Mere Husband Ki Biwi Review: इंडियन बॉलीवुड में त्रिकोणीय प्रेम कहानियाँ और पति-पत्नी के बीच के उलझनों पर आधारित फिल्में हमेशा से ही दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र रही हैं।
जैसे : ‘पति, पत्नी और वो’ (1978), ‘साजन चले ससुराल’, ‘जुदाई’, ‘सैंडविच’ और हाल ही में ‘गोविंदा नाम मेरा’ जैसी फिल्मों ने इस विषय को विभिन्न दृष्टिकोणों से प्रस्तुत किया है। इसी श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए मशहूर फ़िल्म निर्देशक मुदस्सर अज़ीज़ अपनी नई फिल्म ‘मेरे हसबैंड की बीवी’ लेकर आए हैं, जिसमें अर्जुन कपूर, भूमि पेडनेकर और रकुल प्रीत सिंह मुख्य भूमिकाओं में हैं।
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ToggleMere Husband Ki Biwi Review: Arjun Kapoor के साथ लव ट्राएंगल कितना दमदार?
फ़िल्म की स्टोरी की पूरी पृष्ठभूमि:
इस फ़िल्म की स्टोरी का केंद्र बिंदु है अंकुर चड्ढा (अर्जुन कपूर), जो अपनी पूर्व पत्नी प्रभलीन कौर ढिल्लों (भूमि पेडनेकर) से तलाक के बाद भी उसके खौफनाक सपनों से पीछा नहीं छुड़ा पा रहा है।
अंकुर का दोस्त रेहान (हर्ष गुजराल) उसे नई जिंदगी शुरू करने के लिए प्रेरित करता है, लेकिन प्रभलीन की यादें उसे आगे बढ़ने नहीं देतीं।
हालांकि, अंतरा खन्ना (रकुल प्रीत सिंह) के साथ मुलाकात के बाद अंकुर की जिंदगी में फिर से प्यार दस्तक देता है। जब सब कुछ सही लगने लगता है, तभी प्रभलीन के एक एक्सीडेंट के बाद उसकी याददाश्त चली जाती है, और वह अपने और अंकुर के तलाक को भूल जाती है।
अब अंकुर एक ऐसी स्थिति में फंस जाता है, जहां उसे अपनी पूर्व पत्नी और वर्तमान प्रेमिका के बीच संतुलन बनाना है। इस पूरी फ़िल्म की स्टोरी असमंजस से भरी हुई हैं | Read more…

निर्देशन और फ़िल्म स्क्रिप्ट:
फ़िल्म निर्देशक मुदस्सर अज़ीज़ ने इससे पहले ‘पति, पत्नी और वो’ (2019) जैसी फिल्मों के माध्यम से त्रिकोणीय प्रेम कहानियों को सफलतापूर्वक प्रस्तुत किया है।
‘मेरे हसबैंड की बीवी’ में भी उन्होंने हास्य और रोमांस को मिश्रित करने की कोशिश की है। इस फिल्म की शुरुआत ही बड़ी दिलचस्प है, लेकिन जैसे-जैसे फ़िल्म की स्टोरी आगे बढ़ती है, यह पूर्वानुमानित हो जाती है।
इस फ़िल्म कई दृश्य ऐसे हैं जो पहले की फिल्मों की याद दिलाते हैं, जिससे आज के नये पन की कमी महसूस होती है। हालांकि, कुछ हास्यपूर्ण दृश्य और डायलॉग दर्शकों को हंसाने में सफल होते हैं। इस फिल्म 2 घंटे 30 मिनट की है, जो कुछ हिस्सों में लंबी महसूस होती है।
अभिनय:
इस फ़िल्म मे अर्जुन कपूर ने अंकुर के किरदार को बहुत ईमानदारी से निभाया है। उनके अभिनय में कॉमेडी और इमोशन का काफ़ी बैलेंस देखने को मिलता है।
भूमि पेडनेकर ने प्रभलीन के रूप में एक ठेठ पंजाबी महिला का जीवंत चित्रण किया है, जो अपने लाउड और जोशीले स्वभाव से सभी दर्शकों को प्रभावित करती है।
रकुल प्रीत सिंह ने अंतरा के किरदार में संयमित और सजीव प्रदर्शन किया है, हालांकि उनके किरदार में कुछ खास करने के अवसर कम थे।
हर्ष गुजराल ने रेहान के रूप में हास्य के पलों को बखूबी निभाया है और अपनी कॉमिक टाइमिंग से दर्शकों को इम्प्रेस किया है।
सहायक भूमिकाओं में डिनो मोरिया, कंवलजीत सिंह, अनीता राज और टीकू तलसानिया ने अपने-अपने किरदारों को ठीक से निभाया है, लेकिन उनके पास करने के लिए ज्यादा कुछ नहीं था।
Music:
फिल्म का म्यूजिक मधुर और स्टोरी के साथ मेल खाता है। ‘इक वारी’, ‘चन्ना तू बेमिसाल’ और ‘रब्बा मेरेया’ जैसे गाने सुनने में बेहद सुखद महसूस कराते हैं और फिल्म की भावनाओं को बढ़ाते हैं। ‘गोरी है कलाइयां’ गीत विशेष रूप से उल्लेखनीय है और दर्शकों के बीच लोकप्रिय हो सकता है।
टेक्निकल पक्ष:
मनोज कुमार खटोई की सिनेमैटोग्राफी फिल्म के मूड के अनुरूप देखने को मिलती है, जबकि रूपिन सूचक का प्रोडक्शन डिजाइन स्टोरी के माहौल को सजीव बनाता है।
अर्जुन कपूर के लिए एका लखानी की स्टाइलिंग और अन्य कलाकारों के लिए सनम रतनसी की स्टाइलिंग सराहनीय है, जिससे सभी मुख्य पात्र ग्लैमरस नजर आते हैं।
निनाद खानोलकर की संपादन (एडिटिंग) फिल्म की गति को बनाए रखने में मदद करती है, हालांकि कुछ हिस्सों को और संक्षिप्त किया जा सकता था।
इस फ़िल्म को क्यों देखें:
यदि आप रोमांटिक कॉमेडी फिल्मों के बहुत शौकीन हैं और हल्की-फुल्की मनोरंजन वाली मूवी की तलाश में हैं, तो ‘मेरे हसबैंड की बीवी’ फ़िल्म आपको एक बार जरूर देखनी चाहिए।

इस फिल्म में हास्य, रोमांस और ड्रामा का मिश्रण है, जो आपको कुछ समय के लिए वास्तविकता से दूर ले जाकर मनोरंजन प्रदान करेगा। हालांकि कहानी में आज के नये पन की कमी महसूस होगी, लेकिन कलाकारों का परफॉरमेंस और कुछ हास्यपूर्ण दृश्य फिल्म को एक बार देखने योग्य बनाते हैं।
‘Mere Husband Ki Biwi Review’ – एक एवरेज एंटरटेनमेंट या कुछ नया?
