LEGO India Launch 2025: क्या भारत तैयार है अपनी सोच को नया आकार देने के लिए?
प्रस्तावना: एक ख्वाब जो हकीकत बना
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Toggleदुनिया के सबसे मशहूर खिलौनों में शुमार LEGO ने आखिरकार भारतीय सरजमीं पर अपना पहला आधिकारिक स्टोर खोल दिया है।
गुरुग्राम के एंबिएंस मॉल में 23 मई 2025 को हुए इस उद्घाटन ने भारत के खिलौना बाजार में एक नई ऊर्जा का संचार कर दिया।
लेकिन यह सिर्फ एक दुकान खोलने की बात नहीं है—यह भारत में बदलती उपभोक्ता सोच, बढ़ती क्रिएटिविटी और वैश्विक ब्रांड्स के प्रति आकर्षण की कहानी है।
LEGO कौन है? एक ब्रांड की यात्रा
LEGO ग्रुप डेनमार्क आधारित एक अंतरराष्ट्रीय ब्रांड है, जिसकी स्थापना 1932 में Ole Kirk Christiansen ने की थी। कंपनी का नाम डेनिश शब्दों “Leg godt” (जिसका अर्थ है “अच्छी तरह खेलो”) से बना है।
LEGO के ब्रिक्स—यानी वो छोटे-छोटे रंग-बिरंगे टुकड़े जो जोड़कर कोई भी दुनिया बना सकते हैं—आज सिर्फ खिलौना नहीं बल्कि क्रिएटिविटी, इंजीनियरिंग और इमोशंस का प्रतीक बन चुके हैं।
भारत में LEGO की एंट्री: क्यों है ये एक बड़ा फैसला?
भारत, दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। यहां की जनसंख्या, खासतौर पर युवा और बच्चों की संख्या, वैश्विक ब्रांड्स के लिए सोने की खान मानी जाती है।
LEGO ने भी इस मौके को समझा और अब एक फिजिकल स्टोर के साथ मैदान में उतरा है।
इसका उद्देश्य सिर्फ खिलौने बेचना नहीं है—बल्कि एक इंटरैक्टिव अनुभव, पारिवारिक जुड़ाव और सीखने का मंच देना है।
गुरुग्राम में पहला स्टोर: क्यों यही जगह?
गुरुग्राम को आज भारत का कॉर्पोरेट हब कहा जाए तो गलत नहीं होगा। यहां का मध्यम वर्ग, उच्च आय वर्ग और युवा आबादी किसी भी नए प्रीमियम ब्रांड के लिए आदर्श ग्राहक बनाती है।
Ambience Mall, जहां LEGO का स्टोर खुला है, पहले से ही भारत के सबसे लोकप्रिय प्रीमियम शॉपिंग डेस्टिनेशन्स में शुमार है। यहां रोज़ाना हज़ारों की संख्या में लोग शॉपिंग और इंटरटेनमेंट के लिए आते हैं। LEGO के लिए यह एक स्ट्रैटेजिक स्टेप था।
स्टोर की खासियतें: एक सपनों की दुनिया
LEGO का यह स्टोर सिर्फ “दुकान” नहीं है—यह एक इमर्सिव एक्सपीरियंस सेंटर है।
1. Pick-a-Brick वॉल
यह दीवार उन लोगों के लिए है जो अपनी पसंद के ब्रिक्स चुनकर खुद की कहानी बनाना चाहते हैं।
2. Minifigure Factory
यहां ग्राहक अपनी पसंद की मिनिफिगर को कस्टमाइज़ कर सकते हैं—बाल, कपड़े, चेहरे और एक्सेसरीज़ के साथ।
3. लोकल टच के साथ मोज़ाइक और मॉडल
स्टोर में भारत से प्रेरित विशेष LEGO मॉडल जैसे ताज महल, इंडिया गेट और बॉलीवुड थीम पर सेट बनाए गए हैं।
4. बच्चों और परिवारों के लिए एक्टिविटी ज़ोन
यहां बच्चों को रचनात्मकता और नवाचार से जुड़ी गतिविधियों में भाग लेने का मौका मिलता है। LEGO वर्कशॉप्स भी समय-समय पर आयोजित होंगी।
Ample Group की भूमिका: ब्रांड पार्टनरशिप का मॉडल
LEGO ने भारत में अपने स्टोर संचालन के लिए Ample Group के साथ साझेदारी की है। Ample Group पहले से ही Apple, Bose और Under Armour जैसे ब्रांड्स के साथ भारत में काम कर चुका है।
LEGO के लिए Ample Group की स्थानीय समझ और रीटेल प्रबंधन की दक्षता एक मजबूत नींव रखेगी।
भारतीय बाज़ार में LEGO के लिए संभावनाएं
भारत में खिलौनों का बाज़ार $1.25 बिलियन से अधिक का है, और आने वाले वर्षों में इसके $3 बिलियन तक पहुंचने की उम्मीद है। LEGO की गुणवत्ता, शिक्षा और क्रिएटिविटी को जोड़ने की क्षमता इसे बाक़ी खिलौना ब्रांड्स से अलग बनाती है।
भारत में बच्चों की बड़ी आबादी
भारत में 40 करोड़ से अधिक बच्चे हैं, जिनकी क्रिएटिव और ब्रेन-बेस्ड लर्निंग के लिए LEGO जैसे ब्रांड आदर्श हैं।
पेरेंट्स का बदला हुआ नजरिया
अब माता-पिता केवल गेमिंग या डिजिटल खिलौनों पर निर्भर नहीं रहना चाहते। LEGO जैसी फिजिकल एक्टिविटी-बेस्ड लर्निंग टूल्स की मांग बढ़ रही है।
विस्तार की योजना: कहां-कहां खुल सकते हैं नए स्टोर?
