कोरी बुकर का 25 घंटे से अधिक का ऐतिहासिक भाषण: अमेरिकी राजनीति में नया कीर्तिमान!
31 मार्च से 1 अप्रैल 2025 तक, अमेरिकी सीनेट में डेमोक्रेटिक सीनेटर कोरी बुकर (Cory Booker) ने 25 घंटे से अधिक समय तक लगातार भाषण देकर इतिहास रच दिया।
यह भाषण अमेरिकी राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण घटना साबित हुआ, जिसने कई संवेदनशील मुद्दों पर राष्ट्रीय बहस को जन्म दिया।
कोरी बुकर
कोरी बुकर न्यूजर्सी से डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रभावशाली सीनेटर हैं, जो सामाजिक न्याय, शिक्षा सुधार और स्वास्थ्य सुविधाओं पर अपने मजबूत विचारों के लिए जाने जाते हैं।
इससे पहले भी उन्होंने कई बार सीनेट में प्रभावशाली भाषण दिए हैं, लेकिन इस बार उनका संबोधन अभूतपूर्व था।
इतिहास में सबसे लंबा भाषण?
अमेरिकी सीनेट में लंबी स्पीच देने की परंपरा पुरानी है। इससे पहले 1957 में सीनेटर स्ट्रॉम थरमंड ने 24 घंटे 18 मिनट तक लगातार भाषण दिया था। लेकिन कोरी बुकर ने इसे पीछे छोड़ते हुए 25 घंटे 5 मिनट तक बोलकर नया रिकॉर्ड बनाया।
भाषण का उद्देश्य और प्रमुख मुद्दे
इस ऐतिहासिक भाषण के दौरान कोरी बुकर ने अमेरिकी सरकार की नीतियों की आलोचना की और कई महत्वपूर्ण विषयों को उठाया, जिनमें शामिल हैं:
1. लोकतंत्र और नागरिक अधिकारों की रक्षा
बुकर ने कहा कि वर्तमान सरकार की कुछ नीतियां लोकतंत्र के लिए खतरा हैं। उन्होंने नागरिक अधिकारों की रक्षा की बात करते हुए कहा कि नस्लवाद और असमानता के खिलाफ कड़े कदम उठाने की जरूरत है।
2. स्वास्थ्य सेवाएं और मेडिकेड कटौती
उन्होंने अमेरिकी स्वास्थ्य सेवाओं में कटौती पर चिंता जताई और बताया कि मेडिकेड और सोशल सिक्योरिटी में बदलाव से गरीब और मध्यम वर्ग प्रभावित होगा।
3. शिक्षा और छात्र ऋण संकट
बुकर ने शिक्षा सुधारों की जरूरत पर जोर दिया और बताया कि अमेरिकी शिक्षा प्रणाली में मौजूद खामियों को दूर किए बिना देश आगे नहीं बढ़ सकता।
4. विदेश नीति और वैश्विक नेतृत्व
उन्होंने अमेरिकी विदेश नीति की आलोचना करते हुए कहा कि यह अमेरिका की वैश्विक छवि को नुकसान पहुंचा रही है और इससे देश की सुरक्षा भी प्रभावित हो सकती है।
भाषण के दौरान चुनौतियां और जनता की प्रतिक्रिया
लगातार 25 घंटे से अधिक समय तक बोलना आसान नहीं था। लेकिन कोरी बुकर ने बिना रुके अपनी बात जारी रखी। उनके भाषण को सुनने के लिए सीनेट में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। सोशल मीडिया पर भी यह घटना ट्रेंड करने लगी और हजारों लोगों ने उनकी प्रशंसा की।
इस भाषण का राजनीतिक प्रभाव