क्या फिल्म में कुछ नया है?
बॉलीवुड में रोमांटिक कॉमेडी का क्रेज हमेशा से ही रहा है, लेकिन इस जॉनर में अब दर्शक कुछ नया और हटकर देखने की उम्मीद करते हैं।
‘Mere Husband Ki Biwi Review’ की स्टोरी परंपरागत त्रिकोणीय प्रेम पर आधारित है, जिसे पहले भी कई बार बड़े पर्दे पर देखा जा चुका है। मशहूर फ़िल्म निर्देशक मुदस्सर अज़ीज़ ने फिल्म को एक मजेदार एंटरटेनमेंट पैकेज बनाने की कोशिश की है, लेकिन क्या वे इसमें पूरी तरह सफल हो पाए?
अगर देखा जाए तो फिल्म की सबसे बड़ी समस्या इसकी कहानी की पूर्वानुमानिता (predictability) है। पहले हाफ में फिल्म दर्शकों को बांधकर रखने में सफल होती है, लेकिन जैसे-जैसे सेकंड हाफ में कहानी आगे बढ़ती है, यह बिखरने लगती है।
कुछ सीन्स जबरदस्ती खींचे गए लगते हैं, जिससे फिल्म की गति धीमी हो जाती है।
फिल्म के सकारात्मक पक्ष:
✔ अर्जुन कपूर का सहज अभिनय – अर्जुन कपूर ने अपनी भूमिका में अच्छी तरह ढलने की कोशिश की है। उनका किरदार थोड़ा उलझा हुआ और कन्फ्यूज्ड है, जिसे उन्होंने सहजता से निभाया है।
✔ भूमि पेडनेकर का दमदार परफॉरमेंस – प्रभलीन के रूप में भूमि पेडनेकर सबसे ज्यादा प्रभाव छोड़ती हैं। उनका बोल्ड और बिंदास अंदाज आज के दर्शकों को हंसाने और भावनात्मक रूप से जोड़ने में सफल होता है।
✔ कॉमिक टाइमिंग – फिल्म में कुछ सीन genuinely मजेदार हैं, खासकर हर्ष गुजराल के किरदार रेहान द्वारा निभाए गए सीन्स।
फिल्म के नकारात्मक पक्ष:
✘ स्क्रिप्ट में नया कुछ नहीं – यह फिल्म पुराने फॉर्मूले पर चलती है और कई जगह दर्शकों को ऐसा महसूस होता है कि वे पहले ही ऐसी कहानी देख चुके हैं।
✘ सेकंड हाफ में धीमी गति – जहां फिल्म की शुरुआत बहुत मजेदार होती है, वहीं सेकंड हाफ में स्टोरी स्लो हो जाती है, जिससे दर्शकों की रूचि कम हो सकती है।
✘ रकुल प्रीत का अंडरयूटिलाइजेशन – रकुल प्रीत सिंह का किरदार ज्यादा मजबूत नहीं लिखा गया है, जिससे उनके पास ज्यादा कुछ करने को नहीं था।
क्या यह फिल्म पैसा वसूल है?
अगर आप हल्की-फुल्की रोमांटिक कॉमेडी पसंद करते हैं और ज्यादा सोचने-समझने वाली कहानी की तलाश में नहीं हैं, तो Mere Husband Ki Biwi Review आपको एंटरटेन कर सकती है। हालांकि, अगर आप कुछ नया या अलग तरह की कहानी की उम्मीद कर रहे हैं, तो यह फिल्म आपको निराश कर सकती है। Click here
निष्कर्ष:
‘Mere Husband Ki Biwi Review’ एक ऐसी फिल्म है जो पुरानी कहानी को नए अंदाज में प्रस्तुत करने की कोशिश करती है। हालांकि फिल्म में कुछ कमियां हैं, लेकिन कलाकारों का मजबूत प्रदर्शन और कुछ मनोरंजक दृश्य इसे एक बार देखने लायक बनाते हैं।
यदि आप हल्के-फुल्के मनोरंजन की तलाश में हैं, तो यह फिल्म आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकती है।