LEGO की योजना भारत के प्रमुख महानगरों—जैसे बेंगलुरु, मुंबई, हैदराबाद और दिल्ली—में भी स्टोर खोलने की है। बेंगलुरु के Orion Mall में दूसरा स्टोर 2025 के अंत तक खोला जा सकता है।
ब्रांड ऑनलाइन सेल्स के साथ-साथ अब ऑफलाइन रीटेल अनुभव को भी मजबूत करेगा।

डिजिटल युग में LEGO की भूमिका
LEGO सिर्फ ब्लॉक्स का ब्रांड नहीं रहा। अब यह डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर भी अपनी पहुंच बढ़ा चुका है।
LEGO Life ऐप: बच्चों के लिए एक सुरक्षित सोशल मीडिया जैसा प्लेटफॉर्म, जहां वे अपने मॉडल शेयर कर सकते हैं।
LEGO Games: स्मार्टफोन और कंसोल्स पर अनेक गेम्स जो क्रिएटिविटी और एडवेंचर को जोड़ते हैं।
LEGO Education: स्कूलों में साइंस, टेक्नोलॉजी और मैथ्स (STEM) सिखाने के लिए बनाए गए स्पेशल सेट्स।
LEGO और शिक्षा: सीखते-सीखते खेल
LEGO बच्चों की शिक्षा में भी एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। अध्ययन से पता चला है कि LEGO का उपयोग बच्चों के—
तार्किक सोच
समस्या समाधान कौशल
मोटर स्किल्स
क्रिएटिव आइडियाज
को मजबूत करने में मदद करता है।
सामाजिक योगदान और स्थायित्व
LEGO पर्यावरण और समाज के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी को भी गंभीरता से निभा रहा है।
2025 तक 100% सस्टेनेबल मटेरियल से ब्रिक्स बनाने का लक्ष्य
सौर ऊर्जा से संचालित फैक्ट्रियां
लेगो Foundation के ज़रिए शिक्षा में निवेश
लेगो की वैश्विक इनोवेशन यात्रा: सिर्फ खिलौना नहीं, कल्पना की उड़ान
लेगो आज केवल ईंटों की एक श्रृंखला नहीं है। यह एक ग्लोबल इनोवेशन ब्रांड बन चुका है, जो अपने ग्राहकों को गेमिंग, एनिमेटेड फिल्मों, डिजिटल प्लेटफॉर्म और एजुकेशन तक का अनुभव दे रहा है।
1. लेगो Movies और टीवी शोज़
लेगो ने हॉलीवुड में धमाल मचाया है—”The लेगो Movie”, “लेगो Batman”, और “लेगो Ninjago” जैसी फिल्में बच्चों के साथ बड़ों के दिल में भी घर कर चुकी हैं।
2. AR/VR के साथ लेगो
लेगो ने अब Augmented Reality (AR) को अपने सेट्स में इंटिग्रेट करना शुरू कर दिया है, जिससे बच्चे अपने बनाए सेट्स को मोबाइल ऐप के ज़रिए जीवंत होते देख सकते हैं।
3. लेगो Ideas Platform
यह एक ऐसा मंच है जहाँ फैंस अपनी खुद की डिजाइन सबमिट कर सकते हैं और वोटिंग के ज़रिए उसे असली लेगो सेट में बदलवा सकते हैं। यह क्रिएटिविटी का असली मेला है।
भारत में खिलौना उद्योग का परिदृश्य: एक तेज़ी से बदलता बाज़ार
भारत का खिलौना उद्योग पहले आयात पर निर्भर था। लेकिन अब सरकार के “मेक इन इंडिया”, PLI स्कीम, और अंतर्राष्ट्रीय निवेश को बढ़ावा देने वाले प्रयासों से यह तेज़ी से विकसित हो रहा है।
भारतीय ब्रांड्स और लेगो की प्रतिस्पर्धा
लेगो को भारत में कई घरेलू ब्रांड्स से प्रतिस्पर्धा मिलेगी जैसे:
FirstCry
Funskool
Chicco
Hamleys (Reliance)
Skillmatics
लेकिन लेगो की ताकत उसकी ब्रांड वैल्यू, एजुकेशनल ओरिएंटेशन और ग्लोबल डिज़ाइन एक्सपीरियंस में है।
फ्रेंचाइज़ मॉडल और लोकल डिस्ट्रीब्यूटर की भूमिका
लेगो का भारत में Ample Group के साथ फ्रेंचाइज़ मॉडल एक सुनियोजित रणनीति है। इससे उन्हें:
लोकल टैक्सेशन और लॉजिस्टिक समझ
रीटेल अनुभव
ग्राहक सेवा की क्वालिटी जैसी सुविधाएं मिलती हैं।
इस मॉडल के फायदे:
रीजनल मार्केट को बेहतर समझना
ऑपरेशन में फ्लेक्सिबिलिटी
लोकल टैलेंट का उपयोग
निवेश जोखिम को कम करना
भारतीय पैरेंटिंग ट्रेंड्स: क्यों लेगो फिट बैठता है?
