय पर प्रमाणपत्र जमा करना अत्यंत आवश्यक है।
🔹 डिजिटल Life Certificate के लाभ
1. बुजुर्गों के लिए राहत: बैंक के चक्कर नहीं लगाने पड़ते।
2. तेज़ प्रक्रिया: कुछ मिनटों में प्रमाणपत्र बन जाता है।
3. ऑनलाइन ट्रैकिंग: Pramaan ID से स्थिति देख सकते हैं।
4. फर्जीवाड़ा कम: Aadhaar आधारित सिस्टम होने से गलत दावों की संभावना घटती है।
5. सरकारी सुविधा: कोई शुल्क नहीं, पूरी तरह निशुल्क सेवा।
6. विदेश में रहने वाले पेंशनभोगियों के लिए भी उपलब्ध: भारतीय दूतावासों में जीवन प्रमाण जमा किया जा सकता है।
🔹 Life Certificate में नया क्या है? (2025 अपडेट)
1. फेस ऑथेंटिकेशन सिस्टम: अब बिना फिंगरप्रिंट या स्कैनर के भी मोबाइल कैमरे से जीवन प्रमाण जमा कर सकते हैं।
2. Automatic Reminder System: सरकार अब SMS द्वारा समय पर याद दिलाती है।
3. Integrated Pension Tracking: सभी सरकारी विभाग एकीकृत प्रणाली में जुड़े हैं।
4. डोरस्टेप सर्विस विस्तार: IPPB और CSC नेटवर्क के माध्यम से देशभर में सेवा उपलब्ध।

Life Certificate से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1. Life Certificate क्या होता है?
👉 जीवन प्रमाण पत्र एक आधिकारिक दस्तावेज है जो यह प्रमाणित करता है कि पेंशन प्राप्त करने वाला व्यक्ति जीवित है। इसे जमा करने के बाद पेंशन जारी रहती है।
Q2. जीवन प्रमाण पत्र क्यों जरूरी होता है?
👉 पेंशन जारी रखने के लिए हर वर्ष यह प्रमाण देना आवश्यक होता है कि पेंशनभोगी जीवित है। अगर प्रमाणपत्र जमा नहीं होता, तो पेंशन अस्थायी रूप से रोक दी जाती है।
Q3. जीवन प्रमाण पत्र कब जमा करना होता है?
👉 हर वर्ष 1 नवम्बर से 30 नवम्बर तक जीवन प्रमाण पत्र जमा करना आवश्यक है। 80 वर्ष से अधिक आयु वाले पेंशनभोगी 1 अक्टूबर से भी जमा कर सकते हैं।
Q4. जीवन प्रमाण पत्र कितने प्रकार का होता है?
👉 इसके दो प्रकार होते हैं:
1. ऑफलाइन जीवन प्रमाण पत्र – बैंक या कार्यालय जाकर जमा करना।
2. डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (Jeevan Pramaan) – ऑनलाइन आधार आधारित प्रमाणपत्र।
Q5. डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र कैसे बनता है?
👉 Jeevan Pramaan App या पोर्टल पर जाकर Aadhaar और PPO नंबर से रजिस्टर करें, फिर बायोमेट्रिक सत्यापन करें।
सफल सत्यापन के बाद Pramaan ID जारी होती है जो बैंक को स्वतः भेज दी जाती है।
Q6. Jeevan Pramaan App कहाँ से डाउनलोड करें?
👉 यह ऐप Google Play Store या आधिकारिक वेबसाइट www.jeevanpramaan.gov.in से डाउनलोड किया जा सकता है।
Q7. जीवन प्रमाण पत्र बनाने के लिए कौन-कौन से दस्तावेज चाहिए?
👉
1. आधार कार्ड
2. पेंशन भुगतान आदेश (PPO Number)
3. बैंक पासबुक
4. रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर
5. ईमेल आईडी (वैकल्पिक)
Q8. डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र बनाने के लिए क्या उपकरण चाहिए?
👉
बायोमेट्रिक स्कैनर (फिंगरप्रिंट या आईरिस)
इंटरनेट कनेक्शन
स्मार्टफोन या कंप्यूटर
(अब फेस ऑथेंटिकेशन से बिना स्कैनर के भी प्रमाणपत्र बनाया जा सकता है)।
Q9. क्या जीवन प्रमाण पत्र केवल सरकारी पेंशनभोगियों के लिए है?
👉 नहीं, यह सभी पेंशनभोगियों (केंद्र, राज्य सरकार, रक्षा, EPFO आदि) के लिए आवश्यक है।
Q10. क्या जीवन प्रमाण पत्र बनाने के लिए शुल्क देना पड़ता है?