कोरी बुकर का यह भाषण महज रिकॉर्ड बनाने के लिए नहीं था, बल्कि इसका गहरा राजनीतिक प्रभाव भी पड़ा। उनकी स्पीच ने डेमोक्रेटिक पार्टी को एकजुट किया और कई विवादास्पद नीतियों पर सरकार को जवाब देने के लिए मजबूर किया।
भाषण के दौरान कोरी बुकर की रणनीति
कोरी बुकर का यह भाषण केवल लंबाई के लिए नहीं, बल्कि इसकी प्रभावशीलता के लिए भी ऐतिहासिक था। उन्होंने इसे एक नाटकीय अंदाज में प्रस्तुत किया, जिससे यह केवल एक राजनीतिक औपचारिकता न बनकर एक भावनात्मक और तर्कपूर्ण बयान बन गया। उनकी रणनीति में शामिल थे:
1. ऐतिहासिक संदर्भों का उपयोग
उन्होंने अमेरिका के नागरिक अधिकार आंदोलन, अब्राहम लिंकन और मार्टिन लूथर किंग जूनियर जैसे नेताओं के उद्धरणों का इस्तेमाल किया, जिससे उनके विचारों को मजबूती मिली।

2. वास्तविक जीवन की कहानियां
बुकर ने अपने भाषण में आम नागरिकों के संघर्षों की कहानियां साझा कीं, जिससे यह भाषण अधिक मानवीय और संवेदनशील बन गया।
उन्होंने उन लोगों की बात की जो स्वास्थ्य सेवाओं की कटौती से प्रभावित हो सकते हैं, जो नस्लीय भेदभाव का सामना कर रहे हैं, और जो शिक्षा प्रणाली में सुधार चाहते हैं।
3. सरकार की आलोचना और सुधारों की मांग
उन्होंने सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए सुझाव भी दिए कि कैसे देश को आगे बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में व्यापक सुधारों की मांग की।
भाषण के दौरान शारीरिक और मानसिक धैर्य
25 घंटे से अधिक समय तक लगातार बोलने के लिए जबरदस्त धैर्य और सहनशक्ति की जरूरत होती है। इस दौरान:
बुकर ने केवल पानी और हल्के स्नैक्स पर खुद को जीवित रखा।
उन्हें अपनी आवाज को बनाए रखने के लिए बार-बार पानी पीना पड़ा।
उन्होंने भाषण के दौरान छोटे-छोटे ब्रेक लिए, लेकिन मंच नहीं छोड़ा।
मानसिक रूप से सतर्क रहने के लिए उन्होंने धीरे-धीरे और प्रभावशाली अंदाज में बात की।
इस भाषण ने उनकी मानसिक और शारीरिक क्षमता को भी दर्शाया, जिससे उनकी छवि एक मजबूत और प्रतिबद्ध नेता के रूप में उभरी।
सोशल मीडिया और जनता की प्रतिक्रिया
जैसे ही कोरी बुकर का भाषण शुरू हुआ, वैसे ही यह सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा।
ट्विटर और फेसबुक पर #CoryBookerSpeaks ट्रेंड करने लगा।
कई प्रमुख हस्तियों ने उनके भाषण की सराहना की और इसे ऐतिहासिक करार दिया।
आम नागरिकों ने इसे एक ‘जनता की आवाज’ करार दिया और इसे सरकार के लिए एक चेतावनी बताया।
कई लोगों ने इसे डेमोक्रेसी की जीत कहा, क्योंकि एक नेता ने जनता के मुद्दों को लेकर बिना थके अपनी आवाज उठाई।
भविष्य पर प्रभाव: क्या यह भाषण बदलाव लाएगा?
