IPL 2025 Most Runs: वो स्टार बल्लेबाज़ जिन्होंने अपनी बल्लेबाज़ी से दिल जीत लिए!
भूमिका: जब रन बनाना सिर्फ स्कोर नहीं, जुनून बन जाता है
Table of the Post Contents
ToggleIPL 2025… ये सिर्फ़ क्रिकेट का टूर्नामेंट नहीं, ये तो क्रिकेट प्रेमियों का त्योहार है। हर साल जब ये शुरू होता है, तो सिर्फ खिलाड़ी नहीं, पूरा देश बल्ले और गेंद के रोमांच में डूब जाता है।
लेकिन IPL 2025 का सीजन कुछ खास रहा। ऐसा लगा जैसे बल्लेबाजों ने ठान लिया हो कि इस बार सिर्फ जीत नहीं, रिकॉर्ड्स की झड़ी भी लगानी है।
इस आर्टिकल में हम आपको लेकर चलेंगे एक ऐसे सफर पर जहां हर रन के पीछे मेहनत, भावनाएं और एक कहानी छिपी है। हम बात करेंगे उन खिलाड़ियों की जिन्होंने इस सीजन को यादगार बना दिया – न सिर्फ़ अपने रन से, बल्कि अपने जज्बे से।
विराट कोहली – जब अनुभव जुनून से मिलता है
कहते हैं कि उम्र सिर्फ़ एक नंबर होती है, और विराट कोहली ने इसे सही मायनों में साबित कर दिखाया। जब कुछ लोग मानने लगे थे कि शायद कोहली अब पहले जैसे नहीं रहे, तब उन्होंने बल्ले से ऐसा जवाब दिया जो आलोचकों की आवाज़ को शांत कर गया।

कोहली की कुछ अविश्वसनीय पारियां:
मुंबई के खिलाफ 113* की पारी, जो तकनीक, क्लास और ग्रेस का नमूना थी।
कोलकाता के खिलाफ 87 रन, जब पूरी टीम डगमगा रही थी।
प्लेऑफ के दबाव में 72 रनों की पारी, जो उनकी मानसिक मजबूती का प्रतीक बनी।
विराट का स्ट्राइक रेट इस बार 150 के पार रहा, जो यह दिखाता है कि वो सिर्फ टिकने नहीं आए थे, वो मुकाबले को अपने नाम करने आए थे।
ऋतुराज गायकवाड़ – सीएसके की नई रीढ़
चेन्नई सुपर किंग्स का जब भी नाम लिया जाएगा, धोनी का नाम ज़रूर आएगा। लेकिन 2025 में अगर किसी ने सीएसके को आगे बढ़ाया, तो वो थे ऋतुराज गायकवाड़। उनकी बल्लेबाज़ी में संयम और आक्रामकता का बेहतरीन संतुलन दिखा।
गायकवाड़ की खासियत क्या रही?
वो पारी की शुरुआत में बिना जल्दबाज़ी के खेलते हैं।
स्पिनरों के खिलाफ उनका फुटवर्क देखने लायक होता है।
जब टीम को जरूरत होती है, तब वो एक्स्ट्रा गियर में जाकर स्ट्राइक रेट बढ़ा देते हैं।
उन्होंने एक शतक और कई अर्धशतक लगाए, लेकिन उनकी सबसे खास बात थी निरंतरता।
रियान पराग – जिसने आलोचकों को चुप करा दिया
एक समय था जब सोशल मीडिया पर रियान पराग को ट्रोल किया जाता था, लेकिन 2025 में उन्होंने बल्ले से जवाब दिया। राजस्थान रॉयल्स के इस युवा खिलाड़ी ने अपनी जिम्मेदारी को पूरी तरह निभाया।
उनकी 84* रन की पारी तब आई जब राजस्थान 4 विकेट जल्दी गंवा चुका था। उन्होंने न सिर्फ़ टीम को बचाया, बल्कि उन्हें जीत दिलाई। रियान की बैटिंग में आत्मविश्वास और मैच को खत्म करने की भूख साफ नजर आई।
ट्रैविस हेड – विदेशी सितारे की धमक
सनराइजर्स हैदराबाद के लिए ट्रैविस हेड ने ऐसी बल्लेबाज़ी की कि विपक्षी गेंदबाजों को साँस लेने तक का मौका नहीं मिला। उनका स्ट्राइक रेट 190 से ऊपर रहा – यानी एक अलग ही क्लास का अटैकिंग गेम।
