डोनाल्ड ट्रंप: USAID के जरिए आर्थिक मदद या वैश्विक नियंत्रण? कौन तय कर रहा है दुनिया का भविष्य?
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Toggleपरिचयहाल ही में, एक बड़ा विवाद अमेरिकी राजनीति में उत्पन्न हुआ है, इसमें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला कम्पनी के सीईओ एलन मस्क ने संयुक्त राज्य अमेरिका की अंतर्राष्ट्रीय विकास एजेंसी (USAID) को निशाना बनाया है।
एलन मस्क के इस बड़े कदम ने अमेरिक की राजनीति और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में व्यापक चर्चा और चिंता को जन्म दिया है।
USAID क्या है?
यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट ( USAID ) संयुक्त राज्य सरकार की एक स्वतंत्र एजेंसी है जो मुख्य रूप से नागरिक विदेशी सहायता और विकास सहायता के प्रशासन के लिए जिम्मेदार है।

USAID की स्थापना 1961 में हुई थी, इसकी स्थापना राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी के प्रशासन के तहत की गई थी | इसका मुख्य उद्देश्य वैश्विक स्तर पर मानवीय सहायता भी प्रदान करना, विकासशील देशों में गरीबी उन्मूलन और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार तथा लोकतांत्रिक संस्थाओं को भी मजबूत करना है।
2023 में, USAID के तहत 100 से अधिक देशों में $72 बिलियन से अधिक की सहायता वितरित की, जो वैश्विक मानवीय सहायता का सिर्फ 42% था। Read more…
ट्रंप और मस्क का USAID पर हमला
डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने, टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के समर्थन से, USAID को बंद करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के तहत, एजेंसी के अधिकांश विदेशी सहायता भुगतान भी आज से रोक दिए गए हैं,
और इससे कई कर्मचारियों को बर्खास्त या अवकाश पर भेजा गया है, और इस निर्णय से कुछ बड़े अधिकारियों को भी तुरंत हटा दिया गया है। USAID की वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट्स भी अब उपलब्ध नहीं हैं।
एलन मस्क, जो ट्रंप प्रशासन के सरकारी दक्षता विभाग (Department of Government Efficiency – DOGE) के प्रमुख के रूप में कार्यरत हैं, ने USAID पर सार्वजनिक रूप से आलोचना की है और उस पर आरोप भी लगाए हैं।
मस्क का यह दावा है कि USAID अपनी फंडिंग का केवल एक छोटा हिस्सा जरूरतमंदों की मदद में उपयोग करता है।
मार्को रुबियो की नियुक्ति
डोनाल्ड ट्रंप ने ( यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट ) USAID के अंतरिम विदेश मंत्री मार्को रुबियो के रूप में नियुक्त किया है। विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने एजेंसी के सभी कर्मचारियों पर प्रशासन की नई नीतियों के साथ असहयोग का आरोप लगाया है और USAID मुख्यालय वाशिंगटन डी.सी. में स्थित है |
कर्मचारियों को USAID मुख्यालय मे प्रवेश से रोका गया है। मार्को रुबियो ने पीटर मारोको, जो ट्रंप के नियुक्त अधिकारी हैं, को USAID की गतिविधियों की समीक्षा और पुनर्गठन का अधिकार सौंपा है।
डेमोक्रेटिक सांसदों की प्रतिक्रिया
इसे डेमोक्रेटिक सांसदों ने ( यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट ) को बंद करने के इस कदम की आलोचना की है। उनका कहना है कि यह निर्णय अमेरिकी विदेश नीति को कमजोर करता है और ये राष्ट्रीय हितों के खिलाफ भी है।
वे इस बड़े कदम को कानूनी चुनौती देने की योजना भी बना रहे हैं, यह तर्क देते हुए कि यह संवैधानिक उल्लंघन है।

अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव
यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट ( USAID) के बंद होने से वैश्विक स्तर पर कई मानवीय कार्यक्रम प्रभावित होंगे, जो भूख, बीमारी, और गरीबी से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
यह कदम दशकों से स्थापित अमेरिकी विदेश नीति के सिद्धांतों के विपरीत है, जो विकास सहायता को वैश्विक स्थिरता और राष्ट्रीय सुरक्षा से भी जोड़ता है।
निष्कर्ष
USAID को ट्रंप और मस्क द्वारा बंद करने का निर्णय अमेरिकी राजनीति और अंतर्राष्ट्रीय संबंध मे एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह कदम न केवल अमेरिकी विदेश नीति की दिशा को प्रभावित करेगा,
बल्कि ये वैश्विक मानवीय प्रयासों पर भी गहरा प्रभाव डालेगा। आने वाले समय में, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि यह निर्णय कैसे लागू होता है और इसके क्या दीर्घकालिक परिणाम होते हैं। Click here..