कोरी बुकर का यह ऐतिहासिक भाषण केवल एक राजनीतिक स्टंट नहीं था, बल्कि यह एक बड़े बदलाव की ओर इशारा कर रहा था। इस भाषण के बाद:
1. डेमोक्रेटिक पार्टी को एक नई ऊर्जा मिली, और उन्होंने सरकार की नीतियों के खिलाफ और मुखर रुख अपनाया।
2. सरकार पर दबाव बढ़ा, और कई सांसदों को इस भाषण के बाद अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
3. जनता को एक नई उम्मीद मिली, और कई नागरिक संगठनों ने इस भाषण को अपने आंदोलन का हिस्सा बना लिया।
यह भाषण केवल कोरी बुकर के लिए नहीं, बल्कि अमेरिकी राजनीति के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ।
भाषण के बाद की राजनीतिक हलचल
कोरी बुकर का यह ऐतिहासिक भाषण केवल सीनेट तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसके राजनीतिक प्रभाव दूरगामी रहे। उनके इस 25 घंटे 5 मिनट लंबे भाषण के बाद अमेरिकी राजनीति में कई बड़े घटनाक्रम हुए:
1. डेमोक्रेटिक पार्टी का नया उत्साह
बुकर के इस साहसी कदम के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के अन्य नेताओं को भी प्रेरणा मिली। कई डेमोक्रेट नेताओं ने सरकार की नीतियों के खिलाफ और आक्रामक रुख अपनाया और जनता के मुद्दों पर खुलकर बोलना शुरू किया।
2. रिपब्लिकन पार्टी की प्रतिक्रिया
हालांकि, रिपब्लिकन पार्टी ने बुकर के इस भाषण को एक ‘राजनीतिक नाटक’ करार दिया। उनके कुछ नेताओं ने इसे जनता को गुमराह करने वाला कदम बताया, जबकि कुछ अन्य ने इसे एक प्रभावशाली राजनीतिक विरोध के रूप में भी स्वीकार किया।
3. मीडिया का जबरदस्त कवरेज
अमेरिकी मीडिया ने इस भाषण को “सबसे साहसी राजनीतिक स्टैंड” के रूप में दिखाया।
न्यूयॉर्क टाइम्स, वॉशिंगटन पोस्ट और सीएनएन जैसी बड़ी मीडिया कंपनियों ने बुकर के इस प्रयास की सराहना की।
इंटरनेशनल मीडिया में भी इस भाषण की चर्चा हुई, जिससे यह एक वैश्विक बहस का विषय बन गया।
4. आम जनता पर प्रभाव
बुकर के भाषण के बाद:
कई नागरिक संगठनों ने उनके समर्थन में प्रदर्शन किए।
सोशल मीडिया पर लाखों लोगों ने उनके भाषण की वीडियो क्लिप साझा की।
हेल्थकेयर, शिक्षा और मानवाधिकार से जुड़े संगठनों ने इसे “जनता की जीत” करार दिया।
कोरी बुकर का राजनीतिक भविष्य: क्या यह भाषण उन्हें राष्ट्रपति पद तक ले जा सकता है?
इतिहास गवाह है कि जब कोई नेता जनता के मुद्दों को इतने दमदार तरीके से उठाता है, तो उसका राजनीतिक कद बढ़ जाता है।
2008 में बराक ओबामा ने भी इसी तरह की मुखर राजनीति करके राष्ट्रपति पद हासिल किया था।
बुकर का यह भाषण उन्हें डेमोक्रेटिक पार्टी में एक मजबूत दावेदार बना सकता है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि 2028 के राष्ट्रपति चुनाव में बुकर का नाम प्रमुख दावेदारों में हो सकता है।
हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि वह आने वाले वर्षों में अपनी छवि को कैसे आगे बढ़ाते हैं और क्या यह भाषण लंबे समय तक उनकी राजनीतिक पहचान बना रहेगा।
लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की आजादी का प्रतीक
कोरी बुकर का यह भाषण सिर्फ एक राजनीतिक स्टंट नहीं था, बल्कि यह अमेरिकी लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और जनता के मुद्दों को उठाने के हक का प्रतीक बन गया।
इस भाषण ने तीन महत्वपूर्ण संदेश दिए:
1. लोकतंत्र में जनता की आवाज सबसे बड़ी ताकत होती है।
2. राजनीतिक नेतृत्व का असली मकसद सत्ता नहीं, बल्कि जनता की सेवा होनी चाहिए।
3. अगर एक नेता जनता की सच्ची चिंता करता है, तो वह किसी भी बाधा को पार कर सकता है।
भविष्य में कोरी बुकर की राजनीति पर प्रभाव
इस ऐतिहासिक भाषण के बाद कोरी बुकर की राजनीतिक छवि और मजबूत हो गई। अब सवाल यह है कि क्या यह भाषण उनके राजनीतिक करियर को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा?