उनकी 102 रन की पारी दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ एक मास्टरक्लास थी – फ्रंट फुट पर आगे बढ़कर गेंदबाजों को घेरना, बाउंड्री के लिए जगह बनाना और स्कोरबोर्ड को रफ्तार देना, ये सब उनकी पहचान बन गया।
संजू सैमसन – एक साइलेंट वॉरियर
IPL 2025 में राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन का यह सीजन अब तक का सबसे संतुलित सीजन रहा। उनकी बल्लेबाजी में एक ठहराव है, लेकिन साथ ही विस्फोटकता भी।
उनकी हर पारी में क्लास दिखा – चाहे वो कवर ड्राइव हो या लॉन्ग ऑफ पर लॉफ्टेड शॉट। 86 रन की एक विशेष पारी तब आई जब राजस्थान को प्लेऑफ की रेस में बने रहने के लिए जीत जरूरी थी।
साई सुदर्शन – GT का उभरता सितारा
साई सुदर्शन उन खिलाड़ियों में से हैं जिन्होंने धीरे-धीरे लेकिन पक्के कदमों से अपनी जगह बनाई। गुजरात टाइटन्स के लिए उनकी बल्लेबाजी ने कई बार मैच पलटा।
103 रन की उनकी पारी कोलकाता के खिलाफ एक उदाहरण है – उन्होंने इनिंग्स को पहले संभाला, फिर खत्म भी किया। उनका स्ट्राइक रेट भले ही बहुत ऊँचा न हो, लेकिन उनका टिककर खेलना टीम के लिए कीमती साबित हुआ।

केएल राहुल – जब तकनीक और शांति का मेल हो
केएल राहुल का नाम आते ही ज़हन में एक शांत, सुलझा हुआ और तकनीकी रूप से मजबूत बल्लेबाज आता है। इस सीजन में उन्होंने लखनऊ सुपरजायंट्स के लिए वो किया जिसकी उम्मीद हर फैन को होती है।
राहुल ने इस बार न सिर्फ़ रनों की झड़ी लगाई, बल्कि उनका स्ट्राइक रेट भी बेहतर हुआ। उन्होंने दिखाया कि अगर सही मौके पर गियर बदला जाए तो टेक्नीकल बैट्समैन भी तूफानी खेल सकता है।
खास पारियाँ:
95 रन बनाम चेन्नई, जहाँ उन्होंने सभी बॉलर्स को आउट-प्ले किया।
कोलकाता के खिलाफ 62 रन की पारी, जिसने एकतरफा मुकाबले को रोमांचक बना दिया।
राहुल के खेल में एक कप्तानी का ठहराव दिखता है और यही उन्हें बाकी खिलाड़ियों से अलग बनाता है।
निकोलस पूरन – कैरेबियन तूफान
निकोलस पूरन जब क्रीज़ पर आते हैं, तो स्टेडियम में बाउंड्री की आवाज़ें बढ़ जाती हैं। इस बार उन्होंने लखनऊ के लिए जितनी भी पारियाँ खेलीं, उनमें ‘मैच फिनिशर’ का टैग सही बैठा।
पूरन की खासियतें:
स्पिन और पेस, दोनों के खिलाफ फ्री हैंड से खेलना।
डेथ ओवर्स में 200+ स्ट्राइक रेट।
मैच की ज़रूरत के अनुसार अपनी पारी को मोड़ना।
पूरन ने साबित किया कि जब टीम को तेज़ी चाहिए, तो कैरेबियन स्टाइल ही काम आता है।
सुनील नारायण – जब गेंदबाज बना सलामी बल्लेबाज
सुनील नारायण का नाम गेंदबाज़ी के लिए जाना जाता था, लेकिन IPL 2025 में उन्होंने अपनी बैटिंग से सनसनी मचा दी। कोलकाता नाइट राइडर्स ने जब उन्हें ओपनर के रूप में उतारा, तो उन्होंने हर टीम के गेंदबाज़ों को बाउंड्री की राह दिखा दी।
उनका स्ट्राइक रेट तो 180 से ऊपर रहा ही, लेकिन सबसे खास बात थी उनकी निडरता। पहली ही बॉल से हिट करने की सोच ने विपक्षी टीमों की रणनीति बिगाड़ दी।
नारायण का प्रभाव:
उन्होंने शुरुआती 6 ओवर में टीम को औसतन 60+ रन दिलाए।
