Trump-Biden Op-Ed पर विवाद: Washington Post पर खुद के पत्रकार का हमला- क्या Trump-Biden Op-Ed ने खो दी अखबार की साख?
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Toggleपरिचय- हाल ही में वॉशिंगटन पोस्ट नामक अखबार के वरिष्ठ पत्रकार डेविड मारानिस ने अखबार द्वारा प्रकाशित एक ओप एड की कड़ी आलोचना की है इस ओप एड में राष्ट्रपति जो बाईडेन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के क्षमादानों की तुलना की गई थी.
इस ओप एड के माध्यम से पत्रकार डेविड मारानिस ने इसे गलत तुलना और अखबार की नैतिकता पर प्रश्न चिन्ह बताते हुए कहा कि वाशिंगटन पोस्ट नामक अखबार ने अपनी आत्मा को खो दिया है.

ओप एड का विषय
ओप एड मे यह तर्क दिया गया कि डोनाल्ड ट्रंप और जो बाईडेन दोनों अपने पदों का दुरुपयोग करते हुए क्षमादान दिए हैं. इस तर्क में जो बाईडेन के निर्णय को नैतिक रूप से डोनाल्ड ट्रंप के 6 जनवरी के विद्रोहियों को क्षमा करने के समान बताया है.
ओप एड के इस तर्क ने दोनों नेताओं के नैतिक क्षमादान योग्यता पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है.
ओप एड की कड़ी आलोचना
वाशिंगटन पोस्ट नामक अखबार के वरिष्ठ पत्रकार डेविड मारानिस ने इस तुलना को पूरी तरह से अविवेकपूर्ण और तथ्यात्मक रूप से गलत बताया.
उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी एक पोस्ट के माध्यम से बताया कि जिस वॉशिंगटन पोस्ट के साथ मैंने 48 वर्षों तक काम किया हैं, वह दिग्गज वाशिंगटन पोस्ट अपनी आत्मा को खो चुका है.

खबर की पूरी पृष्ठभूमि
यह ओप एड वर्तमान में वॉशिंगटन पोस्ट के पत्रकार जेसन विलिक के द्वारा लिखा गया था उन्होंने इस ओप एड मे तर्क दिया कि दोनों ही राष्ट्रपतियों ने अपने राष्ट्रपति पद की शक्तियों का दुरूपयोग किया हैं, लेकिन इसमें डोनाल्ड ट्रम्प के द्वारा 6 जनवरी को विद्रोहियो को क्षमादान अस्वीकार्य था. Read more…
ओप एड के प्रति डेविड मारानिस की प्रतिक्रिया
* डेविड मारानिस ने इस ओप एड को “जर्नलिज़्म के मूल सिद्धांतो के खिलाफ बताया.”
•उन्होंने अपने तर्क के माध्यम से कहा कि, “एक स्वतंत्र और जिम्मेदार प्रेस को सच्चाई पर आधारित तथ्यों के साथ काम करना चाहिए, न की गलत तुलना के जरिये नैतिकता के साथ समझौता करना चाहिए.”
•डेविड मारानिस ने वाशिंगटन पोस्ट के प्रबंधन और सम्पादकीय दिशा को भी आलोचना के घेरे में खड़ा किया.
ओप एड के प्रति अन्य पत्रकारों की प्रतिक्रिया
1.मिशेल नॉरिस ( कॉलमिस्ट ): कॉलमिस्ट नामक अखबार के वरिष्ठ पत्रकार मिशेल नॉरिस ने इस ओप एड को अखबार के स्थापित मानको के खिलाफ बताया.
2.रोबर्ट कगन और डेविड हॉपमान ( पुलित्जर विजेता ): इस आलोचनात्मक घटना के बाद पुलित्जर पुरस्कार विजेताओ रोबर्ट कगन और डेविड हॉपमान ने अपनी पत्रकारिता से इस्तीफा दे दिया है.
3.एन टेलनेस (कार्टूनिस्ट): मशहूर कार्टूनिस्ट एन टेलनेस ने वाशिंगटन पोस्ट के मालिक जैफ बेजॉस की कड़ी आलोचना की है तथा उसने जैफ बेजॉस की आलोचना वाले कार्टून को लेकर विवाद के बाद इस्तीफा दे दिया है. Click here
विवाद के प्रमुख बिंदु
1. गलत तुलना: डोनाल्ड ट्रंप और जो बाईडेन के क्षमादानो की तुलना करना कई पत्रकारों और आलोचकों को अस्वीकार्य लगा. जिस कारण यह तुलनात्मक विवाद बड़ा.
2. प्रेस की स्वतंत्रता पर लगता प्रश्न चिन्ह: इस बढ़ते विवाद ने प्रेस की स्वतंत्रता पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है और कई सवाल खड़े कर दिए हैं इसमें सोशल मीडिया के माध्यम से यह प्रतिक्रिया आ रही है कि प्रेस प्रबंधन और मालिकों के दबाव में काम करने लगी है.

3. वाशिंगटन पोस्ट की प्रतिष्ठा पर उठते सवाल: कई वरिष्ठ पत्रकारों ने वाशिंगटन पोस्ट की प्रतिष्ठा पर सोल उठाते हुए कहा है कि वाशिंगटन पोस्ट ने अपनी आत्मा को खो दिया है तथा अपने मूल सिद्धांत को कटघरे में खड़ा कर दिया है.
विवाद पर सरकार की प्रतिक्रिया
1. अमेरिकी राष्ट्रपति का क्षमादान का अधिकार: अमेरिकी संविधान के अनुसार, संविधान के अनुच्छेद II तथा धारा 2 के तहत अमेरिकी राष्ट्रपति को दोषी ठहराए गए अपराधियों को माफ करने का पूर्ण अधिकार प्राप्त है.
2. डोनाल्ड ट्रंप द्वारा क्षमादान : डोनाल्ड ट्रंप ने अपने कार्यकाल के दौरान कई विद्रोहियों सहित अन्य अपराधियों को क्षमादान दिए हैं.
3.जो बाईडेन का क्षमादान: जो बाईडेन का क्षमादान कम सजा पाने वाले गैर -हिंसक अपराधियों को दिया गया उनका यह प्रयास न्याय व्यवस्था के सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास था.