👉 सरकारी प्लेटफ़ॉर्म (Jeevan Pramaan Portal) पर यह सेवा पूरी तरह निशुल्क है। हालांकि, कुछ CSC केंद्र या डाकघर सुविधा शुल्क ले सकते हैं।
Q11. अगर जीवन प्रमाण पत्र जमा नहीं किया जाए तो क्या होगा?
👉 पेंशन भुगतान रोक दिया जाएगा और खाते को निष्क्रिय किया जा सकता है। पेंशन पुनः चालू करने के लिए नया प्रमाणपत्र जमा करना होगा।
Q12. क्या विदेश में रहने वाले पेंशनभोगी जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं?
👉 हाँ, भारतीय दूतावास या उच्चायोग के माध्यम से या Digital Life Certificate के ज़रिए ऑनलाइन जमा कर सकते हैं।
Q13. जीवन प्रमाण पत्र की वैधता कितनी होती है?
👉 यह प्रमाणपत्र एक वर्ष के लिए मान्य होता है। हर साल नया प्रमाणपत्र जमा करना आवश्यक है।
Q14. Pramaan ID क्या होती है?
👉 जब आप डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र बनाते हैं तो सिस्टम एक यूनिक आईडी (Pramaan ID) देता है, जिससे आपका रिकॉर्ड बैंक या पेंशन एजेंसी तक स्वतः पहुंच जाता है।
Q15. Jeevan Pramaan से प्रमाणपत्र बनने के बाद बैंक को अलग से जमा करना पड़ता है क्या?
👉 नहीं, यह प्रक्रिया ऑटोमेटिक है। बैंक या पेंशन एजेंसी आपके रिकॉर्ड में स्वतः अपडेट देख लेती है।
Q16. अगर बायोमेट्रिक स्कैनर काम नहीं कर रहा हो तो क्या करें?
👉 आप फेस ऑथेंटिकेशन सुविधा का उपयोग कर सकते हैं या नजदीकी CSC / डाकघर से सहायता ले सकते हैं।
Q17. क्या पेंशनभोगी के परिवार के सदस्य उसके स्थान पर प्रमाणपत्र जमा कर सकते हैं?
👉 नहीं, यह बायोमेट्रिक आधारित व्यक्तिगत सत्यापन होता है। हालांकि, असमर्थ व्यक्ति के लिए बैंक “डोरस्टेप सर्विस” की सुविधा देता है।
Q18. Jeevan Pramaan की स्थिति कैसे जांचें?
👉 Official website पर जाकर “Check Digital Life Certificate Status” सेक्शन में Pramaan ID दर्ज करें और स्थिति देखें।
Q19. क्या Jeevan Pramaan केवल भारत में ही उपलब्ध है?
👉 नहीं, यह विश्वभर में इंटरनेट के माध्यम से सुलभ है। विदेश में रहने वाले भारतीय पेंशनभोगी भी इसे उपयोग कर सकते हैं।
Q20. Jeevan Pramaan का Customer Care नंबर क्या है?
👉 Jeevan Pramaan हेल्पलाइन: 1800 11 1555 . आप यहाँ से तकनीकी सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
Life Certificate केवल एक औपचारिक दस्तावेज नहीं, बल्कि हर पेंशनभोगी के जीवन का एक आवश्यक हिस्सा है। यह सुनिश्चित करता है कि सही व्यक्ति को उसकी पेंशन समय पर और नियमित रूप से मिले। पहले जहां बुजुर्गों को बैंक या दफ्तर के चक्कर लगाने पड़ते थे, अब “डिजिटल जीवन प्रमाण (Jeevan Pramaan)” ने इस प्रक्रिया को बेहद आसान बना दिया है।
भारत सरकार की यह पहल वरिष्ठ नागरिकों को सुविधा, पारदर्शिता और आत्मनिर्भरता प्रदान करती है। अब पेंशनभोगी अपने घर बैठे — केवल Aadhaar, मोबाइल और बायोमेट्रिक पहचान के जरिए कुछ ही मिनटों में जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं।
डिजिटल युग में यह प्रणाली न केवल समय बचाती है, बल्कि कागज़ी कार्यवाही को भी समाप्त करती है। साथ ही, यह भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े की संभावनाओं को लगभग खत्म कर देती है।
इसलिए, हर पेंशनभोगी को यह समझना चाहिए कि समय पर जीवन प्रमाण पत्र जमा करना सिर्फ ज़िम्मेदारी नहीं बल्कि अधिकार भी है।
यह आपकी पेंशन को सुचारू रूप से चलाने की कुंजी है।
“जीवन प्रमाण पत्र जमा करें – निश्चिंत पेंशन जीवन अपनाएँ।”