विकेट जल्दी गिरने पर भी आक्रमण नहीं छोड़ा।
उनके रन, विरोधी गेंदबाज़ों को दबाव में डालते रहे।
अभिषेक शर्मा – यंग इंडिया का जवाब
IPL 2025 सनराइजर्स हैदराबाद के युवा ओपनर अभिषेक शर्मा ने इस बार यह साबित कर दिया कि भारतीय युवा खिलाड़ी भी अब निडर क्रिकेट खेलने लगे हैं। उनकी सबसे बड़ी खासियत थी, हर गेंद पर रन की भूख।
अभिषेक ने तेज गेंदबाजों को भी पुल-हुक किया और स्पिनरों को कदमों का इस्तेमाल कर छक्के लगाए। कई बार उन्होंने पॉवरप्ले में अकेले दम पर 50 रन पार किए।
उनकी यादगार पारियाँ:
गुजरात के खिलाफ 75 रन की पारी, जहाँ उन्होंने मोमेंटम पूरी तरह SRH के पक्ष में रखा।
मुंबई के खिलाफ 62 रन, जिसमें उन्होंने ट्रेंट बोल्ट को भी पीछे धकेला।
ऑरेंज कैप की दौड़ – आंकड़े नहीं, जुनून की जंग
IPL 2025 में ऑरेंज कैप सिर्फ़ एक सम्मान नहीं, एक प्रेरणा होती है। हर खिलाड़ी के सिर पर वो कैप कुछ मैचों के लिए आती है, लेकिन जो उसे पूरे टूर्नामेंट तक संभाले रखता है, वही असली स्टार होता है।
IPL 2025 में यह रेस बेहद रोमांचक रही। कभी विराट आगे, कभी गायकवाड़, तो कभी रियान पराग। लेकिन अंत में जिसने भी इसे जीता, उसने हर रन मेहनत से कमाया।
यह कैप खिलाड़ियों के लिए केवल ‘टॉप स्कोरर’ होने का टैग नहीं, बल्कि पूरे टूर्नामेंट की यात्रा का प्रतीक है – रन, दबाव, संघर्ष और आत्मविश्वास।
जब रन बने टीम की जीत की कुंजी
हर रन का महत्व तब और बढ़ जाता है जब वो टीम की जीत में योगदान दे। IPL 2025 में हमने देखा कि जो बल्लेबाज अपनी टीम को मैच जिता सके, वही असल हीरो बना।
विराट कोहली की पारी ने RCB को प्लेऑफ तक पहुँचाया। संजू सैमसन की पारियों ने राजस्थान को सेमीफाइनल में जगह दिलाई। और पूरन की फिनिशिंग ने लखनऊ के कई मुकाबले जीते।
सिर्फ़ आंकड़े ही नहीं, परिस्थितियाँ, दबाव और नतीजा — यही असली मापदंड होते हैं किसी खिलाड़ी के रन का।
IPL 2025 – एक बल्लेबाज़ी युग की शुरुआत
IPL 2025 एक ऐसा टूर्नामेंट बनकर उभरा जो सिर्फ़ टी20 नहीं, बल्कि बल्लेबाज़ी के एक नए युग की शुरुआत थी। यहाँ हर खिलाड़ी ने रन बनाने को सिर्फ़ लक्ष्य नहीं, जूनून बना लिया।
क्या खास रहा इस सीजन में?
स्ट्राइक रेट और औसत दोनों का संतुलन।
पावरप्ले में आक्रामकता और मिडल ओवर्स में समझदारी।
युवा और अनुभवी, दोनों का योगदान।
इस बार के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी सिर्फ़ स्कोरबोर्ड नहीं भर रहे थे, वो हर शॉट से एक कहानी लिख रहे थे — ऐसी कहानी जो फैंस के दिलों में सालों तक ज़िंदा रहेगी।
निष्कर्ष:
IPL 2025 के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों ने यह साबित कर दिया कि रन बनाना केवल स्किल का काम नहीं, बल्कि साहस, रणनीति और मानसिक मजबूती का भी खेल है। उन्होंने दिखा दिया कि जब जज़्बा हो, तो हर गेंद मौका बन जाती है।
Related
Discover more from Aajvani
Subscribe to get the latest posts sent to your email.