1. डेमोक्रेटिक पार्टी में उनकी स्थिति मजबूत हुई
यह भाषण उनके लिए एक राजनीतिक टर्निंग पॉइंट साबित हो सकता है।
इससे उन्हें पार्टी में सीनियर नेताओं और जनता का अधिक समर्थन मिल सकता है।
2028 के राष्ट्रपति चुनाव में उनकी उम्मीदवारी की संभावनाएं बढ़ सकती हैं।

2. जनता के साथ उनकी सीधी पहचान बनी
जनता अब उन्हें एक जननेता के रूप में देखने लगी है।
यह भाषण उन्हें मजदूर वर्ग, अल्पसंख्यकों और युवाओं के बीच लोकप्रिय बना सकता है।
3. उनके आलोचकों के लिए एक मजबूत जवाब
उनके विरोधी पहले उन्हें एक सामान्य राजनेता मानते थे, लेकिन इस भाषण ने दिखाया कि उनमें लंबी लड़ाई लड़ने की ताकत है।
इससे उन्होंने यह भी साबित किया कि वे केवल वादे करने वाले नेता नहीं, बल्कि संघर्ष करने वाले व्यक्ति हैं।
लोकतंत्र में लंबा भाषण: एक ऐतिहासिक परंपरा
कोरी बुकर का भाषण पहला ऐसा मामला नहीं था, जब किसी नेता ने इतने लंबे समय तक बोलकर इतिहास रचा हो। दुनिया भर में कई बार नेताओं ने इसी तरह का विरोध प्रदर्शन किया है।
1. अमेरिकी सीनेट में अन्य लंबी स्पीच
स्ट्रॉम थरमंड (1957): उन्होंने 24 घंटे 18 मिनट तक बोलकर एक नागरिक अधिकार बिल का विरोध किया था।
बर्नी सैंडर्स (2010): उन्होंने 8 घंटे 37 मिनट तक बोलकर टैक्स नीतियों का विरोध किया था।
2. अंतरराष्ट्रीय उदाहरण
क्यूबा के फिदेल कास्त्रो ने संयुक्त राष्ट्र में 4 घंटे से अधिक का भाषण दिया था।
भारतीय संसद में भी कई बार नेताओं ने लंबे भाषण दिए हैं, खासकर जब किसी कानून या नीति का विरोध करना हो।
यह दिखाता है कि लंबा भाषण केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि लोकतंत्र में विरोध प्रदर्शन का एक मजबूत तरीका हो सकता है।
क्या यह भाषण कानून और नीतियों को प्रभावित करेगा?
कोरी बुकर ने इस भाषण में जिन मुद्दों को उठाया, वे केवल उनकी व्यक्तिगत राय नहीं थे। इन मुद्दों का सीधा संबंध अमेरिकी जनता की परेशानियों और उनकी मूलभूत आवश्यकताओं से था।
1. स्वास्थ्य सेवा पर असर
बुकर ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की मांग की।
अगर उनकी मांगों पर विचार किया जाता है, तो हजारों अमेरिकियों को सस्ती और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकती हैं।
2. शिक्षा सुधार की संभावनाएं
उन्होंने सभी बच्चों के लिए समान और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की वकालत की।
इसका असर शिक्षा नीति पर पड़ सकता है, और कम आय वर्ग के बच्चों को बेहतर अवसर मिल सकते हैं।
3. नस्लीय न्याय की ओर एक कदम
उनका भाषण अफ्रीकी-अमेरिकन और अन्य अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर केंद्रित था।
अगर उनकी बातों को गंभीरता से लिया जाता है, तो नस्लीय समानता की दिशा में बड़े कदम उठाए जा सकते हैं।
निष्कर्ष: कोरी बुकर का भाषण क्यों याद रखा जाएगा?
कोरी बुकर का 25 घंटे से अधिक लंबा भाषण सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं था, बल्कि यह अमेरिकी लोकतंत्र के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना बन गया।
यह भाषण दिखाता है कि एक नेता की प्रतिबद्धता जनता की आवाज को मजबूत कर सकती है।
इसने सत्ता के दुरुपयोग और गलत नीतियों के खिलाफ एक नई बहस छेड़ दी।
यह साबित करता है कि राजनीति केवल सत्ता पाने का माध्यम नहीं, बल्कि लोगों की समस्याओं को उठाने और हल करने का एक मंच भी हो सकता है।
कोरी बुकर का यह भाषण भविष्य में भी एक प्रेरणा स्रोत बना रहेगा और राजनीति में नैतिकता, प्रतिबद्धता और साहस की एक मिसाल के रूप में याद किया जाएगा।