आज के माता-पिता बच्चों की शिक्षा और मनोरंजन दोनों को साथ लेकर चलना चाहते हैं। वे स्क्रीन टाइम कम करके हैंड्स-ऑन लर्निंग की ओर झुकाव रखते हैं।
लेगो की ताकत इस ट्रेंड में:
STEM स्किल्स को बढ़ावा
कंज्यूमर-फ्रेंडली इंटरफेस
कठिनाई स्तर अनुसार सेट्स (Duplo से लेकर Technic तक)
पेरेंट-किड बॉन्डिंग एक्टिविटी
भारत में LEGO की दीर्घकालिक रणनीति
लेगो केवल “स्टोर खोलने” तक सीमित नहीं रहना चाहता। यह एक समग्र इकोसिस्टम तैयार कर रहा है:
1. स्कूलों में LEGO Education प्रोग्राम
लेगो भारत के प्राइवेट स्कूलों में लेगो Education Sets के ज़रिए बच्चों को प्रॉब्लम-सॉल्विंग और कोडिंग जैसी स्किल्स सिखाने की योजना बना रहा है।
2. टियर 2 और टियर 3 शहरों की ओर रुख
अगले चरण में लेगो लखनऊ, इंदौर, जयपुर और चंडीगढ़ जैसे उभरते शहरों में भी पहुंचना चाहता है, जहाँ क्रिएटिव एजुकेशन की मांग बढ़ रही है।

3. ऑनलाइन और मिक्स्ड रिटेल मॉडल
Amazon, Flipkart, और FirstCry जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर लेगो पहले से एक्टिव है, लेकिन अब यह खुद का D2C चैनल भी लॉन्च करने की दिशा में काम कर रहा है।
LEGO से भारत को क्या मिलेगा?
1. बच्चों के लिए
खिलौनों से सीखने का मौका
डिजिटल डिटॉक्स
रचनात्मक सोच
2. माता-पिता के लिए
बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम
एजुकेशनल टूल्स के ज़रिए समझदारी से निवेश
3. देश के लिए
रोजगार सृजन
STEM शिक्षा में सहयोग
वैश्विक ब्रांड में लोकल साझेदारी
2025 और आगे: भविष्य की झलक
2025 में लेगो सिर्फ गुरुग्राम या भारत के कुछ हिस्सों में सीमित नहीं रहेगा। इसकी योजना में हैं:
5 नए फ्लैगशिप स्टोर्स
हाइब्रिड एजुकेशनल-स्पेस स्टोर्स
लेगो Fest जैसे बड़े आयोजन
भारतीय कलाकारों के साथ कस्टम सेट्स का विकास
निष्कर्ष: LEGO की भारत में नई शुरुआत, एक रचनात्मक क्रांति की ओर
LEGO का भारत में पहला स्टोर खोलना सिर्फ एक व्यवसायिक निर्णय नहीं, बल्कि यह देश के शिक्षा, रचनात्मकता और बच्चों के समग्र विकास की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है।
गुरुग्राम से शुरू होकर यह यात्रा भारत के हर उस कोने तक पहुंचेगी जहाँ माता-पिता अपने बच्चों को केवल खिलौनों से नहीं, बल्कि सीखने और सोचने की आज़ादी देना चाहते हैं।
LEGO का लक्ष्य स्पष्ट है – भारत जैसे युवा राष्ट्र में इनोवेशन, STEM शिक्षा, और इंटरएक्टिव लर्निंग को लोकप्रिय बनाना।
इसके फ्रेंचाइज़ मॉडल, लोकल साझेदारियों और तकनीकी नवाचार के साथ यह ब्रांड ना सिर्फ खिलौनों की दुनिया में बदलाव लाएगा, बल्कि एक नई शिक्षा संस्कृति को भी जन्म देगा।
आज LEGO एक ब्रांड नहीं, बल्कि कल्पनाओं का साथी बन गया है – और भारत में इसकी यह नई शुरुआत आने वाले वर्षों में लाखों बच्चों के सपनों की इमारत तैयार करेगी। यह केवल एक स्टोर नहीं, भविष्य की नींव है।
तो आइए, LEGO के साथ मिलकर एक नई दुनिया बनाएं—ईंट दर ईंट, ख्वाब दर ख्वाब।
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